मा के सामने बेटे और मामी की चुदाई की स्टोरी

ही फ्रेंड्स, मेरा नाम मानव है. मैं आपके सामने अपनी कहानी का अगला पार्ट लेके आया हू. पिछले पार्ट्स को आपने बहुत प्यार किया, उसके लिए मैं आपका दिल से शूकर-गुज़र हू. जिन रीडर्स ने पिछले पार्ट्स नही पढ़े है, वो पहले जाके वो पार्ट्स ज़रूर पढ़े.

पिछले पार्ट में आपने पढ़ा था, की मैं मा और मामी को छोड़ चुका था. फिर मामी ने बातों-बातों में मा से मुझे पाटने की पर्मिशन लेली. अब मा भी मुझे पाटने में इंटेरेस्ट लेने लगी थी. फिर मैने मा को लंड दिखाते हुए मूठ मारी. अब आयेज बढ़ते है.

मा मेरा लंड देख कर बाहर आ गयी. फिर बाहर जाके उसने मामी को बताया-

मा: यार, मानव का लंड भी उस प्लेबाय की तरह ही बड़ा और मोटा है.

मामी: आपने कैसे देखा.

मा: वो तेरा नाम लेके बातरूम में मूठ मार रहा था.

मामी: अर्रे वाह! मतलब काम बन रहा है.

मा: लगता तो ऐसा ही है.

मामी: दीदी अब आपको एक काम करना होगा.

मा: क्या करना होगा.

मामी: आज रात मुझे मानव के साथ सोने दो.

मा: लेकिन कैसे? मैं मानव को क्या बोलूँगी?

मामी: बोलने की ज़रूरत ही क्या है? मैं तुम्हारे रूम में आ जाती हू बात करने के बहाने से. मेरे पति को आप बोल देना की मैं आज आपके साथ सौंगी. और हम तब तक बातें करते रहेंगे जब तक मानव सो नही जाता. जब वो सो जाएगा, तो आप कमरे से बाहर आ जाना, और विंडो से नज़ारा देखना. बाकी सब मैं संभाल लूँगी.

मा: देख ले कोई पंगा ना पद जाए.

मामी: अर्रे कोई पंगा नही पड़ेगा. हमारा ही बेटा है, ये कों सा कोई बाहर वाला है.

मा: चल ठीक है फिर.

फिर वो दोनो अंदर रूम में आ गयी. मैं रूम में ही था. मैने उन दोनो को देखा, और कहा-

मैं: मामी आप भी आए हो?

मामी: हा बेटा, मैने सोचा तेरी मम्मी के साथ थोड़ी बातें कर लू. तू सोजा, हमे बहुत बातें करनी है.

मैं: ओक मामी, आप बातें एंजाय करो, मैं तो सोने लगा हू.

फिर मैं दूसरी साइड मूह करके सोने का नाटक करने लगा, और मामी और मा बातें करने का नाटक करने लगी. कुछ देर बाद मामी ने मुझे धीरे से आवाज़ लगाई-

मामी: मानव, मानव.

लेकिन मैने कोई रेस्पॉन्स नही दिया. मैं जाग रहा था, लेकिन मुझे दिखना था की मैं सोया हुआ था. जब मैने कोई रेस्पॉन्स नही दिया, तो मामी ने मा को इशारा किया की मैं सो गया था. फिर मामी ने मा को रूम के बाहर भेज दिया, और खुद मेरे साथ आके लेट गयी.

अब जिस जगह से मामी मुझे मा को टच करते हुए देख रही थी, उसी जगह से मा मुझे और मामी को देख रही थी. मामी मेरे पास लेती थी, लेकिन मेरा मूह दूसरी तरफ था. फिर मामी ने मा को दिखाने के लिए मेरे कान में फूक मारी. इससे मैने अनकंफर्टबल होने का ड्रामा किया, और करवट बदल ली.

अब मेरा मूह मामी वाली साइड पर ही था. मामी मेरे बिल्कुल पास आ गयी, और उन्होने धीरे से मेरा हाथ उठा कर अपनी कमर पर रख लिया. फिर वो तोड़ा और पीछे हुई, जिससे उनकी बॅक मेरे साथ चिपक गयी. अब मामी की गांद मेरे लंड पर टच हो रही थी, और पीठ मेरे पेट पर.

