काम वाली के साथ प्यार भारी चुदाई

हेलो फ्रेंड्स मैं हू राजन. मैं पुंजब का रहने वाला हू. मेरी उमर 28 साल है, और हाइट 5’9″ है. मेरे लंड का साइज़ 6 इंच है. मेरी शादी को 4 साल हो चुके है, और मेरा एक बेटा भी है. मेरे घर में मैं, पापा, मम्मी, मेरी बीवी और एक बेटा है.

ये कहानी मेरी शादी से पहले की है. तो चलिए कहानी शुरू करते है. उस वक़्त मैं 22 साल का था. घर का सारा काम मम्मी ही करते थे उस वक़्त. फिर एक दिन अकहंक मम्मी का सीडी से पैर फिसल गया, और उनके हाथ पर चोट लग गयी.

अब मम्मी कुछ दीनो के लिए घर का काम नही कर सकती थी. ये देख कर पापा ने घर पर काम करने के लिए एक लड़की सुधा को रख लिया. सुधा 19 साल की जवान लड़की थी. उसका रंग सावला था, लेकिन फिगर बड़ा कड़क था.

उसका साइज़ 32″28″34″ था. उसको आए हुए अभी थोड़े ही दिन हुए थे, की मम्मी-पापा को 7 दिन के लिए कही जाना पद गया. उन दीनो में मैं घर पर अकेला था, और मेरे खाने-पीने का ध्यान सुधा ही रखती थी.

मुझे अब सुधा पर प्यार आने लगा था. मैं भी जवान था, और जवान लड़को को केर करने वाली लड़किया बहुत पसंद होती है. तीसरे दिन जब मैं डिन्नर टेबल पर बैठा, तो सुधा डिन्नर सर्व कर रही थी.

उसने ब्लू कलर का पाजामी सूट पहना हुआ था. अचानक जब वो डिन्नर सर्व करने के लिए झुकी, तो मेरी नज़र उसके बूब्स पर पद गयी. उसने बूब्स देख कर मुझे उसकी तरफ और अट्रॅक्षन होने लगी.

फिर जब वो किचन वापस जेया रही थी, तो मेरा ध्यान उसकी मटकती गांद पर गया. अब मुझे सुधा को प्यार करना था. फिर अगले दिन जब सुधा आई, तो मैं उसके पास किचन में चला गया. आज उसने वाइट कलर का पाजामी सूट पहना था, और वो बहुत सेक्सी लग रही थी.

मैने उसके साथ काफ़ी बाते की, और वो भी मेरे साथ फ्रेंड्ली हो गयी. फिर रात को जब वो डिन्नर सर्व कर रही थी, तो मैने उसको बोला-

मैं: सुधा तुम भी यही बैठ जाओ.

सुधा: नही सिर, मैं कैसे?

मैं: अर्रे अंदर जाके भी तो डिन्नर करोगी. तो यही बैठ जाओ. इससे मुझे भी कंपनी मिल जाएगी.

सुधा ने मेरी बात मान ली. फिर डिन्नर करते हुए मैने उसके साथ बहुत बाते की. वो भी आज मुझे प्यार भारी नज़रो से देख रही थी. ऐसा लग रहा था, जैसे मैं अपनी बीवी के साथ बैठा डिन्नर कर रहा था. फिर डिन्नर के बाद जब वो सोने जेया रही थी, तब मैने उसको कहा-

मैं: सुधा चलो टीवी देखते है.

टीवी मेरे बेडरूम में था, और हम वाहा चले गये. सुधा चेर पर बैठ गयी, और मैं बेड पर बैठा था. फिर हम मोविए देखने लग गये. मोविए का नाम था ‘ रहना है तेरे दिल में’. मोविए के दौरान जब मैने सुधा की तरफ देखा, तो वो चेर पर अनकंफर्टबल लग रही थी. फिर मैने उसको बोला-

मैं: सुधा बेड पर आ जाओ. वाहा परेशान क्यू हो रही हो?

