टप्पू और गोगी के लोड माँगे चुत

हेलो फ्रेंड्स, उमिद है आपको मेरी “तारक मेहता का ऊलतः चश्मः” चुदाई कहानी का पिच्छला पार्ट पसंद आया होगा. अब आयेज..

अब आते है हम अगले दिन पर. आज गोकुलधाम मे शांति थी और सबसे पहले चलते है हम दया के घर पर. दया अपने घर का रोज़ का काम कर रही थी और बापू जी बाहर गये हुए थे.

टापू अपने रूम मे था और फ्री बैठा था. तभी टापू ने सोचा, की क्यू ना पूजा की चुदाई की जाए. ये सोच कर टापू ने पूजा को फोन लगाया, लेकिन पूजा का फोन नही लगा.

फिर टापू ने अपने खड़े हुए लंड को बिता लिया और लेट गया. उसके बाद वो गोगी को फोन करने लग गया. लेकिन गोगी का फोन भी नही लगा, क्यूकी उसके फोन पर प्राइवसी लगी हुई थी.

जिस दिन गोगी को टापू ने थप्पड़ मारा था, उस दिन से गोगी को टापू पर बहुत ज़्यादा गुस्सा था. अब गोगी टापू से उस थप्पड़ का बदला लेना चाहता था. जब गोगी का फोन नही मिला, तो टापू सो गया.

उधर जेता लाल भी अभी सो रहा था और दया घर के काम मे बिज़ी थी. तभी दया ने सोचा, की टापू के पापा को उठा कर आती हू. और ये सोच कर वो जेता लाल के रूम की तरफ चली गयी. फिर जेता लाल के रूम मे पहुँच कर, उसने जेता लाल को कहा-

दया: टापू के पापा, अब उठ जाओ. काफ़ी देर हो गयी है, और आपको दुकान पर भी जाना है.

जेता लाल रात को क्लाइंट से डील करने के बाद घर पर आया था. उसको थकान चढ़ि हुई थी और उसका दिल और सोने को कर रहा था. साथ मे उसको ये भी पता था, की आज बापू जी घर पर नही थे. फिर जाता लाल ने सुखी से कहा-

जेता लाल: सोने दो अभी मुझे.

इस्पे दया ने कहा: उठ जाओ, बापू जी बुला रहे है आपको.

ये सुन कर जेता लाल को गुस्सा आ गया. उसने दया की गांद पर एक ज़ोर का थप्पड़ मारा और बोला-

जेता लाल: साली, मुझे पागल बनाती है! मई जानता हू, की बापू जी बाहर गये हुए है. अब मुझे सोने दे, वरना तेरी गांद की आचे से पिटाई करूँगा.

अब जेता लाल का थप्पड़ खाने के बाद दया बोली-

दया: उउउइ मा, आप भी ना टापू के बापू. अछा चलो सो जाओ, वरना मेरी गांद की खैर नही.

और ये बोल कर दया वापस चली गयी और फिरसे अपना काम करने लग गयी.

अब चलते है अंजलि के घर की तरफ. अंजलि अपने घर का काम कर रही थी और तारक अपने ऑफीस के लिए तैयार हो रहा था. फिर अंजलि ने जल्दी से तारक को खाना दिया और वो जल्दी-जल्दी ऑफीस चला गया.

तारक के जाने के बाद अंजलि घर पर फ्री बैठी थी और फिर वो कारण के बारे मे सोचने लग गयी. वो सोच रही थी, की वो कारण को लड्डू कैसे खिलाए. पहले उसने सोचा, की वो कारण को घर बुला कर उसको लड्डू खिला दे. लेकिन तभी तारक घर पर वापस आ गया. तारक को देख कर अंजलि ने उससे पूछा-

अंजलि: आप घर वापस कैसे आ गये?

तो तारक ने कहा: कुछ डॉक्युमेंट्स तैयार करने थे, जो मई भूल गया.

