मेरी बहन हीरा मुझसे चुद गयी

ही दोस्तो, मेरा नाम अरबाब है. आज जो स्टोरी मई बता रहा हू, वो मेरी और मेरी सिस्टर हीरा की है. मेरी आगे 26 साल है, और मेरी सिस्टर की आगे 22 है. मई तोड़ा हेल्ती सा लड़का हू. लंबी हाइट है मेरी, और जिस्म बहुत हेरी है.

मेरा लंड 7.5 इंचस का है, और काफ़ी मोटा भी है. चुदाई का मुझे बहुत शौंक है, और मई चुदाई के लिए लड़के और लड़किया दोनो प्रिफर करता हू. मेरी सिस्टर बहुत ही सेक्सी सी लड़की है. काफ़ी सेक्सी फिगर है उसका. उसके फिगर ला साइज़ 36″28″38 का है. बड़े बूब्स और बड़ी गांद है उसकी. और पतली कमर और गोरा जिस्म है.

बिल्कुल एक पोर्नस्तर लगती है वो. लेकिन आज तक उसने किसी को हाथ भी नही लगाने दिया. अब पहले मई आपको 3 साल पहले लेके जाता हू. मई एक दिन सुबा-सुबा बेहन के कमरे मे गया. सब सो रहे थे, और मुझे उसके बातरूम से शॅमपू उठना था.

मई जब उसके रूम मे गया, तो मेरी नज़र पड़ी उसपे. उसकी शर्ट बिल्कुल उपर हो गयी थी, और दोनो बूब्स बिल्कुल सॉफ दिख रहे थे. मुझसे रहा नही गया, और मैने अपने फोन पे उसकी कुछ पिक्स लेली. मैने फिर उन पिक्स को देख कर काफ़ी मूठ मारी. अब थी तो वो मेरी बेहन, लेकिन इतने मोटे और प्यारे बूब्स देख कर मुझसे रहा नही गया.

आहिस्ता-आहिस्ता मेरी तारक बढ़ती गयी. एक दिन मैने उसके रूम मे जाके उसकी ट्राउज़र नीचे कर दी. फिर मैने उसकी छूट और गांद की पिक्स निकाली. मुझे मालूम था, की उसकी नींद गहरी थी, तो ये सब करते हुए वो उठेगी नही.

फिर मेरी हिम्मत बढ़ी, तो मई रोज़ सुबा को उसके सामने मूठ मारता था. मई उसकी उसेड ब्रा और पनटी चुरा लेता था, और मूठ से भर देता था. जब मई किसी लड़की की चुदाई करता था, तो मेरे दिमाग़ मे यही आता था, की काश हीरा के साथ भी ऐसा करू.

लेकिन मई कुछ कर नही सकता था. क्यूकी अगर मई पकड़ा जाता, तो घर वाले मुझे घर से निकाल देते. पर लंड को कों रोक सकता है. जब भी मई घर मे उसको देखता था, लंड मेरा टाइट हो जाता था. मैने अपने दिमाग़ मे डाल दिया, की उसके बारे मे सोच कर मूठ मारने के अलावा, मई और कुछ नही कर सकता था.

सब ऐसे ही चल रहा था. फिर एक दिन जब मई बेहन की छूट देखने के लिए ट्राउज़र नीचे करने लगा, तो उसकी आँख खुल गयी. मई तो दर्र गया, की अब मई फ़ासस गया था. लेकिन मई उसको गुदगुदी करने लगा, की जैसे मई उसको उठाने आया था.

पर वो अब समझ गयी थी, मई क्या कर रहा था. और उस वक़्त मेरी पंत की ज़िप भी खुली थी, और टोपा निकला हुआ था. वो भी उसने देख लिया था. खैर हीरा ने किसी को कुछ नही बताया, और उसके बाद से वो रूम लॉक करके सोने लगी. वो अब मुझसे दूरी रखती थी. ज़्यादा से ज़्यादा हमारी घर मे बात-चीत होती थी.

