विधवा औरत का दो बार निकाह और चुदाई की कहानी

हेलो फ्रेंड्स, कैसे हो आप सब? आशा है सब मज़े में होंगे. तो फ्रेंड्स मैं आपको अपने बारे में बता देती हू. मैं एक डॉक्टर गाइनकॉलजिस्ट हू. मेरी आगे 32 है. मैं अपने फिगर का बहुत ध्यान रखती हू. मेरा नाम ड्र श्वेता सिंग है. मेरे हज़्बेंड गवर्नमेंट जॉब करते है. वो आर्मी ऑफीसर है.

हमारी मॅरेज को 8 साल हो चुके है, लेकिन अभी तक हमे बच्चा नही हो रहा. मेरी सभी रिपोर्ट्स ठीक थी, लेकिन मेरे हज़्बेंड की रिपोर्ट ठीक नही थी. वो कभी भी बाप नही बन सकते थे. उन्होने बहुत बार बोला की सरोगसी से बच्चा कर लेते है. लेकिन मुझे पता है की सरोगसी के क्या नुकसान है.

मैं सेक्स को लेकर बहुत ओपन थी अपने हज़्बेंड के साथ. हमारी लाइफ बहुत अची चल रही थी. लेकिन एक दिन अचानक मेरे हज़्बेंड ने मुझे कॉल किया और बताया की उन्हे ब्लड कॅन्सर है. मैं तो शॉक हो गयी की ये कैसे हुआ. मेरे हज़्बेंड मुझे बहुत प्यार करते थे. उन्होने मुझे एक क्लिनिक खोल कर दिया हुआ था.

एक दिन मेरे हज़्बेंड बोले: श्वेता जब मैं नही रहूँगा तो तुम शादी कर लेना, और अपनी फॅमिली बनाना.

मेरे हज़्बेंड तोड़ा फिज़िकली वीक होते जेया रहे थे. उनको डॉक्टर के पास लेकर जाना मेरे लिए बहुत मुश्किल हो रहा था, तो हज़्बेंड बोले-

हज़्बेंड: श्वेता हम एक ड्राइवर रख लेते है, जो पहले तुम्हे ड्रॉप करके फिर मेरे साथ चला जया करेगा.

मेरी एक दोस्त ने मुझे एक मॅनपवर एजेन्सी का नंबर दिया. मैने बात की कंपनी वालो के साथ तो उन्होने एक ड्राइवर को हमारे पास भेजा. 6 फीट से उपर उसकी हाइट थी, बहुत फिट बॉडी थी, और काफ़ी एनर्जेटिक लग रहा था वो. उसने अपना नाम असलम बताया. उसकी आगे भी 35+ ही थी. लाइफ जैसे-तैसे चल रही थी.

एक दिन मेरा मूड बहुत ऑफ था. मैने असलम को बार में चलने के लिए कहा. लेकिन मुझे बार में भी सुकून नही मिला. फिर मैने असलम को बोला-

मैं: जाओ कुछ पीने को लेकर आओ.

उसने मुझे वोड्का की बॉटल देते हुए बोला: मेडम घर चले?

तो मैने कहा: नही मुझे यही कार में पीनी है.

फिर मैने असलम को बोला: कही ऐसी जगह चलो जहा शांति हो.

फिर वो मुझे अपने गाओं ले गया. उसका घर शहर के पास ही था. उसने गाड़ी खेतों के बीच बने एक तुबेवेल्ल के पास रोकी, और बोला-

असलम: मेडम आप आराम से पियो, मैं बाहर हू.

तो मैने बोला: तुम भी लो.

उसने तोड़ा माना किया, लेकिन मान गया. फिर हम दोनो ड्रिंक करने लगे.

असलम बोला: मेडम आप बहुत आचे हो. आप साहब का बहुत ध्यान रखती हो, और आप बहुत खूबसूरत हो. मेडम आपके बच्चे क्या विदेश में स्टडी करते है?

तो मैने असलम को बताया: नही, अभी तक बच्चा हुआ ही नही.

असलम ने शॉकिंग रिक्षन देते हुए बोला: मेडम क्यूँ नही हुआ मेडम?

तो मैने बताया: साहब को मेडिकल प्राब्लम है, इस वजह से.

असलम बोला: तो क्या आप कभी मा नही बनॉगे?

मुझे तोड़ा नशा हो गया था, तो मैने बोला: शायद.

