भाई ने बहन की चूत का लिया मज़ा

ही दोस्तों, मैं राजेश अपनी कहानी का अगला पार्ट आप सब के सामने लेके आया हू. अगर आप लोगों ने पिछला पार्ट नही पढ़ा है, तो प्लीज़ पहले जाके उसको पढ़ ले. उमीद है आपको पिछला पार्ट पसंद आएगा.

पिछले पार्ट में आप सब ने पढ़ा की अंकित मेरी बेहन काजल को खेतों में छोड़ने के लिए ले गया. असल में ये हमारा प्लान था. लेकिन पता नही कैसे वाहा हमारा सीनियर राहुल आ गया, जिसने मेरी बेहन की गांद फाड़ दी.

मुझे उसके बारे में कुछ नही पता था, की वो वाहा कैसे आ गया. लेकिन अंकित और काजल दोनो को उसके आने का पता था. अब उन तीनो की चुदाई ख़तम हो चुकी थी. चलिए आयेज चलते है.

वो तीनो अपनी चुदाई की आग को ठंडा कर चुके थे. फिर तीनो वैसे ही कुछ देर नंगे लेते रहे. उसके बाद तीनो उठे, और अपने-अपने कपड़े पहनने लगे. अब मेरा भी वाहा कोई काम नही था. तो मैं वाहा से उठा, और निकल गया.

मैं सारे रास्ते सोचता आया की ये क्या हो गया था. काजल और अंकित में से किसने मेरे साथ ग़मे खेली थी. फिर मैं एक गार्डेन में जाके बैठ गया, और काजल के फोन की वेट करने लगा. थोड़ी देर बाद काजल का फोन आया, और मैं उसकी वही से पिक करने चला गया. घर आने के बाद मैने अंकित को मेसेज किया.

मैं: अंकित ये क्या था? तूने मेरे साथ धोखा किया है?

अंकित: मेरी बात सुन पहले, फिर बोलना जो बोलना चाहते हो.

मैं: हा बोल.

अंकित: तेरी बेहन काजल राहुल से पहले से सेट थी. ये बात मुझे पता थी. और वो राहुल से चूड़ना चाहती थी. लेकिन उसको पता था की वो घर से ऐसे ही नही निकल सकती थी. मैने उसको ये बोल कर सेट किया था की मैं तुझे उसको अकेले छ्चोढने के लिए राज़ी कर लूँगा. लेकिन शर्त ये थी, की वो मुझसे भी चूड़ेगी.

मैं: मतलब उसको पता था की मुझे पता है की वो तुझसे चूड़ने जेया रही है?

अंकित: हा. लेकिन उसको ये नही पता था की तू उसकी रेकॉर्डिंग करेगा. तू अब तेरे पास रेकॉर्डिंग है, तू उसके साथ जो चाहे कर. भाई तुझे तो उसको छोड़ने से मतलब है ना. तुझे क्या की वो बाहर एक से चूड़ी या दो से. अगर मैं तुझे झूठ नही बोलता, तो तू कभी राज़ी नही होता.

मैं: हा, बात तो तेरी सही है.

अंकित: अब तू जेया, और जाके मज़ा ले. साली बहुत कड़क माल है.

अब मैं सारा खेल समझ गया था. उस वक़्त घर पर कोई नही था. मैने सोचा क्यूँ ना जो करना है अभी कर लू. ये सोच कर मैं काजल के रूम में गया, और दरवाज़ा नॉक किया. दरवाज़ा खुला ही था, तो मैं अंदर चला गया. काजल अंदर नही थी.

फिर मुझे बातरूम में से शवर की आवाज़ आई, तो मैं समझ गया की वो नहाने गयी होगी. मैं वही बेड पर बैठ गया. 5 मिनिट बाद काजल बाहर आई. वो मुझे देख कर दर्र गयी, और मेरी तो बोलती ही बंद हो गयी.

काजल टवल लपेट कर बाहर आई थी. उपर से उसका टवल उसके बूब्स तक धक रहा था, और नीचे से छूट से सिर्फ़ 2 इंच तक नीचे था. उसके भीगे बाल कमाल के लग रहे थे. बदन पर जगह-जगह पानी की बूंदे उसको और सेक्सी बना रही थी. लड़की को ऐसे देख कर कोई भी उसका दीवाना हो जाए. फिर वो बोली-

काजल: भाई तुम यहा क्या कर रहे हो?

मैं: मैं तुम्हे छोड़ने आया हू.

