कहानी जिसमे प्यार को मिला सस्ती रॅंड वाला दुतकार

हेलो दोस्तों, मैं कारण आ गया फिरसे एक नयी कहानी को लेकर. ये कहानी बिल्कुल अलग तरह की है, इसलिए मैने ये लिखने का सोचा. ये कहानी है सिधार्थ और रियांश की, जो की पहले एक-दूसरे को बिल्कुल भी पसंद नही करते थे.

लेकिन धीरे-धीरे उनकी ना-पसंद कैसे पसंद में चेंज होती है, आपको पता चलेगा. उमीद है की आपको कहानी अची लगेगी. तो चलिए कहानी शुरू करते है.

कहानी के पहले किरदार का नाम है “सिधार्थ”. लेकिन उसे सब सिड बुलाते है. सिड पुणे में रहता है, और उसकी उमर 28 साल है. सिड पुणे की एक मंक कंपनी में जॉब करता है. वो दिखने में बहुत हॅंडसम है, और जिम जाने की वजह से उसकी बॉडी बहुत हॉट आंड मस्क्युलर है. फॉर्मल ड्रेस में भी उसकी चेस्ट और बाइसेप्स बहुत बड़े दिखते है.

वो ज़्यादातर डिस्को क्लब जाता है, और वाहा उसकी बॉडी को देख कर सभी लड़कियाँ उसकी तरफ अट्रॅक्ट होती है. इसलिए वो हर दो-टीन दिन में एक नयी लड़की के साथ अपने फ्लॅट पे एंजाय करता है. एंजाय करने के बाद उस लड़की को वो भूल जाता है. लेकिन किसी से प्यार नही करता है.

सिधार्थ हर किसी को अपने फ़ायदे के लिए ही उसे करता है. इसलिए ऑफीस में उसे कोई भी पसंद नही करता है. वो हर किसी को अपने हिसाब से चलाने की कोशिश करता है. उसके अंडर जीतने भी जूनियर एंप्लायीस रहते है, वो सब उसके बर्ताव से परेशन रहते है.

उस कंपनी में एक नया लड़का जाय्न करता है, उसका नाम था रियांश. रियांश की उमर 22 साल थी, और वो दिखने में बहुत गोरा था. उसका चाल-चलन तोड़ा लड़कियों जैसा था. उसकी गांद भी पीछे से फूली हुई थी. लेकिन वो बहुत माइंड से स्ट्रॉंग था, इसलिए उसकी आदत थी हर किसी को मूह तोड़ जवाब देने की.

वो जैसा भी था, अपने आप को बहुत पसंद करता था. इसलिए उसके गे होने का उसको ज़रा भी अफ़सोस नही था. बल्कि वो उसकी सेक्षुवालिटी को लेकर बहुत खुश था. रियांश कंपनी में सिधार्थ के अंडर काम करने वाला था. वो जिस दिन जाय्न किया, उस दिन खुश बहुत हो गया, क्यूंकी उसे सिड जैसा हॅंडसम, हॉट, मस्क्युलर, और सेक्सी मेंटर मिला था, जिसके अंडर वो ऑफीस में काम करेगा.

रियांश ने दूसरे लड़कों के साथ सेक्स किया था ज़रूर. लेकिन उसको जो भी मिले उसे वो अपनी गांद देदे वो वैसा हवस का पुजारी नही था. वो डेटिंग अप के ज़रिए लोगों से पहले मिलता था. उसके बाद अगर उसे उनका बिहेवियर अछा लगता, तो ही वो मिलता था.

रियांश को सिड के बर्ताव के बारे में कुछ भी नही पता था. वो तो उसके काम करने के तरीके को देख कर बहुत इंप्रेस था. ऑफीस में उसका एक दोस्त बन गया. उसका नाम रोहित था, जिसके साथ वो बहुत क्लोज़ हो गया. लेकिन ऑफीस के बाकी सब साथी उसके चाल-चलन को लेकर बहुत मज़ाक बना रहे थे. लेकिन वो सब को जवाब देता था.

उसके जवाब देने के वजह से कोई भी उसके साथ कुछ ग़लत नही कर पाता था. लेकिन उसे बहुत चिढ़ते थे. उसे तो रिया के नाम से बुलाते थे. एक दिन सिड अपने कॅबिन में जेया रहा था, और उसने देखा की एक एंप्लायी रियांश को रिया के नाम से बुला रहा था, तो सिड ने उसके पास जेया कर उसको दांता.

