नॉटी आंटी की चूत और गांद की चुदाई

वेल दोस्तों, ये कहानी तब की है जब मैं 19 साल का था. जब मैं 6त क्लास में था तब हमे किसी रीज़न की वजह से घर शिफ्ट करना पड़ा था, और जहा हमने शिफ्ट किया था, उस घर के सामने एक फॅमिली रहती थी. ख़ास कर ममता आंटी.

खैर मैने उसकी आगे तो कभी नही पूछी. बुत उनकी आगे तब 40+ तो होगी. लेकिन उनका फिगर अमेज़िंग था. शायद 40″ के बूब्स तो थे उनके, आंड आस 42″ की, और वेस्ट 36″ की होगी. आ पर्फेक्ट मिलफ. जब मैने पहली बार देखा था तो मेरे मॅन में ऐसा कुछ ख़याल नही आया. शायद आगे छ्होटी थी इसलिए.

लेकिन जैसे-जैसे मैं बड़ा हुआ मुझे उनकी तरफ अट्रॅक्षन होने लगा. मैं अब उनको खुद के साथ इमॅजिन करने लगा. धीरे-धीरे दिन बीट-ते गये. हमारी और उनकी फॅमिली में अची बॉनडिंग आना-जाना लगा रहता था. बुत मेरी फॅंटेसी पूरी होने में बहुत टाइम था. वो काई बार मुझे बुला लेती थी किसी ना किसी काम के लिए घर पर, और मैं चला जाता था. मैं ट्राइ करता था उनके पास रहने की किसी ना किसी तरह.

एक बार उनको कुछ काम था किचन में, और मुझे उन्होने टेबल पकड़ने को बोला. फिर वो टेबल पर चढ़ गयी. खैर उनके 3 बच्चे भी थे, बुत वो घर पर नही थे तब. और उनके हज़्बेंड भी घर से बाहर थे. मैं टेबल पकड़ के खड़ा था, और वो उपर वाली शेल्फ पर कुछ सही कर रही थी. तभी उनका बॅलेन्स बिगड़ा, और उनको संभालने के चक्कर में मैने ग़लती से एक हाथ कमर पर और दूसरा बूब्स पर रख दिया.

वो गिरी तो नही, बुत वो उनकी बॉडी मुझसे एक-दूं लग गयी थी, और उन्होने मुझे टाइट्ली पकड़ लिया था. वो तो पीछे दीवार थी, वरना हम दोनो नीचे गिर जाते. बुत वो मेरे बहुत ही ज़्यादा क्लोज़ थी, और मेरा डिक हार्ड होने लगा था. मैने जल्दी से हाथ हटा लिया उनके बूब्स से, और नीचे उतरा. वो मुझे देख रही थी.

फिर मैने सॉरी बोला और पूछा: आपको लगी तो नही?

उन्होने कहा: नही लेकिन अगर तू नही होता, तो पक्का लग जाती. सॉरी मत बोल, तूने जान के तो नही किया ना.

ये सुन के हम हस्स पड़े, और मैने बोला: अछा नेक्स्ट टाइम जान के करूँगा.

उन्होने बोला: सही में शैतान है तू.

फिर मैं चला आया. उसके बाद एक बार वो मेरे घर आई, और मेरी मम्मी से बात करते-करते मुझे एक नॉटी सी लुक दी.

वो बोली: हा हिमांशु, काफ़ी बदमाश तो है ही.

फिर जाते-जाते मैने पूच लिया: ऐसी कों सी बदमाशी कर दी?

वो हस्स कर बोली: बतौँगी किसी दिन.

और वो चली गयी. फाइनली वो दिन आया. मैने स्कूल पास आउट कर लिया था, और कॉलेज में अड्मिशन लेने की वजह से मैं नानी के यहा नही जेया पाया था. बाकी मेरी पूरी फॅमिली गयी हुई थी. बस मैं था घर पर अकेला, तो मुझे मोस्ट्ली खाना ममता आंटी ही देके जाती थी.

