पड़ोसन भाभी की चूत के मज़े

ही फ्रेंड्स, मैं रजनीश अपनी कहानी का आखरी पार्ट लेके आया हू. उमीद है आपको पिछला पार्ट पसंद आया होगा. अगर आपने पिछला पार्ट नही पढ़ा है, तो पहले उसको ज़रूर पढ़े.

पिछले पार्ट में आप सब ने पढ़ा था, की जब भाभी का मेसेज आया, तो मैने उनको सीधा बोल दिया की मैं उनके साथ सेक्स करना चाहता था. मैने उनको जवाब देने के लिए 2 दिन का टाइम दिया.

फिर जब उनका जवाब नही आया, तो मैने उनके घर जाके भैया को वीडियो दिखाई. ये देख कर भाभी की गांद फटत गयी. लेकिन मैने भैया को उनकी वीडियो नही दिखाई थी, कोई और वीडियो दिखाई थी. पर इससे भाभी कुछ भी करने के लिए राज़ी हो गयी. फिर मैने उनको च्चत पर बुला कर मेरा लंड चूसने के लिए कहा. अब आयेज बढ़ते है.

अब भाभी अपने घुटनो पर बैठी थी, और मेरा लंड उनके सामने आधा खड़ा हुआ था. कितना ला-जवाब सीन होता है दोस्तों, जब एक नयी शादी-शुदा लड़की, जिसके हाथ में चूड़ा होता है, वो आपके सामने घुटनो के बाल बैठी होती है.

भाभी ने पिंक लेगैंग्स के साथ पिंक कुरती पहनी हुई थी. पूरी सजी हुई थी वो, जैसी हर नयी दुल्हन सजती है. उनको देख कर ही मेरा आधा खड़ा लंड पूरा खड़ा हो गया. फिर उन्होने मेरे लंड पर हाथ डाला, और उसको धीरे-धीरे हिलने लगी. मैने उनको बोला-

मैं: भाभी सिर्फ़ हिलना नही है, इसको मूह में लेके चूसना भी है.

भाभी: प्लीज़ ऐसा मत करो.

मैने तभी भाभी के बाल पकड़ कर ज़ोर से खींचे, जिससे उनकी आ निकली, और उनका मूह खुलते ही मैने अपना लंड उनके मूह में डाल दिया. फिर मैं अपने हाथ से ही उनके मूह को आयेज-पीछे करने लगा. बड़ा मज़ा आ रहा था. भाभी के मूह की गर्मी मेरे लंड को बड़ी शांति दे रही थी.

फिर मैने दोनो हाथ भाभी के सर पर रखे, और अपनी कमर आयेज-पीछे करके ज़ोर-ज़ोर से उनके मूह को छोड़ने लगा. भाभी चोक हो रही थी, और उनके मूह से थूक बह रही थी. तकरीबन 5 मिनिट मैने भाभी के मूह को छोड़ा. फिर मैने उनका मूह अपने माल से भर दिया.

जैसे ही मेरा माल भाभी के मूह में निकला, उन्होने माल थूक दिया, और नीचे चली गयी. मुझे बड़ा मज़ा आया. मैने नीचे आते ही भाभी को मेसेज किया-

मैं: भाभी आपका मूह छोड़ के इतना मज़ा आया. पता नही छूट छोड़ के कितना मज़ा आएगा.

भाभी ने मेसेज पढ़ तो लिया, लेकिन कोई रिप्लाइ नही दिया. फिर 2-3 दिन बीट गये. मैने भाभी को मेसेज किया-

मैं: भाभी अब कों से दिन आप मुझे छोड़ने का मौका डोगी?

भाभी: मैं ऐसे ही नही तुमसे चूड़ने आ सकती. अभी-अभी मेरी शादी हुई है, मैं ऐसे कैसे घर से निकलु?

मैं: घर से थोड़ी निकलना है. आपको तो बस मेरे घर आना है.

भाभी: मैं सोचती हू कुछ.

फिर अगले दिन भाभी का मेसेज आया: तुम्हारा अपना रूम है.

मैं: हा.

भाभी: हमारे घर में रात में सब लोग 10 बजे से पहले सो जाते है. सोने से पहले सब दूध पीते है. मैं सब के दूध में नींद की गोली मिला दूँगी, ताकि सब गहरी नींद सो जाए. फिर मैं तुम्हारे पास आ जौंगी.

