मा और बेटे की सुहाग रात

ही दोस्तों, उमीद है आपको मेरी इन्सेस्ट स्टोरी पसंद आ रही है, इस पार्ट को पढ़ने से पहले पिछला पार्ट ज़रूर पढ़िए.

दोस्तों कैसे हो आप लोग, दोस्तों मुझे पता है की मेरी सुहग्रत की स्टोरी का पार्ट जो मेरी मा के साथ बनी थी वो सही तरीके से आपके पास नहीं आ पाया. इसलिए मैं एक बार फिर से इसी सुहग्रत को सही ढंग से करने की कोशिश कर रहा हूँ.

तो हम फिर से वहीं पेर चलते हैं जहाँ पर हमारी शादी के सारे के सारे काम चल रहे थे और थोड़ी सी देर के बाद में मैं और मेरी मा पहली बार सुहग्रत बनाने वेल थे.

अब मैं बाहर खड़ा था और मेरी महबूब अंदर थी. मैं बस अपनी मा को देखने के लिए बेटाबता की कब मैं अंदर जौन और मेरी मा की सलवार खोलू. कुछ भी खोलूं और जल्दी से उनकी छूट में अपना लंड डालूं.

लेकिन मुझे तोड़ा सा टाइम लग रहा था. इस कारण मेरी साथ के साथ बेचैनी भी बढ़ रही थी. क्यूंकी मुझे अब ज़्यादा से ज़्यादा सेक्स करने की आवश्यक चढ़ रही थी, हवस चल रही थी चढ़ रही थी.

तभी थोड़ी देर के बाद में अब मुझे मेरे सारे दोस्तों ने कहा की अब जेया कर ले मैदान फ़तेह. मुझे पता था की मुझे कौनसा मैदान फ़तेह करना है. और मैं रूम का दरवाजा खोलने लग गया और रूम का दरवाजा खोल कर अंदर चला गया.

मेरे कदमों की आहत से मेरी मा को पता चल गया की मैं अंदर आ गया हूँ. और मेरी मा बिल्कुल ही दुल्हन की तरह शरमाने के साथ बैठी रही.

फिर मैं आयेज गया तो मेरी मा खड़ी हुई और जल्दी से मेरे खड़ी होने के बाद में मेरे पास आई और मेरे पैरों को च्छू लिया.

तभी मैने मेरी मा को सदा सुहागन का आशीर्वाद दिया और साथ में अपने लंड पर मेरी मा के होठों को लगा दिया.

मेरी मा ने कुछ नहीं कहा बस हंस कर वापिस से वहीं पेर बैठ गयी. अब मैं भी मम्मी के पास ही बैठ गया और मम्मी को कहने लग गया कैसी हो मेरी जान? क

मम्मी कुछ नहीं बोली क्यूंकी मम्मी अब मेरी मम्मी नहीं बल्कि मेरी दुल्हन थी जो मुझसे तोड़ा सा शर्मा रही थी.

तभी मैने फिर से बोला कैसी हो मेरी जान?

तो फिर से मम्मी ने कुछ जवाब नहीं दिया क्यूंकी मम्मी शर्मा रही थी. तभी थोड़ी देर के बाद में मैने मम्मी के हाथों पर अपने हाथों को रगड़ना शुरू कर दिया.

मम्मी ने अपने हाथों को पीछे करना शुरू कर दिया. तभी मैने कहा मैने सोचा की शायद मम्मी शर्मा रही है और मुझे मम्मी का घूँघट उठना चाहिए.

मम्मी क्या लग रही थी! मैं बता नहीं सकता मूह पर लेकिन होठों को देखने के साथ ही ऐसा मॅन कर रहा था की लाल लाल होठों पर अपना लंड ही रगदता जौन.

नीचे आते ही उसका बड़े बड़े ड्रम, जो अब मेरे हो गये थे, जिनके उपर मेरा अधिकार था. वो देख कर तो मुझे और ज़्यादा मज़ा आ रहा था. और ऐसा दिल कर रहा था की जल्दी से सितारा का सारा दूध अपने मूह में लेकर पी जौन.

फिर आती है मेरी मम्मी के नीचे की छूट और गांद जिनके उपर मैं पता नहीं अब कितनी बार अपना लंड डालने वाला था. अभी मैने मम्मी के घूँघट को उठना चाहा तो मम्मी ने मुझे घूँघट उठाने नहीं दिया. और कहाँ घूँघट उठा लीजिएगा पर उससे पहले मूह दिखाई तो दीजिए अपनी पत्नी को.

अभी मैने कहा वो दिखाई कौन सी, मूह दिखाई, तू मेरी पत्नी है तेरा मूह मैं कैसे भी देखूं क्या मेरा इतना भी अधिकार नहीं है?

