अक्षिता मेरी सहेली से रंडी बन गयी

ये कहानी है जन्वरी की है. नये साल का स्वागत हम ज़ोर शोर से कर रहे थे. उनमे से मैं भी एक था. मेरा नाम विजय है, उमर 26 साल. ये कहानी मेरी और मेरी दोस्त अक्षिता की है, कैसे मैने उसे छोड़ा ये बताता हू.

जन्वरी मे हम लोग घूमने का प्लान बना रहे थे. सोच ही रहे थे कहा जाए तभी अक्शु की मा को हार्ट अटॅक आया, सो सब कुछ कॅन्सल हो गया.

रात को अटॅक आया सो हम लोग सब हॉस्पिटल मे ही थे. उस दिन रात को उसकी मा स्टेबल थी. मैने उसे घर छोड़ा और निकल गया. वैसे अक्शु का ब्फ है, लेकिन वो बंगलोरे गया है जॉब के लिए. अक्षिता का डिस्क्रिप्षन बोलू तो 36-36-38. कातिलाना फिगर थी और नेचर भी चुड़क्कड़. लेकिन मेरी कभी हिम्मत नही हुई.

2 दिन उसकी मा ठीक थी, अचानक उनकी ताबयएट खराब हो गयी, हम सब हॉस्पिटल गये. सब टेन्षन मे थे. लेकिन एमर्जेन्सी ऑपरेशन के बाद डॉक्टर ने कहा शी इस ऑलराइट.

रात हो गयी थी, अक्षिता हॉस्पिटल मे रुकने वाली थी. तभी उसकी कज़िन ने कहा तुम जाओ घर, मैं आज रुकती हू. मैने भी हा बोला और अक्षिता को घर ले आया.

वो बहोट टेन्षन मे थी. घर पे वो और उसकी मा रहती थी क्योकि उसके पापा बचपन मे गुजर गये. मैने अक्षिता के साथ रुकना सही समझा. मेरे घर पे बता दिया के आज मैं नही अवँगा.

मैने खाना ऑर्डर किया, अक्षिता बात लेने चली गयी. मैने खाने के साथ वाइन की बॉटल भी ऑर्डर की और मैं खाना लेके घर पे आया.

उसने ग़लती से डोर ओपन रख दिया था. मैने डाइरेक्ट अंदर एंट्री की, अक्षिता ने टवल लपेटा हुआ था. क्या कातिल फिगर था उसका, गीले बाल, गोरी चाँदी. उसमे 36 के बूब्स और 38 की गांद देख के वैसे भी मेरा लंड खड़ा हो गया था. उसने नोटीस भी किया था जििसे मैं तो दर ही गया था.

लेकिन उसने एक स्माइल पास की और मैं समाज गया मेरा रास्ता ओपन है. उसने कपड़े पहने फिर हम ने खाना खाया. मैने वाइन निकली तो वो ना कह रही थी मगर मैने इन्सिस्ट किया.

1-1 पेग होने के बाद उसे नशा चाड़ने लग गया और मुझे भी. मेरी नज़र उसके बूब्स से हट ही नही रही थी, उसने ये नोटीस किया आरू बोली-

अक्षिता – क्या देख रहे हो?

मैं – कुछ नही.

अक्षिता – अरे बोलो, शरमाओ मत.

मैं – तुम्हारे बूब्स बड़े और मस्त है, मॅन कर रहा है की…

अक्षिता – की…? क्या?

मैं – इन्हे निचोड़ डू, दबा दबा के दूध पिउ.

अक्षिता – तुम्हारा दिमाग़ ठिकाने पे है? मेरा ब्फ है.

मैं – मैं कहा बोल रहा हू शादी कर लो. लेकिन तुम्हारी भी कुछ चाहत होगी. वो तो बंगलोरे मे है और छूट की भी कुछ डिमॅंड होती है.

अक्षिता – हा वो तो है, तो फिर क्या इरादा है?

मैं – आप बोलो.

अक्षिता – तो फिर सो जाते है.

हम बेड पर सो गये, उसकी गांद मेरे तरफ थी. छोड़ डालु ऐसे लग रहा था लेकिन मैने साबरा रखा. थोड़ी देर बाद वो थोड़ी पीछे हुई और उसकी गंद मेरे लंड पे लगी. मेरा लंड तो खड़ा हो गया.

उसने स्कर्ट पहना था जिससे उसकी पनटी दिख रही थी. मैं भी मज़े ले रहा था. अचानक वो उठी और बातरूम मे गयी. मैं सोने का नाटक कर रहा था.

थोड़ी देर मे वो आई और बगल मे चिपक के सो गयी. मेरा लंड तो वैसे भी खड़ा था. उसकी स्कर्ट थोड़ी उपर हुई और मेरी आखे फट गयी जो मैने देखा, उसने पनटी निकाल दी.

उसकी मुलायम गोरी गांद देख कर मेरा लंड तो फटने वाला था. मैने भी हिम्मत करके लंड निकाला और उसके गांद पे रगड़ने लगा. उसे भी मज़ा आ रहा था. थोड़ी देर मे उसने मेरा लंड पकड़ा और छूट पे रख दिया. अब मैने भी आव देखा ना तव और सीधा शॉट लगा दिया.