एक दिन उनके घर कोई नही था, तो वो लंच लेके मेरे घर ही आ गयी थी. फिर हमने साथ में लंच किया. उन्होने काले रंग का ब्लाउस और हारे रंग की सारी पहनी थी.

उसके बाद वो बोली: तुम्हारी डाइयेट बहुत अची है.

मैं हस्स कर बोला: अछा, कल से आप कम रोटी बनाना.

उन्होने हस्स कर बोला: क्या खाएगा अगर बाद में भूख लगी तो?

मैने बोला: क्या चाहती हो आप, आपको खा जौ अगर नही मिला कुछ?

और वो हासणे लगी और नॉटी सी लुक मुझे दी. अचानक से वो उठी, और मेरे ग्लास का पानी उनके हाथ से लग कर उनके ब्लाउस पर गिर गया. फिर मैं हड़बड़ाहट में उनके ब्लाउस पर ही टवल लेके पोंछने लगा.

मुझे 10 सेकेंड्स के लिए रीयलाइज़ नही हुआ ये उनकी चेस्ट और बूब्स का एरिया था. बुत जैसी ही रीयलाइज़ हुआ, मैने पीछे हाथ कर लिया और सॉरी बोला उन्हे देख के. वो मुझे देख रही थी.

वो बोली: इसीलिए बोला था तू बदमाश होता जेया रहा है.

उसके बाद हम एक-दूसरे को देखते रहे कुछ सेकेंड. देन मैं आयेज बढ़ के बोला-

मैं: मैने अभी बदमाशी दिखाई नही.

वो बोली: दिखा.

तभी मैं अपना एक हाथ उनकी कमर पर ले गया, और अपने पास हल्का सा खींच के उन्हे किस कर दिया. उन्होने शायद ये एक्सपेक्ट नही किया था. बुत वो बोली-

आंटी: बस इतनी बदमाशी?

फिर मैने उनको ज़ोर से पकड़ा, और उनको स्मूच किया. उसके बाद अपनी टंग उनके मूह में डाल दी, और उनके लिप्स को सक करने के बाद बीते किया. फिर उन्होने अपनी टंग बाहर निकली, और मैने फिर लिप्स से पकड़ कर सक किया. उनकी लिपस्टिक मैने फैला दी थी. फिर मैने उनको दीवार की तरफ धकेला, और पीछे से उनका पल्लू गिरा के उनके शोल्डर, बॅक, और नेक को किस और लीक दोनो ही कर रहा था.

उनकी नेक गीली हो गयी थी, मैने इतना लीक लिया. मेरा एक हाथ ब्लाउस के उपर से बूब्स को सहला रहा था, और दूसरा हाथ नीचे सारी के उपर से उनकी छूट को. वो फिर मूडी, और मेरी त-शर्ट उतार दी, और मैने स्मूच करते-करते उनकी सारी खोल दी. फिर हम कुछ सेकेंड्स के लिए एक-दूसरे को देखने लगे. उनके चेहरे पर एक नॉटी स्माइल थी.

उन्होने जीन्स के उपर से मेरे लंड को तन्ना देख कर हाथ रख दिया, और पूछा: कितना बड़ा है?

मैं उनके गाल के पास गया, गाल को छाता और बोला: खुद ही देख लो.

फिर मैने दोबारा उन्हे स्मूच किया, और उनका ब्लाउस खोलने लगा. वो मेरी जीन्स का बटन खोल के अंडरवेर के उपर से मेरा लंड सहलाने लगी. मैने जल्दी से उनका पेटिकोट भी उतार दिया, और वो बस मरून रंग की ब्रा और पनटी में थी. फिर मैने उनको अपनी तरफ खींचा, और बहुत तेज़ उनके लिप्स पर बीते की, और अपना हाथ पीछे ले-जाके उनकी गांद पर थप्पड़ मार के दबाने लगा.

