अंकल के दोस्तों के साथ स्विम्मिंग

हेलो आज की स्टोरी मेरी चुदाई की है. में 18 साल का लड़का हूँ. ये कहानी आज से कुछ टाइम पहले की है.

मेरी आवरेज बॉडी थी. ना मोटा था ना पतला. जिस्म गोरा गोरा था और एक भी बाल नही. गांद काफ़ी रौंद थी और काफ़ी बब्ब्ली थी. में उस टाइम काफ़ी शरीफ सा लड़का था जिससे ना सेक्स का कुछ पता था ना पॉर्न वगेरा का.

मेरी पर्सनॅलिटी थोरी गियर्ली थी और दोसरा मुझे बाक़िओं की तरहा लरकियाँ पसंद नही थी मुझे लरके पसंद आते थे. मुझे उस वक़्त तो पता नही था के गे क्या होता है लेकिन में हमेशा से ही गे था.

मेरी ज़िंदगी बदली एक अंकल ने. ये अंकल मेरे पड़ोस में रहते थे. उनका नाम अमजद था उनकी आगे कोई 50+ होगी. काफ़ी मोटे थे और जिस्म पे बाल ही बाल थे. थोरी सी डारी भी थी. सिंगल थे और हमारे घर आना जाना होता था. मेरे साथ अंकल की काफ़ी अची बात चीत थी.

अब हुआ यूँ के मेरे घर वालों को गाओं जाना परा 10-15 दिन के लिए. में तो जा नही सकता था क्यूंके मेरे 2 एग्ज़ॅम्स रहते थे. घर वालों ने अमजद अंकल से बात की के मुझे उनके साथ चोर दें जब तक वो वापस आएँ. अंकल तो मान गये.

अगले दिन में अंकल के घर चला गया. 3 दिन में कमरे में एग्ज़ॅम के लिए पारह रहा था. तीसरे दिन जब मेरा एग्ज़ॅम ख़तम हुआ तो अंकल मुझे डिन्नर के लिए ले गये बाहर. एक फॅन्सी रेस्टोरेंट पे खाना खाया और फिर हम वापस घर वॉक करके जा रहे थे.

अंकल: कल में अपने दोस्तों के साथ स्विम्मिंग पे जाओंगा तुम चलोगे?

मे: हन में काफ़ी टाइम से स्विम्मिंग के लिए जाना चाहता था लेकिन एक प्राब्लम है.

अंकल: क्या प्राब्लम है बेटा?

मे: अंकल मेरे पास स्विम्मिंग शॉर्ट्स नही.

अंकल: खैर है बेटा वहाँ चलोगे तो ज़रूरत नही पड़ेगी. (ये बोलके अंकल ने एक स्माइल दी.)

अगले दिन सुबह को हम टायर होके गारी में बेत के निकल परे. अब मुझे नही पता था कहाँ लेके जा रहे हैं.

हम करीब एक गाओं की तरफ जा रहे थे. अंकल के दोस्त का वहाँ फार्म हाउस था. हम वहाँ पोंचे तो एक बहोट बरा सा घर था. घर के चारो तरफ लंबी सी बाउंड्री वॉल थी और करीब आग्रिकल्चरल ज़मीन थी जहाँ फसल उगी हुई थी.

अब हम घर के अंदर गये तो वहाँ अंकल के दो दोस्त, आसिफ़ और इमरान हमारा इंतिज़ार कर रहे थे. अंकल ने मेरा तारूफ़ करवाया और हम अंदर बेत गये. अंकल ने बताया के स्विम्मिंग रात को करेंगे.

वो तीनो अंदर बातें कर रहे थे और मैने पूरा दिन फार्म हाउस के गार्डेन में गुज़ारा. अंधेरा होने लगा तो स्विम्मिंग का वक़्त हुआ. स्विम्मिंग पूल भरा हुआ था और में बस यही सोच रहा था के स्विम्मिंग केसे करूँगा मेरे पास तो स्विम्मिंग के काप्राय ही नही.