उस दिन से पहले मई हीरा को बहुत प्यार करता था. मई हमेशा उसको हग और गाल पे किस वग़ैरा करता था. लेकिन अब वो ये सब भी नही करने देती थी. मैने भी उसको फोर्स करना बंद कर दिया था, और हमारे बीच काफ़ी दूरी हो गयी थी.

अब हुआ यू, की मेरी इस हरकत से हमारा रीलेशन तो खराब हो गया था. लेकिन हीरा के अंदर आग जलने लग गयी थी. हीरा आहिस्ता-आहिस्ता हॉर्नी होने लग गयी थी, और उसने फिंगरिंग शुरू कर दी थी. वो पॉर्न भी देखती थी, और अपने आप को सॅटिस्फाइ करती थी. ये सब मुझे नही पता था, और ये बाद मे हीरा ने मुझे खुद बताया था.

खैर 2 साल गुज़र गये थे. मैने भी हीरा पे ट्राइ नही किया. और वो खुद सीक्रेट मे मज़े करती थी. हीरा का कोई बाय्फ्रेंड वग़ैरा नही था, और वो शादी से पहले कुछ करना भी नही चाहती थी. लेकिन जो अंदर की गर्मी थी, वो उसको शांत करने के लिए फिंगरिंग करती थी.

अब जैसे मुझसे रहा नही गया था हीरा के लिए. उसी तरह उससे भी चुदाई के लिए रुका नही जेया रहा था. पर वो कुछ करती भी, तो किसके साथ करती? बाहर के आदमी के साथ वो करना नही चाहती थी, और मेरे साथ करना उसको ग़लत लग रहा था.

फिर आहिस्ता-आहिस्ता हीरा ने मुझे हग वग़ैरा करना शुरू कर दिया. मई भी उसको प्यार वग़ैरा कर लेता था जैसे भाई-बेहन को करता है. मेरे दिमाग़ मे कभी-कभी चुदाई का ख़याल आता था. लेकिन मई उसे डोर कर देता था.

अब हुआ यू, की एक दिन हमारे घर वालो को शादी पे जाना था. मई और हीरा घर पर ही रुक गये. अब सिर्फ़ घर मे हीरा और मई थे. अगले दिन सुबा को मई उठ गया, लेकिन हीरा अभी तक सो रही थी. मुझे भूख लग रही थी, तो मई उसको उठाने गया.

मैने हीरा को उठाया और उसके गाल पे किस की. फिर जब मई उसको नाश्ते का बोल कर वापस जाने लगा, तो उसने मुझे बुलाया. उसने बोला-

हीरा: मुझे हग करो.

मई वापस गया, और उसको हग किया. लेकिन वो मुझे छोढ़ने नही दे रही थी. आख़िर मई हीरा के साथ लेट गया और उसको हग कर रहा था. हीरा की गांद मेरे लंड से टच हो रही थी, और मेरा लंड टाइट हो रहा था. मेरा लंड हीरा की गांद मे डब रहा था. फिर हीरा बोली-

हीरा: तुम्हारी वो चीज़ टच हो रही है मेरी आस पे.

मई: सॉरी! मेरे हाथ मे नही है ये.

हीरा: तो तुम्हारा मेरे साथ खड़ा हो जाता है?

मई: हा.

हीरा: क्यू?

मई: क्या करू? तुम हो ही इतनी सेक्सी, की मुझसे कंट्रोल नही होता.

हीरा: लेकिन हम भाई-बेहन है ना.

मई: तो क्या हुआ?

उसके बाद हीरा चुप रही. लेकिन मई समझ गया था, की वो गरम हो रही थी. मैने अपना लंड निकाला, और उसकी टाँग थोड़ी उपर करके उसकी छूट से टच कर दिया. उसकी गरम-गरम छूट, अफ… क्या मज़ा आ रहा था. जब मैने ये किया, और हीरा ने कुछ नही किया, तो मई समझ गया, की ये मौका अछा था. अब जो करना है, कर सकते थे.

