2 बहनो के साथ शादी और सुहागरात की स्टोरी

ही दोस्तों, मैं तेजस अपनी कहानी का अगला पार्ट लेके आप सब के सामने हाज़िर हू. उमीद है आपने पिछली कहानी पढ़ी होगी. जानता हू की पिछली कहानी में ज़्यादा सेक्स नही था, लेकिन इस कहानी में आपकी वो शिकायत डोर हो जाएगी. मेरा मानना है की कहानी पूरी सुननी चाहिए, तभी मज़ा आएगा रीडर्स को.

पिछले पार्ट में आपने पढ़ा की मैं अपनी कंपनी के प्रॉजेक्ट के चलते गाओं गया. वाहा मुझे आरती नाम की एक हॉट लड़की से प्यार हो गया. जब उसने किस्सिंग से आयेज बढ़ने नही दिया, तो मैं उससे शादी करने के लिए रेडी हो गया.

मुझ पर उसका ऐसा फितूर चढ़ा था की मैं उसको हर कीमत पर छोड़ना चाहता था. फिर चाहे वो कीमत शादी ही क्यूँ ना हो. लेकिन जब मैं उसके घर पहुँचा तो उसके बाप ने शादी के लिए माना कर दिया. उसका कहना था की उसकी बड़ी बेटी की शादी से पहले छ्होटी बेटी की शादी नही हो सकती. अब आयेज बढ़ते है.

बाप: अगर इसको इतनी ही जल्दी है, तो ये लड़का ढूँढ कर ले आए सपना के लिए. क्यूँ लाएगा?

उसकी बात सुन कर पहले तो मैं चुप हो गया. मुझे तोड़ा गुस्सा भी आया उसकी बात पर. कहते है की गुस्सा आपकी लाइफ में प्रॉब्लम्स क्रियेट करता है. लेकिन मेरे गुस्से की वजह से मुझे डबल फ़ायदा हो गया. मैने उसको बोला-

मैं: देखिए अंकल जी, आप बड़े है. समझदार है. अब देखिए मैं लड़के जेब में तो लेके घूम नही रहा. अगर आपको सपना की शादी आरती से पहले ही करनी है, फिर चाहे जितनी देर हो जाए. तो इसमे मैं कुछ नही कर सकता. हा अगर आप अपनी दोनो बेटियों की शादी मेरे से करवा सकते है, तो मैं तैयार हू (मैने तंज़ मारते हुए कहा).

मुझे नही पता था की मेरी कही बात को वो सीरीयस ले जाएगा. मेरी बात सुन कर उनका बाप बोला-

बाबा: ये सिर्फ़ तुम बोल रहे हो, या कर भी सकते हो?

मैं: क्या.

बाबा: ये दोनो से शादी करने वाली बात?

मैं: आपको कोई दिक्कत नही है इसमे?

बाबा: मुझे कैसी दिक्कत. तुम आचे लड़के हो, और आचे घर से भी हो. मैं तो तैयार हू अपनी दोनो बेटियों की शादी तुमसे करने के लिए. तुम बताओ करोगे?

मैं चुप हो गया. मुझे नही लगा था की वो मान जाएगा. लेकिन अब मैं पीछे नही हॅट सकता था. फिर मैने कहा-

मैं: हा ठीक है.

बाबा: ठीक है, फिर मेरी तरफ से रिश्ता पक्का.

सपना और आरती दोनो मुझे देख रही थी. मुझे लगा आरती पता नही क्या सोचेगी. जब मैं घर से बाहर आया, तो मैने आरती को बोला-

मैं: आरती मैं ये चाहता नही था, लेकिन गुस्से में हो गया.

आरती: मुझे इसमे कोई दिक्कत नही है. सपना और मेरे में बहुत प्यार है. हम दोनो बहने आपको बहुत खुश रखेंगी.

फिर सपना भी बाहर आई और बोली: शुक्रिया मुझे क़ुबूल करने के लिए. मैने कभी नही सोचा था की मुझे आपके जैसा लड़का मिलेगा.

