मेरी अम्मी बनी सेक्रेटरी या रंडी

मेरा नाम शोहेब ख़ान है, मैं म्बा का स्टूडेंट हूँ. मेरी आगे 21 साल है, और मिड्ल क्लास फॅमिली से बिलोंग करता हूँ. मेरी फॅमिली की आर्तिक स्थिति कुछ ठीक न्ही थी, इसलिए मैने एक कंपनी मे पार्टी टाइम जॉब ढूंड ली थी.

ताकि मैं अपना खर्चा खुद ही उठा सकूँ, सब कुछ ठीक चल रा था. मेरे अब्बू हामिद ख़ान एक प्राइवेट कंपनी मे काम करते थे, एक दी अब्बू के उपेर उनकी कंपनी ने आरोप लगा दिया.

और कंपनी ने मेरे अब्बू पर पोलीस केस बना दिया, जिससे अब्बू की इमेज खराब हो गयइ और उन्हने जॉब से निकल दिया. अब उनको किसी और कंपनी मे जॉब न्ही मिल र्ही थी, हुमारे घर की हालत अब कुछ ठीक न्ही थी.

रोज की तरह मैं ऑफीस मे गया तो मुझे पता चला की मेरे बॉस राहुल जो की 24 साल के यंग थे. जिन्होने कुछ ही दीनो मे अपने फॅमिली बिज़्नेस को आसमान की बुलंदियो पर पोहच्ा दिया था.

हुमारे मॅनेजर ने मुझे ब्टाया की बॉस अंदर अपने लिए सेक्रेटरी का जॉब इंटरव्यू ले र्हे है, क्या मैं अंदर जा कर उनकी हेल्प कर दूं. तभी मैं बॉस के ऑफीस मे गया और कुछ देर बाद इंटरव्यू स्टार्ट हो गया.

जो लड़की इंटरव्यू के लिए आती, बॉस उससे बहोट ही गंधे गंधे सवाल पूछ र्हे थे. और जो लड़की खूबसूरत न्ही होती उससे तो बॉस सीधा रिजेक्ट ही कर र्हे थे. खैर सभी लड़कियो का इंटरव्यू ख़तम होने को आया था.

पर बॉस को कोई भी लड़की पसंद न्ही आ र्ही थी, तो मेरे बॉस बोले – यार शोहेब कोई भी असली माल इंटरव्यू देने न्ही आई, जो लंड मे आग लगा दे.

तभी एक औरत कॅबिन मे आई, उसने बुरखा पहना हुआ था. उसका फिगर बहोट ही ला जवाब था, उसके बड़े बड़े बूब्स की शेप बुरखे मे सॉफ दिख र्ही थी. उसकी गंद तो बहोट ही मस्त उभरी हुई थी.

बॉस का तो उस औरत को देख कर लंड ही खड़ा हो गया था, और वो पंत के उपेर से ही अपना लंड मसलने लग गये. तभी उस औरत ने अपने चेहरे से परदा हटाया, जिसे देख कर मैं पूरी तरह से चॉक गया.

क्योकि वो औरत और कोई न्ही मेरी अम्मी नफ़ीज़ा थी. मेरी अम्मू नफ़ीज़ा इतनी खूबसूरत है की मेरे मोहाले के सारे लड़के मेरी अम्मी पर लाइन मरते है. और कायओ ने तो मेरी अम्मी को रास्ते मे पकड़ कर पर्पस भी किया था.

जब अम्मी रोड पर चलती है तो सारे मर्द अम्मी की गंद को बुरखे मे मटकता देख कर अपना लंड मसलते है. अम्मी के बड़े बड़े बूब्स से दूध हर कोई पीना चाहता था.

अम्मी 44 साल की होने के बाद भी उनका फिगर 38-28-38 है. जो की बहोट ही अट्तरअसीवे है, बॉस ने अम्मी को चेर पर बैठने को बोला. फिर अम्मी बॉस को अपने सेरटीकते और डॉक्युमेंट्स दिखाने लग गयइ.

सारे डॉक्युमेंट्स और सर्टिफिकेट पढ़ने के बाद बॉस बोले – नफ़ीज़ा जी हम लोग सिर्फ़ 25 साल की लड़की को ही सेक्रेटरी की पोस्ट पर र्खते है, और उसी आगे की लड़की हम ढूंड र्हे है.

अम्मी – सिर प्लीज़ मुझे ये जॉब दे दीजिए, मैं आपको कभी निराश न्ही करूँगी. मुझे इस जॉब की बहोट ज़्यादा ज़रूरत है.

