शादी की तैयारी, और बॅच्लर्स’ पार्टी की कहानी

अब हम तीनो नॉइदा में मेरे घर के बगल के घर जो खाली था उसमे रह रहे थे. अंकल ने वो घर अपने एक फ्रेंड से कुछ दीनो के लिए रेंट पे लिया था. पंडित जी ने 12 दिन बाद का महुरत दिया शादी के लिए. हम सब रेडी हो गये, और तैयारी में लग गये.

मैने अपने स्कूल टाइम के फ्रेंड्स को भी इन्विटेशन भेजा था. उन्हे पता नही था निशा के बारे में ज़्यादा कुछ. साथ में वो मेरे आचे वाले दोस्त थे. इतने टाइम में मैं उसने ज़्यादा मिला नही था.

निशा ने भी अपनी कुछ फ्रेंड्स को बुलाया था, जिनको निशा के बारे में ज़्यादा कुछ नही पता था. क्यूंकी वो सब निशा से हमारी सगाई के बाद मिली थी, जब मैं निशा के साथ एक रेस्टोरेंट गया था जहा डिस्को भी था. उनसे निशा की अची जान-पहचान हो गयी थी. वो सब मॅरीड थी, और सबकी आगे अराउंड 32 थी.

हम सब शादी की तैयारी में लग गये थे. शादी के लिए वही रिज़ॉर्ट बुक किया था जिसमे हमारी सगाई हुई थी. मैने निशा को अपना कार्ड दिया था ताकि वो अपनी पसंद की ज्यूयलरी और शादी के कपड़े ले सके.

मैने निशा को समझा दिया था की वो रेड ल़हेंगा ले, जो की पीछे से हल्का बॅकलेस हो. निशा ने माना कर दिया, क्यूंकी से सारी लेनी थी. बुत मेरे फोर्स करने पर वो मान गयी. फिर मैं भी अपने दोस्तों के साथ गया, और अपने लिए शेरवानी ली. फिर मैं वापस आ गया.

मैने रोहन को भी कहा की तू भी अपने लिए एक अची सी ड्रेस लेले. शाम को निशा आई. मैने उससे कहा की वो मुझे अपनी शॉपिंग दिखाए. तो उसने माना कर दिया और बोली की शादी के दिन देखना. फिर मैं रूम का गाते लगाने गया की थोड़ी देर निशा से प्यार करूँगा. तभी आंटी आ गयी और उसे अपने साथ लेके चली गयी.

मेरा पूरा मूड खराब हो गया था. बुत क्या कर सकते थे. अब इतने साल कंट्रोल किया था, सोचा बस 4 दिन और, फिर तो निशा को आचे से बतौँगा की उसने मुझे कितना तडपया था. तभी अंकल ने मुझे आवाज़ दी.

मे: हा अंकल, क्या हुआ?

अंकल: मैं बोल रहा था की तुम तीनो लंडन कब जाओगे?

मे: आप बोलो.

अंकल: मैं वीसा वग़ैरा का देखता हू फिर बताता हू. कम से कम 1 मंत्स लगेगा इसमे.

मे: हा वो तो है.

अंकल: शादी के बाद वापस देल्ही?

मे: नही यहा घर पे रहूँगा.

अंकल: ओक, वैसे इसको भी रेंट पे लगाने का इरादा है?

मे: अंकल वो सब आप देख लेना. वैसे गेस्ट्स के लिए कुछ रहने का इंतेज़ां किया है?

अंकल: हा देख इस घर में मैं, तेरी आंटी, और शालु, और दीपक (जीजू, शालु दीदी के पति) रुक जाएँगे. मेरे घर पे मिस्टर वेर्मा और विलियम का रुकने का इंतेज़ां कर दिया है. बाकी जो लोग आ रहे है, उनके लिए होटेल बुक कर दिया है. वैसे कितने लोग टोटल आ रहे है?

मे: मेरे कुछ यहा के दोस्त है, उनका टेन्षन नही है. कुछ कॉलेज के है, वो भी रात में आएँगे और दिन में चले जाएँगे. निशा के कुछ दोस्त है, वो भी रात में आएँगे और दिन में चले जाएँगे. हा 4 गेस्ट्स है जिनके लिए रूम बुक होगा तो अछा रहेगा.

