मामू का लंड और मेरी गांद

हेलो आज की कहानी मेरी गांद चुदाई की है. मुझे गान्डू और मेरे अंदर गे फीलिंग्स पेड़ा करने वाला कोई और नही बलके मेरे मामू थे. में हमेशा से ही एक शरीफ सा लड़का था और मुझे सेक्स का भी बस इतना पता था के पति और पत्नी के बीच होता है. मामू ने मुझे सिड्यूस करके ऐसा मज़ा दिया के आज भी में चुदाई के बगैर नही रह पाता.

खैर पहले आपको में अपने और मामू के बारे में बताता हूँ. मेरी पहली चुदाई तब हुई थी जब में 18 साल का था. काफ़ी आवरेज बॉडी थी मेरी लेकिन मेरी गांद बहोट ही रौंद और मोटी थी. टाइट पॅंट्स पहनने से काफ़ी उभर आती थी. जिस्म बिल्कुल गोरा था और स्मूद और हेरलेस बॉडी थी मेरी.

अब तोरा मामू के बारे में बताता हूँ. वो सबसे बारे मामू हैं उनकी आगे 52 थी. बहोट लंबे थे और पायट भी निकला हुआ था. जिस्म पे इतने बाल थे के क्या बताओं और लंबी चौरी मोचैईन भी थी. दिखने में बहोट गुस्से वेल लगते थे.

अब स्टोरी की तरफ आता हूँ. मेरी छूतियाँ चल रही थी और में घर बेता था. उन दीनो मामू भी आए हुए थे और हमारे घर ही रुके हुए थे. में तो ज़्यादातर अपने रूम में बेता टीवी या गेम्स खेल रहा होता था तो इतना टाइम उनके साथ नही स्पेंड किया.

लेकिन कुछ हफ्तों बाद मेरी फॅमिली ने गाओं जाने का सोचा लेकिन मेरा कोई मूड नही था और दोसरा मामू रुके हुए थे तो किसी को तो घर रुकना था इस लिए मुझे उनके साथ चोर गये.

शुरू के पहले 2 दिन कुछ ना हुआ बस लंच और डिन्नर के टाइम में और मामू बेत के खाना खाते थे फिर वो अपने रूम में और में अपने.

तीसरे दिन कुछ ऐसा हुआ के मामू को ऑफीस से 2 वीक्स की छुट्टी मिल गयी. मामू घर जल्दी आगाए ऑफीस से और मुझे बोला आओ कहीं घूमने चलते हैं. में भी काफ़ी टाइम से कहीं नही गया था इस लिए मान गया. मामू और में बिके पे गये घूमने. 2-3 घंटे काफ़ी डिफरेंट जगहों पे घूमे हम.

अब बिके पे में मामू को पीछे से हग करके बेता था क्यूंके में बिके से गिरने से बहोट डरता था. अब जेसे मैने बताया के मामू का पायट निकला हुआ था तो मुझे कुछ ज़्यादा नीचे से हग करना परा था. हम पार्क जा रहे थे और मामू बिके बहोट तेज़ चला रहे थे अचानक मेरा हाथ मामू के सोए लंड पे आ गया. में जल्दी से समाज गया और हाथ हटाया.

मामू: कोई बात नही पाकर लो ये कटेगा नही

अब कोई नॉर्मल इंसान तो वापस हाथ ना रखता लेकिन मामू की बात सुनके मैने वापस हाथ रखा. मामू ने मेरा हाथ सही से लंड पे सेट करके रखा और उनका सोया हुआ लंड मेरे हाथों में था. अब मेरे दिमघ में बस यही चल रहा था के मामू का लंड इतना लंबा और मोटा है वो भी सोया हुआ. मेरा खरा लंड मामू के सोए लंड के बराबर था.

