मेरी टीचर को अपनी कुत्तिया बनाया

यॅ कहानी की शुरुवत कुछ इश्स तरीके से हुई की मई जिस स्कूल बस मई स्कूल जाता था उससी बस मई स्कूल की एक और मेडम जाती थी जो की दिखने मई बेहद ही खूबसूरत थी और उनका फिगर भी भूत ही ज़्यादा अनोखा और ज़बरदस्त था.

उनका नाम रमण था. मान करता था की नोचड़ू पकड़ के और उनकी गांद भी हमेशा उभरी हुई रहती थी. उनका एक 4-5 साल का बेटा था उमंग और वो कभी कभी स्कूल बस मई उनके साथ जाता था और वो मेडम खुद भी प्राइमरी टीचर थी.

काश वो मेरी क्लास को भी पढ़ती तो सछमे मई रोज़ फ्रंट बेंच पे बैठता और रोज़ उनका हम को लेके हिलता. मई बस मई अक्सर उन्ही माँ को देखता रहता था और वो थी भी देखने के लायक.

एस करते करते स्कूल ख्तम होगया मेरा और मई कल्ग मई आगया. वो मेडम हमारी शॉप के पास मई ही रहती थी और वो अक्सर हमारी शॉप पे समान लेने आती थी, काई बार मई भी शॉप पे होता तो उनसे बात करलेता था.

सबसे आची बात यॅ थी वो बीनना चुननी लिए आती थी और उनका क्लीवेज सॉफ दिख रहा होता था. शायद यही फ़ायदा है जब सास ना हो और पति भी कम पे जाता हो तो जेसे मर्ज़ी रहलो.

मई तो उनका क्लीवेज ही देखता रहता था और शायद उन्होने यॅ बात काई बार नोटीस की है, पर कभी रिक्ट नही किया. काफ़ी देर तक वो मुझे मिली नही और मई भी बुज़्ज़ी हो गया था तो ज़्यादा सोचा नही. पर बीच बीच मई उनको याद करके हिला लेता था.

करीब 4-5 महीने बाद, हमारी शॉपकीपर असोसियेशन मे फंक्षन करवाया जो भी 3 दिन का था और मेडम का घ्र जिस गली मई था यूयेसेस गली के बिल्कुल सामने स्टेज था. मई भी यूयेसेस फंक्षन की कोँमिटी मई शामिल था सिर्फ़ अरेंज्मेंट्स करने के लिए.

तो मेडम अपने बेटे को लेके अक्सर बाहर आती थी तो मेरी उनसे आची बात हो जाती थी, और वो आज भी वैसे ही थी सब कुछ गोल गोल. मई दुबारा उन्हे गूर्था रहता और वो मुझे स्माइल करती रहती.

जिस दिन फंक्षन था तो मई वही स्टेज के पास था तो माँ बाहर आई और अपने बेटे को बाहर खेलने छोड़ गयी. कुछ देर बाद उनका बेटा रोने लगा नज़ाने क्यू, शायद उससे किसी ने मारा था. मेईएन देखा और मई उससे घ्र लेगया.

मेडम का घ्र यूयेसेस गली मई काफ़ी अंदर जाकर था. मई घ्र के बेल मारी और माँ ने मुझे अंदर बुलाया और वो अपने बेटे को चुप करवाने लगगी. मैने देख की उनका बेटा उनके बूब्स को दबाकाए चुप हो रहा था.

मई यॅ देख और मई सोच मई पढ़ गया और मई वहाँ से चला जाने लगा पर माँ ने मुझे गाते पे रोका और बैठने को बोला. मई भी बैठ गया और देखता रहा.

वो अपने बेटे को अंदर जाके सुलके बाहर आगयइ. मई अभी भी वोही बैठा था और वो मेरे पास से होके गाते लॉक करके मेरे पास आई और मुझे खड़ा होने को बोला.

जेसे ही मई खड़ा हुआ उन्होने मुझे किस करना शुरू कार्डिया. एक बार तो मुझे साँझ नही आया की क्या हुआ बुत फ्र मैने किस करना शुरू कार्दिया उन्हे.

मई पहले अपना हाथ उनकी बॅक मई फेर रहा था तो पता चला उन्होने ब्रा नही पहना. मैने उनकी कमर पकड़ी और उससे भोथ ज़ोर से बड़ाने लगा और वो बॅस मुझे किस करती जेया रही थी. मैने उनकी गांद को पकड़ के दबाना शुरू कार्डिया और वो और भी ज़्यादा वाइल्ड हो रही थी.