असलम भी नशे में बोला: मेडम अगर आप मेरी बीवी होती तो आपको 4 या 5 बच्चो की मा बना देता.

सॉरी मैने बताया नही, की असलम अनमॅरीड था, और अकेला रहता था.

मैने बोला: तेरा घर कहा है? चल तेरे घर चलते है. वाहा पीते है बैठ कर.

असलम मुझे अपने घर ले गया, लेकिन अब असलम का इरादा मुझे ठीक नही लग रहा था. फिर भी मैं उसके साथ थी. थोड़ी देर बात करते-करते मैने देखा की असलम ने तो लंड खड़ा कर लिया था. मेरी छूट में भी खुजली हुई तो मैं भी उसको फ्री करने लगी अपने साथ. कुछ देर के बाद तो असलम ने अपना सबर तोड़ दिया, और मेरे साथ लिपट गया.

वो बोला: मेडम एक बार करने दो, आज मत रोकना.

मैने भी उसको तोड़ा डोर किया, और उसके सामने नाडा खोल दिया. उसने मुझे उठाया, और बेडरूम में ले गये जहा नीचे एक गद्दा था. उसने मुझे एक मिनिट में नंगी कर दिया, और मेरे जिस्म को देखते ही बोला-

असलम: मेडम आप तो बहुत खूबसूरत हो, अंदर-बाहर दोनो तरफ से.

तभी असलम ने अपने कपड़े उतरे, उसका लंड एक-दूं टाइट 7 इंच से उपर और काफ़ी मोटा था.

असलम बोला: मेडम मेरे से सबर नही हो रहा. आप लेट जाओ टांगे फैला कर.

मैने बोला: असलम बहुत बड़ा है, तोड़ा ध्यान से.

फिर मैने टांगे फैला दी. उसने छूट पर लंड से थप्पड़ मारा, और पूछा-

असलम: मेडम साहब ने तो आपको ढंग से पेला भी नही है. लेकिन आब आप सही बंदे के नीचे हो.

असलम ने पूरी ताक़त से लंड एक बार में ही गाड़ दिया, और हाथ से मेरा मूह दबा दिया. उसके लंड ने छूट को खोल कर रख दिया. असलम ने मेरी बहुत ज़्यादा चुदाई की. ये सिलसिला ऐसे ही चलता रहा. मुझे भी असलम के लंड की आदत हो गयी.

इसी दौरान मेरे पीरियड्स मिस हो गये, तो मुझे पता चला की मैं प्रेग्नेंट थी. तो मैने सारी बात अपने हज़्बेंड को बता दी. हज़्बेंड तोड़ा गुस्सा हुए, की मुझे क्यूँ नही बताया पहले. लेकिन मैने उन्हे माना लिया. उन्होने मेरे आयेज शर्त रखी-

हज़्बेंड: तुम असलम से शादी कर लो. बाहर मत मिलो, किसी को पता चला तो बहुत बदनामी होगी.

मेरे हज़्बेंड ने असलम को बुलाया, और पूछा: क्या तुम श्वेता से शादी करोगे?

असलम बोला: लेकिन कैसे, आपके होते हुए?

तो हज़्बेंड बोले: तू बस जवाब दे.

असलम बोला: बिल्कुल तैयार हू.

हज़्बेंड ने नेक्स्ट दे एक माल्वी बुलाया, और मेरा निकाह असलम से कर दिया.

वो बोले: जब तक मैं ज़िंदा हू, तब तक असलम तुम भी हमारे घर रहोगे. तुम्हारा पूरा हक़ है श्वेता पर.

असलम अब ड्राइवर से मलिक बन गया. निकाह के बाद तो असलम घर पर कही भी शुरू हो जाता. लेकिन अब वो चुदाई करते वक़्त बहुत रफ्ली हो जाता था. मुझे बेटा पैदा हुआ, और मैने 6 मंत्स तक असलम को पास नही आने दिया. लेकिन जब उसने चुदाई की तो मैं दोबारा प्रेग्नेंट हो गयी. कुछ मंत्स के बाद मेरे हज़्बेंड की डेत हो गयी. उसके बाद असलम ने सारी रेस्पॉन्सिबिलिटी उठा ली.

