रंडी बनकर डॉक्टर से चुद गयी

ही फ्रेंड्स, ये “मेरी गंगबांग छूट चुदाई” की कहानी का पिच्छला पार्ट आपको ज़रूर अच्छा ल्गा होगा. अब आयेज..

और फिर हुँने तेरी कुवारि छूट और गंद की पिक्स से इस पिक्स को कंपेर किया.

ये बोलने के बाद उसने मेरी छूट और गंद की पिक्स मुझे दिखाई. उसे देखने के बाद मुझे अपने आप ज़रा सा भी यकीन न्ही हुआ. क्योकि मेरी पुरानी पिक्स मे मेरी छूट कितनी प्यारी लग र्ही थी, और अब मेरी छूट का क्या हाल हो गया था.

डॉक्टर – डॉन’त वरी जानेमन तेरी छूट को हम पहले जेसी कर देगें.

ये सुनते ही मैं खुश हो गयइ, पर मेरी खुशी कम टाइम की थी. क्योकि मुझे फिर से मुझे दर्द सहना होगा.

समीर – आज रात तक हुँने इसकी चुदाई करनी है, उसके बाद कल सुबह तुम इसका ऑपरेशन कर देना.

डॉक्टर – ठीक है आज जितना छोड़ना है छोड़ लो. फिर एक वीक तक कुछ भी न्ही कर स्केट हो.

ये सुनते ही समीर ने मुझे उठाया और वो डॉक्टर चले गये. अब मेरी बेंड बजने वाली है, क्योकि ये सब 1 वीक का सारा मज़ा आज ही लेने वेल थे.

समीर मुझे वश्रू मे ले कर गया, और मुझे नहाने को उसने कह दिया. क्योकि रात की चुदाई और लंड के पानी से अब मेरे जिस्म से बदबू आ र्ही थी.

जेसे ही मैं नहा कर बाहर निकली, तो मैने देखा की सब लोग नंगे थे. विनोद के हाथ मे एक नकली लंड है, जो 11 इंच का था. मैं ये देख कर फिर से बातरूम मे घुसने लगी.

पर विजय ने मेरा हाथ पकड़ लिया और उसने मेरा टवल मेरे जिस्म से अलग कर दिया.

विजय – शर्मा क्यो र्ही हो हुमारे सामने पहली बार थोड़ी तुम नंगी हो र्ही हो?

फिर सब लोग मेरे पास आए और सब ने एक दूसरे को इशारा किया. फिर सब लोग ज़ोर ज़ोर से मेरे बूब्स को ज़ोर ज़ोर से दबाने लग गये. पहले तो मुझे मज़ा आया, पर बाद मे बहोट दर्द हुआ.

मैं आहह अहः आहा उम्म्म मा कर र्ही थी, फिर 10 मिनिट तक मेरे बूब्स उन्होने दबाए और उसके बाद वो टीन लड़को मे से दो लड़के मेरे पास आ गये.

वो मुझे फ्रेंच किस करने लग गये, थोड़ी देर सबने मुझे फ्रेंच किस किया. मुझे बहोट मज़ा आया. पर ये तो दर्द से पहले की शुरुवत है.

उन दोनो ने एक साथ अपना लंड मेरे मूह डाला, और फिर बरी बरी एक एक अंदर बाहर करने लग गये. मेरा हाल बहोट बुरा हो रा था, करीब 5 मिनिट तक उन्होने ऐसा किया.

फिर सबने बरी बरी मुझे लंड चुस्वाया, और फिर विनोद ने विजय के कान मे कुछ खा. तो विजय ने हन कर दिया, उसके बाद विनोद ने समीर को भी कुछ कह दिया.

उसने भी हन मे सिर हिला दिया, इतना कहने के बाद समीर और वो टीन लड़के वॉशरूम मे चले गये. विनोद मेरे पास आया, और उसने मुझे उठा लिया.

मेरे दोनो हाथ उसके कंधो पर थे और मुझे उसकी कमर पर इस तरह से सेट करने के बाद विनोद ने अपना लंड मेरी छूट मे डाला और पीछे से विजय आ गया. उसने अपना लंड मेरी गंद मे डाला दिया.

उसकी बाद मेरी हवाई चुदाई शुरू हो गयइ, मुझे मज़ा आ रा था. क्योकि वो मुझे हवा मे उछाल उछाल कर छोड़ र्हे थे, तभी विनोद ने वो 11 इंच का नकली लंड निकाला और मेरी छूट पर सेट कर दिया.

मैं – प्लीज़ ऐसा मत करो.

