शॉपिंग के दौरान आंटी के साथ फ्लर्ट की कहानी

तो मैं और रोहन घर आ गये थे. निशा हमारा ही वेट कर रही थी. हमने थोड़ी देर बात की बेसिकली आज के मेरे बिज़्नेस के बारे में. फिर रोहन अपने रूम में जाके सो गया. मैं च्चत पे गया और सिगरेट पीने लगा. तभी निशा आ गयी. उसने आपनी रेड निघट्य पहनी थी, जो उसके घुटने तक आती थी. देख के मॅन हुआ अभी उसे अपनी बाहों में भर लू.

निशा: आर्यन तुम यहा?

मे: हा नींद नही आ रही थी.

निशा: मुझे भी. पर तुम स्मोक कर रहे थे ना, तो मुझे देख के बंद क्यूँ किया?

मे: क्यूंकी ई रेस्पेक्ट योउ. आपके सामने ये करना ग़लत होगा. मुझे खुशी है की आपको मेरी इस हॅबिट से कोई प्राब्लम नही है.

निशा: देखो मुझे स्मोक करने वाले बिल्कुल पसंद नही, और ड्रिंक करने वाले भी. बहुत ज़्यादा नफ़रत है उनसे.

मे: अछा तो मुझसे प्यार, ये भेदभाव क्यूँ?

निशा: पता नही, बुत तुमने सामने से बता दिया था सब कुछ इसलिए. वैसे भी अगर तुम्हारे मों दाद होते, तो तुम ये सब नही करते.

मे: शायद नही करता. वैसे भी कभी-कभी करता हू, नोट डेली. मगर एक बात बोलो, आपकी बातों से लगता है आपको बहुत ज़्यादा नफ़रत है आल्कोहॉल से.

निशा: हा है नफ़रत (ये उसने बहुत ही गुस्से में बोला. मैं भी दर्र गया).

मे: अर्रे क्या हुआ आपको?

निशा: सॉरी तुम ये बात मत पूछो.

मे (मेरे अंदर एक जिगयसा थी की बात क्या थी): क्यूँ नही, मुझे बता दो.

निशा: नही प्लीज़.

मे: मी डियर बेस्टीए आंटी (मेरे ज़्यादा फोर्स करने पर आंटी ने बताया).

निशा: जब मैं ग्रॅजुयेशन 3र्ड एअर में थी, तभी मेरी शादी हो गयी थी. वो भी मुझसे 10 एअर बड़े थे. मुझे शादी नही करनी थी, बुत फॅमिली प्रेशर में की थी.

मे: वो तो पहले बहुत होता था एस्पेशली जब लड़का गूव्ट जॉब में हो. बुत कुछ समझा नही, इसका आल्कोहॉल से क्या रीलेशन?

निशा: तुम्हारे अंकल की बहुत अची गूव्ट जॉब थी. सॅलरी भी अची थी. उसके साथ उनकी पहले से बहुत ज़्यादा प्रॉपर्टी थी, तो ये सब देख के मेरे घर वालो ने शादी करवा दी. उन्होने ज़्यादा कुछ सोचा नही तुम्हारे अंकल के बारे में.

मे: फिर तो दहेज भी दिया होगा बहुत ज़्यादा?

निशा: हा दिया था, बहुत बड़ा अमाउंट उस टाइम के हिसाब से.

मे: फिर क्या हुआ ऐसा?

निशा (रोते हुए): डोमेस्टिक वाय्लेन्स.

मैं समझ गया की उसका पति उसे दारू पी कर मारता होगा. फिर मैने ज़्यादा कुछ नही पूछा, और निशा के आँसू अपने हाथो से सॉफ किए, और उसे चुप करवाया.

मे: सॉरी आंटी मुझे पता नही था इसलिए मैने ये पूछा.

निशा: कोई बात नही.

मे: आज के बाद मैं कभी स्मोक या ड्रिंक नही करूँगा प्रॉमिस.

