मोनिका भाभी – एक शुरुआत

हेलो दोस्तो, मेरा नाम रवि है और मे देल्ही का र्हेने वाला हू. मे बहोट दीनो से सेक्स स्टोरीस पढ़ रहा हू. तो आज फेली बार मे भी अपनी रियल स्टोरी लिख रहा हू.

ये स्टोरी मेरी और मेरे मामा के लड़के की वाइफ यानी मेरी भाभी के बीच की है. यह मेरी फेली स्टोरी है अगर कुछ ग़लत लिख डू तो माफ़ करना और हन मुझे एमाइल करके फीडबॅक ज़रूर देना (मेरा एमाइल लास्ट मे है).

तो अब जयदा बोर ना करते हुए स्टोरी पर चलते है:-

यह स्टोरी आज से 3 साल फेले की है जब मे नया नया कॉलेज गया था. दिखने मे ठीक ताक था तो गफ़ भी ब्न गयी थी. पर मे मॅरीड लड़कियो मे जयदा इंटेरेस्ट रखता था. मेरे मामा का लड़का अमन एक इट कंपनी मे जॉब करता है और भाभी एक हाउसवाइफ है और उनका एक 8 साल का लड़का है. वो लोग फ्लॅट मे र्हते है और बाकी फॅमिली विलेज मे.

मेरी प्यारी भाभी का नाम है मोनिका, हाइट थोड़ी छ्होटी है. 5 फीट एक आस पास पर एक दूं मस्त फिगर गोल गोल बूबास और गोल मटोल गांद. उनको टाइट कपड़े पहेने की आदत है तो उनका पूरा फिगर सॉफ सॉफ नज़र आ जाता है. रंग बिल्कुल गोरा और फेस तो पुच्च्ो ही म्ट. कुछ होती है ना जिनका फेस और आँखे देखने से ही छोड़ने का म्न हो जाए उन्मसे से एक थी मेरी मोनिका भाभी.

मेरी और भाभी की इतनी बात तो नही होती थी पर थोड़ी बहोट सी मज़ाक हो जाती थी. एक दिन हम एक शादी मे मिले.

तो वो ताने देने लगी की आप तो कभी आते ही नही हो, ऐसा क्या मिल गया कॉलेज मे. मैने भी सी मे बोल दिया की जिस दिन मिलेगा आपके फ्लॅट पर ही लेके आएगे. उस दिन उसने ब्लॅक कलर की सारे पहनी हुई थी बिल्कुल माल लग रही थी. उसी दिन मैने डिसाइड किया की इनसे ज़रूर मिलना है.

तो एक दिन मे जान भुजकर मंडे को उनके घर गया. जिसे अमन तो अपनी जॉब पर हो और बेटा स्कूल मे और भाभी अकेली मिले. और ऐसा ही हुआ, जैसी ही डोर खुला तो वो अकेली थी. उन्होने कुरती और लेगैंग्स फेणी हुई थी बिल्कुल टाइट. मॅन तो कर रहा था की गोदी मे उठा के छोड़ डालु, पर नही कंट्रोल किया.

पर वो थोड़ी उदास सी दिख रही थी मुझे लगा पीरियड्स होंगे तो हम अंदर गये और वो मेरे लिए पानी लाई. फिर हुँने बाटीएन की और इसी बीच मैने पूछ ही लिया की देवर को देख कर उदास हो गये क्या, उस दिन तो बड़ा बोल रहे थे आते नही और आज.

मोनिका भाभी:- नही रवि ऐसा कुछ नही है.

वो पानी लेने गयी, चलते हुए उनकी गांद यार क्या बोलू उनका फिगर 36-30-38 का रहा होगा.

मे:- भाभी बताओ ना क्या हुआ, इतने उदास क्यू हो?

मोनिका भाभी:- यार क्या बोलू, इट वेल से शादी कर के जिंदगी कहराब हो गयी. रात को लाते आते है उपार से दारू और आज मंडे है तो मेरी ग़लती है क्या.

मे:- कोई ना भाभी छ्होटी मोटी लड़ाई तो होती र्हती है.

(पर मे मॅन ही मॅन इश्स टॉपिक को लेके उनके साथ घुल मिल जाना चटा था.)