मैने अमजद को फिरसे अपना मसला बताया तो उसने बोला के अंडरवेर पहना है उससी में स्विम्मिंग कार्लो. में पहले तो सोचा नही करते स्विम्मिंग लेकिन फिर मैने बोला खैर है वेसए भी हम मर्द ही तो हैं.

में बातरूम गया और सारे काप्राय उतरके सिर्फ़ अंडरवेर में पूल की तरफ गया. वहाँ देखा तो सब पहले से ही पानी में चले गये हैं. मुझे देख कर सब की आँखें खुली रह गयी मुझे तो शरम अराही थी सबके घूर्ने से तो मैने पूल में जंप मार्डी.

अब पूल में हमने कुछ गेम्स वगेरा खेली और काफ़ी देर स्विम्मिंग करने के बाद आसिफ़ अंकल को भूक लगी तो हमने निकालने का प्लान बनाया. सबसे पहले आसिफ़ अंकल बाहर निकले और मेरी तो आँखें फटी रह गयी.

आसिफ़ पूल में नंगा स्विम्मिंग कर रहा था और मैने नोटीस भी नही किया. फिर एक एक करके इमरान और अमजद भी निकले वो भी नंगे. तीनो की गांद और लंड मुझे सॉफ नज़र अरहे थे. तीनो ने अपने आप को टवल से सूखाया और में अभी तक पूल में बेता नज़ारा देख रहा था. ये पहली बार किसी को नंगा देखा था.

खैर में भी बाहर निकला अपने आप को ड्राइ आउट किया. में बातरूम जा रहा था काप्राय पहनने के अंकल अमजद ने रोक दिया और बताया के फिरसे स्विम्मिंग करेंगे तो फ़ायदा नही चेंज करने का.

अब मुझे शरम भी अराही थी लेकिन उन तीनो को देख कर एग्ज़ाइटेड भी हो रहा था. हम सब अंदर गये खाना खाने वो तीनो नंगे बेते खाना खा रहे थे सिर्फ़ में एक गीले अंडरवेर में था.

अमजद: अरबाब बेटा अपना अंडरवेर भी उतार दो ना.

मे: उम्म.. अंकल.. वो.. असल में मुझे शरम आ रही है.

अमजद: हाहः बेटा वेसए भी इस गीले अंडरवेर में सब कुछ दिख रहा है.

मैने अपने अंडरवेर की तरफ देखा तो नोटीस किया गीले अंडरवेर से मेरा लंड क्लियर नज़र अरहा था. अंकल ने फिरसे बोला उतार दो शरमाओ मत और आख़िर में खरा हुआ और अंडरवेर नीचे कर दिया.

मेरा लंड देख कर आसिफ़ ने बोला “बरा क्यूट लंड है तुम्हारा”. ये सुनके में लंड छुपाने लगा. फिर हम खाना खाने लगे. खाने के वक़्त मेरी नज़रें तीनो के लंड पर थी. मेरा लंड बहोट छोटा था.

उनका सोया हुआ लंड भी 6-7 इंच का था. वो तीनो भी नोटीस कर रहे थे मेरी नज़रें उनके लंड पे ही है.

डिन्नर के बाद हम पूल साइड पे बेते हुए थे. में अंकल अमजद के साथ बेता हुआ था और मेरी नज़र उनके लंड की तरफ जा रही थी बार बार. मैने नोटीस किया अमजद का हिल रहा है और फिर आहिस्ता आहिस्ता खरा होने लगा. में घूर के देख रहा था उनका टाइट लंड करीब 8.5 इंच का था.

5 मिन्स ट्के मेरी नज़र उनके लंड पे थी जब मुझे तोरा होश आया तो देखा अमजद मेरी तरफ देख के स्माइल कर रहा है. मैने अंकल को सॉरी बोला.

अमजद: सॉरी क्यूँ बोल रहे हो देखो भले जितना देखना है शरमाओ मत तुम्हारा भी तो लंड है

मे: ह्म… अंकल एक बात पूछूँ?

अमजद: हन पूछो.

