दुखी बहन का पड़ोसी ने उठाया फ़ायदा

बेहन, कों होती है ये बेहन? एक लड़की जिसने उसी कोख से जानम लिया होता है जिससे आप पैदा हुए हो. वो लड़की जो आपको रखी बाँधती है, और आप उसकी सुरक्षा का प्राण लेते हो. तो जवाब है नही.

बेहन वो है जिसे देख कर आपको ये पता चलता है, की लड़की कैसी होती है. जिसकी पनटी पर निशान देख कर आपको पता चलता है, की छूट कहा पर होती है. बेहन वो पहली लड़की होती है, जिसको आप नहाते हुए देखते हो, और आपको औरत के शरीर की काया का पता चलता है.

पहली ब्रा, जिसकी खुसबु आप सूंघते हो, वो बेहन की होती है. पहला टच जिस लड़की का आप लेते हो, वो बेहन का होता है. पहली छूट, जिसको आप छोड़ना चाहते हो, वो बेहन की होती है.

एक ऐसी ही बेहन की स्टोरी लेके मैं अरविंद आज आपके सामने आया हू. स्टोरी थोड़ी डीटेल में होगी, तो हर पार्ट को पढ़िएगा ज़रूर. और उसको महसूस करके जो आपको मज़ा आएगा, उसके लिए मुझे फीडबॅक ज़रूर दीजिएगा. तो चलिए शुरू करते है.

मेरा नाम अरविंद है. मैं कॉलेज का स्टूडेंट हू, और 22 साल का हू. मेरी हाइट 5’10” है, और रंग गोरा है. जिम जाके मैने सेक्सी बॉडी बना रखी है, और लंड मेरा 7 इंच का हो गया है. ये कहानी 3 साल पहले शुरू हुई थी, जब मैं 19 का था.

पहले मेरी फॅमिली के बारे में जान लीजिए. मेरी फॅमिली में मेरे अलावा मेरी मा, पापा, और बेहन है. मेरी बेहन का नाम किरण है, और वो मुझसे 3 साल बड़ी है. सुंदर नैन-नक्श है मेरी बेहन के, और सेक्सी बॉडी है.

किरण का रंग गोरा है, और हाइट 5’7″ है. फिगर उसका 34-30-36 है. स्टडी पूरी होने के बाद घर वाले मेरी बेहन के लिए रिश्ता ढूँढ रहे थे. लेकिन रिश्ता मिल नही रहा था, और अगर मिल रहा था, तो बात नही बन रही थी.

इसका कारण ये था, की हम फाइनॅन्षियली वीक थे. मेरे पापा एक प्राइवेट ऑफीस में जॉब करते थे, और उनकी सॅलरी बहुत कम थी. जब भी हम कोई रिश्ता देखने जाते थे, तो लोग मूह फाड़ कर डिमॅंड करते थे. इसलिए मेरे पापा की बोलती बंद हो चुकी थी.

हर बार रिश्ते के लिए ना सुन कर मेरी बेहन डिप्रेशन में जेया रही थी. और डिप्रेशन में जाते हुए इंसान का कोई भी आसानी से फ़ायदा उठा सकता है. ऐसा ही कुछ किया हमारे पड़ोस के हेमंत ने.

हेमंत हमारे पड़ोसियों का एक-लौटा लड़का था. वो 28 साल का था, और कुवरा था. बड़ा ही ऐयश किस्म का लड़का था वो. लेकिन पर्सनॅलिटी उसकी अची थी. वो शराब पीटा था, और दूसरे नशे भी करता था. और लड़की-बाज़ी तो पूछो ही मत.

आए दिन लोग उसके घर पे शिकायत लेके आते थे, की वो उनकी लड़की का पीछा करता था. हेमंत 5’11” लंबा था, और उसने भी अची बॉडी बना रखी थी. पड़ोसी होने की वजह से उसकी फॅमिली और हमारी फॅमिली में अक्सर बातें होती थी. फिर एक दिन मैने किरण को हेमंत से बातें करते देखा.

ये उन्ही दीनो में हुआ, जब किरण को हर जगह से रिजेक्षन फेस करना पद रहा था शादी के लिए.

हेमंत बोला: और किरण कैसा चल रहा है सब?