खैर हम फिर पार्क पोंच गये. मामू काफ़ी स्माइल दे रहे थे मुझे और मेरे जिस्म को काफ़ी घूर रहे थे. पार्क में बहाने बहाने से मुझे टच करलेटे थे. मेरे दिमघ में भी बस मामू का लंड लंड था और में अब उनके लंड को सही से देखना चाहता था के कितना बरा है.

हमने काफ़ी देर पार्क में गुज़री और आइस्क्रीम वगेरा खा के निकालने लगे. बिके पे बेत्ते ही मैने वापस अपना हाथ उनके लंड पे ले गया. मामू के चेहरे पे एक स्माइल थी और फिर उन्होने ने सही से मुझे अपना लंड पाकारवा दिया. वापसी के रास्ते में अचानक बारिश शुरू हो गयी. लेकिन घर से आधे रास्ते पे इतनी तेज़ बारिश हो गयी के हमे एक बस स्टॅंड पे बिके रोकनी पारी.

बारिश इतनी तेज़ थी के कुछ नज़र भी नही अरहा था. हमे डोर डोर तक कोई नज़र नही अरहा था बस रोड पे एक दो गारियाँ स्पीड से क्रॉस करती नज़र आती. ठंड भी बहोट थी और हम गीले भी हो गये थे. बारिश इतनी तेज़ थी के हम तो यही सोचने लगे के शायद घर तक नही पोंच पाएँ क्यूंके तकरीबन 40-45 मिन्स का रास्ता बाक़ी था.

में और मामू बस स्टॅंड पे बेते थे. मामू ने अचानक मेरा हाथ पकड़ा और अपने लंड पे रख दिया. मैने उनका लंड पाकर लिया, मामू मुझसे बात कर रहे थे और आहिस्ता आहिस्ता मेरे हाथ से अपना लंड हिला रहे थे. मामू का लंड टाइट होने लगा और जल्द ही खरा हो गया.

मामू: कभी किसी का लंड पकड़ा है?

मे: नही.

मामू: मेरा केसा है?

मे: आपका तो इतना बरा है और इतना गरम भी है.

मामू: हहा फिकर ना करो तुम्हारा भी बरा होज़ायगा… शलवार उतरके देखोगे?

मे: मामू किसी ने देख लिया तो?

मामू: चलो जब घर चलें तो देख लेना.

मे: ठीक है.

बाकी का पूरा वक़्त मामू मुझे अजीब अजीब बातें बीटीये रहे थे. जेसे के बारे लंड से कितना मज़ा आता है. लेकिन इन सब बातों में मुझे मज़ा अरहा था. मामू मुझे बीटीये रहे थे केसे गे सेक्स होता है वगेरा. मामू ने मुझे वेसए ही बातों से बहोट हॉर्नी कर दिया था.

फिर बारिश बंद हो गयी तो हम बिके पे वापस घर चल दिए. रास्ते में भी मैने मामू का लंड पकड़ा हुआ था और आहिस्ता आहिस्ता उससे सहला रहा था जेसे मामू ने सिखाया था.

घर पोचे तो अभी भी हम काफ़ी गीले थे और ठंड से काँप रहे थे. में अपने रूम की तरफ जा रहा था काप्राय बदलने तो मामू ने रोक लिया.

मामू: कहाँ जा रहे हो?

मे: मामू काप्राय चेंज कर लून.

मामू: अरे दोनो मर्द ही हैं यहीं उतरो और काप्राय पहने की ज़रूरत नही.

मे: लेकिन मामू मुझे शरम आएगी.

मामू: अरे केसी शरम… इस बहाने मेरे लंड से भी खेलने दूँगा आओ.

ये बोलके मामू ने मुझे टाइट्ली हग कर लिया. अभी भी कप्रों से पानी तपाक रहा था. मामू ने मेरी शर्ट उतरी फिर मेरी ट्राउज़र भी नीचे करदी. मामू मेरे जिस्म की तारीफ करने लगे. जेसे मेरी गांद कितनी प्यारी है और ये तो मज़ा देगी.

