सेक्सी आंटी की रूम में ज़बरदस्त चुदाई की स्टोरी

हेलो फ्रेंड्स, मैं ये दूसरा पार्ट लिख रहा हू. ई होप की आपको पिछला पार्ट पसंद आया होगा. अगर पसंद आया तो मुझे ज़रूर रेस्पॉन्स देना और मैल करना. अब आपका ज़्यादा टाइम ना लेते हुए मैं कहानी स्टार्ट करता हू.

तो पिछले पार्ट में आपने पढ़ा होगा की कैसे मैने क्लब में विक्टोरिया को पटाया, और उसको घर ले जाने के लिए मनाया. तो हम दोनो टॅक्सी करके मेरे रूम पे जाने लगे. 15 मिनिट में हम दोनो मेरे रूम पर पहुँच गये. जैसे ही मैं उसको रूम में ले गया, वो मेरे से चिपक गयी और किस करने लगी.

मैं भी बहुत पॅशनेट्ली उसको किस करने लगा, और उसके चूतड़ को दबाने लगा. वो भी मज़े लेके किस कर रही थी. 5 मिनिट के बाद मैं उसको दीवार से चिपका के उसके बूब्स पर हाथ फेरने लगा, और उपर से ही बूब्स दबा रहा था. वो भी मज़े ले रही थी आँखें बंद कर के.

अब वो स्लोली मेरी पंत के उपर ही हाथ फेर के लंड को सहलाने लगी. अब मैने उसकी ड्रेस निकालनी चालू की. उसने भी मेरी त-शर्ट निकाल दी. अब उसने मुझे बेड पर सुला दिया, और उपर चढ़ गयी. वो अब सिर्फ़ पनटी और ब्रा में थी. अर्रे क्या बड़े बूब्स थे उसके मस्त. मज़ा आ गया देख के.

फिर वो मेरी चेस्ट को किस करते-करते नीचे गयी, और पंत खोल दी. मैने भी उसकी ब्रा उतार दी. उसके बूब्स मेरे सामने थे, और मैं उसके उपर टूट पड़ा और चूसने लगा. वो मेरी गोद में बैठी थी, और आँखें बंद करके आहें भर रही थी, और मज़े ले रही थी. उसके बूब्स थोड़े ढीले थे क्यूंकी वो थोड़ी एज्ड थी इसलिए.

बुत चूसने में बहुत मज़ा आ रहा था. अब मैं नंगा हो गया, और मेरा बड़ा मोटा लंड उसके सामने था. वो देख के स्माइल की, और मैने उसको बोला-

मे: तो ये लेने को तैयार हो?

विक्टोरिया: यही तो मुझे चाहिए. बहुत मस्त है तुम्हारा लंड. लेने में मज़ा आएगा.

मे: ह्म, अब इसको तोड़ा चूसो तो सही. स्वाद तो चाखो.

अब मैने उसको किस किया, और उसने थोड़ी नीचे जाके अपने हाथो में मेरे लंड को पकड़ लिया. अब उसका मूह मेरे लंड पर था. उसने जैसे ही मेरा लंड अपने मूह में लिया, मैं आँखें बंद करके मज़े लेने लगा. उसके गरम-गरम मूह में मेरा लंड था. अब वो चूसने लगी और मैं भी आहें भर के मज़े लेने लगा.

वो मस्त लंड चूस रही थी. 5 से 7 मिनिट तक उसने मुझे ब्लोवजोब दिया. अब मैने उसको बेड पे लिटा दिया, और किस करने लगा. वो भी मज़े लेके किस कर रही थी.

अब मैं नीचे गया, और उसकी पनटी निकाल दी. वाह यार मस्त छूट थी. थोड़ी ढीली थी, पर एक-दूं सॉफ थी. हल्के से मैने उसकी छूट के होंठो को किस किया, तो वो मचल गयी. अब स्लोली मैं अपनी टंग उसकी छूट में डालने लगा. वो ऑलरेडी गीली हो चुकी थी, और उसकी छूट से रस्स निकल रहा था. वाह क्या स्वाद आ रहा था.

उसने दोनो टाँगो के बीच मुझे दबा दिया, और हाथो से मेरा सर अंदर दबाने लगी. वो भी मज़े से छूट चटवा रही थी, और मैं भी उसकी छूट चाट रहा था. 10 मिनिट में उसने अपना रस्स निकाल दिया, और मैं वो सब पी गया. वाह यार क्या स्वाद आया यार. वो भी ऑर्गॅज़म की वजह हे थोड़ी ढीली हो गयी और मैं उपर जाके उसको वापस किस करने लगा. अब वो बोली-

विक्टोरिया: ऑश एस, आज तक किसी ने ऐसे मेरा पानी निकाला नही है. बहुत ही मज़ा आया यार.