निशा: तुम ऐसा क्यूँ कर रहे हो? तुम थोड़ी ना अपने अंकल जैसे हो.

मे: देखो आंटी वो हरामी मेरा अंकल नही हो सकता.

निशा (मेरे मूह से गाली सुन के शॉक हुई): क्या बोल रहे हो तुम? वो मेरे पति है.

मे: वो आपका पति कभी था ही नही. वो एक हरामी, रख़्सास, कमीना, मदर… (पूरी गली नही दी मैने) था. सॉरी आपके सामने गली दी, बुत आप उसके चक्कर में अपनी और रोहन की लाइफ खराब कर रही हो.

निशा: क्या करू तुम ही बोलो?

मे: प्रॉमिस आज से आप मेरी बात मानोगी. देखो मैं आपके जितना तो बड़ा नही, बुत मुझे भी पता चलता है क्या सही है और क्या ग़लत. और इस ज़ालिम दुनिया में कैसे जीना है.

निशा: थॅंक्स मुझे समझने के लिए. चलो अब सो जाते है.

मे: ज़रूर, वैसे कल हम दोनो शॉपिंग पे जेया रहे है.

निशा: बुत कल तो रोहन का कॉलेज में प्रोग्राम है.

मे: मैने कहा हम दोनो.

निशा: मैं कैसे?

मे: देखो मैने रोहन से बात कर ली है. आप मेरे साथ चल रही है.

फिर निशा मान गयी. उसके बाद हम अपने रूम में आके सो गये. पता नही क्यूँ धीरे-धीरे मुझे निशा से सक्चा प्यार हो रहा था. नेक्स्ट दे उठा तो मॉर्निंग में जिम गया. उसके बाद वाहा से आया तो रोहन रेडी हुआ कॉलेज जाने के लिए. उसने निशा को मेरे साथ जाने को बोल दिया था. उसके बाद ब्रेकफास्ट करके फ्रेश होके मैं थोड़ी देर रेस्ट किया. फिर निशा से बातें की.

अब हम दोनो की बातें ऐसी हो गयी थी की हम दोनो काफ़ी क्लोज़ आ गये थे. मैं बस उसे आंटी बोलता था, बुत वो भी समझ गयी थी ये मैं उसकी रेस्पेक्ट के लिए बोल रहा था. कभी मज़ाक में उसे मैं डियर बोल देता था.

अब हम दोनो रेडी हुए जाने के लिए. निशा ने सूट पहना था. टाइट सूट होने की वजह से उसका फिगर आचे से दिख रहा था. बुत अभी भी निशा की ड्रेसिंग चाय्स खराब थी, और वो ज़्यादा अपनी ब्यूटी पे ध्यान नही देती थी.

फिर हम दोनो बिके पे बैठ के निकले. मैं निशा को माल में ले आया और उसे बोला की सारी शॉपिंग ब्रॅंडेड होगी. फिर पहले हमने डिसाइड किया की मेरे लिए और रोहन के लिए कुछ लिया जाए. हम में’स सेक्षन में आए. मैने अपने लिए 2 त-शर्ट्स ली, 1 शॉर्ट्स लिया, और 1 जीन्स ली.

फिर मैने वो ट्राइ किया और निशा को दिखाया. उसने मेरी तारीफ की और उसने मेरी बॉडी की भी तारीफ की. फिर मैने उसे कहा रोहन के लिए कुछ सेलेक्ट कर लो. उसने कहा की इतने महँगे कपड़े. मैने गुस्से में जैसे उस टाइम ही मैं उसका पति बन गया हू, उसे कहा-

मे: हा, मैने एक बार बोला वही होगा.

वो भी मान गयी. फिर हम बाहर आए.

निशा: क्या हो गया था तुमको?

मे: वही जो होने चाहिए. तुम हर बात में पैसे जोड़ के मुझे बुरा फील करती हो.

