सेक्सी आंटी के साथ सुहागरात की सेज पर

मैं उसके नाज़ुक होंठो को चूमने के लिए आयेज बढ़ा. तभी उसने मुझे रोका और मुझे देखते हुए बोली-

निशा: सुनो ना, आज हमारी सुहग्रात है. लेकिन आपने मुझे अभी बीवी बनाया नही है. आपने एक चीज़ छ्चोढ़ दी है.

मैं: क्या?

निशा अपनी खाली माँग को दिखाते हुए बोली: ये. आपने मुझे सिंदूर नही लगाया. प्लीज़ अपनी निशा को आज अपनी बीवी बना लो. भर दो मेरी माँग.

मैं: ठीक है मेरी जान. कहा है सिंदूर?

निशा खुद बेड से उठी, और पायल की आवाज़ के साथ सिंदूर लेकर मुझे दिया. मैं भी खड़ा हो गया. निशा प्यार भारी आँखों से मुझे देखे जेया रही थी. मैने इतने में उसकी माँग भर दी.

निशा खुश हो गयी और नीचे झुक कर मेरे पैर छूने लगी. मैने उसे रोक दिया, और सीधा गले से लगा लिया. निशा ने मुझे कस्स कर गले से लगाया, और बोली-

निशा: आज से आप मेरे पति हो. और मुझपे सिर्फ़ और सिर्फ़ आपका हक़ है. आपका हर ऑर्डर मेरे लिए सबसे ज़्यादा इंपॉर्टेंट है. लोवे योउ, लोवे योउ सो मच.

मैने उसकी गोरी कमर कस्स कर पकड़ ली, और कहा: शुरू करे मेरे रानी अपनी सुहग्रात?

निशा: आह मा, धीरे करो ना, प्लीज़ दर्द होता है. कम से कम आज तो रहम करो. प्यार से नही कर सकते आज? कल जो करना है कर लेना बेबी.

मैं: ठीक है. आज तू जैसे कहेगी वैसे चुदाई करेंगे. बोल कैसे करना पसंद है?

निशा: मुझे कहा आता है. सब आप से सीख रही हू. मेरा मतलब तो ये है की आप जो भी करो, धीरे और प्यार से करो.

मैं: ठीक है. चल एक काम करते है पहले. आज हमारी रंगीन यादगार रात है. मैं बियर लेके आया हू. चलो दोनो पीते है.

निशा: क्या, आप ये भी पीते हो? बदमाश हो आप बहुत. मुझे और कितना बिगड़ोगे आप?

मैं दूसरे रूम से बियर की बॉटल लेके आया. मैने जल्दी से 2 पॅक बनाए, और उसे अपनी गोद में बिताया. मैं अपने ग्लास से पिलाने लगा. पहले घूँट में उसे तोड़ा अजीब लगा.

निशा: उहह कैसा टेस्ट है! बहुत अजीब लग रहा है. प्लीज़ आप पियो, मुझे रहने दो.

मैने उसकी एक नही सुनी, और धीरे-धीरे प्यार से बियर का 1 पॅक पीला दिया. 2 पॅक मैने पी लिए. दोस्तों मैं आपको उसके हुस्न के बारे में बता डू. उसने आज सुहग्रात पर एक रेड कलर का लहंगा पहना हुआ था. हेर स्टाइल भी बड़ी सेक्सी स्टाइल बना रखी थी. आँखों में गहरा काजल और होंठो पर रेड डार्क लिपस्टिक थी.

राजस्थानी सेक्सी लहँगे में वो ग़ज़ब की खूबसूरत लग रही थी. लाल होंठो से बियर पीते हुए तो गाइस और कामुक लग रही थी वो. आज उसकी जवानी को देख कर वो 42 की नही 32 की औरत लग रही थी. मुझसे और उससे अब रहा नही जेया रहा था. दोनो ही गरम हो चुके थे. मैने उसके काले घने बालों में मूह दबा कर कहा.

मैं: उम्म्म मेरी जान. अब मुझसे रहा नही जेया रहा है.

निशा: सेम मेरा भी वही हाल बना दिया है आपने. प्लीज़ प्यार करो ना मुझे.

