विधवा मकान मालकिन की चूत से दूध निकाला

हेलो दोस्तो, कैसे है आप सब. तो बिना कोई टाइम वेस्ट किए, सीधा स्टोरी शुरू करते है. मई देल्ही मे एक कंपनी मे क्लर्क था. मेरे पास रहने के लिए रूम नही था, तो मेरे एक ऑफीस फ्रेंड ने मुझे रूम दिलवाया. वो रूम ज़्यादा बड़ा नही था, पर एक पर्सन के रहने के लिए ठीक-ताक जगह थी.

मेरी रूम ओन्वेर एक विधवा आंटी थी, जो मेरे रूम के उपर रहती थी. उसका पति 5 साल पहले ही मॅर गया था. वो औरत दिखने मे काफ़ी सेक्सी थी. उसकी हाइट 5 फीट थी, और वो काफ़ी मोटी थी. उसकी कमर और बूब्स बहुत ही सेक्सी थे.

मॅन तो करता था, की उसको उठा कर छोड़ डू, पर मैने अपने आप को कंट्रोल कर रखा था. जब मई रूम देखने गया था, तो उसने मुझसे कहा-

आंटी: कल से ही रहने आ जाओ.

मैने कहा: ठीक है.

क्यूकी मेरे ऑफीस मे एक दिन की छुट्टी थी, तो मई अपना सारा समान ऑफीस से लेकर वाहा रहने चला गया. मैने अपना पूरा समान सेट कर लिया, और रेंट की बात भी कर ली. मुझे उसने बताया, की उसके साथ कोई नही रहता था, और ना ही उसके बच्चे थे.

उसके पास केवल उसका घर था, और उसका सारा गुज़ारा उसके पति के पेन्षन पर होता था. उसने मुझे शाम को खाने पर बुलाया. लेकिन मैने उसको माना कर दिया. पर वो मानी नही. फिर मैने भी ओक कर दिया.

शाम को जब मई उसके घर गया, तो उसने एक सॉफ्ट आंड सिल्क की निघट्य पहनी हुई थी, जो की सामने से बाँधने वाली थी. उन्होने नाइट के अंदर कुछ नही पहना था. जब वो चल रही थी, तो उसके टांगे निघट्य से बाहर आ जाती, और उसकी गोरी जांघे दिकने लगती.

उसने अपने बूब्स को निघट्य मे सेट कर रखा था. उसके दोनो बूब्स के बीच मे एक तिल था, जो सॉफ-सॉफ दिख रहा था. मई तो उसको देख कर पागल हुआ जेया रहा था. लेकिन मैने अपने आप को कंट्रोल किया और अंदर गया.

मेरा ध्यान बार-बार उसकी गोरी जाँघो पर जेया रहा था, जो निघट्य से बाहर झाँक रही थी . वो भी मुझे देख रही थी. फिर अचानक वो मेरे पास आके बैठ गयी, और मुझे अपने पाती की कहानी सुनाने लगी. मैने उसको समझाया, और कहा-

मई: चलिए अब खाना शुरू करते है.

उसने कहा: हा करते है.

फिर हमने खाना खाया, और फिर वो बोलने लगी-

आंटी: क्या तुम मेरे साथ यहा रहोगे? और मुझसे दोस्ती करोगे?

उसकी बात सुन कर मई पूरा शॉक हो गया था. मेरे मॅन मे तो मानो लड्डू फूटने लगे थे. फिर खाना खाने के बाद, वो बर्तन ढोने चली गयी. मैने सोचा, की यही सही मौका था सेक्स करने का. फिर मैने झट से जेया कर उसको पीछे से पकड़ लिया.

वो घबरा गयी, और पीछे मूड कर, मुस्कुरा कर मुझे किस करने लगी. उसने मुझसे कहा-

आंटी: तुमने तो मेरी फ्रेंड रिक्वेस्ट इतनी जल्दी आक्सेप्ट कर ली.

मैने कहा: आप भी भूखी है, और मई भी. तो क्यू ना एक-दूसरे को खा कर अपनी भूख मिटा ले?