वो हल्का सा चिल्लाई और मुझे हल्का सा थप्पड़ मारा. मैं हस्सा, और उनको फिर स्मूच करी. उन्होने मेरी जीन्स पूरी उतार दी नीचे बैठ के, और अंडरवेर के उपर से मेरे लंड को चूमने लगी. फिर उन्होने मेरा अंडरवेर नीचे किया, और मेरे 6.5 इंच के लंड को देख के बोली-

आंटी: मैने इतना बड़ा कभी नही देखा.

फिर लंड पकड़ के हिलने लगी. वो मेरे सामने अपने घुटनो पर थी, और मेरा हिला रही थी. मुझे ये सब ड्रीम सा लग रहा था. फिर उसने लंड नीचे से उपर तक लीक किया, और चूसने लगी. मैने उनके बाल पकड़ लिए, और फिर लंड मूह में रोका. 30 सेकेंड के लिए मेरा लंड उनके गले तक था, और मैने उनके बाल से टाइट पकड़ रखा था. फिर उन्होने चोक किया और मूह से लंड निकाल के साँस ली. मैने उन्हे उठाया और बोला-

मैं: मुझे लगा नही था आप इतनी वाइल्ड हो.

उन्होने बोला: मुझे भी तुम छ्होटे लगे थे.

फिर मैने घुमाया और उनकी ब्रा खोल दी, और पीछे से हाथ ले जाके उनके बूब्स दबाने लगा. वो उम्म उम्म करके मोन करने लगी. उनकी स्किन गोरी आंड बहुत सॉफ्ट थी. मैने उनका चेहरा घुमा के किस किया. फिर उनको पूरा घुमा के उनके बूब्स को चूसा और उनके निपल्स को काटा. वो तोड़ा चिल्लाई.

मैने उनके बूब्स को बहुत चूसा और गीला कर दिया. एक तो 40″ साइज़ के बड़े बूब्स, और इतने टाइम बाद एक सपना पूरा हुआ, तो मैने पूरा मज़ा लिया. फिर मैने उनकी पनटी के अंदर हाथ डाल के उनकी छूट में उंगली कर दी अचानक से.

उनकी छूट बहुत गीली और गरम थी. मैने फिरसे उन्हे घुमाया, और उनकी पनटी थोड़ी सी नीचे की, और एक-दूं से लंड उनकी छूट में डाल दिया. उनका मूह दीवार के तरफ था, और वो बहुत तेज़ चिल्लाई.

वो बोली: मैने आज तक खड़े होके नही किया आहह आ. बता तो देता डालने से पहले.

मैं बोला: अब तो पता लग गया, और अब तुम खड़ी होके भी करना सीख गयी.

फिर उनके बाल खींचे, और उनको उसी पोज़िशन में 5 मिनिट तक छोड़ा. हमे बहुत मज़ा आ रहा था. मैने उनका सिर दीवार पर ज़ोर से दबा कर पीछे से धक्के दिए. वो बहुत सेक्सी मोन कर रही थी. फिर मैने लंड निकाला, और उनकी पनटी पूरी नीचे उतार दी, और उनकी गांद पर 3 थप्पड़ मारे. मेरे हाथ उनकी गांद पर च्चप गये थे, और चूतड़ लाल हो गये थे.

वो मुझे गाल पर थप्पड़ मार के बोली: थोड़ी तो शरम कर, तेरी आंटी हू मैं.

मैने स्मूच ली और बोला: अब कों सी शरम?

और उनके बूब्स पर थप्पड़ मार के चूसा.

वो बोली: आ आह.

फिर मैने पूछा: कुर्सी पर बैठ के किया है क्या?

वो हस्सी, और मैं कुर्सी पर बैठ गया. फिर वो मेरे उपर बैठ गयी, और अपने हाथ से पकड़ कर मेरा लंड छूट में डाल दिया. फिर वो मेरे उपर उछालने लगी. अब उनके बूब्स मेरे मूह के आयेज उछाल रहे थे, और मेरे दोनो हाथ उनकी गांद पर थे. मैं बहुत ज़्यादा एग्ज़ाइट्मेंट में आ गया था, तो उन्हे और तेज़-तेज़ उछालने लगा.