पर वो न्ही लाना, और उसने मुझे उछाला और वो लंड का सूपड़ा मेरी छूट मे दल दिया. मुझे उससे इतना बड़ा हुआ की मेरी चीख सुनने के बाद समीर बाहर से आया और वो बोला.

समीर – सालो आराम से करो.

पर विनोद ने इसका उल्टा किया और उसने अपने हाथ का दम लगया और लंड और अंदर जाने लग गया. वो लंड को अंदर बाहर कर रा था, और मेरी बाहर आने वाली हो गयइ थी.

जब समीर ने देखा तो वो बोला – ये तो अभी आधा भी न्ही गया है.

ये सुनते ही विनोद ने मुझे उछाला और पूरे दम से अंदर दल दिया. अब वो लंड मेरी छूट मे 9 इंच तक चला गया था, और मेरी छूट से अब खून निकालने लग गया था.

वो खून फर्श पर गिरने लग गया था, विनोद ने और दम लगया और पूरा लंड मेरी छूट मे डाल दिया. जिसकी वजह से मुझे बेहोशी चने लग गयइ.

पर जेसे ही मैं होश मे आई तो मुझे महसूस हुआ की मेरी छूट मे दो लंड और गंद मे एक लंड है. फिर भी मुझे मज़ा आ रा था, मैं आ आहह करते हुए चुदाई का मज़ा ले र्ही थी.

जब मैं झाड़ गयइ तो मेरा दर्द फिर से शुरू हो गया. मैने विनोद से रिक्वेस्ट करी की वो ये लंड बाहर निकल ले. पर उसने मुझे सॉफ ही माना कर दिया.

फिर मेरी बहोट सारी रिक्वेस्ट करने के बाद उसने मेरी छूट से वो लंड निकाला और वो बोला – इसके बाद कोई रिक्वेस्ट न्ही चलेगी.

मैं – हन.

फिर जा कर मेरी छूट को सुकून मिला, उसके बाद विजय ने भी अपना लंड मेरी गंद मे से निकल दिया. जिसकी वजह से मुझे और सुकून मिला. पर जेसे ही विजय ने निकाला तो वो एक दम से आयिल की बॉटल ले कर आया.

वो बॉटल के छेड़ उसने मेरी गंद मे दल दिया, और बॉटल मे से आयिल सीधा मेरी गंद मे चला गया. फिर उसने वो आयिल अपने लंड पर भी लगाया और उसके बाद उसने नकली और अपना लंड मेरी गंद पर सेट किया.

फिर विनोद ने मुझे तोड़ा इपेर किया और फिर उसने मुझे हवा मे छ्चोड़ दिया. जिससे मेरी पूरी बॉडी का वेट उन दोनो लंड पर आ गया. अब वो दोनो लंड मेरी गंद मे चल गये.

जिसकी वजह से मेरी गंद मे वो दोनो पूरे समा गये, और मेरी गंद पूरी तरह से फटत भी गयइ.

समीर – अभी ये ंकाली लंड तो आधा ही अंदर गया है.

तो विनोद ने देर ना करते ह्यू वापिस मुझे उपेर किया और विजय ने भी लंड पर दम लगया और जेसे ही उसने मुझे हवा मे छ्चोड़ा, अब वो मुझे वो नकली लंड अपनी गंद मे महसूस हो रा था.

फिर वो दोनो वापिस से शुरू हो गये, और उस नकली लंड मे बहोट सर आयिल था. जिसकी वजह से मेरी गंद मे वो आसानी से जा रा था. अब मुझे बहोट दर्द होर हा था, करीब 30 मिनिट तक मेरी छूट और गंद छोड़ने के बाद विनोद का पानी निकल गया.

विजय को मेरी गंद की पिक लनी थी, तो उसने विनोद से खा तो विनोद ने मुझे सोफे पर लेता दिया. विजौऊ ने एक ही ढके मे अपना पूरा निकली और अपना असली लंड मेरी गंद मे डाल दिया.

अब वो मेरी गंद को मरने लग गया, फिर 10 मिनिट गंद मरने के बाद उसने अपना वीर्या और ंकाली लंड से आयिल मेरी गंद मे छ्चोड़ दिया.

तो उसने पिक ली और मुझे बोला – देख तेरी गंद होल अब तेरे मूह से बड़ा हो गया है. अब इसमे असमिस ए बॉटल तक जा स्काती है.

फिर हुँने तोड़ा रेस्ट किया, और फिर समीर की बरी थी. तो समीर और उन तीनो लड़को ने मिल कर मेरी छूट और गंद को आचे से बजाया. उन्होने उस नकली लंड के साथ मुझे 2 घंटे तक छोड़ा, और उसके बाद वो मुझे वॉशरूम मे ले गये.