मैने उसे उठाया, और गुलाब के फूलों की सेज पर सुला दिया. मैं उसकी आँखों में देखने लगा. तो निशा ने शर्मा कर अपनी गर्दन दूसरी तरफ कर ली. मैं अब उसके पैर की तरफ नाक से सूंघते हुए उसके बदन की खुश्बू लेके उसके होंठो के पास पहुँचा. उसके नाज़ुक लाल होंठो को देख कर उससे कहा-

मैं: निशा, आज तू कसम से बहुत खूबसूरत लग रही है. तुझे देख कर आज बुड्ढे से बुड्ढे का भी लंड खड़ा हो जाए.

निशा धीरे से शर्मा के बोली: ये सब आपके लिए किया है. आप खुश हो तो मैं भी खुश हू.

अब मैं उसके नाज़ुक लाल होंठो पर अपने होंठ रखने जेया रहा था. निशा ने सेक्स के नशे में आँखें बंद कर दी, और अपने आपको मेरे हवाले कर दिया. मैं अब उसके होंठो को चूमने लगा. जिससे उसके मूह उम्म्म निकल गयी. मैं उसके होंठो को चूमे जेया रहा था. एक हाथ ब्लाउस के उपर से बूब्स को सहला रहा था.

सब कुछ मैं प्यार से करने लगा. उसे भी मज़ा आ रहा था. निशा अपने हाथो की चूड़ियाँ बजाते हुए मेरे बालों में हाथ घूमने लगी. मैं लगातार उसके होंठो का रस्स पीने लगा. अब मैने उसका उपर वाला होंठ अपने होंठो में भर लिया. बिना रुके आँखें बंद करके चूसने लगा. निशा अपनी सिसकियाँ निकले जेया रही थी. दोनो गरम हो चुके थे.

दोस्तों क्या बतौ क्या गरम सॉफ्ट होंठ थे. बिना रुके बारी-बारी से होंठो को चूज़ जेया रहा था. वो भी मेरा साथ देते हुए अपने होंठ चलाने लगी.

मैने अब अपना हाथ बूब्स से उसके कमर पे ले गया. उसकी मुलायम कमर को धीरे से सहलाने लगा. निशा बस उम्म्म उम्म्म श किए जेया रही थी.

मैं उसके होंठो चूस्टे हुए धीरे से बोला-

मैं: मेरी रानी, क्या नाज़ुक होंठ है तेरे. आज इनका सारा रस्स पी जौंगा.

निशा: सब आपका है राजा जी. पातिदेव हो आप मेरे, जो करना है करो. आज रात सिर्फ़ आपकी और मेरे प्यार की है.

ये सुन कर मैं और ज़ोर से होंठो को चूज़ जेया रहा था. चूस-चूस कर 10 मिनिट में सारी लिपस्टिक मेरे मूह पर लग गयी. वो भी उसे चूस्टे हुए सॉफ कर गयी.

दोनो एक दूसरे के होंठो को चूसने और चूमने में लगे थे. लगातार मूह से श उम्म्म उम्म्म ह्म आह की आवाज़ आ रही थी. निशा की जवानी उबाले मार रही थी.

मैं अब उसके खूबसूरत चेहरे को चूमने लगा. कभी आँखों को, गालों को चूमे जेया रहा था. गाल को मूह में लेके चूसने लगता, जिससे उसे गुदगुदी होने लगती. निशा हेस्ट हुए बोली-

निशा: उम्म्म श कितना मज़ा आ रहा है. मेरे रोहित बाबू आपके चूमने में जादू है. मेरे अंदर खलबली मचा दी है.

दोस्तों नेक्स्ट पार्ट में हमारी गरम कर देने वाली, रोमॅन्स और काम-वासना से भारी कहानी पढ़िए. यहा तक स्टोरी कैसी लगी मुझे मैल करके ज़रूर बताए.

मुझे आप [email protected] पर मैल करे. किसी को प्राइवेट और रियल सेक्स का मज़ा चाहिए तो भी मेसेज करे. पूरा सपोर्ट मिलेगा, और किसी को पता नही चलेगा.

थॅंक्स.