मामी के साथ बिस्तर में घपा-घाप की कहानी

ही फ्रेंड्स, मेरा नाम मानव है. मैं आपके सामने अपनी कहानी का अगला पार्ट लेके आया हू. पिछले पार्ट्स को आपने बहुत प्यार किया, उसके लिए मैं आपका दिल से शूकर-गुज़र हू. जिन रीडर्स ने पिछले पार्ट्स नही पढ़े है, वो पहले जाके वो पार्ट्स ज़रूर पढ़े.

पिछले पार्ट में आपने पढ़ा, की मों को पाटने के तहत मामी हमारे रूम में आके सो गयी. फिर मामी ने मों को रूम से बाहर भेज दिया, और हम दोनो का सेक्स शुरू हो गया. अब मामी ब्रा और लेगैंग्स में मेरी बाहों में थी. अब आयेज बढ़ते है-

मैने मामी को अपनी बाहों में भर लिया, और उनकी गर्दन को चूमने लगा. गर्दन चूमते हुए मैने उनके शोल्डर्स और बाजू चूमे, और फिर उनकी क्लीवेज पर पहुँच गया. क्या गर्मी थी मामी की क्लीवेज में. ऐसा लग रहा था जैसे मैने किसी गरम भट्टी में अपना मूह डाल दिया हो.

फिर मामी पीछे हाथ ले गयी, और अपनी ब्रा के हुक खोल दिए. मामी के बूब्स आज़ाद होने के लिए तड़प रहे थे. मैने मामी की ब्रा को उनके बूब्स से अलग किया, और उनके सेक्सी बूब्स देख कर पागल हो गया. मैने दोनो बूब्स को हाथ में लिया, और कहा-

मैं: मामी आपके बूब्स बहुत कमाल के है. क्या मैं इनको चूस लू.

मामी: बेटा ये तेरे ही है. तेरा जितना मॅन करे चूस ले.

ये सुनते ही मैं मामी के बूब्स पर टूट पड़ा, और एक-एक करके उनके दोनो निपल्स चूसने लगा. मैं ज़ोर-ज़ोर से उनके बूब्स चूस रहा था, और निपल्स को काट रहा था. मामी आ आ कर रही थी, और मेरे सर को अपने बूब्स में दबा रही थी.

मैने उनके निपल्स को चूस-चूस कर लाल कर दिया था. फिर मैने मामी को सीधा किया, और उनके उपर आ गया. मैं उनके पेट को चूमने लगा, और बूब्स के नीचे वाली जगह को चाटने लगा. चूमते-चूमते मैं मामी की बगल तक पहुँच गया, और उनकी बगल को चाटने लग गया. इससे मामी और उत्तेजित होने लगी. तभी मामी बोली-

मामी: अर्रे मानव, ये सब तूने कहा से सीखा. ये तो तेरे मामा ने भी कभी नही किया.

मैं: मामी आप बस देखती जाओ मैं क्या-क्या करता हू.

फिर मैं मामी की नाभि पर गया, और उसमे जीभ डाल कर घूमने लगा. मैने मामी की नाभि चाट-चाट कर क्लीन की, और फिर उसमे जितनी हो सके जीभ घूमने लग गया. मामी पूरा मज़ा ले रही थी. मैं मामी का पेट मसल-मसल कर उनकी नाभि चूस रहा था.

फिर मैं नीचे गया, और मामी की जांघों में छूट वाली जगह पर अपना मूह डाल कर दबाने लगा. इससे मामी को मज़ा आने लगा, और मैं मामी की खुश्बू सूंघ कर और उत्तेजित हो गया. फिर मैने मामी की लेगैंग्स नीचे की, और उसको पूरा उतार दिया.

अब मेरी सेक्सी मामी सिर्फ़ पनटी में थी. मैने उनकी जांघों को देखते ही चाटना शुरू कर दिया. मामी आ आ कर रही थी, और बोल रही थी, की उनको बहुत मज़ा आ रहा था. फिर मैं उनकी जांघों को मसालने लगा, और उनकी पनटी को छूट वाली जगह से चाटने लगा. क्या मस्त स्वाद आ रहा था मामी की छूट के पानी का.