मोनिका भाभी:- छ्चोड़ो यार और बताओ क्या ब्नौ छाई या कॉफी?

मे:- भाभी फेले म्न्न हल्का कर लो, और टेन्षन ना लो घर घर की यही कहानी है.

मोनिका भाभी:- क्या पता, वैसे तू तो सिंगल है तुझे इतनी दुनिया डारी का कैसे पता रे.

मे(हेस्ट हुए):- बस पता है, आप बताओगे तो और पता चल जाएगा.

फिर वो छाई बनके ले आई.

बातो बातो मे पता च्ला की अमन भाभी को गाली भी देता है और कभी कभी हाथ भी उठा देता है. भाभी अब थोड़ी एमोशनल हो गयी थी.

मे:- यार आप रोते हुए आचे नही लगते, और उनके आशु पूछने का नाटक करने लगा इसी बहने उनको टच किया. क्या मुलायम मुलायम स्किन थी यार..!

फिर वो थोड़ी करीब आती गयी, फिर मैने जानभुजकर एक बिस्कट छाई मे दुबूया और उठाया जिस से वो छाई मे गिरा और छाई की बूंदे उनके और मेरे कपड़ो पर गिरी.

अब मुझे मौका मिल गया उनके घुटनो और जाँघो पर हाथ फेरने का. मे छाई सॉफ करने का नाटक कर रहा था और मज़े ले रहा था उनके टाँगो पर हाथो से.

उन्होने कुछ नही बोला अब मुझे हिंट मिलने लगा था की वो दुखी तो है ही पर वो सेक्स की भी प्यासी है. फिर मैने और कन्फर्म करने के लिए अपनी छाई मे एक बिस्कट डुबोया और उनको खिलाया. उन्होने सीधा खा लिया और उनके होत मेरी उंगलियो को टच हुए, मज़ा आ गया.

12:30 का टाइम होगा तो उनका बेटा भी स्कूल से आने वाला था. तो मैने सोचा की क्यू ना अभी सिर्फ़ मजे दिए जाए जिससे वो खुद बोले चूड़ने के लिए.

अब जैसे ही वो उठके जाने लगी, तो उनकी नेक पर एक निसान दिखा मेरे को.

मे (थोड़ी रोमॅंटिक आवाज़ मे):- मोनिका ये क्या है यार?

मोनिका भाभी:- कहा?

मे:- नेक पर.

वो रुकी, पर मैने उनका हाथ पकड़ कर उनको पिकचे खिछा और निसान देखने के लिए उठा. इसी बीच वो भी पीछे हुई और उनकी गोल गोल गांद और मेरे लंड का मिलन हुआ.

मैने एक हाथ से उनका हाथ पकड़ा हुआ था और दूसरे से उनके बाल आयेज किए और निसान को टच करने के बहाने उनकी नेक पर हाथ घूमने लगा. पता नही उनको क्या हुआ और उन्होने मज़ाक मे मुझे कोहनी मारी. जिससे मे सोफे पर पीछे की और गिर गया. पर उनका एक हाथ पकड़ा हुआ था तो वो भी खीची चली आई.

अब मे सोफे पर और वो मेरे गोद मे, मेरे लंड पर गांद टिकाए हुए. मैने देर ना करते हुए उनकी नेक पर किस करना शुरू कर दिया. वो कुछ नही बोली, बस उन्होने मेरे हाथ को टाइट पकड़ लिया. यहा से मुझे ग्रीन सिग्नल मिल गया.

मे उनकी नेक पर किस करता रहा और एक हाथ उनकी कुरती के अंदर डाला और उनकी नेवेल एक आस पास फेरने लगा.

क्या बतौ दोस्तो, बहोट प्यारी खुसभू आ रही थी और उनकी गांद मेरे लंड पर काफ़ी फिट हुई रखी थी. फिर मैने उनकी चुननी उतार के फैक दी और उनके बूबास कुरती के उपर से दबाने लगा.

वो भी अब ढेरे ढेरे गरम हो रही थी. मैने उनका फेक तोड़ा घुमाया और होतो के आस पास किस करने लगा. 2-3 मीं मैने ऐसे ही निकाल दिए उनको मज़ा आ रहा था. मेरा काम अभी उनको मज़ा देना था जिससे की बाद मे वो मुझे मज़ा दे.