इससे मेरा लंड खड़ा हो चुका था. मेरा खड़ा हुआ लंड मा को तो दिख ही रहा होगा. फिर मामी अपनी गांद थोड़ी हिलने लगी. मैं ये शो करने लगा की मुझे नींद में गर्मी चढ़ रही थी. मेरा हाथ जो मामी ने अपनी कमर पर रखा था, मैं उनके बूब पर ले आया.

फिर मामी अपना हाथ मेरे लंड पर ले आई, और उसको दबाने लग गयी. मैने भी अपने हाथ से मामी के बूब को दबाना शुरू कर दिया. मैं मा को दिखा रहा था की मैं ये सब नींद में कर रहा था. फिर मामी ने ज़ोर-ज़ोर से मेरा लंड हिलना शुरू कर दिया.

कुछ सेकेंड्स बाद ही मैने अपनी आँखें खोल ली, और ऐसा शो करने लगा जैसे मुझे बहुत हैरानी हुई हो. फिर मैने मामी से बोला-

मैं: मामी आप ये क्या कर रही हो?

मामी: बेटा ये खड़ा था, तो मैने सोचा इसको रिलॅक्स कर डू.

मैं: लेकिन मामी आप कैसे? अगर मम्मी को पता चल गया तो?

मामी: मानव इस रूम में सिर्फ़ मैं और तुम हो. किसी को कुछ पता नही चलेगा. हा अगर तुम्हे ये अछा नही लग रहा है, तो मैं नही करती.

ये बोल कर मामी ने अपना हाथ मेरे के लंड से हटा लिया. मैने उसी वक़्त मामी का हाथ पकड़ा, और बोला-

मैं: नही मामी, मुझे ये बहुत अछा लग रहा है.

और मैने उनका हाथ वापस से अपने लंड पर रख दिया. मामी मेरा लंड हिलने लगी, और मैने अपना हाथ मामी के बूब्स पर रख दिया. अब मैं उनके बूब्स दबा रहा था, और वो मेरा लंड हिला रही थी. मा ये सब देख रही थी.

मामी और मैं एक-दूसरे की आँखों में आँखें डाल कर देख रहे थे. फिर हम दोनो एक-दूसरे की तरफ बढ़े, और हमने अपने होंठ एक-दूसरे के होंठो के साथ चिपका दिए. मैं मामी के होंठो का रस्स चूसने लगा, और मामी मेरे होंठो का रस्स चूसने लगी.

जल्दी ही हम दोनो के हाथ एक-दूसरे के लंड और बूब्स से हॅट कर एक-दूसरे की पीठ पर आ गये. हम दोनो किस कर रहे थे, और वो मुझे अपनी तरफ, और मैं उनको अपनी तरफ खींच रहा था. हम दोनो पुर गरम हो चुके थे, और एक-दूसरे में समा जाना चाहते थे.

हमारी टांगे आपस में गुत्थम-गुत्थी हुई पड़ी थी. फिर मैने मामी के होंठो को छ्चोढा, और उनकी गर्दन को चूमने लगा. मामी तेज़ साँसे लेती हुई आहह आ करने लगी. फिर उन्होने मुझे कहा-

मामी: एक मिनिट रुक.

मैं मामी की बात सुन कर रुक गया. फिर मामी बेड पर बैठी, और उन्होने अपनी त-शर्ट उतार दी. वाउ! अब मामी ब्रा और लेगैंग्स में मेरे सामने थी. जितनी बार मैं मामी को ब्रा में देख रहा था, मुझे अलग ही मज़ा आ रहा था.

फिर मामी दोबारा मेरे पास आ गयी. मैने उनकी गर्दन को फिरसे चूमना शुरू कर दिया.

इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा. अगर आपको कहानी का मज़ा आ रहा हो, तो अकेले-अकेले इसका मज़ा मत लीजिए, और इसको अपने फ्रेंड्स के साथ भी शेर कीजिए.