वो और ज़ोर से मोन करते-करते चीख रही थी. मैं उनका एक बूब अपने मूह में लेके चूस रहा था, और वो उछले जेया रही थी. उनकी गांद पर मैने बहुत थप्पड़ मारे, बिल्कुल लाल हो गयी थी. वो भी बीच-बीच में प्यार से थप्पड़ मार के स्मूच करती. फिर कूद अपने बूब्स मेरे मूह में डाल देती. फिर 10 मिनिट बाद वो रुक के बोली-

आंटी: साँस लेने दे पागल.

मैने कहा: लाओ किस करके भर डू साँस.

और फिर 2-3 मिनिट बस स्मूच किया हमने. मैं उनकी गांद और बूब्स सहला रहा था, और वो मेरा लंड. एसी चलने के बाद भी हमे पसीना आ रहा था.

फिर मैने कहा: अब?

वो बोली: घोड़ी बनू?

मैने कहा: क्यूँ नही.

और वो बेड पर मेरा हाथ पकड़ के ले गयी और घोड़ी बन गयी. मैने पहले तो उनकी गांद पर थप्पड़ मारा. फिर उनकी गांद को मसालने लगा.

मैने कहा: अगर ये च्छेद भी भर डू तो?

वो बोली: नही, मैने बस 2-3 बार ट्राइ किया है. बहुत दर्द होता है. और तेरा तो बड़ा भी है.

मैने बोला: अगर तुम्हे ज़्यादा दर्द होगा तो निकाल लूँगा.

वो उठने लगी, बुत मैने धक्का मार के उन्हे दोबारा घोड़ी बनाया. बिकॉज़ उनका मॅन बन गया था. फिर मैने वॅसलीन ली, और उनकी गांद और अपने लंड पर लगा लिया. पहले तो अंदर जेया नही रहा था. फिर एक ज़ोर का झटका देने के बाद तोड़ा सा अंदर गया, और वो चिल्ला पड़ी.

मैने एक और धक्का मारा, और मेरा आधा लंड अंदर चला गया था. वो और चिल्लाई और बोली-

आंटी: नही जेया रहा, मोटा है, निकाल.

मैने आगे झुक के उनका मूह दबा लिया, और उनके कान को किस किया और बोला-

मैं: श बस तोड़ा और.

फिर मैं धीरे-धीरे हिलने लगा, और वो भी तोड़ा शांत होने लगी. उतने में मैं मेरा पूरा लंड अंदर-बाहर कर रहा था. लेकिन उनकी गांद बहुत टाइट थी, और वो अनकंफर्टबल तो हो रही थी. उनसे सहा नही जेया रहा था. तो 3-4 मिनिट बाद मैने वापस लंड निकाल के छूट में डाल दिया, और छोड़ने लगा.

बीच में मैने उनको डॉगी स्टाइल से उठाया, और वो घुटनो पर थी. अब मैं उनको पीछे से छोड़ रहा था. थोड़ी देर बाद उनको मैने बेड पर लिटाया, और उनकी टाँग उठा के अपने कंधो पर रख के उनको और छोड़ा.

वो बोली: इतनी देर तो आज तक नही किया मैने.

अब मेरा निकालने वाला था. मैने उनको और ज़ोर से छोड़ा.

वो बोली: अंदर मॅट निकालना.

तो जल्दी से मेरा लंड निकाल के चूसने लगी. फिर जैसे ही मेरा निकला, वो सब पी गयी. मैं हैरान था ये देख के. मैं उनके उपर ही गिर गया, और हम नंगे एक-दूसरे से लिपटे बेड पर लेते हुए थे. कब 12 से 2:30 बाज गये थे, पता नही चला.

उन्होने बोला: तुझे पहले ही बदमाश बना देना चाहिए था.

और मुझे किस किया.

मैं बोला: अब?

वो बोली : अभी जाना है.

फिर वो 10 मिनिट बाद चली गयी. उसके बाद भी हमने काई बार किया, वो भी कहानी कभी बतौँगा. तब तक के लिए टके केर. कहानी अची लगे तो शेर ज़रूर करे.