शायद उसने मोटा लंड लिया नही था क्यूकी उसकी चीख निकल गयी. मैने उसका मूह दबाया और उसे छोड़ना शुरू कर दिया. पूरे रूम मे गॅप गॅप की आवाज़ थी और वो मोन कर रही थी.

अक्षिता – आहह विजय और ज़ोर से, कब से तड़प रही हू लंड को. मेरे ब्फ का लंड तो पतला है मज़ा ही नही आता.. आअहह छोड़ो ज़ोर से, मई आज से रंडी हू तेरी!!

मैं – हाअ.. आहह… मेरी भी नज़र काब्से तुम्हारी गांद पे थी. छोड़ डालने का मॅन करता था जब भी तेरी गांद देखना था आअहह… आज कंप्लीट हुई विश मेरी.

मैं उसकी मुलायम गांद पे हाथ फेर रहा था. फिर मैने उसे सीधा किया और उसके उपर आ गया और उसका टशहिर्त फाड़ दिया. उसने ब्रा भी नही डाली थी. मैने उसका स्कर्ट भी फेक दिया और अब वो पूरी नंगी थी.

उसके लीप पे लिप्स लगा कर चूसने लगा और वो भी पूरा साथ दे रही थी. मई उसकी गर्दन पे किस करने लगा जिससे वो मोन कर रही थी. अचानक मैने उसकी गर्दन पर ज़ोर से काट लिया जिससे वा चिल्लाई.

उसने मेरे टशहिर्त को फाड़ दिया और नाख़ून मारना चालू किया. मुझे भी गुस्सा आया, मैने उसके निपल को ज़ोर से चूसने लगा और वो चिल्ला उठी. पर मैने नही रुका, एक निपल मैं चूस रहा था और दूसरा हाथ से दबा रहा था. दूसरे हाथ से उसकी छूट को सहला रहा था.

वो कुछ नही कर पा रही थी. उसकी छूट से पानी बह रहा था जैसे वॉटरफॉल. मैने डाइरेक्ट उसके छूट पे मूह रख दिया और ज़ोर से छूट चूसने लगा जिससे वो चिल्ला उठी.

उसने मेरा मूह ज़ोर से दबाया और मई बस चूसने मे लगा हुआ था. थोड़ी देर मे वो अकड़ने लगी और मेरा मूह ज़ोर से छूट पे दबाया और मेरे मूह मे ही झाड़ गयी. मैं भी उसका पूरा पानी पी गया.

फिर मैने अपनी पंत पूरी उतार दी और जाके सीधा उसके मूह पे बैठ गया. उसने भी बिना नाटक किए लंड चूसना चालू किया. वो तो ऐसे चूस रही थी जैसे लोलीपोप. मैं भी उसके मूह मे झाड़ गया लेकिन उसने लंड छोरा ही नही. वो चुस्ती रही और मेरा लंड वापस खड़ा हो गया.

इस बार हम 69 के पोज़िशन मे आ गये. मैं उसकी छूट कहट रहा था और वो मेरा लंड चूस रही थी. फिर उसने मुझे साइड मे किया और आके सीधा लंड पे बैठ गयी. उसने उच्छालना चाकू किया, उसके बूब्स मस्त हवा मे झूल रहे थे और हम बस मज़े मे खो गये थे.

पूरी रात भर हुँने 2 बार चुदाई की और बाद मे हम नंगे ही सो गये.

सुबह जब हम उठे, उसने मुझे किया और लंड चूसने लगी. मैने कहा वक्त नही है हॉस्पिटल जाना है. उसने कहा के मुझे पानी पीना है, चुदाई तो कर लेंगे. बाद मे उसे ना जाने क्या हुआ, वो रुक गयी. मैने बोला की पूरा तो कर लो, उसने कहा नही.

हम नहाने चले गये. उसका मुलायम जिस्म देख के मेरा खड़ा हो गया. लेकिन वक्त नही था सो बस मैने छूट छातिया और हम बाहर आ गये.

फिर हुँने नाश्ता किया और बस निकालने ही वेल थे. तभी उसने मुझे रोका और अपनी त-शर्ट और ब्रा खोल दी. मुझे समाज ही नही आया वो करना क्या चाहती है.

उसने सीधा मेरा लंड चूसना चालू किया, मैं भी मज़े ले रहा था. मैने उससे कहा मेरा निकालने वाला है तो उसने मूह से लंड निकाला और हिलने लगी.

थोड़ी देर मे मैने अपना पूरा माल उसके बूब्स पे निकाल दिया. उसके बूब्स पूरे चिकने हो गये थे. मैने कहा तुम सॉफ कर लो मैं वेट करता हू. तो उसने माना किया और चिकने बूब्स पे ब्रा और टशहिर्त पहें ली फिर कहा की दिन भर अब तुम्हे मिस नही करूँगी.

तो दोस्तो कैसी लगी कहानी. अगली बार मैने उसकी गांद कैसे मारी ये बतौँगा. मुझे प्लीज़ रिप्लाइ करना – [email protected] पे रिप्लाइ देना. कोई लड़की चूड़ना चाहती है तो बोल देना, ई आम ऑल युवर्ज़. मिलते है बाद मे नयी स्टोरी के साथ.