फिर विनोद और विजय को पेशाब आया था, तो उन्होने सोचा क्यो ना एक बार मेरी गंद और छूट मे पेशाब किया जाए. फिर से उन्होने मुझे कंधे पर उठाया और विजय ने अपना लंड मेरी छूट मे और विनोद ने अपना लंड मेरी गंद मे सेट किया.

फिर वो दोनो पेशाब करने लग गये, उनका गरम पेशन मेरी छूट और गंद को अंदर से आराम दे रा था. पर फिर पानी ज्यदा होने की वजह से मुझे दर्द होने लग गया.

मेरी छूट और गंद मे से अब उनका पेशाब लीक हो कर साइड मे से निकल रा था. जेसे ही उन्होने अपना लंड निकाला तो मेरी छूट और गंद मे से काफ़ी सारा पेशाब एक साथ निकाला.

अब सब लोग तक चुके थे, पर समीर को मेरे साथ और भी कुछ करना था. समीर ने मुझसे खा – तू थोड़ी देर रेस्ट करले मैं बात टब मे तोड़ा पानी गरम करता हूँ.

मैं – ठीक है.

फिर मैने 30 मिनिट तक रेस्ट किया और फिर समीर ने मुझे बुलाया, फिर वो पहले बात्ट्च्ब मे बैठा और उसके बाद मैं उसकी गोध मे बैठ गयइ.

उसने अपना लंड मेरी गंद मे दल कर वो मेरी गंद मरने लग गया. समीर 3-4 मिनिट गंद मरता रहा और लंड निकल कर फिर से बाहर निकल देता.

अब मेरी गंद का होल बड़ा होनेके बरम उसमे पानी चला था, और फिर वो अपना लंड मेरी गंद मे दल देता था. जिससे मुझे मेरी गंद मे मुझे समीर के लंड साथ पानी भी महसूस हो रा था.

इससे मुझे मज़ा आ रा था, करीब 20 मिनिट तक ऐसे ही करने के बाद उसने मेरी पोज़िशन चेंज करी और वो मेरी छूट छोड़नेलग गया.

करीब 15 मिनिट के बाद हम दोनो साथ मे झाड़ गये, और फिर मैं फ्रेश हो गयइ. इसके बाद मेरी आँखे सुबह 10 बजे खुली और वो डॉक्टर आ चुके थे.

उन्होने मुझे कुछ मेडिसिन और इंजेक्षन दिए, और फिर मेरी छूट का ऑपरेशन शुरू हो गया. 2 अवर्स के ऑपरेशन के बाद मेरी छूट से कुवारि हो गयइ थी.

मुझे उन्होने रेस्ट करने को, फिर समीर उनके पास गया और मुझे एक चिप दी. जिसको डॉक्टर ने मेरे कंधे मे एक मशीन के थ्रू दल दिया था.

लंच होने के बाद मैं वापिस सो गयइ, क्योकि मेडिसिन से मुझे अब नींद आ र्ही थी. उसके बाद मैं डाइरेक्ट दूसरे दिन 7 बजे खुली, अब मेरी नींद पूरी हो गयइ थी.

फिर मैं फ्रेश होने के बाद मैने नाश्ता करने लग गयइ. तभी सबने मेरे बूब्स दबाए और मेरे लिप्स किस के साथ मेरी गंद मे उंगली करना शुरू कर दिया.

मैं – डॉक्टर ने माना किया है.

समीर – छूट और गंद को छोड़ने से माना किया है, उंगली डालने से न्ही किया है.

ऐसे ही पूरा दिल निकल गया और रात को 8 बजे हुमारी बातें हो र्ही थी. तभी मेरी बहें का फोन आया, और उसने खा की वो 30 मिनिट मे आ र्ही है और हो सके तो मुझे पिक उप करने आ जा.

मैं – ठीक है.

फिर समीर अपनी कार निकालने के लिए रेडी हो गया, मुझे अब दर लग रा था की अब मेरी सिस्टर के साथ क्या होने वाला है.

समीर – अब तू फ्री है मैने तुझे आज़ाद कर दिया है, पर तेरी बहें से मिलने के बाद समझी.

मैं रोते हुए बोली – प्लीज़ उस पर तोड़ा रहम करो उस पर.

समीर हेस्ट हुए बोला – हन.

फिर किसने मेरी बहें को पिकप किया, और समीर और उसके दोस्तो ने उसका क्या हाल किया. ये मैं आपको अपनी इसी कहानी के नेक्स्ट पार्ट मे बटुंगा.

थॅंक योउ!