साली ने जीजा का बड़े लंड से प्यास बुझाई

हेलो दोस्तो, मेरा नाम संजना है. मई देल्ही की रहने वाली हू और मेरी उमर 30 साल है. मेरी फॅमिली मे मम्मी, पापा, 2 बहने और 1 भाई है. मई अपनी बहनो मे से सबसे बड़ी हू.

मेरी बहनो का नाम आरती और प्रिया है. आरती मुझसे 4 साल छ्होटी है और प्रिया मुझसे 6 साल छ्होटी है. मेरा भाई अभी 19 साल का है. उसका नाम पंकज है. मेरा फिगर 36″27″38″ है. मेरी बॉडी कमाल की है. मई हाइ स्टेटस फॅमिली से हू, और मर्द मेरे लिए लाइन लगा कर खड़े रहते है.

लेकिन मई ऐसी नही हू, जो किसी भी मर्द के साथ सेट हो जाए. मेरे साथ सेट्टिंग करने के लिए बंदे मे क्लास होनी चाहिए. अब मई कहानी पर आती हू.

2 साल पहले मेरी शादी अनुभव नाम के लड़के से हुई थी. उसकी फॅमिली काफ़ी अमीर थी और अनुभव भी काफ़ी स्मार्ट था. शादी के दिन पर तो वो कोई हीरो ही लग रहा था. मुझे तो शादी वाले दिन ऐसा लग रहा था, की मेरी तो लाइफ बन गयी थी उसको पा कर.

लेकिन मेरी खुशी ज़्यादा देर तक नही टिकी. शादी वाली रात ही मुझे पता चला, की मेरा हज़्बेंड इंपोटेंट था. हमने उसकी काफ़ी मेडिसिन करवाई, लेकिन कोई फराक नही पड़ा. उसको औरतो से ज़्यादा मर्द पसंद थे. उसने मेरी छूट मे उंगली डाल-डाल कर मुझे संतुष्ट करने की कोशिश की थी. लेकिन मैने उंगलिया लेने के लिए शादी थोड़ी की थी.

फिर इसी वजह से मेरा डाइवोर्स हो गया. हमारी शादी मुश्किल से 2 महीने चली थी. डाइवोर्स के बाद मुझे कोई लड़का पसंद नही आया. अब मई सिंगल ही थी. लेकिन मेरी छूट की आग मुझे हर रोज़ तड़पाती थी. आख़िर कोई लड़की फिंगरिंग भी कितनी करेगी. मई किसी ऐसे-वैसे लड़के से भी नही छुड़वा सकती थी.

फिर मेरी छ्होटी बेहन आरती की शादी की बात चलने लगी. हम लोग लड़का देखने गये, तो वो लड़का भी बहुत हॅंडसम था. इस बार लड़के को देख कर मुझे लगा, की भगवान ना करे की ये भी मेरे पति जैसा हो.

फिर मेरी बेहन आरती और उस लड़के की शादी पक्की हो गयी. उस लड़के का नाम अर्जुन था. अर्जुन 5’11” की हाइट वाला लंबा-चौड़ा लड़का था. वैसे तो लंबे-चौड़े होने का कोई फ़ायदा नही होता, जब तक लंड मे दूं ना हो.

फिर आरती और अर्जुन की फोन पर बाते होने लगी. मैने तो आरती को बोल दिया था, की अर्जुन को एक बार चेक कर ले. ताकि बाद मे कोई प्राब्लम ना हो. लेकिन आरती इस मामले मे काफ़ी शर्मीली और शरीफ थी. उसने तो इतने सालो मे एक बाय्फ्रेंड तक नही बनाया था.

आरती की हाइट 5’6″ है, और उसका रंग भी एक-दूं गोरा है. उस वक़्त उसकी बॉडी मस्त थी, लेकिन वो थोड़ी पतली थी. उसका फिगर साइज़ 32″27″34″ था. अब जब भी आरती अर्जुन से मिलने जाती थी, तो मई उससे अर्जुन के सही होने के बारे मे पूछती थी. आरती मेरी बात पर बोलती थी, की वो शादी के पहले कुछ ऐसा-वैसा नही करेगी.

एक दिन मई अपनी फ्रेंड्स के साथ एक रेस्टोरेंट मे बैठी थी. मई उनसे बाते कर रही थी, की तभी मेरी नज़र अर्जुन पर पड़ी. पहले मुझे लगा, की अर्जुन वाहा किसी काम से गया होगा. लेकिन तभी एक लड़की पीछे से आई और अर्जुन ने उसका हाथ पकड़ लिया.