सुधा: मैं ठीक हू यहा पर सिर.

मैं: मतलब अब भी तुम मुझे अपना दोस्त नही समझती?

सुधा: नही ऐसी बात नही है.

मैं: तो फिर आ क्यू नही रही?

ये सुन कर सुधा मेरे पास आके बैठ गयी. अगले 20 मिनिट में मोविए में एक रोमॅंटिक सीन आया, जिसमे हीरो हेरोयिन को किस करने वाला था. वो सीन देख कर मुझसे रहा नही गया, और मैने सुधा का हाथ पकड़ लिया.

मेरे हाथ पकड़ते ही सुधा ने मेरी तताफ हैरान होके देखा. तभी मैं उसको बोला-

मैं: ई लोवे योउ सुधा. जिस तरह से तुमने मेरा ख़याल रखा है, मुझे तुमसे प्यार हो गया है.

सुधा भी शायद मोविए देख कर रोमॅंटिक हो गयी थी. उसने मुस्कुरा कर अपना सिर झुका लिया. मैने इसको उसका ग्रीन सिग्नल समझा, और सुधा के पास आ गया. फिर मैने उसका फेस उपर उठाया, और उसको आँखें देखते हुए उसके होंठो पर हल्की सी किस की.

उसने मुझे किस करने से नही रोका, और यही मैं चाहता था. फिर मैने उसके होंठो को चूसना शुरू कर दिया. वो भी मेरा साथ देने लगी. मैं उसके साथ चिपक गया, और एक हाथ से उसकी गांद दबाने लग गया.

5 मिनिट हम दोनो लगातार किस करते रहे, और फिर हम दोनो अलग हुए. अब हम दोनो की साँसे चढ़ि हुई थी. फिर मैने उसके गाल पर हाथ रखा और बोला-

मैं: ई लोवे योउ सुधा.

सुधा: ई लोवे योउ टू राजन.

फिर मैने उसका शर्ट उतार दिया, और उसको लिटा लिया. ब्रा और पाजामी में जब लड़की आपके सामने हो, तो आपको जन्नत जैसी फीलिंग आएगी. मैं उसके उपर आया, और हम दोनो दोबारा किस करने लगे.

हम किस करते हुए कड्ड्ल कर रहे थे. कभी मैं उसके उपर आता, तो कभी वो मेरे उपर. फिर जब वो मेरे उपर आई, तो मैं वही रुक गया, और उसकी ब्रा निकाल दी. उसके खूबसूरत काससे हुए बूब्स ने मुझे पागल कर दिया. मैं एक-एक करके उसके दोनो बूब्स को चूसने लगा.

वो अब बस कामुक आहें भर रही थी, और मेरे सिर को अपने बूब्स में दबा रही थी. फिर मैने उसको नीचे लाताया और उसकी पाजामी उतार दी. उसकी पाजामी छूट वाली जगह से गीली हो चुकी थी. मैने उसकी पनटी भी साथ में ही उतार दी.

अब उसकी कुवारि छूट मेरे सामने थी. वो अपनी छूट को अपने हाथो से धक रही थी. फिर मैने उसके हाथ पीछे करके उसकी टांगे खोली, और उसकी छूट को किस करने लगा. उसके बाद मैने अपनी जीभ से उसकी छूट को चाटना शुरू कर दिया. उसकी छूट काफ़ी गीली थी, और छूट का रस्स मीठा-मीठा था.

वो मेरे छूट चाटने से पागल हो रही थी, और मेरा सर अपनी छूट में दबा रही थी. अब वो चूड़ने के लिए बिल्कुल तैयार थी. फिर मैने अपने सारे कपड़े उतार दिए. मेरा 6 इंच का लंड देख कर वो तोड़ा घबरा गयी.