निशा (मेरे हम से आप की जगह तुम सुन से शॉक हुई): अर्रे ऐसा क्या हुआ? ई’म सॉरी, बुत तुम कैसे बात कर रहे हो. मैं तुम्हारी आंटी हू, तुम्हारे दोस्त की मा. आप से सीधे तुम?

मे: कोई फराक नही पड़ता. सच ये की हम दोनो अब एक दोस्त की तरह हो गये है. तुम ये बात आचे से समझती हो. अगर मैं ऐसे बात नही करूँगा तो तुम मेरी बातों को सीरियस्ली नही लॉगी.

निशा: तुम्हारी बात ठीक है, बुत रोहन को पता चल गया तो?

मे: वो मैं देख लूँगा. वैसे भी बात आंटी, या फ्रेंड, या आप तुम की नही, बात रेस्पेक्ट की है, जो मेरे दिल में तुम्हारे लिए है.

निशा: सच में कभी-कभी लगता है की तुम सच में मेरे फ्रेंड हो, वो भी बेस्ट.

मे: कोई शक है क्या तुमको?

निशा: नही बाबा.

फिर हम लॅडीस सेक्षन में आए. वाहा निशा ने मुझे कहा-

निशा: तुम तोड़ा वेट करो, मैं खुद कपड़े सेलेक्ट करती हू.

मैने कहा: नही तुम्हारी ड्रेसिंग स्टाइल बहुत ही खराब है.

फिर मैं उसके साथ गया और वाहा से कुछ अची सेक्सी ट्रॅन्स्परेंट डिज़ाइनर सारी ली उसके लिए. अब मैं उससे बहुत ज़्यादा फ्रॅंक हो गया. फिर उसे वेस्टर्न ड्रेस भी दिलाई, जैसे जीन्स-टॉप और स्कर्ट. फिर उसे बोला-

मे: अगर तुमको कुछ और लेना है, तो लेलो. मैं अभी आता हू (मैने ये अंडरगार्मेंट्स के लिए बोला).

वो समझ गयी और उसने कुछ लिए.

फिर मैने कहा: सब कुछ ले लिया?

उसने हा कहा. फिर मैने बिल पे किया. उसके बाद उसे एक पार्लर में ले आया. पहले तो उसने माना किया, बुत अब मैं उसे आसानी से माना लेता था. वो भी मेरी बात मान लेती थी.

मैने उसके सामने कहा वाहा की स्टाफ से: निशा को इतना आचे से सब करना, की ये एक-दूं हॉट दिखने लगे.

मेरी बात सुन के निशा भी बोली मुझे: तुम चिंता मत करो, मेरी नॅचुरल ब्यूटी से ज़्यादा हॉट कुछ भी नही.

फिर निशा 1 घंटे बाद आई. बिल्कुल अप्सरा लग रही थी. क्या बतौ कितनी ब्यूटिफुल लग रही थी. मैं 10 मिनिट उसे देखता ही रह गया. फिर जाके निशा मुझे खुद होश में लाई.

निशा: क्या हुआ, कहा खो गये?

मे: तुम्हारे हॉट हुस्न के जाल में.

निशा: क्या बोल रहे हो तुम? तुमको नही लगता तुम कुछ ज़्यादा ही फ्रॅंक हो रहे हो?

मे: शायद हो रहा होऊँगा, बुत कभी इमॅजिन नही किया था की तुम इतनी हॉट हो.

निशा (वो भी समझ गयी थी मैं फ्लर्ट कर रहा था): ठीक है अब यहा से चले?

फिर मैने बिल पे किया. उसके बाद मैं निशा को लेके डोमिनोस गया. वाहा हमने पिज़्ज़ा खाया. उसके बाद घर आ गये.

सो फ्रेंड्स आज के लिए इतना ही. नेक्स्ट पार्ट में पता चलेगा की कैसे वाकेशन में मुझे पता चला की निशा भी मुझसे प्यार करती थी. अगर स्टोरी अची लगी हो तो अपनी फीडबॅक ज़रूर देना.