उसके बाद से रियांश अपने दिल में सिड के लिए प्यार महसूस करने लगा. अब रियांश ऑफीस में हमेशा सिड के आस-पास ही रहता था. एक दिन रियांश ने अपनी फीलिंग्स को रोहित के साथ शेर किया. मगर रोहित ने रियांश को सिड से डोर रहने के लिए बोला, और सिड का बर्ताव अछा नही है बोला. मगर रियांश ने रोहित की बात को नही सुना.

एक दिन शाम को सब चले गये थे, और रियांश भी जाने के लिए रेडी हो रहा था. उसने सिड के कॅबिन की तरफ देखा, तो सिड कुछ काम कर रहा था. इसलिए वो सिड के पास गया,

रियांश: सिर, आपको कुछ ज़रूरत है तो बोलो, मैं कर दूँगा.

सिड: हा इधर आ कर वो फाइल ज़रा लाना.

रियांश (फाइल ला कर): लीजिए सिर.

सिड: थॅंक्स.

रियांश: ओक सिर, चलता हू.

फिर सिड ने उसे रोका और बोला: बैठो साथ में चलते है. रियांश बैठ गया. फिर सिड ने बोला-

सिड: एक बात पूचु?

रियांश: हा सिर पूछिए.

सिड: उस दिन वो तुम्हे रिया कह कर क्यूँ बुला रहा था?

रियांश: मेरे चाल-चलन को देख कर.

सिड: तुम्हे बुरा नही लगता है क्या?

रियांश: मुझे अब इन बातों का बुरा नही लगता है, और मैं अपने आप से बहुत खुश हू.

सिड: मतलब, क्या तुम्हे लड़कियों की तरह चलना पसंद है?

रियांश: मैं बचपन से ऐसा ही हू सिर. बिकॉज़ ई आम आ गे.

सिड ( कुछ सोच कर): तुम अगर खुश हो, तो फिर कोई प्राब्लम ही नही है.

फिर सिड रियांश के पास आ कर खड़ा हो गया और बोला-

सिड: वैसे तुम्हारी गांद को देख कर ही पता चल जाता है की तुम बहुत लंड लेते हो अपनी गांद में.

रियांश: एक्सक्यूस मे सिर! ये क्या बोल रहे है आप?

सिड ( अपना लंड निकाल कर): क्या तुमने कभी ऐसा 9 इंच का लंड लिया है?

ये बोल कर सिड ने रियांश को घुटने के बाल नीचे कर दिया, और उसके मूह में अपना 9 इंच वाला लंबा लंड घुसेधने की कोशिश करते हुए उसे बोला-

सिड: अब क्या इतना आटिट्यूड दिखा रहे हो बे? पहले दिन से ही तो मुझे घूर-घूर के देख रहे थे. अब मैं सामने हू, तो क्या हो गया बे गान्डू?

रियांश: मैं आपको अछा आदमी मान रहा था. लेकिन आप ये क्या कर रहे हो सिर?

सिड: सिर नही बे लोड. मुझे मालिक बुला.

रियांश के मूह में अपना लंड घुसेड कर ज़ोर-ज़ोर से आयेज-पीछे कर रहे थे की रियांश ने सिड का लंड काट दिया और खड़ा हो गया.

सिड: ये क्या किया भोंसड़ी के?

रियांश: तुम जानवर हो जानवर.

ये बोल कर रियांश रोते हुए जेया ही रहा था की सिड ने बोला-

सिड: अब देख, मैं तेरा जीना कैसे हराम करता हू बहनचोड़.

रियांश: मैं भी देखता हू की कैसे करते हो जीना मुश्किल.

अब रियांश ऑफीस से बाहर आ गया, और बहुत रोने लगा. क्यूंकी उसके साथ सिड ऐसा करेगा, ये उसने कभी सोचा नही था. जब वो अगले रोहित को सब बोला, तब रोहित ने कहा-

रोहित: मैं तो पहले ही बोला था, की सिड अछा आदमी नही है.

रियांश: मैं कंप्लेन करूँगा अतॉरिटी को.

रोहित: तुम्हारा भरोशा कोई भी नही करेगा. उल्टा तुम्हारे खिलाफ केस हो जाएगा, और तुम्हे फाइन भी भरना पड़ेगा.

रियांश: लेकिन मेरी तो कोई ग़लती नही है.

रोहित: यहा पर ऐसा ही होगा. तुम ये ऑफीस छ्चोढ़ दो.

रियांश: नही मैं नही छ्चोढ़ सकता. मुझे पैसों की बहुत ज़रूरत है. बड़ी मुश्किल से ये जॉब लगा है.

अब आयेज के स्टोरी अगले पार्ट में. अगर कहानी अची लगी तो अपने कॉमेंट्स मेरी ईद महरकरण64@गमाल.कॉम पर भेजे. धन्यवाद.