सेक्सी बहन के दोस्त से सेट होने की हॉट कहानी

ही दोस्तों, मैं राजेश अपनी कहानी का अगला पार्ट आप सब के सामने लेके आया हू. अगर आप लोगों ने पिछला पार्ट नही पढ़ा है, तो प्लीज़ पहले जाके उसको पढ़ ले. उमीद है आपको पिछला पार्ट पसंद आएगा.

पिछले पार्ट में आपने पढ़ा की मैं अपनी बेहन को बहुत पसंद करता था, क्यूंकी वो बहुत सेक्सी है. फिर एक दिन मेरे दोस्त अंकित ने मुझसे उसको अपनी गर्लफ्रेंड बनाने की पर्मिशन माँगी. क्यूंकी उसने मुझसे प्रॉमिस किया की वो मेरी बेहन को मुझसे भी चुडवाएगा, तो मैं मान गया. फिर मेरी बेहन को पाटने का काम शुरू हुआ. अब आयेज चलते है.

कॉफी शॉप से मैं और काजल सीधे घर आ गये. रास्ते में वो अंकित के बारे में काफ़ी बातें कर रही थी. मैं समझ गया था, की वो कही ना कही अंकित से इंप्रेस हो रही थी. फिर हम घर पहुँच गये. काजल अपने रूम में गयी, और मैं अपने रूम में.

रूम में जाते ही मैने अंकित को कॉल की, और उसको बताया की हमारा प्लान सही ट्रॅक पर जेया रहा था. फिर अंकित ने मुझसे काजल का नंबर माँगा, जो मैने उसको दे दिया. मैने उसको ये भी बोला की उन दोनो के बीच जो भी छत होगी, वो मुझे ज़रूर भेजे. इस पर उसने हामी भर दी.

फिर शाम के टाइम मुझे अंकित का मेसेज आया व्हातसपप पर. उसने अपनी और काजल की छत के सक्रीनश्ट्स भेजे थे. उनकी छत कुछ इस प्रकार है.

अंकित: ही काजल.

काजल: जी कों?

अंकित: मैं अंकित, राजेश का फ्रेंड.

काजल: ओह अंकित जी, आप. कैसे हो आप?

अंकित: मैं ठीक हू, आप बताओ कैसे हो?

काजल: मैं भी ठीक हू. आपको मेरा नंबर कहा से मिला?

अंकित: वो मैने राजेश के फोन में देखा था तो…

काजल: बुरी बात, ऐसी किसी के फोन में से नंबर नही निकालना चाहिए.

अंकित: ई आम सॉरी अगर आपको बुरा लगा तो.

काजल: मैने कब कहा मुझे बुरा लगा. वैसे आपने मेसेज क्यूँ किया?

अंकित: मैं वो…

काजल: मैं वो क्या?

अंकित: काजल मैं तुम्हे बहुत पसंद करता हू. और मैं तुम्हे अपनी गर्लफ्रेंड बनाना चाहता हू.

अंकित के ये बोलने के बाद काजल ने 5 मिनिट तक कोई रिप्लाइ नही किया. फिर अंकित ने दोबारा मेसेज किया-

अंकित: काजल अगर बुरा लगा तो ई आम सॉरी.

काजल: तुम सॉरी बहुत बोलते हो. मैने कब कहा मुझे बुरा लगा.

अंकित: तो तुम बनोगी मेरी गर्लफ्रेंड?

काजल: मैं ही क्यूँ?

अंकित: क्यूंकी तुम बहुत खूबसूरत हो.

काजल: वो तो और लड़कियाँ भी है कॉलेज में.

अंकित: लेकिन मैं तुम्हे जानता भी हू. तुम राजेश की बेहन हो, और मैने काई बार उसके मूह से तुम्हारे बारे में सुना है. तुम्हारे बारे में सुन-सुन कर मुझे तुमसे प्यार सा होने लगा है. अब इतनी अची लड़की से बंदा प्यार ना करे तो क्या करे.

काजल: वाउ! आज तक मेरे लिए किसी ने इतना अछा नही बोला.

अंकित: सच तो सच है.

काजल: हहहे, थॅंक्स.

अंकित: तो मैं हा समझू?

काजल: ह्म.

अंकित: एस! ई लोवे योउ काजल.