मई अभी भी हीरा को हग कर रहा था. मई आहिस्ता-आहिस्ता अपना हाथ उसके बूब्स के उपर ले गया, और प्यार से उनको रब कर रहा था. हीरा भी आँखें बंद करके मेरे हाथ और लंड के मज़े ले रही थी.

मेरी हिम्मत अब बढ़ गयी थी. फिर मैने अपना हाथ उसकी शर्ट मे डाल दिया और उसके नरम मुलायम बूब्स दबाने लगा. उसके मूह से हल्की-हल्की आहें आ रही थी. थोड़ी देर बूब्स के साथ खेलने के बाद, मैने अपना हाथ उसकी ट्राउज़र मे डाल दिया, और उसकी छूट के उपर रख दिया.

उसकी छूट गीली हुई पड़ी थी, मतलब आज कुछ हो सकता था. मैने उसकी छूट को रब करना शुरू कर दिया, और ट्राउज़र के उपर से लंड भी रब कर रहा था. उसको बहुत मज़ा आ रहा था. मई साथ-साथ उसके गालो पे किस कर रहा था, और नेक पे भी किस कर रहा था.

हीरा अब बिल्कुल मेरे कंट्रोल मे थी. हीरा ने अपना हाथ ट्राउज़र मे डाल दिया और मेरी उंगली को छूट के अंदर गाइड किया. मई समझ गया, की वो फिंगरिंग करवाना चाहती थी. अब मई कैसे उसको रोकता, तो मैने उसकी फिंगरिंग करनी शुरू कर दी.

उसके मूह से “एम्म” “आ” की आवाज़े निकल रही थी. अब मुझसे भी रहा नही जेया रहा था. मैने उसकी ट्राउज़र नीचे कर दी और मेरा टाइट लंड अब उसकी छूट पे था. तभी हीरा बोली-

हीरा: नही अरबाब, हम ये नही कर सकते.

मई: कुछ नही होता, मज़ा आएगा.

हीरा: लेकिन अगर मई ग़लती से प्रेग्नेंट हो गयी तो?

मई: फिकर ना करो, मेरे पास कॉंडम है.

हीरा: तो लेके आओ ना.

फिर मई जल्दी से अपने रूम से कॉंडम का डिब्बा लेके आया. मैने ब्लंकेट हटाया और उसको कॉंडम का डिब्बा दे दिया. वो कहने लगी-

हीरा: एक काफ़ी रहेगा?

मैने उसके हाथ पकड़े, और उसके उपर लेट गया. मैने उसको किस किया, और बोला-

मई: तुम एक बार चुड़वावगी, तो फिर खुद बोलॉगी और करो.

फिर मैने हीरा को 15 मिनिट तक किस किया. उसके बाद मैने उसकी शर्ट उतारी और उसके बूब्स को मसालने लगा. उसको अब बहुत मज़ा आ रहा था, और वो बहुत मोन कर रही थी. मई उसके बूब्स पकड़ कर चूसने लगा, और निपल को दबाने लगा.

फिर मैने उसकी ट्राउज़र उतार दी, और टांगे फैला दी. मई उसकी छूट पे टूट पड़ा और जानवर की तरह उसकी छूट छाती. उससे कंट्रोल नही हुआ, और वो कुछ ही देर मे फारिघ् हो गयी. लेकिन मैने उसकी छूट चाटनी कंटिन्यू रखी. 10 मिनिट छूट चाटने के बाद, मैने उसको बोला-

मई: अब तुम्हारी बारी.

हीरा उठी और उसने मेरी शर्ट निकाल दी. हीरा ने मुझे चेस्ट वग़ैरा पे किस किया. फिर उसने मेरी पंत उतार दी, और जब उसने मेरा लंड देखा, तो उसके मूह से निकला-

हीरा: ये बहुत बड़ा है. ये नही ले पौँगी मई.

मैने उसका सिर पकड़ा, और अपने लंड के उपर ले गया. फिर मैने उसके मूह मे आधा लंड घुसा दिया, और उसका मूह छोड़ने लगा. वो मेरा पूरा लंड नही ले पा रही थी. मैने 10-15 मिनिट उसके मूह को छोड़ा. उसके बाद मैने उसको बेड पे फेंक दिया.