मे: आपका इतना बरा क्यूँ है और ये इतना टाइट क्यूँ है?

अमजद: तुम बारे होगे तो तुम्हारा भी बरा होगा… टच करके देखोगे?

में तोरा शर्मा गया लेकिन अमजद ने मेरा हाथ पकड़ा और अपने लंड पे रख दिया. बिल्कुल एक गरम रोड की तरह फील हो रहा था.

आसिफ़: तुम्हारा लंड खरा नही होता क्या?

मे: होता है सुबह सुबह को सिर्फ़.

आसिफ़: तो क्या करते हो उसे सुलने के लिए?

मे: कुछ नही बस सस्यू करता हूँ ठीक हो जाता है.

आसिफ़: अरे बारे मासूम बचे हो मेरा तो दिल कर रहा है तुम्हे छोड़ दूं.

मे: ये क्या होता है?

आसिफ़: हहा अमजद ये सच में बहोट मासूम है या नाटक कर रहा है.

अमजद: अरे सच में बहोट मासूम बचा है.

आसिफ़: तो आजा इसको छोड़ते हैं ना?

अमजद: नही यार ये खुद बोलेगा तो ठीक है वरना नही.

आसिफ़: हन तो बेटा हमे छोड़ने दोगे?

मे: ये क्या होता है?

आसिफ़: हन बोलो बहोट मज़ा आएगा.

मैने फिर आसिफ़ अंकल से पूछा तो आसिफ़ ने मुझे सही से समझाया के चुदाई क्या होती है. आसिफ़ ने बोला के वो लंड मेरी गांद में डालेंगे और मुझे बहोट मज़ा आएगा. मैने ये सुनके तो माना कर दिया.

फिर आसिफ़ ने बोला एक उंगली से ट्राइ करो मज़ा आया तो और करेंगे वरना नही करेंगे. में बहोट क्यूरियस था इस सब के बारे में आख़िर में हन बोल ही दी. आसिफ़ अंकल ने मुझे उठाया और बेडरूम में ले गये. अमजद और इमरान वहीं रुक गये.

आसिफ़ अंकल ने मुझे बेड पे लेटया और अपना फोन लेके आए. वो और में एक साथ लेट गये उनका लंड भी 8 इंच का था और मेरी गांद से टच हो रहा था.

वो मुझे पीछे से हग करलिया और फोन पे पॉर्न लगा दिया. आसिफ़ ने मुझे गे पॉर्न दिखाया और बोला ऐसे करेंगे. पॉर्न में नज़र अरहा था के बॉटम लरके को बहोट मज़ा अरहा है.

आसिफ़ ने अपने उंगली मेरे मूह के पास लाया और चूसने को बोला जेसे वीडियो में लड़का लंड चूस रहा हो. मैने वेसा ही किया. आसिफ़ की उंगली गीली हो गयी और फिर वो हाथ मेरी गांद की तरफ ले गया. आसिफ़ ने मेरा होल ढूँढा और गीली उंगली वहाँ रखी अफ क्या फीलिंग थी गीली गीली चीज़ होल पे टच होते. फिर आसिफ़ ने आहिस्ता आहिस्ता ज़ोर दिया और उंगली अंदर घुसने लगी.

उंगली के घुसते ही दर्द होने लगा लेकिन आसिफ़ ने बर्दाश्त करने को बोला. आहिस्ता आहिस्ता पूरी उंगली अंदर गयी. फिर आसिफ़ ने उंगली अंदर बाहर करने लगे. मुझे पॉर्न देख कर बहोट हॉर्नी फील हो रहा था मेरा लंड भी टाइट हो गया और फिंगरिंग से क्या मज़ा अरहा था.

10 मिन्स बाद आसिफ़ की फिंगरिंग तेज़ हो गयी. फिर आसिफ़ उठा और बोला मज़ा आया ये सब ट्राइ करना है. मैने हन में सर हिलाया. आसिफ़ ने लंड मेरे हाथ में थमा दिया और मुझे सकिंग ट्राइ करने को बोला.