अंकल: ओक, हो जाएगा.

मे: वैसे आपने यहा के अपने क्लाइंट्स को इन्वाइट किया है ना?

अंकल: हा कुछ लोगों को आज कार्ड्स दे दूँगा. तुझे और किसी को इन्वाइट करना है?

मे: नो, सब हो गया है.

अंकल: वैसे टोटल कितने लोग है?

मे: मेरे तरफ से 40-50.

अंकल: ओक. वैसे रूम कुछ एक्सट्रा बुक करने होंगे.

मे: क्यूँ?

अंकल: तेरी दीदी के ससुराल वाले भी होंगे ना.

मे: हा वो तो भूल गया था. अंकल आप सब देख लेना.

अंकल: ओक, बुत देख उनको निशा की आगे और रोहन उसका बेटा है पता नही चलना चाहिए. क्यूंकी शालु ने भी उन्हे कुछ नही बताया है, तेरे जीजू को भी नही.

मे: ओक, वैसे आपने घर की सॉफ-सफाई करा रखी है ना?

अंकल: हा वो सब तो कल ही कराया.

फिर मैं बाहर आ गया काम से, और 2 घंटे बाद आया. फिर मेरे दोस्तों ने प्लान बनाया आज मेरी बॅचलर’स पार्टी का. मैने कहा की अंकल के सामने कैसे? उन्होने कहा की क्या हुआ अब तू अपनी मर्ज़ी का मलिक है. मैने कहा ओक.

फिर मैं अंकल से बोल दिया की आज काम से मैं तोड़ा बाहर जेया रहा हू, तो आने में देर हो जाएगी. उसके बाद निशा को बताया की आज ज़रा मैं आपने दोस्तों के साथ बाहर जेया रहा था, आने में थोड़ी देर हो जाएगी. फिर मैं रेडी होके सब के साथ एक बार में गया. वाहा हम सब ने ड्रिंक्स और डॅन्स स्टार्ट कर दिया था.

थोड़ी देर बाद वाहा एक गर्ल्स का ग्रूप आया. उनकी आगे 30 के अराउंड होगी. वो सब भी नशे में थी, और डॅन्स करते-करते हमसे चिपक के डॅन्स कर रही थी. मैं तोड़ा साइड हुआ तो मेरे दोस्तों ने मेरा हाथ पकड़ के खींच लिया और कहा की सेयेल एंजाय कर, ये मौका बार-बार नही मिलेगा.

मैं अपनी सीट पे आके बैठ गया और स्नॅक्स और ड्रिंक्स लेने लगा. तभी वाहा सन्नी आया जो की मेरा दोस्त था क्लास 1 से. उसने ज़्यादा पी रखी थी.

उसने कहा: मदारचोड़, तू वाहा से भाग क्यूँ गया? कितना मज़ा आ रहा था उनके साथ.

मैने कहा: देख सन्नी, मेरी शादी होने वाली है. मुझे ये सब पसंद नही. तेरे को मज़े लेने है तू ले.

सन्नी ने कहा: जानता हू सेयेल अब तेरे को इतनी हॉट सेक्सी घोड़ी जैसे बीवी मिली है, तू कहा दूसरे से मज़ा लेगा.

मुझे गुस्सा आया, तो मैने कहा: देख वो मेरी वाइफ है, और तेरी भाभी है. तू आचे से बात कर.

तभी बाकी सब भी वाहा आ गये. उन्होने हमे शांत कराया, और हम सब वापस आने लगे. सब ने ज़्यादा ड्रिंक कर रखी थी, और मैने भी. फिर भी मैं ड्राइव कर रहा था. रास्ते में सब उन लड़कियों के बारे में बात कर रहे थे. इस पर सब ने मुझसे पूछा की मुझे निशा कैसे मिली. फिर सन्नी दोबारा उसकी तारीफ करने लगा. मुझे गुस्सा आने लगा.

मैने उसे कहा: अब अगर कुछ बोला तो एक थप्पड़ लगा दूँगा.