किरण: ठीक है, तुम बताओ.

हेमंत: बढ़िया. तुम तो शादी करने वाली थी ना?

किरण: हा, लड़का ढूँढ रहे है घर वाले.

हेमंत: लेकिन मैने तो काफ़ी देर पहले सुना था की तुम्हारे घर वाले लड़का ढूँढ रहे है तुम्हारे लिए.

किरण: ह्म.

हेमंत: तो कोई तुम्हे पसंद नही आया क्या?

ये सुन कर किरण हासणे लग गयी. फिर वो बोली-

किरण: अर्रे मैं किसी को पसंद नही आई.

हेमंत: क्या बात कर रही हो! तुम जैसी लड़की किसी को पसंद ना आए ऐसा कैसे हो सकता है.

किरण: अछा ऐसी बात है?

हेमंत: हा, बिल्कुल ऐसी बात है.

किरण: क्यूँ ऐसा क्या ख़ास है मुझमे?

हेमंत किरण को उपर से नीचे तक देखता है. किरण ने उस वक़्त लंबा शर्ट और उसके साथ लेगैंग्स पहनी हुई थी. उसका शर्ट मरून कलर का था, और लेगैंग्स ब्लॅक कलर की. फिटिंग वाले कपड़ों में मेरी बेहन का पूरा फिगर देखा जेया सकता था.

फिर उसको देखने के बाद हेमंत बोलता है: तुम में तो सब कुछ ख़ास ही ख़ास है.

उसके ऐसे देखने के बाद किरण खुद को देखती है, और हेस्ट हुए कहती है-

किरण: तुम नही सुधरोगे.

हेमंत: क्यूँ मैने क्या किया?

किरण: मुझे सब पता है, की क्या ख़ासियत नज़र आती है तुम्हे मुझमे.

हेमंत: अर्रे तो इसमे ग़लत क्या है? शादी होती ही इस ख़ासियत के लिए है.

किरण: नही ऐसा नही है.

हेमंत: अर्रे ऐसा ही है. तुम्हे क्या लगता है की लोग शादी क्यूँ करते है?

किरण: क्यूँ करते है?

हेमंत: अपने अंदर की वासना को ठंडा करने के लिए.

किरण: ऐसा नही है.

हेमंत: ऐसा ही है. देखो, मेरी 10 गर्लफ्रेंड्स है. सब की सब मुझसे शादी करना चाहती है. लेकिन मैं नही चाहता. क्यूंकी मुझे वो सब मिल रहा है, जो मैं उनसे चाहता हू. और उनको जो मिल रहा है, वो उनको हमेशा के लिए अपने पास चाहिए.

किरण: क्या मिल रहा है उनको?

हेमंत: सेक्षुयल सॅटिस्फॅक्षन.

किरण: कुछ भी.

हेमंत: नही यकीन तो ट्राइ करके देख लो.

किरण: क्या ट्राइ करके देख लो?

हेमंत: एक ऐसी चीज़ जो अगर तुम करोगी, तो तुम्हारा मूड बदल जाएगा, और बार-बार करने को जी चाहेगा.

किरण: और वो क्या है?

हेमंत: एक किस.

किरण: तुम ना थप्पड़ खाओगे.

हेमंत: देखा, अगर किस की होती, तो अब तक तुम्हारी शादी हो चुकी होती. इसीलिए तुम्हारी शादी नही हो रही. अगर अपने ख़याल थोड़े ओपन रखे होते, तो अब तक तुम 2 बच्चे पैदा कर चुकी होती.

हेमंत की ये बातें सूब कर किरण को गुस्सा आ गया, और वो बोली-

किरण: तुम्हे लगता है मैं किस नही कर सकती?

हेमंत: कर सकती होती तो इतना ड्रामा थोड़ी ना करती.

किरण: तुम मुझे आधे घंटे में च्चत पे मिलो.

हेमंत: बंदा पहुँच जाएगा.

आधे घंटे बाद च्चत पर क्या होने वाला है, वो पढ़ने के लिए आपको अगले पार्ट की वेट करनी पड़ेगी. अगर आपको यहा तक की कहानी पसंद आई हो, तो इसको शेर ज़रूर करे. सब को मज़ा लेने का अधिकार है.