तभी मम्मी के हावभाव से मुझे पता चल गया की मम्मी थोड़ी सी ज़्यादा नाराज़ हो गयी थी. लेकिन मम्मी को पता था की मैं उनका पति हूँ. तो उन्होने कहा, जी मैं तो मज़ाक कर रही थी, आप उठा लीजिए मेरा घूँघट.

लेकिन तभी मैने कहा अरे पागल तू मज़ाक नहीं तेरा घूँघट उठाने से पहले तुझे गिफ्ट देता हूँ. तभी मैने अपने जेब से काफ़ी बड़ा बॉक्स निकाला जिसमें मम्मी के नाक का फोका था.

मम्मी ने वो देखा और मम्मी हसीन और साथ में मम्मी खुश भी हो गयी. और मम्मी ने कहा थॅंक्स लेकिन ये आपके पास कैसे आया?

तभी मैने कहा कुछ नहीं तू दर मत, तुझे थोड़ी सी इसके लिए कीमत चुकानी होगी. तभी मम्मी ने कहा मुझे कीमत चुकानी होगी मतलब?

तो मैने कहा तुम अभी बात मत कर पहले सुहग्रत बनाओ फिर तुझे अपने आप सब कुछ पता चल जाएगा. मम्मी ने कहा ठीक है जी अब उठा लो मेरा घूँघट.

मैने मम्मी का घूँघट उठना शुरू किया मम्मी के हॉट मम्मी के नाम मम्मी की आँखें सभी का सभी मेरे सामने आ रहे थे. और मेरा दिल और लंड अपने आप मम्मी की से प्यार कर रहा था. क्या हॉट लग रही थी मम्मी मेरी दुल्हन बनकर मैं बता नहीं सकता.

मुझे मज़ा आ गया था और देखते ही मैने मम्मी को कहा, क्या बात है आज तो तुम और हॉट लग रही है. तभी मम्मी ने कहा धन्यवाद जी, ये सब आपका ही है क्यूंकी अगर आप मेरे से शादी नहीं करते तो शायद मैं इतनी ज़्यादा सुंदर नहीं लगती कभी.

मैने मम्मी के होठों पेर अपने होठों को रखना चाहा. तभी मम्मी ने कहा नहीं हॉट बाद में चूस लीजिएगा पहले ये दूध पी लीजिए.

मैने मम्मी के हाथों से दूध लिया और दूध पीने लग गया. मम्मी को भी दूध पिलाया, पहले मम्मी माना कर रही थी लेकिन अपने पति के कहने पर मम्मी ने भी अब तोड़ा सा दूध पिया. हम दोनों ने आधा आधा दूध एक दूसरे के साथ पिया. दोनों के दोनों मज़े ले रहे थे.

तभी थोड़ी देर के बाद में मम्मी और हुँने सारा दूध ख़तम किया और ख़तम करते ही मैने मम्मी को बेड पेर लेता दिया.

अब जल्दी से मैने मम्मी के होठों पर अपने होठों को रख दिया. मम्मी और मैं एक दूसरे के होठों को चूसने लग गये. क्या मज़ा आ रहा था मम्मी के होठों को चूस कर. मम्मी के रसीले रसीले होंठ आज मेरे थे और उनको चूसने का भी मज़ा मेरा था.

मैं उनके होठों को चूस कर खूब मज़ा ले रहा था और साथ में उनके होठों से रस निकल रहा था वो मेरा था. तभी थोड़ी देर के बाद में मैने मम्मी के होठों को छ्चोड़ा और मम्मी ने भी मुझे छ्चोड़ा. और कहा क्या बात है, क्या मज़ा दिया है मेरे होठों को चूस कर.

तभी मैने कहा अभी तो और चूसने हैं आयेज देख मेरी जान क्या क्या मज़ा आता है तुझे. मम्मी हँसने लग गयी फिर मैने जल्दी से मम्मी को खड़ी किया और मूह से ब्रा और ब्लाउस को खोलने लग गया.

फिर मैने धीरे धीरे मम्मी को पूरी नंगी कर दिया. और मम्मी ने भी ज़्यादा देर नहीं की और मुझे नंगा करने लगती है.

मम्मी अब सिर्फ़ ब्रा पनटी मे थी और मैं सिर्फ़ और सिर्फ़ अंडरवेर में था.

अब आयेज क्या होगा वो आपको नेक्स्ट पार्ट में पता चलेगा. दोस्तों मैने ये पार्ट इसलिए बनाया है क्यूंकी मेसेज आए थे की सुहग्रत वाला पार्ट समझ नहीं आया इसलिए मैने ये दोबारा से बनाया है दोस्तों थॅंक्स आपका प्यार देने के लिए.