बॉस – वो तो ठीक है, पर आप मुझे उस तरह से सॅटिस्फाइड न्ही कर पावगी. जिस तरह से कोई 25 साल की लड़की कर स्काती है.

अम्मी – सिर मैं हर वो काम करूँगी, जो एक 25 साल की लड़की आपके लिए कर स्काती है.

बॉस – तो क्या आप मॉडर्न ड्रेस पहें कर ऑफीस मे आ पावगी?

अम्मी – सिर मैं हर तरह की मॉडर्न ड्रेस पहूँगी.

बॉस – ठीक है फिर आप अब खड़ी हो जाइए.

अम्मी अब खड़ी हो गयइ, फिर बॉस ने मम्मी को घूमने का इशारा किया. अम्मी चुप छाप घूम गयइ, फिर बॉस मेरी अम्मी की गंद को बुरखे के उपेर से देखने लग गये. मुझे ये सब देख कर बहोट बुरा लग रा था.

बॉस – अब तुम मुझे थोड़ी डोर तक चल कर दिखायो.

फिर अम्मी चलने लग गयइ, जिससे अम्मू की मस्त गंद थिरकने लग गयइ. बॉस की नज़रें तो अम्मी की तिरकति हुई गंद पर ही जाम गयइ थी. फिर अम्मी डोर के पास जा कर खड़ी हो गयइ तो बॉस बोले – ठीक है अब तुम सीट पर आ कर बैठ जाओ.

अम्मी वापिस अपनी सीट पर आ कर बैठ गयइ, बॉस की नज़रें तो अम्मी के मोटे मोटे बूब्स पर थी और वो बोले.

बॉस – नफ़ीज़ा तुम्हारा फिगर कितना है?

अम्मी को अब ये सब बताने मे शरम आ र्ही थी, और वो बोली – 38-28-38 है.

बॉस – बहोट ही मस्त फिगर है, तभी बुरखे के उपेर से तुम्हारे बूब्स और गंद की शेप बहोट ही मस्त दिख र्ही है.

बॉस ये सब मेरी अम्मी को मेरे ही सामने बोल र्हे थे. पर मैं और अम्मी कुछ भी न्ही बोल स्केट थे, अम्मी अपनी आँखने झुकाए बैठी हुई थी.

बॉस – नफ़ीज़ा तुम्हारी जॉब तो पक्की है, पर तुम्हे सेक्सी ड्रेस जेसे स्लीव लेस ब्लाउस के साथ सारी, जीन्स और शॉर्ट टॉप जिसमे तुम्हारी नेवेल देइखहे. और तुम्हे शॉर्ट गाउन जेसी सेक्सी ड्रेस पहें कर ऑफीस मे आना होगा.

अम्मी ने ऐसी ड्रेस कभी भी न्ही पहनी थी, पर अम्मी ने अभी मजबूरी मे बॉस को हन बोल दिया था.

बॉस – तो तुम्हारी जॉन पक्की है, तुम कल से जाय्न कर स्काती हो.

फिर अम्मी चली गयइ और बॉस मुझसे बोले – यार क्या कमाल का माल था, इसको तो मैं पता कर अपनी रंडी बौंगा. साली के इतने बड़े बड़े बूब्स है, और इसकी मस्त उभरी हुई गंद है. इसकी गंद को देख कर इसकी गंद मे लंड दल कर छोड़ने के मान होता है.

मुझे ये सब सुन कर बहोट ही बुरा लग रा था, क्योकि मेरे बूस मेरे सामने ही मेरी मा को छोड़ने की बातें किए जा रा था. पर मैं अभी कुछ बोल भी न्ही स्कता था.

ना ही मैं अपनी अम्मी को ये बीटीये स्कता था, की मेरे बॉस की उन पर नियत बहोट गंदी है. अगले दिन अम्मी ने ऑफीस जाय्न किया और दो टीन दिन ऐसे ही निकल गये. मेरे बॉस बस अम्मी को छोड़ने का मोका देख र्हे थे.

वो मोका मिलते ही अम्मी की गंद पर हाथ फेर देते थे, कभी कभी अम्मी को अपने सामने जान भुज कर झुकते थे. ताकि वो मेरी अम्मी के बूब्स को देख सके. अब अम्मी भी समझने लग गयइ थी, की उन पर उनके बॉस की ग़लत नज़र है.

पर अम्मी को अब ये सब अछा न्ही लग रा था, पर वो मजबूर भी थी.

दोस्तो अब आयेज क्या होता है, ये मैं इस कहानी के अगले पार्ट मे बटुंगा.