फिर वो दोनो उपर की तरफ जाने लगे. मई जल्दी से उठी, और मैने उनको फॉलो किया. पहले मुझे लगा, की वो अर्जुन की बाहें होगी. लेकिन जब मैने उस लड़की को ध्यान से देखा, तो वो अर्जुन की बेहन नही थी. मैने अर्जुन की बेहन को आचे से देखा हुआ था, और उसकी एक ही बेहन थी. अब मुझे उस पर शक होने लगा, और मई उनके पीछे जाती रही.

फिर वो दोनो उपर के एक रूम मे चले गये. जब उसने रूम का दरवाज़ा बंद कर लिया, तो मई दरवाज़े पर कान लगा कर खड़ी हो गयी. कुछ ही देर मे मुझे अंदर से उस लड़की की आहें सुनाई देने लगी. वो लड़की काफ़ी ज़ोर-ज़ोर से चिल्ला रही थी, जैसे उसकी जान निकल रही हो. मई समझ गयी थी, की अंदर उसकी चुदाई चल रही थी.

मुझे अपनी बेहन आरती के लिए बुरा भी लग रहा था, और अछा भी लग रहा था. बुरा इसलिए लग रहा था, क्यूकी उसका होने वाला पति किसी दूसरी लड़की के साथ अंदर चुदाई कर रहा था. और अछा इसलिए, क्यूकी उस लड़की की आवाज़ो से सॉफ पता चल रहा था, की अर्जुन उसकी पलंग-तोड़ चुदाई कर रहा था.

इसका मतलब ये था, की अर्जुन आरती को वो सुख दे सकता था, जो मेरा पति मुझे नही दे सका. अब मई सोच रही थी, की क्या करू. पहले मैने सोचा, की वाहा से चली जौ. लेकिन फिर मैने सोचा, की वो मेरी बेहन के साथ ऐसा कैसे कर सकता था.

ये सोच कर मैने उसको रंगे हाथ पकड़ने का डिसिशन लिया. मैने उसी वक़्त उसके रूम के दरवाज़े पर नॉक किया. फिर उसने 2 मिनिट बाद दरवाज़ा खोला. शायद उन 2 मिंटो मे शायद वो अपने आप को ठीक करके टवल बाँध रहा होगा.

फिर जैसे ही उसने दरवाज़ा खोला, तो मुझे देख कर उसकी आँखें खुल्ली की खुल्ली रह गयी. वो मेरे सामने टवल मे था. उसकी बॉडी एक-दूं फिट थी, और उसके हल्के-हल्के एबेस भी नज़र आ रहे थे. इससे पहले वो कुछ बोलता या करता, मई रूम के अंदर चली गयी.

अंदर जाके मैने बेड पर देखा, तो वही लड़की बेड पर बिना कड़ो मे थी. वो अपने आप को बेडशीट मे च्छूपा रही थी. अब अर्जुन के सामने कोई ऑप्षन नही थी, इसलिए उसने उस लड़की को बोला-

अर्जुन: तुम जाओ यहा से.

वो लड़की बेडशीट लपेटे हुए ही खड़ी हुई, और बातरूम मे चली गयी. फिर वो 5 मिनिट बातरूम मे ही थी. इतने टाइम मे मई और अर्जुन दोनो चुप-छाप अपनी जगह पर खड़े हुए थे. फिर वो बाहर आई, और अपना पर्स लेके रूम से बाहर चली गयी.

अर्जुन ने दरवाज़ा बंद किया और मेरी तरफ देखा. मई उसको गुस्से भारी निगाहो से देख रही थी. फिर वो बोला-

अर्जुन: ई कॅन एक्सप्लेन.

मई बोली: क्या एक्सप्लेन करोगे तुम. तुम्हारी मेरी बेहन से शादी होने वाली है, और तुम यहा ये कर रहे हो. अगर तुम्हे यही करना था, तो शादी क्यू कर रहे हो. क्या कमी है मेरी बेहन मे?

अर्जुन चुप-छाप मेरी बातो को सुन रहा था. फिर मई बोली-

मई: इतने दीनो से तुम आरती से बाते कर रहे हो. तुम्हारे दिल मे उसके लिए ज़रा भी फीलिंग्स नही है? और अगर उसको इस बारे मे पता चल गया, तो वो क्या फील करेगी?