और वो मुस्कुराती हुई अंदर चली गयी. फिर उन्होने पंडित से मुहूरत निकलवाया तो एक हफ्ते बाद का मुहूरत निकला. मैने घर वालो को फोन किया, तो उनके पास टाइम नही था आने का. मैं एक बिज़्नेस फॅमिली से हू, और मेरी और मेरे घर वालो की ज़्यादा नही बनती. तो मैने भी दोबारा उनको नही बोला.

फिर शादी वाला दिन आ गया. मैं दूल्हा बन कर मंडप में बैठ गया. फिर दोनो दुल्हनो को मंडप में लाया गया. दोनो ने लाल लहँगे पहने हुए थे, और दोनो ग़ज़ब की खूबसूरत लग रही थी. ऐसा लग रहा था जैसे किसी राज महल की राजकुमारियां हो.

मेरा तो उनको देखते ही खड़ा हो गया, और मैं सुहग्रात के बारे में सोचने लगा. अगले 2 घंटे में सारे रीति-रिवाज़ के साथ हमारी शादी हो गयी. फिर उन दोनो को कमरे में ले-जया गया, और मैं थोड़ी देर बाहर ही रुका अपने टीम मेंबर्ज़ के साथ. सब मेरे साथ मज़ाक कर रहे थे, और मुझे च्चेड़ रहे थे, की आज तो मेरी रात सुहानी हो जाएगी.

फिर फाइनली मैं उस कमरे में गया जहा मेरी सुहग्रात होने वाली थी. अंदर दोनो बहने एक ही सेज पर दुल्हन बनी बैठी हुई थी. उनको देख कर तो मेरा दिल कर रहा था की मैं उन दोनो को खा ही जौ. फिर मैं आयेज बढ़ा, और उनके पास जाके बैठा. घूँघट में से मुझे दोनो के होंठ ही दिख रहे थे. दोनो के होंठो पर मुस्कान थी.

फिर मैने पहले आरती का घूँघट उठाया. ऐसा लग रहा था जैसे चाँद घूँघट में च्छूपा बैठा हो. उसको देखते ही मैने उसके होंठो से अपने होंठ जोड़ दिए, और हम दोनो वाइल्ड किस करने लग गये. मैने किस करते हुए बेड पर लिटा लिया, और खुद उसके उपर आ गया. बड़ा मज़ा आ रहा था उसके रसीले होंठो का रस्स पीने में. वो भी किस्सिंग में पूरा साथ दे रही थी.

तकरीबन 10 मिनिट तक हमारी किस्सिंग चली. फिर हम अलग हुए. आरती के होंठो की लाली आधी मैं खा गया था, और बाकी आधी मेरे होंठो पर और आधी उसके होंठो पर दिख रही थी. अब बारी थी सपना की.

मैं फिरसे बैठा, और सपना का घूँघट खोला. वो भी किसी खिली हुई काली के जैसी खूबसूरत लग रही थी. जैसे ही उसने मुझे नज़र उठा कर देखा, वो हासणे लग गयी. उसके इस तरह से अचानक से हासणे से मैं हैरान हो गया, और मैने उससे पूछा-

मैं: क्या हुआ, तुम ऐसे क्यूँ हस्स रही हो?

वो हेस्ट हुए बोली: आपके होंठ तो देखो, लाली से भरे हुए है. आप लड़की लग रहे हो.

मैने कहा: आओ तुम्हारी लाली भी मैं अपने होंठो पर शिफ्ट कर लू.

और ये बोलते ही मैने अपने होंठ उसके होंठो से चिपका दिए, और उसके रसीले होंठो को चूमने लगा. वो भी मेरा साथ देने लगी. मैने उसको भी बेड पर लिटा दिया, और उसके होंठो को चूस्टा रहा. वो भी पूरा साथ दे रही थी. 10 मिनिट तक मैने उसके साथ भी वाइल्ड किस की. साथ में मैने उसके बूब्स भी दबाए उसकी चोली के उपर से.

इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा. अगर आपको कहानी पसंद आई हो, तो इसको ज़्यादा से ज़्यादा अपने फ्रेंड्स के साथ शेर करे.