फिर मामू ने अपनी कमीज़ उतरी और मेरे हाथ अपने चेस्ट पे रख दिए. उनके गीले चेस्ट हेर और निपल्स फील करके मुझे काफ़ी अछा लगा. मामू ने अपना शलवार का नारा खोला और वो नीचे गिर गयी. मेरी आँखों के सामने उनका लंड था. में तो हेरान हो गया के ये क्या है. उनका लंड पूरा टाइट था और मेरे लंड से डबल साइज़ का था.

फिर मामू रूम से टवल ले आए और मुझे पोछने लगे और फिर अपने आप को पोछा. मामू ने मुझे अपने रूम में ले गये और बेड पे बेता दिया. फिर उन्होने टीवी पे गे पॉर्न लगा दिया.

ये आपको बता डून मैने आज तक पॉर्न भी नही देखा था. मोविए में एक लड़का दोसरे का लंड चूस रहा था और फिर उससे गांद में ले रहा था. मेरा लंड तो बिल्कुल टाइट हो गया ये सब देख के.

मामू मेरे करीब आगाए और मेरा हाथ अपने लंड पे रख दिया और अपने हाथ में मेरा लंड पाकर लिया. वो मेरा लंड सहला रहे थे और में उनका. बहोट मज़ा अरहा था मुझे और ये सब बहोट एग्ज़ाइटिंग लग रहा था.

मामू: केसा लग रहा है?

मे: मामू मज़ा आ रहा है.

मामू: याद रखना ये सिर्फ़ हमारे बीच में है और किसी को नही बताना.

मे: जी मामू.

मामू: मुझे काफिओं ने बताया है के मेरा लंड बहोट टेस्टी है… ट्राइ करोगे?

मे: उम्म्म.. लेकिन.. उम्म… जी हन में ट्राइ करूँगा.

फिर मामू ने मेरा सर पकड़ा और अपने लंड की तरफ ले गये. उनके लंड के करीब आते ही मैने अपने मूह खोला और आहिस्ता आहिस्ता उनका लंड मूह में ले गया. उनका आधा लंड ही मूह में फिट हो रहा था. उनका प्रेकुं भी लीक हो रहा था और उसका टेस्ट इतना अछा था के में लॉलिपोप की तरहा उनका लंड चूस रहा था.

मैने जेसे वीडियो में देखा वेसए कॉपी कर रहा था कभी उनका लंड चूस्टा कभी पूरा चाट्ता और उनके टटटे भी चाट रहा था.

मामू: उफ़फ्फ़.. अया… क्या बात है.. पहले किसी का चूसा है क्या..?

मे: नही मामू.

मामू: यार तो तुम इतना अछा केसे चूस्टे हो… एम्म… मज़ा आ गया.

काफ़ी देर चूसने के बाद मेरे मूह में दर्द होने लगा. मैने मूह से लंड निकाला और मामू को बताया के अब तक गया हूँ. मामू ने मुझे पाकर के डोग्ग्स्त्यले में सेट कार्डिया. और मेरी गांद में अपना मूह घुसा दिया. इस सब आक्षन से में शॉक हो गया लेकिन जेसे मामू ने होल चाटना शुरू किया में मज़े में पागल होने लगा.

मामू ने मेरे होल को इतना छाता और फिर अपनी झीब को होल में घुसने लगे. में तो मदहोश हो गया. काफ़ी देर ऐसा करने के बाद मामू ने मूह हटाया और ड्रॉयर से लूबे की बॉटल निकल दी. उन्होने काफ़ी लूबे गांद पे लगाया और अपने लंड पे. मामू ने मेरे होल पे अपना टाइट लंड आराम आराम से रब करने लगे. में तो मज़े में था मुझे ये सब इतना अछा लग रहा था के मुझे लगा मेरी मूठ निकल जाएगी.