काजल: ह्म.

अंकित: ई लोवे योउ काजल.

काजल: हहहे, ह्म.

अंकित: ई लोवे योउ काजल.

काजल: ई लोवे योउ टू अंकित.

अंकित: म्‍मम्मूुआहह.

काजल: म्मूुआआह.

अंकित: बस इतनी छ्होटी से पप्पी अपने ब्फ के लिए.

काजल: हहहे, आज के लिए इतना काफ़ी है.

फिर उन्होने गुड नाइट बोल कर छत ख़तम कर दी. मुझे विश्वास नही हो रहा था की मेरी बेहन जैसी हॉट लड़की इतनी आसानी से पट्ट जाएगी. इसका मतलब उसकी छूट का दाना भी लंड के लिए फुदाक रहा था. फिर मैं भी काजल के बारे में सोच कर मूठ मार कर सो गया.

सुबा मैं रेडी हुआ, और मैं और काजल कॉलेज के लिए निकल पड़े. आज काजल ने ब्लॅक कलर का लेगिंग-सूट पहना था. उसका शर्ट रेग्युलर से तोड़ा ऊँचा था, जिससे उसकी जांघें ज़्यादा दिख रही थी. शर्ट टाइट भी था, जिसमे से बूब्स काससे हुए, और खड़े-खड़े नज़र आ रहे थे. दिल तो कर रहा था, की पीछे से लेगैंग्स फाड़ कर लंड अंदर घुसा डू.

फिर हम बिके पे बैठे, और कॉलेज के लिए निकल पड़े. रास्ते में जब भी बिके खड्डे से निकलती, तो काजल मेरे कंधे पर हाथ रख लेती, और उसकी बॉडी भी मुझसे टच होती. जैसे ही उसकी बॉडी मुझसे टच होती, तो उसका स्पर्श पा कर मेरी बॉडी में करेंट सा दौड़ने लगता.

फिर हम कॉलेज पहुँच गये. अंकित पार्किंग के पास ही खड़ा था. मैने देखा आज काजल ने उसको देख कर स्माइल पास की. फिर जब वो अपनी क्लास की तरफ गांद मटका कर जेया रही थी, तब भी उसने अंकित की तरफ पीछे मूड कर देखा. मैं समझ गया था की उसकी आग पूरी तरह से भड़क चुकी थी.

फिर मैं और अंकित क्लास में चले गये. जाते-जाते मैने उससे कहा-

मैं: सेयेल तूने तो बड़ी जल्दी पत्ता लिया काजल को.

अंकित: अर्रे पट्टनी ही थी. मैने बोला तो था की कोई और पत्ता ले उससे पहले हम काम कर लेते है. इस उमर में अगर हम इतने हॉर्नी है, तो सोच लड़कियाँ कितनी हॉर्नी होती होंगी. भाई जितनी गर्मी हमारे लंड में होती है, उससे कही ज़्यादा लड़कियों की छूट में होती है.

फिर हम क्लास में पहुँच गये. हमारी क्लास स्टार्ट हो गयी. थर्ड लेक्चर वाली हमारी टीचर नही आई थी. तभी अंकित मुझसे बोला-

अंकित: मैं थोड़ी देर में आता हू.

मैं: कहा जेया रहा है?

अंकित: अर्रे नयी-नयी गर्लफ्रेंड बनी है. उसकी दिखना तो पड़ेगा ना की मैं उससे कितना प्यार करता हू, और उसके बिना रह नही सकता. मैं तुझे आके बताता हू, की क्या हुआ.

मैं: चल ठीक है.

फिर वो चला गया. जब तक पीरियड का एंड हुआ, वो वापस आ गया. वो मेरी तरफ देख कर हस्स रहा था. फिर जब वो मेरे पास आके बैठा, तो मैने पूछा-

मैं: क्या हुआ भाई, इतने टाइम में क्या कर आया है?

उसने इस पीरियड में क्या किया, और उसके और काजल के बीच में क्या-क्या हुआ, ये आपको कहानी के अगले पार्ट में पता चलेगा. दोस्तों कहानी पढ़ कर अगर आपको मज़ा आया हो, तो इसको अपने फ्रेंड्स के साथ ज़रूर शेर करे. कहानी पढ़ने के लिए आप सब का बहुत धन्यवाद.