मैं क्लिनिक जाती, और असलम बच्चो का ध्यान रखता. मुझे भी असलम से प्यार हो गया, लेकिन मैं दुनिया के लिए तो विधवा थी. पर मैं असलम से बहुत प्यार करने लगी. फिर एक बार हमारी बहुत ज़्यादा लड़ाई हो गयी. असलम मेरी गांद मारना चाहता था. जब मैने माना किया तो उसने टीन बार तलाक़ बोल दिया और बोला-

असलम: मैं जेया रहा हू. तुम मेरी बीवी हो. मैं नही मारूँगा तो कों मारेगा.

फिर असलम चला गया अपने घर गुस्सा हो कर. मैं उसको वापस लेने गयी तो बोला-

असलम: पहले हमे दोबारा निकाह करना होगा.

तो मैने बोला: चलो कर लेते है, क्या प्राब्लम है?

वो बोला: निकाह से पहले हलला करना होगा.

मैने पूछा: मतलब?

तो बोला: किसी और मर्द से शादी करनी होगी, और फिर तलाक़ लेकर हमारा निकाह होगा.

मैने तोड़ा सोचा और बोला: क्या सब होगा जो हम दोनो करते है?

तो असलम बोला: शायद ना हो, अगर बंदा अछा मिल जाए. मैं ढूंढता हू.

एक दिन असलम एक 50+ के आदमी को लेकर आया और बोला: ये भाई ताइयार है हलला के लिए.

मैने भी अग्री किया. मेरा निकाह उस बुड्ढे से हो गया. फिर मैं बेडरूम में गयी. बेडरूम पूरा फूलों से सज़ा हुआ था. थोड़ी देर में रहीं जी भी आ गये. उन्होने आते ही बेडरूम लॉक किया, और जल्दी से नंगे हो कर लंड हिलने लगे.

मैने बोला: ये सब क्या?

तो वो बोले: हमारी शादी हुई है, और मैं तुम्हारा पति हू. चल जल्दी से नंगी हो जा. सब बताया मुझे असलम ने तेरे बारे में.

मुझे समझ आ गया की ये मुझे बिना छोड़े नही मानेगा. उसका लंड भी अछा मोटा लंबा था. उसने बहुत मस्त एक रौंद मारा. मैं सॅटिस्फाइड थी. सुबह 4 बजे उसने मुझे फिरसे गरम करना शुरू किया. लेकिन इस बार उसका इरादा कुछ और था. उसने लंड पर आयिल लगते हुए बोला-

रहीं: चल घोड़ी बन जा जल्दी, और गांद का च्छेद खोल.

मैने बोला: प्लीज़, मैने कभी नही किया पहले कसम से. असलम के साथ भी इसी वजह से लड़ाई हुई. आप आयेज कर लो.

उसने मुझे हेर्स से ज़ोर से पकड़ा और बोला: सभी औरतों के मर्द उनको दोनो साइड से छोड़ते है. मैं तेरा मर्द हू. जल्दी कर.

फिर मैने बोला: तोड़ा आराम से.

जैसे ही उसने आयेज की टोपी अंदर की मेरी तो जान निकल गयी. ऐसे लगा जैसे किसी ने लोहे की गरम रोड डाल दी हो. धीरे-धीरे उसने पूरा लंड डाल दिया, और धीरे-धीरे स्पीड बढ़ा दी. फिर उसने सारा माल गांद में छ्चोढ़ दिया. अगली सुबह असलम आया और बोला-

असलम: रहीं मिया, चलो अपना वादा पूरा करो. बोलो टीन बार तलाक़.

तभी मैं वॉशरूम से बाहर आई और रहीं ने मुझे अपने पास बुलाया. फिर वो मेरी गांद पर हाथ फेरते हुए बोला-

रहीं: मेरी बीवी है ये, जब दिल भर जाएगा तो तुझे बुला लूँगा.

उस दिन के बाद रहीं ने मुझे अपने पास 5 मंत्स रखा, और मैं प्रेग्नेंट थी तो उसने असलम को बुलाया और बोला-

रहीं: ले लेजा अब इसको.

लेकिन असलम ने बहुत प्यार से मुझे अपनी बाहों में भर लिया और बोला: मैं तुम्हे अब भी उतना ही प्यार करता हू.

उसने मेरे से माफी माँगी. मैं और असलम साथ रहते है अब. हमने दुनिया को भी बता दिया की हम पति-पत्नी है.

तो दोस्तों कैसी लगी मेरी स्टोरी, फीडबॅक ज़रूर देना. एमाइल ईद