मैं: वाह भाभी क्या दिमाग़ लगाया है. मैं भी नींद की गोली दे दूँगा सब को. ताकि कोई दर्र ना रहे किसी के जागने का.

अब मैं बहुत खुश था, और रात होने का इंतेज़ार कर रहा था. फिर 10 बजे, और मैने एक बार मूठ मार ली, ताकि मेरा जल्दी ना निकल जाए. फिर भाभी अपने घर की च्चत से मेरे घर की च्चत पर आई. मैं उनको सीधा अपने रूम में ले आया. भाभी ने पर्पल कलर का शाइनिंग वाला नाइट सूट पहना हुआ था. उसमे वो तबाही लग रही थी.

रूम में आते ही मैने भाभी को अपनी बाहों में भर लिया, और उनके होंठ चूसने शुरू कर दिए. पहले-पहले भाभी मेरा साथ नही दे रही थी, लेकिन फिर वो भी साथ देने लगी. हमारी किस काफ़ी इनटेन्स हो गयी थी, और हम दोनो एक-दूसरे के बदन पर हाथ फेर रहे थे.

फिर मैं अपने हाथ भाभी की सेक्सी गांद पर ले गया, और उसको दबाते हुए किस करने लगा. कम से कम हमने 15 मिनिट एक-दूसरे के होंठ चूज़. उस किस ने भाभी को आचे से गरम कर दिया था.

फिर मैने भाभी का शर्ट खोला, और उतार दिया. उसके बाद मैं उनकी गर्दन चूमने लगा, और क्लीवेज में मूह मार कर चाटने लगा. फिर मैने उनकी ब्रा उतार कर उनके खूबसूरत बूब्स को बाहर निकाल लिया. बूब्स देखते ही मैं पागल हो गया, और जानवरो की तरह चूसने लगा.

भाभी आ आ करके मेरे सर को अपने बूब्स में दबा रही थी. फिर मैने भाभी का पाजामा और पनटी भी उतार दी, और उनको बेड पर लिटा दिया. अब वो सेक्सी लड़की मेरे सामने पूरी नंगी थी. मैने उनकी टांगे खोली, और उनकी छूट पर मूह लगा कर चाटने लगा.

मैं इतनी ज़ोर से चाट रहा था की वो चूड़ने के लिए पागल हो रही थी. कुछ देर में जब उनकी छूट बिल्कुल गीली हो गयी, तो मैं अपने कपड़े उतार कर नंगा हो गया. मेरा लंड देख कर भाभी को खुशी तो हुई, लेकिन वो बोली कुछ नही.

मैने फिर लंड उनकी छूट पर सेट किया, और रगड़ते हुए अंदर डाल दिया. आह! ऐसी ही आवाज़ मेरे और भाभी दोनो के मूह से निकली. भाभी की छूट काफ़ी टाइट थी. और गर्मी तो पूछो ही मत कितनी थी. फिर मैं भाभी के उपर लेट गया, और उनको किस करते हुए छोड़ने लगा. भाभी आ आ कर रही थी, और गांद उठा-उठा कर लंड ले रही थी.

उन्होने बोला नही, लेकिन उनकी शकल पर चरमसुख मिलने के एक्सप्रेशन्स थे. 20 मिनिट मैने भाभी को उसकी पोज़िशन में छोड़ा. फिर मैं उनकी साइड पर आ गया, और उनकी टाँग उठा कर लंड उनकी छूट में दे दिया. इस पोज़िशन में जल्दी नही झाड़ता बंदा.

इस पोज़िशन में मैने कम से कम 30 मिनिट छोड़ा भाभी को. जब मेरा निकालने वाला हुआ, तो मैने भाभी को बोल कर लंड बाहर निकाल लिया. फिर वो मेरे उपर आई, और मेरा लंड चूस कर पानी निकाल दिया. उसके बाद वो मेरे पास लेट गयी. हम दोनो की साँसे फूली हुई थी.

भाभी बोली: बहुत मज़ा आया मुझे तुम्हारे साथ. दिनेश में इतना दूं नही है. मेरा बाय्फ्रेंड भी बहुत अछा छोड़ता था मुझे. आज एक बाद जब भी तुम्हारा दिल करे मुझे बता देना, मैं आ जौंगी.

उस दिन के बाद से भाभी मेरी पक्की रंडी बन गयी.

तो दोस्तों यहा कहानी ख़तम होती है. अगर आपको कहानी पसंद आई हो, तो इसको फ्रेंड्स के साथ शेर ज़रूर करे.