फिर मैने कॉंडम लंड पे चढ़ाया, और उसकी छूट पे लंड सेट किया. वो अभी भी कह रही थी-

हीरा: ये नही जाएगा अंदर. मुझे बहुत दर्द होगा.

वो ये सब बोल रही थी, लेकिन मई अब रुकने वाला नही था. मैने हीरा की टांगे उठाई, और तोड़ा ज़ोर दिया. मेरा टोपा उसकी छूट के अंदर गया, और उसने ज़ोर से चीख मारी. मैने उसके हाथ पकड़ लिए, ताकि वो भागे नही. और फिर मई अपना लंड उसकी छूट के अंदर डालता गया.

मई उसको बीच-बीच मे रेस्ट का मौका भी दे रहा था. आहिस्ता-आहिस्ता करके मैने पूरा लंड उसके अंदर डाल दिया. वो कह रही थी-

हीरा: ये तो मुझे पेट तक फील हो रहा है.

उसको दर्द भी हो रहा था, लेकिन मैने बड़े प्यार से लंड उसकी छूट मे डाला. मैने उसको थोड़ी देर अड्जस्ट होने के लिए दिया. फिर मई उसको किस करने लगा, और आहिस्ता-आहिस्ता आयेज पीछे होने लगा. पहले मई स्लोली-स्लोली उसकी चुदाई करने लगा, फिर आहिस्ता-आहिस्ता मैने अपनी स्पीड तेज़ की.

थोड़ी ही देर मे उसका दर्द भी ख़तम हो गया, और अब उसको मज़ा आ रहा था. मैने भी उसकी बड़ी स्पीड से चुदाई करनी शुरू कर दी. उसको अब मज़ा आ रहा था, और वो ज़ोर-ज़ोर से मोन कर रही थी. 20 मिनिट मैने उसकी चुदाई की, और वो भी फारिघ् हो चुकी थी.

मई भी अब फारिघ् होने वाला था. मैने लंड निकाला और कॉंडम उतार कर उसके मूह मे दे दिया. उसने भी मेरा लंड चूस के फारिघ् कर दिया. अब मेरा पूरा कम उसके मूह मे था, और मैने भी लंड तब तक नही निकाला, जब तक वो पी नही गयी.

वो तक गयी थी, लेकिन उसको मज़ा बहुत आया. फिर वो उठ कर शवर लेने गयी. लेकिन मई अभी भी नही तका था. फिर मैने कॉंडम दोबारा चढ़ाया और शवर मे घुस गया. मैने हीरा को शवर मे 1 घंटे तक छोड़ा. फिर कुछ घंटे बाद, मैने फिरसे उसको छोड़ा.

मैने पूरा दिन हीरा की चुदाई की. और अगले 5-6 दिन हम घर पे अकेले थे, तो मैने हीरा को कुछ पहन-ने भी नही दिया. उसकी मैने गांद भी मारी, और अब मई उसके दोनो होल छोड़ता था. कुछ महीने तक मैने खूब मज़े लिए. लेकिन फिर एक दिन हमारे मामू ने हमे पकड़ लिया.

हीरा और मई टेरेस पे मज़े कर रहे थे, और मामू ने हमे देख लिया. फिर मामू पूरी चुदाई वग़ैरा देखने के बाद हमारे पास आए. मामू भी हरामी थे. उन्होने भी बोला-

मामू: मई भी हीरा को छोड़ूँगा.

फिर हीरा ने अपने जिस्म के मज़ा मामू को भी लेने दिया. बल्कि मैने और मामू ने मिल कर काफ़ी बार हीरा की चुदाई की . हीरा को ग्रूप सेक्स का बहुत शौंक होने लगा, तो कुछ . पहले मैने हीरा की चुदाई 6 दोस्तो के साथ की. अब 2 साल हो गये है, और मई हीरा के फुल मज़े लेता हू.