फिर मैं उसकी टाँगो के बीच में आया, और अपना लंड उसकी छूट पर रख दिया. तभी वो बोली-

सुधा: राजन मुझे छोढ़ोगे तो नही ना?

मैं: ई लोवे योउ सुधा. मैं तुम्हे कभी नही छोढ़ुंगा.

वैसे आप सब तो जानते ही होंगे, की ये बात सिर्फ़ कहने के लिए होती है. और लड़किया भी जान-बूझ कर ऐसे मौके पर ही ऐसे प्रॉमिसस मांगती है. पहले पूछती, तो शायद मैं सच बोल पता. चलिए वापस चुदाई पर चलते है.

फिर मैं अपना लंड उसकी छूट पर रगड़ने लगा. उसकी ज़ोर-ज़ोर की सिसकिया निकल रही थी. जैसे ही मेरा लंड उसकी छूट के मूह पर अटका, मैने एक ज़ोर का धक्का मार दिया. पहले धक्के में मेरे लंड का टोपा उसकी छूट में चला गया.

उसके मूह से चीख निकल गयी, और वो दर्द से तड़पने लगी. उसकी छूट से खून भी निकालने लग गया. वो मुझे लंड बाहर निकालने के लिए बोलने लगी. मेरे किसी दोस्त ने कहा था, की पहले पूरा लंड छूट में घुसा देना चाहिए, उसके बाद उसको बाहर निकालना चाहिए.

यही दिमाग़ में रखते हुए मैने उसका मूह अपने मूह से बंद कर लिया, और लंड पर प्रेशर डालता रहा. वो झटपटा रही थी, और मैने अपना पूरा लंड उसकी छूट में उतार दिया था. फिर 15-20 सेकेंड मैने होल्ड करके रखा, और उसको किस करता रहा.

उसके बाद मैने अपना लंड बाहर निकाला, और उससे अलग हो गया. उसकी आँखों में आँसू थे. फिर मैने उसकी छूट के खून को सॉफ किया, और उसको तोड़ा प्यार किया. 1-2 मिनिट में वो फिरसे गरम हो गयी.

मैं फिरसे उसकी टाँगो के बीच आ गया, और अपना लंड उसकी गरम छूट में घुसा दिया. क्या मज़ा आ रहा था. इस बार लंड आसानी से उसकी छूट में चला गया. फिर मैने धक्के मार कर उसको छोड़ना शुरू कर दिया. वो आहह आह करने लगी, और मेरी पीठ पर अपने नाख़ून गाड़ दिए.

हम दोनो किस करने लगे, और मैं नीचे से धक्के मारता गया. इतना मज़ा किसी और चीज़ में नही आ सकता दोस्तो, जितना चुदाई में आता है. 10 मिनिट मैने उसको उसी पोज़िशन में छोड़ा. इस बीच वो एक बार झाड़ भी गयी थी.

फिर मैने उसको घोड़ी बना लिया. उसकी गांद बड़ी मस्त थी. गांद देख कर मैं उसको छाते बिना रह नही पाया. मैने उसकी गांद पर किस करना और उसको काटना शुरू कर दिया. वो भी मस्त होके अपनी गांद हिला रही थी.

फिर मैने पीछे से लंड उसकी छूट पर सेट किया, और उसको छोड़ने लग गया. मेरी जाँघो और उसके छूतदो के टकराने की आवाज़े माहौल को और कामुक बना रही थी.

10 मिनिट मैं उसको ऐसे ही छोड़ता रहा. फिर जब मैं झड़ने वाला था, तो मैने उसको बता दिया. वो जल्दी से घूम गयी, और किसी रंडी की तरह मेरा लंड चूसने लगी. मैने अपना सारा पानी उसके मूह में ही निकाल दिया.

फिर जब तक मेरी शादी नही हुई, मैने उसके साथ खूब मज़ा किया.

कहानी अची लगे, तो लीके और कॉमेंट ज़रूर करिएगा.