फिर अर्जुन गुस्से मे आ गया और बोला-

अर्जुन: फीलिंग्स! किन फीलिंग्स की बात कर रही है आप? इतने दीनो से मई और आरती सिर्फ़ बाते ही कर रहे है. इंसान शादी करता है, अपनी सेक्स लाइफ एंजाय करने के लिए. लेकिन आपकी बेहन तो कुछ ज़्यादा ही शरीफ है. मई जब भी उससे कोई अडल्ट बात करता हू, तो वो टॉपिक चेंज कर देती है. अब ऐसी सिचुयेशन मे मई क्या करू. आपका हज़्बेंड भी इंपोटेंट था, इसलिए आपका डाइवोर्स हुआ ना? तो मई क्या काहु? की आपके मॅन मे उसके लिए फीलिंग्स नही थी?

उसकी ये सारी बाते सुन कर मेरी बोलती बंद हो गयी. मई बेड पर बैठ गयी, और सोचने लग गयी. मुझे उसका रीज़न बिल्कुल सही लग रहा था. तभी मेरी नज़र टवल मे खड़े लंड पर पड़ी. उसका लंड काफ़ी बड़ा और मोटा लग रहा था.

मेरे मॅन मे ना चाहते हुए भी गंदे ख़याल आने लगे. मैने सोचा, की क्यू ना इस मौके का फ़ायदा उठाया जाए. इससे मुझे भी लंड मिल जाएगा, और उसकी भी छूट की ज़रूरत पूरी हो जाएगी. वैसे भी तो वो यही करने आया था वाहा पर.

मैने शॉर्ट स्कर्ट और टॉप पहनी हुई थी. और मेरी स्कर्ट मेरे घुटनो के उपर तक थी. अर्जुन भी मेरी तरफ ही देख रहा था. फिर मैने अर्जुन को बोला-

मई: वैसे अगर सोचा जाए, तो तुम अपनी जगह ठीक हो. लेकिन आरती मेरी बेहन है. और मई उसके हज़्बेंड को किसी के भी साथ कैसे देख लू.

ये बोलते-बोलते मई खड़ी हो गयी, और अर्जुन के पास चली गयी. फिर मई बोली-

मई: लेकिन अगर तुम चाहो, तो मई तुम्हारी ज़रूरत पूरी कर सकती हू. इससे मेरी बेहन का होने वाला सुहाग भी किसी ग़लत हाथ मे नही जाएगा.

ये बोल कर मैने टवल के उपर से अर्जुन का लंड पकड़ लिया. अर्जुन ने स्माइल की, और वो मेरे और करीब आ गया. उसने मेरी कमर मे हाथ डाला, और मुझे अपनी तरफ खींच लिया. अब मई अर्जुन के साथ चिपक गयी थी.

फिर अर्जुन ने मुझे किस करने के लिए अपना मूह आयेज बढ़ाया. इधर से मैने भी अपना मूह आयेज बढ़ाया. हम दोनो के होंठ आपस मे मिले, और हम दोनो एक-दूसरे के होंठ चूसने लगे. कुछ 10 सेकेंड्स मे हमने रफ़्तार पकड़ ली, और एक-दूसरे को पागलो की तरह किस करना शुरू कर दिया.

वो मुझे किस करते-करते मेरी गांद दबाने लगा, और मुझे अपनी बाहो मे उठाने लगा. हमने कम से कम 10 मिनिट एक-दूसरे के होंठ चूज़. जब हमारी किस टूटी, तब हम दोनो हाँफ रहे थे.

फिर मैने अर्जुन का टवल खींच दिया, और अर्जुन का बड़ा सा लंड मेरे सामने आ गया. उसका लंड तकरीबन 7.5 इंच लंबा था और 2.5 इंच मोटा था. मुझे फील हो रहा था, की आज मेरे सपने सच होने वाले थे. उसने अपने लंड को पकड़ कर मसला, और मुझे लंड चूसने का इशारा किया.

मई भी उसका इशारा समझ गयी, और अपने घुटनो पर बैठ गयी. मैने अर्जुन का लंड पकड़ा, और उसको चूमना शुरू कर दिया. फिर मैने उसके लंड को मूह मे डाल कर चूसना शुरू कर दिया.

उसका लंड चूस कर मुझे इतना मज़ा आ रहा था, जैसे मुझे स्वर्ग मिल गया हो. थोड़ी देर लंड चुसवाने के बाद अर्जुन ने मुझे खड़ा किया और मेरी गर्दन पर किस करने लगा. अर्जुन की पकड़ बहुत मज़बूत थी, एक-दूं जैसे मर्दो की होनी चाहिए.

उसने मेरी टॉप उतार दी, और मेरी क्लीवेज मे मूह डाल कर चाटने लगा. मई इस सुकून का बरसो से इंतेज़ार कर रही थी. फिर उसने मेरी स्कर्ट मे हाथ डाला और मेरी स्कर्ट मेरी गांद से नीचे सरका दी. उसने मुझे अपनी बाहो मे उठा लिया और मुझे बेड पर पटक दिया.