आसिफ़ का प्रेकुं लीक हो रहा था और मैने उसको चटा. काफ़ी ख़ाता मीठा टेस्ट आया जो मुझे अछा लगा. मेरे शरम वगेरा सब ख़तम हो गयी थी. मैने मूह खोला और लंड चूसने लगा. पूरा लंड मूह में नही जा रहा था बरी मुश्किल से आधा लंड चूस पा रहा था.

सकिंग आहिस्ता आहिस्ता समाज आई और में अब मज़े से लंड चूस रहा था. मेरा अपना प्रेकुं लीक हो रहा था. इतने में अमजद और इमरान भी आगाए. वो भी बेड पे छरह गये. अमजद ने मेरी गांद को दबा रहा था और इमरान ने आसिफ़ को रीप्लेस किया सकिंग में. इमरान का तीनो में सबसे छोटा लंड था 7 इंच का.

में इमरान का लंड चूस रहा था इतने में मुझे गांद पे गीली फीलिंग आई. पीछे मुरके देखा तो अमजद मेरी गांद चाट रहा था अफ क्या फीलिंग थी. मुझे बहोट मज़ा अरहा था. 15 मिन्स ये सब चलता रहा फिर आसिफ़ ने पूछा रेडी हो मैने हन में सर हिलाया. आसिफ़ ने समझाया तोरा दर्द होगा लेकिन फिर मज़ा आएगा.

फिर आसिफ़ ने अपने लंड पे आयिल लगाया और मेरी गांद पे भी आयिल लगाया. आसिफ़ का गरम लंड मेरे होल पे फील हुआ और आसिफ़ का लंड अंदर घुस ही नही रहा था काफ़ी ट्राइ किया उसने. फिर उसने फिंगरिंग शुरू करदी वापस. पहले एक फिंगर से तेज़ तेज़ फिंगरिंग की फिर दो फिंगर घुसा दी. तोरा दर्द हुआ लेकिन मैने बर्दाश्त किया. फिर थोरी देर बाद टीन फिंगर्स.

जब मेरा होल तोरा लूस हुआ तो आसिफ़ ने अपना लंड सेट किया. में अब अमजद का लंड चूस रहा था. मुझे आहिस्ता आहिस्ता फील हुआ उसका लंड अंदर जाते हुए उसका टोपा अंदर गया जेसे मुझे बहोट ज़्यादा दर्द होने लगा. आसिफ़ आराम आराम से लंड घुसता जा रहा था और अमजद ने मेरा सर पाकर लिया.

में छिला भी नही पा रहा था. मेरे अनसौन निकलना शुरू हो गये. आराम आराम से आसिफ़ ने पूरा लंड अंदर घुसा और वहीं रुक गया मुझे अड्जस्ट होने के लिए. अमजद मेरे मूह को छोड़ रहा था.

में बिल्कुल दोनो के बीच में फसा हुआ था. आसिफ़ ने फिर आहिस्ता आहिस्ता चुदाई शुरू करी. 20 मिन्स शुरू के बहोट दर्द हुआ लेकिन फिर दर्द ख़तम होने लगा.

जब दर्द ख़तम हुआ तो मैने रोना बंद किया. आसिफ़ अब स्पीड से मेरी गांद मार रहा था. अमजद ने मेरे मूह से लंड निकाला और मुझे थोरी साँस आई. में बेड पे गिर गया. इमरान ने मेरा सर पकड़ा और लंड घुसा दिया गले तक. मेरे दोनो होल्स चुड रहे थे. लेकिन अब मुझे भी मज़ा अरहा था.

अमजद मेरे निपल्स दबा रहा था और दोसरे हाथ से मेरे छोटे से लंड को हिला रहा था. 5 मिन्स बाद मेरे लंड से पानी निकल गया और मुझे बहोट कमज़ोरी हुआ. प्लेषर तो बहोट मिला लेकिन अब थकान हो रही थी. आसिफ़ ने लंड निकाला और मुझे मिशनरी पोज़िशन में सेट किया. अमजद ने लंड घुसा दिया उसका लंड तोरा बरा था तो मुझे वापस तोरा दर्द हुआ लेकिन अब आदत हो गयी थी.