ये सुन कर अंजलि को तोड़ा बुरा लगा. फिर अंजलि ने सोचा, की इतने मे वो कारण के घर जेया कर उसको लड्डू खिला कर आ सकती थी. अब अंजलि कारण के घर जाने के लिए तैयार हो गयी. तभी उसने सोचा, की थोड़ी देर वेट करनी चाहिए. और वो वेट करने लग गयी.

अब सुखी के घर पर चलते है. वाहा कारण अपने रूम मे आराम कर रहा था और पूजा एग्ज़ॅम देने गयी थी. सुखी अभी सो रही थी और रीता अपनी होने वाली सासू मा के लिए खाना और छाई बना रही थी.

अब रीता की छाई बन चुकी थी. फिर वो छाई लेके सुखी के रूम मे गयी और उसको उठाने लगी. उसके बाद रीता ने सुखी को छाई दी. सुखी आज काफ़ी ताकि हुई लग रही थी, क्यूकी वो कल 8 लोगो से चूड़ी थी. और 8 लोगो से चूड़ना कोई आसान बात नही है.

फिर थोड़ी देर बाद सुखी अपने काम के लिए तैयार हो गयी. वो साथ मे घर का भी कुछ काम कर रही थी.

अब चलते है सरदार के घर पर. वाहा भी वैसा ही हाल था. सोढी अपने काम पर जाने के लिए तैयार हो रहा था और रोशन खाना बना रही थी. उनका गोगी पुत्तर अपने मोबाइल पर क्षाहनी डॉट कॉम पर स्टोरी पढ़ रहा था और उसका लंड खड़ा हो गया था.

जब गोगी ने अपने खड़े लंड को देखा, तो उसने सोचा की उसको लंड चुस्वा कर आना चाहिए. तभी उसने दया को फोन करने का सोचा. उधर दया किचन मे थी और उसका फोन उसके पास मे ही था.

वो अपना काम कर रही थी और साथ मे बड़ी मस्ती से गाना गेया रही थी. तभी उसका फोन बजा, लेकिन उसने ध्यान नही दिया. गोगी ने दो बार दया को फोन किया, लेकिन दया ने फोन नही उठाया. इससे गोगी को दया पर गुस्सा आने लग गया.

फिर गोगी ने सीधे दया के घर के लंडलिने पर फोन किया. जब दया को फोन को आवाज़ आई, तो उसने जल्दी से फोन उठा लिया. फिर जैसे ही दया ने फोन उठाया, तो आयेज से गोगी बोला-

गोगी: साली हरांज़ाडी, कुटिया! तुझे पता नही, की मई तुझे कितनी देर से फोन कर रहा हू.

गोगी का गुस्सा देख कर दया को तोड़ा दर्र लगने लग गया. फिर दया ने गोगी को कहा-

दया: सॉरी! वो मेरा फोन साइलेंट पर पड़ा था.

तभी गोगी ने दया को गुस्से मे कहा-

गोगी: तेरी मा की छूट साली! अब मई तुझे साइलेंट पर करूँगा. चल बता अब, की तू क्या कर रही है?

तो दया ने कहा: जी खाना बना रही हू.

इस्पे गोगी ने कहा: अछा ठीक है. अब मेरा लंड खड़ा है. क्या करू मई इसका?

दया ने कहा: अभी तो मई नही आ सकती. थोड़ी देर वेट करो, फिर बाद मे आ जाना.

इस्पे गोगी ने कहा: इतना टाइम नही है मेरे पास. चल अब अपने किचन मे जेया और वीडियो कॉल कर. आज तुझे सज़ा मिलने वाली है कुटिया.

फिर दया किचन मे आ गयी. इसके आयेज क्या होने वाला है, वो आपको अगले पार्ट मे पता चलेगा. अगर आपको कहानी अची लगी हो, तो मुझे मैल करके अपनी फीडबॅक ज़रूर दे.

आप अपने आइडियास भी मुझे मैल करके भेज सकते है.