हर लड़की ये चाहती है, की उसके पार्ट्नर की बाहो मे इतना दूं होना चाहिए, की वो उसको बेड पर पटक सके. उसने मेरी स्कर्ट पकड़ी और मेरी टाँगो से बाहर निकाल दी. अब मई सिर्फ़ ब्रा और पनटी मे थी. फिर उसने मेरी पनटी भी निकाल दी.

अब मेरी तड़प रही छूट उसके सामने थी. मेरी छूट मे पानी निकलना शुरू हो गया था. उसने मेरी टांगे खोली, और मेरी छूट मे मूह लगा लिया. अब उसने मेरी छूट को पागलो की तरह चाटना शुरू कर दिया. मई बहुत मज़े मे थी, और आहह आहह की आवाज़े कर रही थी.

मई अर्जुन का सिर अपनी छूट मे दबा रही थी, और उसको ज़ोर से चाटने को बोल रही थी. वो मेरी छूट के माज़ को अपने होंठो मे लेके चुस्किया भर रहा था. कुछ देर छूट चाटने के बाद वो उपर आया, और उसने मेरी ब्रा उतार दी.

उसने मेरे बूब्स अपने हाथो मे काससे, और मेरे निपल्स को चूसने लग गया. मैने उसके मूह को अपने बूब्स मे दबा लिया और वो मेरे बूब्स को चूसने और काटने लग गया. उसने मेरी पिंक निपल्स को लाल कर दिया और फिर मेरी गर्दन पर काटने लग गया. मई पूरी तरह से तड़प चुकी थी. फिर मई बोली

मई: आहह.. अर्जुन छोड़ दो मेरी छूट को. और बना लो अपनी साली को अपनी आधी घरवाली.

अर्जुन उसी वक़्त मेरी टांगे उठा कर मेरे कांडो तक ले गया. उसने अपना लंड मेरी छूट पर सेट किया, और एक ज़ोर का धक्का मारा. उसके पहले धक्के मे उसका आधा लंड मेरी छूट मे चला गया.

मई: आहह…

मई कब से इस दर्द के लिए तड़प रही थी. फिर अर्जुन पीछे हुआ और उसने दूसरा धक्का मारा. इस बार उसका पूरा लंड मेरी छूट मे चला गया. मई ज़ोर से चिल्लाई-

मई: आआआअ…

मेरी चीख सुन कर अर्जुन रुक गया. लेकिन मैने उसको बोला-

मई: रूको मत मेरी जान. आज बुझा दो मेरी छूट की प्यास.

ये सुन कर अर्जुन जोश मे आ गया, और ताबाद-तोड़ धक्के देने लगा. मुझे बहुत दर्द हो रहा था, लेकिन मई यही तो चाहती थी. अर्जुन मेरी छूट छोड़ रहा था और साथ मे मेरे बूब्स छोड़ रहा था. वो मेरी अप्पर बॉडी के हर पार्ट को चूम-चाट रहा था और मेरी छूट छोड़ रहा था.

पुर कमरे मे ठप-ठप की आवाज़े आ रही थी, और हम दोनो पुर मज़े मे थे. तकरीबन 15 मिनिट हम दोनो पूरी स्पीड मे चुदाई करते रहे. वो ज़ोर-ज़ोर से मेरी छूट मे धक्के देता रहा, और मई भी गांद उठा-उठा कर उसका साथ देती रही. फिर उसका पानी निकालने वाला था, और उसने पूछा-

अर्जुन: मेरा निकालने वाला है.

मई: अंदर ही निकाल दे मेरी जान.

उसने अपने धक्को की स्पीड बधाई, और 15-20 धक्को मे अपना पानी मेरी छूट मे निकाल दिया. इस गरम-गरम वीर्या का एहसास फील करने के लिए मई कब से तड़प रही थी. फिर हमने 3 बार और चुदाई की, और अपनी हवस शांत की.

चुदाई करने के बाद मैने अपने कपड़े पहने और उसको बोली-

मई: आज के बाद जब भी तुम्हारा दिल करे, तो तुम्हारी ये साली है तुम्हारे लिए. किसी और के पास जाने की कोई ज़रूरत नही है.

अर्जुन: जब तुम जैसी साली हो, तो कोई बाहर क्यू जाएगा.

अब अर्जुन वही लेता रहा, और मई अपने आप को ठीक करके रूम से बाहर आ गयी.

इससे आयेज क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट मे पता चलेगा. अगर आपको कहानी पसंद आई हो, तो लीके और कॉमेंट ज़रूर करे.