तीनो ने घंटों तक स्विच कर कर के मुझे छोड़ा. में 2 बार फारिघ् हो चुका और तीसरी बार होने वाला था. आसिफ़ ने मुझे अपने लंड पे बेताया और में उसके लंड पे उछाल उछाल के मज़े ले रहा था. में बिल्कुल लरकिओं की तरह आ आ कर रहा था.

फिर आसिफ़ ने मुझे बोला के उसका निकालने वाला है. उसने मुझसे पूछा मेरा कम पी जाओ. में इतना मदहोश था मैने हन बोला. में आसिफ़ के लंड से उतरा और इमरान के लंड पे बेत गया और उछालने लगा. आसिफ़ ने लंड मेरे मूह के करीब लाया और स्पीड से हिलने लगा. फिर उसने मेरे मूह में लंड डाला और मेरे मूह में फारिघ् हो गया. उसका पानी में पूरा पी गया.

इतनी देर में अमजद भी फारिघ् होने वाला था और उसने भी मूह में लंड देदिया और में उसका कम भी पी गया. आसिफ़ और अमजद मुझे इमरान के साथ चोरके बाहर चले गये.

इमरान ने मुज़ेः 20 मिन्स और छोड़ा अलग अलग पोज़िशन्स में. आख़िर में मेरी टाँगें उठा के छोड़ रहा था और मुझे किस कर रहा था. वो मेरा लंड भी हिला रहा था उसने मुझे बोला के जब निकले तो बताना.

जब मुझे फील हुआ मेरी निकालने वाली है मैने उससे बताया और इमरान ने मुझे स्पीड से छोड़ने शुरू कार्डिया. मेरी मूठ निकल गयी उसके 1 मीं बाद इमरान भी मेरी गांद में फारिघ् हो गया. इमरान मेरे उपर लेता रहा और हमने काफ़ी देर किस्सिंग की.

फिर उसने लंड निकाला और सॉफ करके बाहर चला गया. में काफ़ी देर वहीं परा रहा और जब थोरी जान आई तो बातरूम जाने लगा. मुझे गांद में बहोट दर्द हो रहा था और चला भी नही जा रहा था. मेरी गांद से इमरान की कम लीक हो रही थी. नहा धो कर में वापस बेड पे जाके लेट गया.

मेरी आँख लग गयी. और जब आँख खुली तो इमरान मुझे फिरसे छोड़ रहा था. इमरान ने घंटे तक छोड़ा और लंड भी चुस्वाया. फिर मेरे मूह में फारिघ् होके चला गया. वो गया तो आसिफ़ आया और उसने बहोट रफ तरीके से छोड़ा.

आख़िर में अमजद आया और उसने मुझे बारे प्यार से छोड़ा और फिर मेरी गांद में फारिघ् हो गया. अमजद ने लंड नही निकाला और मुझे हग करके लेट गया. हम फिर वेसए ही सो गये. सुबह उठे तो तीनो ने फिरसे मेरी चुदाई की.

बस नेक्स्ट 2 दिन तीनो ने जमकर चुदाई की. फिर में और अमजद अंकल वापस आगाए घर. रास्ते में भी जब वो ड्राइव कर रहे थे तो में अंकल का लंड चूस रहा था. घर आके अमजद ने धमडार चुदाई की मेरी. मुझे भी अमजद के लंड से बहोट मज़ा आया. 4 दिन खूब चुदाई हुई तब तक मेरे घर वेल वापस आगाए.

फिर हमारा मिलने तोरा कम हॉगया लेकिन में भी बहाना ढूँढ कर अमजद के पास जाता था और गांद मरवाता था. में आज भी मरवाता हूँ अमजद से और कभी कभी दोसरों से भी मरवाता हूँ.

अगर आपको मेरी स्टोरी अची लगी तो हिराशक्ष13@गमाल.कॉम पे एमाइल करके बताएँ.