मे: ये तो सिर्फ़ ट्रेलर था मेरी जान. अभी तो पिक्चर बाकी है. ई आम गोयिंग तो शो योउ थे होल मोविए. जस्ट डॉन’त टॉक, एंजाय ओन्ली.

विक्टोरिया: ह्म… ई कॅन’त वेट. प्लीज़ छोड़ो मुझे. अब रहा नही जाता.

अब मैने उसको किस किया और अपने खड़े लंड का टोपा उसकी छूट के मूह पर रखा. फिर मैने स्लोली धक्का दिया तो तोड़ा अंदर चला गया. वो मचल गयी और आहह कर दी. मैने देर ना करते हुए पूरा लंड एक ही धक्के में अंदर डाल दिया. वो भी मचल उठी, और मुझे खींचने लगी. अपने नाखूनओ से मेरी बॅक में स्क्रॅच करने लगी. फिर वो बोली-

विक्टोरिया: जस्ट डॉन’त स्टॉप. फक मे हार्ड.

मैने भी धक्के देना चालू किया, और उसको छोड़ने लगा. वो भी दर्द और मज़े में आअहह आहह ऑश करने लगी.

विक्टोरिया: ह ऑश यअहह एअससस्स जस्ट फक मे हार्ड. अहह्ा हह्ा उहह ऑश.

पुर रूम में उसकी आवाज़ गूँज रही थी. मैने उसको थोड़ी देर मिशनरी पोज़िशन में छोड़ा. उस टाइम मैं उसके बूब्स भी दबा रहा था, और किस भी कर रहा था. वो भी मज़े ले कर छुड़वा रही थी. उतने में वो निकल गयी.

अब मैने उसको बोला मेरे टॉप पे आओ. वो मेरे उपर आ गयी, और अब उसने मेरे लंड को उसकी छूट पे सेट किया और अंदर ले लिया. अब वो उपर जंप करके छुड़वाने लगी. मैं भी उसके बूब्स उछलते देख कर मज़े ले रहा था, और बीच-बीच में उसको दबा रहा था.

अब 10 मिनिट ऐसे छोड़ने के बाद मैं निकालने वाला था, तो मैने उसको बताया. वो बोली अंदर ही निकालो कोई बात नही. मैं भी रुका नही, और उतने में वो ऑलरेडी दो और बार झाड़ चुकी थी. अब मैं अंदर निकल गया तो वो भी मेरे उपर लेट गयी, और मुझे किस करने लगी. और फिर मेरे उपर ही सो गयी. मेरा लंड अभी भी उसके अंदर ही था. वो 5 मिनिट ऐसे ही लेती रही.

वो बोली: अब मेरे में जान नही है. ऐसी चुदाई आज तक कभी किसी ने नही की. मुझे बहुत मज़ा आया.

फिर मैने कहा: अभी तो पूरी मोविए बाकी है.

विक्टोरिया: अर्रे अभी और क्या है?

मे: अभी तो हमने एक ही बार किया है. अभी तो आपको डॉगी स्टाइल में छोड़ना है.

विक्टोरिया: प्लीज़, इट’स टू मच फॉर मे. आज तक कभी ऐसे चुडवाया नही है. मैने कभी नही सोचा था की इस उमर में भी ऐसी चुदाई का मज़ा ले सकती हू. अभी तो बहुत टाइम है हमारे पास. मैं पूरा मज़ा लेना चाहती हू.

मे: अभी तो आपकी गांद मारनी है मुझे.

विक्टोरिया: नो, मुझे नही मर्वानी. मैने आज तक कभी नही मरवाई. बहुत दर्द होगा मुझे.

मे: कुछ नही होगा. मैं बहुत स्लोली और पॅशनेट्ली करूँगा. आपको मज़ा आएगा.

वो माना करने लगी, पर तोड़ा मानने के बाद वो डॉगी स्टाइल में छुड़वाने को तैयार हो गयी. अभी भी वो गांद मरवाने को तैयार नही थी. मैने भी फोर्स नही किया, पर मुझे पता था कैसे उसको मानना था. अभी मेरे पास 3 नाइट्स और थी.

तो ये कहानी का पार्ट यही ख़तम करते है. और अब नेक्स्ट पार्ट में मैं बतौँगा की कैसे मैने उसको पत्ता के गांद मारी, और बाकी के 3 दिन हमने कैसे-कैसे मज़े किए, और कहा-कहा मैने उसको छोड़ा.

ई होप की आपको ये कहानी का पार्ट अछा लगा होगा. मुझे रेस्पॉन्स देने के लिए मुझे मैल ज़रूर करना, और किसी को अपनी छूट चुड़वणी हो तो बताना.