उन्होने उसके बाद मेरी टशहिर्त भी उतार दी और सीधा मेरे निपल को बीते करने ल्गी. मेरे मूह से आआ निकल गयी और उन्होने उसके बाद उन्हे चूसना शुरू कार्डिया. मई अभी भी उनकी गांद पे हाथ फेर रहा था.

वो मेरे कन पे पास आई और बोली स्पॅंक मे और मैने ज़ोर से उनके पिच्चे मारा और उनके मूह से आआहहह..सस्स.. निकली. मैने एक और मारा वो फिर चिल्ला उठी और मेरे शोल्डर पे बीते कार्डिया. मैने फ्र मारा और वो इश्स बार बोली और ज़ोर से.

ऐसे मई बॅलेन्स बनाने के लिए उनकी गांद पे दोनो तरफ ज़ोर ज़ोर से 5-6 छानते मारे. उन्होने उसकी बाद अपना लोवर उतार दिया और दुबारा मरने को कहा.

मेईएन इश्स बाद और ज़ोर ज़ोर से मारे और इश्स बार वो सिसकियाँ लेने के बजाए चिल्ला रही थी लेकिन फंक्षन के ड्ज के कारण आवाज़ थोड़ी दाब सी गयी थी. उन्होने अपनी टॉप उत्ारदी और सीधा जाके सोफे पे लेट गयी और मुझे उनके उपर आने को कहा.

मई उनके उपर जाके लेट गया और उनकी नेक पे किस करने लगा. उन्होने धीरे से कम मई कहा “बीते मे, अभी”. मैने उन्हे बीते किया और वो सिर्फ़ सस्स.. सस्स.. करती जेया रही थी.

उन्होने खुद ही मेरा लोवर और उंदर्वारे निकल दिया और अपनी पनटी भी निकल दी और कहा इससे साथ साथ मई रागते रहो. मई वर्जिन था और मुझे मान के रहा था की मई अंदर ही दलदु लेकिन उन्होने माना किया और बोला अभी नही. इश्स वक़्त 9 ब्ज रहे थे और फंक्षन 2 ब्जे था रात के तो मेरे पास भूत टाइम था.

ह्यूम सोफा पे अनकंफर्टबल हो रहा था तो उन्होने कहा बेडरूम मई चलते है और हम बेडरूम की और छल दिए. हम उनके रूम मई घुसे तो वो भागके गाते चेक करके आई और उनके ससुर के कमरे का गाते ब्न्ड करके आई. मई रूम मई गया तो देखा उमंग सो रहा है, तो वो ख्ती लाइट नही चलेंगे. और वैसे भी यॅ ज्लडी नही उठने वाला. मेरे पति भूत ज़ोर्से करते है तो भी नही उठता.

मई: तो आपके पति आपको आचे से ठोकते है?

माँ: न भूत आचे से, तुम्हारे जितना ही है उनका

मई: मुझे लगा आप अनसॅटिस्फाइड है इसलिए

माँ: नही मई अनसॅटिस्फाइड नही बुत मई पति के लंड से बोर होगयइ हो. और क्या है ना उनको यॅ रफ सेक्स के लिए बोलना ऑक्वर्ड है. उनके साथ मई खुलके नही कर स्क्ति.

मई: तो क्या करना है आपको खुलके

उन्होने मुझे पकड़के बेड पे गिरा दिया और मेरे उपर आके बैतगयइ. और मेरे पेट से लेकर मेरे गले ट्के नों स्टॉप तौंगुए चलाई. मेरे कन के पास आकर बोली.

माँ: जितनी बुरी तरह कर सकते हो कारू, मुझे सारे शरीर पर निशानिया चाहिए.

मैने उन्हे नीचे किया और उन्हे काटना शुरू किया. वो मूज़े बोलती गयी की यॅ चूसो यहाँ करो वहाँ कतो हट जगह काटो. अंधेरा था लेकिन हल्की रोशनी ले सॉफ दिख रहा था की उनकी सारी स्किन लाल होगयइ है. वो फिर मेरे उपर आगयइ और मुझे किस करने ल्गी. सचम्र उनकी टंग भूत तेज़ घूम रही थी मेरे मूह मई.

मई: मूह मई लॉगी क्या ?