फिर मैने उनको घुमाया और अब उनका और मेरा फेस आमने सामने आ गया. अब मैने अपने दोनो हाथ उनकी गांद पर रखे और अपनी और खिछा. हुमारी नज़रे मिली, उसकी आँखे सॉफ सॉफ बता रही थी की भुझा दो मेरी प्यास.

मैने उनके होतो पर होत रख दिए और किस करना शुरू किया. अब भाभी भी साथ देने लगी. मैने अपने हाथो से उनकी गांद मसल रहा था और वो मेरे सिर के बालो और खिच रही थी और हम एक दूसरे मे खो से गये.

9-10 मीं स्मूच करने के बाद मैने उनकी क़ुरई उतार दी. मेरा ध्यान सीधा उनके ब्रा के बीच क्लेआवगे पर एक तिल पर गया और इतने मे उनके बचे की आवाज़ आई मम्मी डोर खोलो.. ना चाहते हुए भी ह्यूम रुकना पड़ा.

हुँने कपड़े ठीक किए और नॉर्मल हो गये, उनका बेटा आया वो उसकी ड्रेस चेंज करने लगी खानी देने लगी उसको.

मोनिका भाभी:- रवि तुम भी खाना खा लो?

मे:- ना मोनिका, मुझे तो वो तिल खाना है.

भाभी ने एक प्यारी सी स्माइल दी.

मुझे समझ नही आ रहा था की क्या करू. तभी उनका बचा बोला मुम्मा मे खाना खा के थोड़ी देर ग्राउंड मे खेल लू. मैने सीधा हन बोल दिया. थोड़ी देर बाद वो खेलने च्ला गया.

मे:- मोनिका आ जाओ मुझे भी कुछ खिला दो.

मोनिका भाभी:- अच्छा जी..

हम दोनो एक दुरे को किस करने लगे. फिर वो बोली जहा से ख़तम किया था व्ह से शुरू करे…और हासणे लगी.

मे:- क्यू नही आज मे सिर्फ़ आपको मजे देने डुगा जैसा आप बोले और हम दोनो हासणे लगे.

उसने देर ना करते हुए अपनी कुरती और ब्रा उतार दी और सोफे पर मेरे उपर आके बैठ गयी.

अब जो बूबास मैने कभी टाइट ड्रेसस मे देखे थे वो मेरे सामने थे. मैने उनको अपने मूह मे भर लिया. वो चिल्लई आराम से ज्लडी कैसी है. मे बोला वो बेटा आ जाएगा.

उसने बोला क्या हुआ आपके भैया 10 ब्जे से फेले नही आएगे और बेटा तूतिओं भी जाएगा तो टाइम ही टाइम है मेरे बेबी.

मे:- अच्छा बेबी सारे हिंट दे दो हाहहहाहः…

फिर मैने उनके बूबास चूसने शुरू कर दिए. कभी किस करता कभी बूबास दबाता, कभी मूह मे लेता बड़ा मजा आ रहा था. वो भी आह आहा हह की सिसकिया ले रही थी. फिर मैं उसको बेड पर ले गया जहा उसको लिटा कर किस किया. कभी होतो पर, कभी गालो पर, कभी नेक पर.

उसके बाद बूबास पर आया, फिर नेवेल पर और फिर उनकी लेगिंग उतरने ही वाला था की उनका बेटा आ गया. पर उनकी लेगिंग पर गीला होने का निसान था.

आप ही सोचो दोस्तो की छूट कितनी गिल्ली और रसीली होगी, जो पेंटी के बाहर और लेगिंग के बाहर निसान आया. पर इतना आइडिया हो गया था की उनकी छूट पर बाल है जो मुझे पसंद नही थे.

अब आयेज अगले पार्ट मे बटौगा की क्या क्या हुआ, उनके बेटे के तूतिओं जाने के बाद.

तब तक अपना फीडबॅक दे और कोई ग़लती हुई लिखने मे वो बताए जिससे मे आयेज सही लिख साकु, मुझे मैल करे.

कोई लड़की भाभी या आंटी ऑनलाइन फन, रियल मीट कुछ भी करना चाहे तो मैल करे. मेरा काम ही आपको मजा देना है, जिससे आप बाद मे मुझे मज़ा दो.