तो सब ने उसे शांत करा दिया. ज़्यादा ड्रिंक करने की वजह से और निशा के बारे में सोचने की वजह से मुझसे कंट्रोल नही हो रहा था, और ड्राइविंग भी नही हो रही थी ठीक से. आयेज चीक-इन था तो हम एक साइड की गली से गाड़ी निकाल के रोड पे आ गये. फिर थोड़ी देर में घर आ गया. बाकी सब को ऑटो स्टॅंड छ्चोढ़ दिया.

जैसे ही कार पार्क की, और गाते का लॉक खोलने गया, निशा ने गाते खोला.

मे: बेबी तुम अभी तक जाग रही हो?

निशा: हा, आप आए नही थे तो चिंता हो रही थी.

मे: अब आ गया ना, चल अब सो जेया.

निशा: ये क्या, आपने ड्रिंक की है? साथ में ड्राइव भी कर रहे थे!

मे: तो क्या, अब तेरे से पर्मिशन लेके करूँगा?

निशा: क्या हो गया है आपको? लगता है आपने ज़्यादा पी रखी है.

फिर निशा ने गाते लगाया, और मुझे अपने साथ रूम में ले गयी. उसके बाद मेरी ड्रेस खोली, और मुझे सुला दिया. मैने उसका हाथ खींचा और अपने साथ लिटा दिया, और किस्सिंग स्टार्ट कर दी. साथ में आज उसके होंठो को काट भी लिया, जिससे वो दर्द से चिल्ला उठी.

बुत मैं नही रुका. फिर कब मुझे नींद आ गयी पता नही चला. निशा मेरे साथ सोई थी. मॉर्निंग में निशा मुझे जगाने आई थी कॉफी के साथ.

निशा: गुड मॉर्निंग बेबी. उठ जाओ आप.

मे: सोने दो ना बेबी, अभी क्या है?

निशा: टाइम देखो 9:30 हो रहे है. अभी उठ भी जाओ आप. ये आपकी कॉफी.

मे: हा उठ गया. आज सर भारी लग रहा है.

निशा: कोई नही आप फ्रेश हो जाओ अछा लगेगा.

मे: ओक (तभी मैने देखा की निशा के होंठो पे मेरे काटने का निशान था, जो मुझे याद नही था). बेबी ये कट कहा से लगा लिप्स पे?

निशा: श, जैसे आपको कुछ नही पता.

मे: मुझे कैसे पता, तुम्हारे होंठो पे लगा है.

निशा: पति को पता चल जाता है ना पत्नी का दर्द. ये तो आपको आचे से पता होना चाहिए.

मे: देखो बात मत बनाओ, सही से बताओ.

निशा (गुस्से में): मैं बात बना रही हू. आपको पता है कल आपने क्या किया?

मे: मैने क्या किया?

निशा: अछा याद आ जाए तो मुझे बता देना (फिर वो गुस्से में चली गयी).

मैं सोचने लगा. कॉफी पीते हुए मुझे याद आया सब जो रात में हुआ बार में, कार में, रूम में. मैं निशा के पास गया, और उसको सॉरी बोला. बुत वो मान ही नही रही थी. मेरे ड्रिंक और ड्राइव की वजह से बहुत गुस्सा थी. मैने रोहन को भी समझाया, बुत निशा सच में बहुत गुस्सा थी. उसने रोहन को दाँत दिया.

ये देख के मुझे गुस्सा आया. फिर मैने भी निशा को रोहन के सामने गुस्से में बोला-

मे: देखो बेबी, रोहन बड़ा हो गया है. तुम उसे ऐसे मत दांता करो. वरना मुझसे बुरा कोई नही होगा.

फिर मैने रोहन को उसके रूम में भेज दिया, और निशा को गोद में उठा लिया, और उसे किस करने लगा. उसने कहा छ्चोढने को.

मैने कहा: जब तक तुम गुस्सा नही छ्चोढती, मैं तुमको ऐसे ही रखूँगा.

फिर निशा ने गुस्सा छ्चोढ़ दिया. तभी डोरबेल बाजी.

सो फ्रेंड्स आज के लिए इतना ही. नेक्स्ट पार्ट में पता चलेगा आपको हमारी शादी के प्रोग्राम और सुहग्रात के बारे में. और एक बात बता डू आपको, ये स्टोरी बिल्कुल रियल है. जैसा हुआ मेरे साथ, वैसा ही बता रहा हू. तब तक के लिए गुड बाइ.