फिर मामू ने टोपा होल पे सेट किया और आहिस्ता आहिस्ता ज़ोर देने लगे. मुझे हल्की हल्की होल में जलन होती जेसे वो ज़ोर देते. लेकिन में खुद भी उनका लंड अंदर लेना चाहता था इस लिए बर्दाश्त किया.

आख़िर फाइनली मामू का टोपा अंदर घुस गया और मुझे दर्द हुआ. लेकिन मैने वो दर्द बर्दाश्त किया. मामू ने आहिस्ता आहिस्ता लंड अंदर घुसते गये मेरी आँखों से अनसौन भी निकल रहे थे लेकिन मैने उनका पूरा लंड बर्दाश्त करलिया. फिर मेरी बॅक को रब किया और बताया के पूरा अंदर चला गया अब आहिस्ता आहिस्ता दर्द कम होगा.

मामू ने आहिस्ता आहिस्ता आहिस्ता आयेज पीछे होने लगे. उन्होने मेरी गांद पे थापर मारा और उससे मुझे इतना मज़ा आया. मामू ने देखा के मेरा दर्द कम हो रहा है और मुझे आहिस्ता आहिस्ता मज़ा भी अरहा है तो उन्होने भी स्पीड तेज़ की. कुछ ही देर में मामू मुझे स्पीड से छोड़ रहे थे और थापर मार मार के मामू ने गांद का रंग लाल कार्डिया था.

मे: मामू… रूको… मेरा पिशाब निकल जाएगा.. मामू…

मेरे लंड से वाइट वाइट कम उरता हुआ निकला और पूरा बेड पे गया. मामू भी फारिघ् होने वेल थे. उन्होने कुछ ज़ोरदार झटके दिए और फिर मेरी गांद में उनका माल निकालने लगा. मेरी गांद भर गयी थी उनके कम से. मामू ने जल्दी से लंड मेरे मूह की तरफ भी लेके आए और 2-3 शॉट्स मेरे होंतों पे भी आगाए.

मामू ने अपने लंड से अपना कम मेरे मूह के अंदर कार्डिया और मुझे उनका लंड और कम सॉफ काकारे पीना परा. मुझे तोरा अजीब लगा के गांद वाला लंड मूह में लेना लेकिन उनके कम का टेस्ट इतना अछा था के क्या बताओं.

मामू: अफ क्या मज़ेदार गांद है तेरी… बता तुझे मज़ा आया.

मे: जी मामू इतना मज़ा आया क्या बताओं लेकिन अब थकान हो रही है.

मामू: जब लंड से माल निकलता है थकान तो होगी ना.

मे: मामू आप फिरसे करोगे?

मामू: हन अब तो रोज़ करूँगा और बार बार करूँगा…तुझे मसला तो नही.

मे: मामू मुझे बहोट मज़ा आया हन तोरा दर्द हुआ लेकिन में खुशी खुशी कारवओंगा.

मामू: शुरू शुरू में दर्द होता है… और याद रखना ये हमारा सीक्रेट है.

ये बोलके मामू ने मेरे होंतों को चूमा और मुझे हग कर लिया. में मामू की बाहों में नंगा ही सोगआया. रात को डिन्नर के बाद मामू ने फिरसे छोड़ा. फिर उसके बाद एक और बार छोड़ा. दिन में मामू 2-3 बार मेरी गांद छोड़ ही देते थे.

में काई बार तो मामू का लंड गांद में लेके ही सो जाता था. मामू ने छोड़ छोड़ के मुझे एक रंडी बना दिया था. 2 हफ्ते तक मामू ने मुझे हर मोक़े पे छोड़ा. उसके बाद घर वेल वापस आए तो मामू और में फिर भी चुदाई करते थे लेकिन चुपके.

लेकिन मुझे चुदाई की इतनी आदत डाल्डी थी मामू ने के मैने घर से बाहर भी छुड़वाना शुरू कार्डिया. वो स्टोरी आपको किसी और दिन बताओंगा.