आंटी ने हस्स कर कहा: इसके लिए तो मई कब से तैयार हू.

फिर मैने झट से आंटी की निघट्य उपर की, तो मई उनके जिस्म को देख कर शॉक हो गया. मैने तो उनकी गांद को देख कर अपनी पंत झट से नीचे कर दी, और अपना लंड उनकी गांद पर फेरने लगा. मई अपना लंड उनकी गांद की दरारओ के बीच रग़ाद रहा था, और वो बर्तन ढोने वाले ब्रश को ज़ोर से रग़ाद रही थी. वो साथ मे आहह ऑश आहह कर रही थी.

ये सुन कर मई और पागल हुआ जेया रहा था. फिर उन्होने मुझे रोका, और कहा-

आंटी: इतनी जल्दी क्या है?

मैने कहा: अभी नही तो कभी नही.

वो ज़ोर से हासणे लगी, और बेडरूम मे चली गयी. मैने अपनी पंत निकाली और फेंक कर उनके पीछे भागा. फिर मैने उनको पकड़ा, और निघट्य खोल कर फेंक दी. उनके दोनो बूब्स हॅंड बॉल के साइज़ के थे. फिर मैने अपनी त-शर्ट को उतार दिया, और हम दोनो एक साथ बेड पर कूद गये.

वो मेरे उपर चढ़ गयी, और मुझे किस करने लगी. मैने भी उन्हे कमर से ज़ोर से पकड़ा हुआ था, और वो मेरे होंठ चूस रही थी. इस सब से मेरा 7 इंच लंबा और मोटा लंड टाइट हो गया था. फिर मेरा लंड सीधा उसकी छूट की दरार मे फिट हो गया.

मैने उससे कहा: आंटी क्या आप तैयार है?

उन्होने कहा: हा, मई तो कब से तैयार हू.

मैने उनको लेते-लेते कमर से उठाया. मेरा पूरा अब लंड सीधा हो गया था. फिर मैने आंटी को कहा-

मई: रेडी आंटी?

और उन्होने कहा: एस मी बेबी.

फिर मैने एक बार मे ही उसको अपने लंड पर बिता लिया और मेरे 7 इंच के लंड मे से 5 इंच सीधा उसकी छूट मे चला गया. लंड छूट मे जाते ही वो ज़ोर से चिल्लाई, और मुझे भी तोड़ा दर्द हुआ.

उन्होने मुझे काफ़ी ज़ोर से पकड़ लिया था, जिसके कारण मेरी पीठ च्चिल गयी थी. फिर करीब 10 मिनिट तक हम लोग बिल्कुल नही हीले. क्यूकी हम दोनो को दर्द हो रहा था. फिर धीरे-धीरे मेरा लंड उसकी छूट मे पूरा चला गया. थोड़ी देर बाद, मैने देखा, की मेरे लंड और उनकी छूट पर खून लगा हुआ था.

उन्होने बताया, की वो 6 साल से सेक्स की भूखी थी. क्यूकी उनके पति सेक्स नही कर पाते थे. फिर हमने सेक्स करना शुरू किया. इस बार आंटी नीचे थी और मई उनके उपर था. मैने अपना लंड उनकी छूट पर सेट किया, और ज़ोर-ज़ोर से धक्का देने लगा.

अब वो आहह आहह श उफ़फ्फ़ की आवाज़े निकाल रही थी. फिर मई एक सेकेंड के लिए रुका, और मैने उन्हे बोला-

मई: आंटी मई झड़ने वाला हू.

उन्होने कहा: मेरी छूट मे ही झाड़ जाओ.

फिर मैने एक ज़ोरदार झटका दिया. उसने अपनी आँखें बंद कर ली, और मई झड़ने लगा. फिर मई उसके उपर ही लेट गया, और मई अपना लंड करीब 20 मिनिट तक उसकी छूट मे रख कर आराम करने लगा. बाद मे जब मैने अपना लंड उसकी छूट से निकाला, तो देखा की उसके छूट से दूध जैसा कुछ गिर रहा था.

फिर ऐसे ही हमने रात को 3 बार और सेक्स किया.

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