वो कुछ नही बोली बॅस चादर डालके नीचे चली गयी और मेरे लंड मूह मई लेलिया. पहले वो सिर्फ़ किस कर रही थी फ्र वो मेरे लंड को चूसने ल्गी. वो उपर आई और बोली.

माँ: थोड़ी तुम भी ज़बरदस्ती करो.

मई उनकी बात समझ गया और उनके बाल पकड़के उनका मूह उपर नीचे करने लगा और वो मेरा लंड पूरा अंदर लाई रही थी. उसके बाद वो मेरी बॉल्स कर पास जाके उन्हे जीएभ से चाटने ल्गी और करने ल्गी. सचनर मेरी खुजली मिटी गयी. मई आज भी उनसे अपनी खुजली नित्वाता हू.

उन्होने मुझे पूरा गीला कार्डिया और मेरे उपर आके मुझे बॉडी तो बॉडी मसाज देने ल्गी. उन्होने पहले आचे से मेरी लंड को हिलाके उसका सारा रस निकल दिया और फ्रर उससे सॉफ कार्डिया टवल के साथ और फिरसे चूसने ल्गी.

एक बार निकलने के बाद मेरा लंड वो हिलाए जेया रही थी और चूस भी रही थी जिससे मज़ा भूत आ रहा था लेकिन दर्द भी भूत हो रहा था.

मैने धीरे धीरे से उनका फेस के हाथ फेरना शुरू कार्डिया और मेरी आँखों मई देखके लंड चूसने ल्गी जो की भूत ही सेडक्टिव और हॉट था.

मैने उनके गाल पे हल्का हल्का छाँटा मारा. मेरा लंड दुबारा खड़ा होगआया और वो मेरे नीचे आगयइ और मेरा लंड पकड़ के अपनी छूट मई डालने लगी. जेसे जेसे मेरा लंड अंदर गया मेरे टाँके खुल रहे थे और लंड भूत दर्द होने लग्गा और उनसे ज़्यादा आवाज़ तो मेरी निकल रही थी.

माँ: करता रह अपने आप ठीक होजेगा.

कुछ देर बाद मेरा लंड शांत हुआ और मई माँ को छोड़ने लगा और मैने माँ को नॉर्मल स्पीड से छोड़ रहा था. और साथ साथ मई किस कर रहा था और मैने उनके गाल को भी कटा भूत बार. उनकी गर्दन पे तो ब्दे ब्दे निशान पद गये थे. मई अब उठके उनको छोड़ने लगा. उनका बूब्स दबा रहा था और बूओबस को भी काट रहा था.

वो भूत ज़ोर ज़ोर से हाहहहाहा… सस्सस्स…. अभिईीई… ऐसी हिी…. ज़ोर सी … और कार ….. बोली जेया रही थी और मई अपना लंड बाहर निकाला और एक ही बार मई अंदर डाल दिया.

माँ: आअहह… मज़ा आगया … आहह … आआ आआ ..सस्स स ….ऊऊऊऊऊ..अमाहं… अभी… लॉवी ौउउ ..ऐसे ही कारर्र .. बूब्स निकोड दे मेरे निचोड़ दे.

मैने उनके उूब्स को भूत ज़ोर से दबाया और वो ज़्यादा चिल्ला रही थी.

माँ: स्लॅप मे अभी .. स्लॅप मे

मैने उनके ओए फेस तपद मॅर 3-4 और उनका फेस पे उंगलियाँ च्प गयी और उनके बूब्स के उपर ज़ोर से कटा..

मेरा अब निकलने वाला था

मृिन: मेरा निकलने वाला है शायद माँ.

माँ: कोई ना.. तू करता रहा.. तोड़ा धीरे होज़ा पर करता रहह…

मैने उनका गला दबाया और मई और तेज़ तेज़ करने लग्गा. मैने उनकी टाँगे कंधे पे रखके ज़ोर ज़ोर से करने लगा और वो भूत चिल्ला रही थी और मैने उनकी गांद पे इसी पोज़िशन मई छानते भी मारे और वो हार बार और ज़ोर से चिल्लती.

माँ: आअहह…अभिईीई… भूट्त माअज़्ज़ाअ आआ . ..वाभिईीईई.. धीरे कर्रे…. बसस अभिईीईईई……. आआआ….ऊऊऊऊऊ मेरिइइ छुत्त्तत्त अभिईीईईईईईई … एयेए ..आआ….आआ…ऊओ….