काजल: हाहः मज़ाक कर रहे हो?

मैं: मैं घर पे बता दूँगा की तुम्हारा अंकित के साथ चक्कर है, और तुम दोनो ने सेक्स किया है.

काजल: और ये बात मानेगा कों? तुम ही लेके गये थे ना मुझे कॉलेज बंक करवा कर. तो बात तो तुम पर भी आएगी. और वैसे भी मैं ऐसे ही थोड़ी मान जौंगी की अंकित मेरा बाय्फ्रेंड है. अब चुप-छाप दफ़ा हो जाओ मेरे कमरे में से.

मैं: चला जाता हू, लेकिन जाने से पहले ज़रा ये देख लो.

फिर मैने वीडियो चलाई, और उसको उसका पूरा चुदाई कार्यक्रम फास्ट फॉर्वर्ड में दिखा दिया. वीडियो देख कर काजल की गांद फटत गयी. उसने मुझे मोबाइल झपटने की कोशिश की, लेकिन मैने मोबाइल उसके हाथ नही आने दिया.

वो मोबाइल लेने के लिए छीना-झपटी करने लगी, और इसी चक्कर में उसका टवल गिर गया. अब उसके रसीले बूब्स और चिकनी छूट मेरे सामने थी. मैने साथ ही उसको बेड पर धक्का दे दिया, और उस पर कूद पड़ा. उसके उपर आके मैने अपने होंठ उसके होंठो पर लगा दिए, और ज़ोर-ज़ोर से उसके होंठ चूसने लगा.

वो मुझे अपने उपर से हटाने की कोशिश कर रही थी, लेकिन कामयाब नही हो पा रही थी. मैने होंठ चूस्टे हुए उसके बूब्स भी दबाने शुरू कर दिए. थोड़ी देर वो मुझसे हटाने की कोशिश करती रही, लेकिन जब वो गरम हो गयी, तो मेरा साथ देने लगी.

अब वो भी किस करते हुए ह्म ह्म की आवाज़े करने लगी, और मेरा सर सहलाने लगी. मैं समझ गया था की वो अब मेरे काबू में थी. फिर मैने उपर होके जल्दी से अपने कपड़े उतारे. मेरा मोटा लंड देख कर काजल बोली-

काजल: लंड तो तगड़ा है तुम्हारा.

मैं: तेरी छूट में जाने के लिए कब से तड़प रहा है मेरी रंडी.

ये बोल कर मैं अपना लंड उसकी छूट पर रगड़ने लग गया. वो भी गांद हिलने लगी मस्ती में. मैं देख रहा था की मेरी बेहन कितनी बड़ी रंडी बन चुकी थी. फिर मैने लंड छूट के मूह पर टीकाया, और ज़ोर का धक्का मार कर पूरा लंड उसकी छूट में घुसा दिया.

मेरी बेहन की चीख निकल गयी, और मेरा लंड अब उसकी गरम छूट में था. फिर मैने धक्के देके उसको छोड़ना शुरू किया. बड़ा गरम एहसास था. ऐसा लग रहा था, जैसे मैं किसी जन्नत में पहुँच गया था.

मेरी बेहन ने अपनी टांगे मेरी कमर पर लपेट ली, और गांद हिला-हिला कर चूड़ने लगी. 10 मिनिट ऐसे ही छोड़ने के बाद मैने काजल को घोड़ी बनाया, और पीछे से उसकी छूट छोड़ने लगा. मैं उसके छूतदों पर थप्पड़ मार कर उसको छोड़ रहा था.

उसकी गांद के सुराख पर मुझे सूजन नज़र आ रही थी, इसलिए मैने लंड गांद में नही डाला. 15 मिनिट मैने उसको ऐसे ही छोड़ा, और फिर अपने माल से उसकी छूट भर दी. चुदाई के बाद हम दोनो सीधे लेट गये, और हाँफ रहे थे. तभी काजल बोली-

काजल: अगर मुझे पता होता तेरा इतना तगड़ा लंड है, तो मैं किसी बाहर वाले के लंड पे ना चढ़ती. आज से मैं तुझसे ही चुड़ूँगी बस.

और इस तरह से वो मेरी रंडी बन गयी.

दोस्तों ये थी मेरी कहानी. अगर आपको मेरी कहानी पढ़ कर मज़ा आया हो, तो इसको अपने फ्रेंड्स के साथ भी शेर करे. कहानी पढ़ने के लिए धन्यवाद.