कुछ देर चाटने के बाद मैने मामी की पनटी उतार दी. अब उनकी सेक्सी छूट मेरे सामने थी. मैने उनकी छूट देखते ही उस पर मूह लगा लिया, और उसको चूसना शुरू कर दिया. इससे मामी पागल होने लगी और बोली-

मामी: आ मानव, और ज़ोर से करो बेटा. खा जेया अपनी मामी की छूट को. दिखा दे तुझमे और तेरे लंड में कितना दूं है.

फिर मैने मामी के दाने को मूह में पकड़ा, और उसको चूसना शुरू कर दिया. इससे मामी बेचैन होने लगी, और बिस्तर पर हाथ मारने लगी, और चादर भींचने लगी. कुछ देर मैं ऐसे ही मामी की छूट चूस्टा रहा. अब मामी चूड़ने के लिए बिल्कुल रेडी थी.

फिर मैं अपने कपड़े उतारने लगा. जैसे ही मैने अपना अंडरवेर उतरा, मेरा लंड स्प्रिंग की तरह उछाल कर बाहर आ गया. मामी मेरा लंड देख कर बोली-

मामी: वाउ मानव, मुझे नही पता था की तेरा लंड इतना बड़ा और मोटा है. ये तो किसी भी औरत को जन्नत दिखा सकता है.

मामी ये सब जान बूझ कर मा को सुनने के लिए बोल रही थी. क्यूंकी वो तो पहले ही मुझसे चुड चुकी थी. मा भी मेरा लंड देख कर हैरान हो रही होगी.

फिर मामी ने मुझे बेड के नीचे खड़ा किया, और खुद मेरे सामने घुटनो के बाल बैठ गयी. उन्होने मेरा लंड अपने हाथ में लिया, और उपर से नीचे जीभ फेर कर उसको चाटना शुरू कर दिया. मैने अपना लंड मामी के मूह पर मारना शुरू कर दिया.

फिर मामी ने मूह खोला, और मैने अपना लंड मामी के मूह में डाल दिया. मामी मेरे लंड को रंडी की तरह चूसने लग गयी. फिर मैने मामी के बाल पकड़े, और उनके मूह को ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने लग गया. मामी के मूह से काफ़ी थूक निकल रहा था, जिससे मेरा लंड चिकना हो गया था.

कुछ देर ऐसे ही मैने मामी के मूह को छोड़ा. फिर मैने मामी को घुमाया, और मामी की गांद पर थप्पड़ मारने लगा. थप्पड़ पड़ने से मामी आ आ करने लग गयी. उसके बाद मैने मामी की छूट पर अपना लंड सेट किया, और एक ही धक्के में पूरा लंड मामी की छूट में डाल दिया.

एक बार में लंड जाने से मामी की ज़ोर की चीख निकली. मामी ने चीख कुछ ज़्यादा ही ज़ोर से मारी, ताकि मम्मी को मेरे लंड की ताक़त का अंदाज़ा हो जाए, और उसके लिए हवस और भी बढ़ जाए.

अब मैने मामी के चूतड़ पकड़े, और लंड अंदर-बाहर करना शुरू कर दिया. मामी आ आ करते हुए बोली-

मामी: बेटा मानव तेरा लंड बहुत तगड़ा है. तेरी गर्लफ्रेंड तो बहुत खुश होगी तुझसे.

मैं: मामी मेरी कोई गर्लफ्रेंड नही है.

मामी: क्यूँ ब्रेकप हो गया?

मैं: मामी कभी थी ही नही मेरी गर्लफ्रेंड.

मामी: तो मतलब इतना बड़ा लंड वेस्ट जेया रहा है. सच बतौ तो काश मैं तेरे घर में होती, तो तुझसे रोज़ चुड्ती. फिर चाहे मैं तेरी मा या बेहन ही क्यूँ ना होती. तेरा लंड है ही इतना ज़बरदस्त.

मैं: मा होके भी चुड्ती?

मामी: हा बिल्कुल. मा होने से पहले मैं एक औरत हू. अब तेरी मा भी तो औरत है. अगर कल को तुझे उसको छोड़ने का मौका मिले, तो नही छोड़ेगा.

ये सुन कर मैं चुप हो गया. इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा. दोस्तों इस कहानी पर आपका रेस्पॉन्स बहुत अछा लगा मुझे. मैं चाहता हू आप इस कहानी को ज़्यादा से ज़्यादा शेर करे.