मैने एक तपद मारा ज़ोर से गांद पे.

माँ: आआ आआ आ एयेए….. तपद माराआा आआ आ आआ. एक और मार ज़ोर्से मार …

वो भूत वाइल्ड होगयइ और मेरे उपर आगयइ.. और ज़ोर ज़ोर से मैने उपर उछालने और हिलने लगगी.. लग्रा था की उनका होने वाला… मैने उससी पोज़िशन पे उनकी गांद पे ज़ोर ज़ोर्से तपद मारे… भूत ज़ोर से मारे.

माँ: आआआअ…. अभिईीईईईई… और कर्रे… ज़ोर्बसे माररर…. दम लगाआ…. आआ आआहह…..ऊऊऊखह… अभीइ….. भूतत्तत्त आचहााअ सी करताआ है….. मार माररर और ज़ोर सी माअररर…. लाल कर्दे इसस्स गांद को….. एयेए… गाअल्ला दबा मेरा … काट मुझे ज़ोर से काट. मेरी कमर पे ज़ोर से काट … आआआअ…

वो मुझस सब कुछ कार्बा रही थी उनकी कमर पे नील पद गये थी और गांद तो पूरी लाल हो गयी थी.

माँ: एयाया….आभिईिइ… होगाआआआआआआआआआ..

वो ज़ोर से चिल्लाते हुए मेरे मेरे उपर गिर गयी और साथ आके लेट गयी.. मेरा भी होने वाला था लेकिन माँ की छूट से लंड निकल गया.. वो उल्टी लेती हुई थी मैने उनकी गांद पे ज़ोर ज़ोर से छानते मारे. लेकिन उन्होने कुछ नही निकली मूह से आवाज़.. मैने उनकी गांद पे बीते भी किए भूत सारी… और मई अपना लंड उनकी गांद के छेद पे रागञे लगा..

वो अपनी गांद से माना करने लगिइ.. वो बिल्कुल निढाल थी तो मैने उनकी उपर डॉगी स्टाइल मई किया और उनकी गांद मई लंड टीकाया. उनकी गांद ज़्यादा टाइट नही थी जेसे रोज़ ठुकती हो. मैने ढाका ल्गया और मेरा लंड अंदर. वो दुबारा बेड पे गिर गयी और मई उनके उपर. मई वैसे ही धक्के लगने लगा और मेडम चिल्ला रही थी.

माँ: एयाया..ऊऊ.. एयेए … धीरे कारूव प्लज़्ज़्ज़्ज़ धीर्र कारूव… तिघट्ट्त है बहोट दार्ड हूऊऊ राआ… एयेए….. अभीम……. मई साथ साथ मई उनकी चूत भी रग़ाद रहा था..

मैने भूत देर तो गांद मारी और फ्र अपना लंड बाहर निकाला. और उनको सीधा करके उनके बूब्स पे जाके बैठ गया और अपना लंड हिलने लगा और उनके मूह पे सारा स्पर्म गिरा दिया. और उनको 2 छानते भी मारे.

माँ: बॅस.. अब नींद आ रही है. और वो देखते देखते सो गयी.

मैने उनकी गांद पे 4 छानते मारे और कपड़े पहनके चला गया.

अगले 3 दिन.. दिन मई कुछ कुछ देर उनके घ्र जाता और उनकी मारके आता. मैने उनके सोफा पे, किचन मे रूम मई और टेरेस पे भी रात मई खूब गांद मारी. मुझे याद है उनको चलना मुस्किल हो गया था. और मैने उनके अंदर भी भूत बार अपना स्पर्म छोड़ा.

तो दोस्तों यॅ मेरी कहानी थी मेरी माँ के साथ. मैने उनको बाद मई भी छोड़ा है भूत बार. रेस्टोरेंट के बाथरूम और स्कूल मई भी. वो सब आपको बतौँगा अगली स्टोरी मई.

प्लीज़ कॉमेंट करना और अगर कोई लड़की, मॅरीड, न्यूली मॅरीड, या मिलफ अनसॅटिस्फाइड हो तो प्लीज़ मुझे मैल कीजिए.
[email protected]

सिटी: पटियाला, चंडीगरेह, ज़ीरकपुर, और आस पास.. जैसे चाहेंगे वैसे ही करेंगे, स्लो, इंटिमेट, रफ, क़ुकके, पुसी लिकिंग, स्क्वरटिंग, मसाज ऑफ एवेरी टाइप.