जवानी लड़की ऑफीस के बुड्ढे से चुदी

ही दोस्तो, मेरा नाम सुहानी है. और मई अपनी कहानी का अगला पार्ट लेके आई हू. पिछले पार्ट मे आपने पढ़ा था, की कैसे मई अपनी नयी जॉब पर अपने बुड्ढे सीनियर आलोक पर फिदा हो गयी थी, और उसके लिए मेरी छूट मे हुलचल होने लगी थी.

फिर मैने उसके लिए पकवान ले-जाने शुरू किए और हमारी नज़दीकिया बढ़ती गयी. ऐसे ही एक दिन मई और वो अकेले थे और खाना खाने के बाद हमारे बीचे रोमॅन्स शुरू हो गया. फिर उन्होने मुझे अपने साथ चिपका लिया. अब आयेज-

नीचे उनका लंड मेरी छूट को महसूस कर रहा था, जैसे कपड़े मे से ही अंदर घुस रहा हो. मई भी कामुक हो रही थी और वो मेरी कमर को सहला रहे थे. मई और उत्तेजित होती जेया रही थी. फिर मैने भी उनके गले पे अपने होंठ लगा कर किस कर दिया.
इससे उनको भी लगा, की मई भी हॉर्नी हो रही थी.

फिर वो अपने हाथ नीचे मेरी गांद पे ले-जाके, उसको दबाने और सहलाने लगे. इसके बाद उन्होने मुझे उठा कर टेबल पे बिता दिया.
अब हम दोनो एक-दूसरे को देख रहे थे. तभी मैने अपने होंठ उनके होंठो से मिला दिए. अब हम स्मूच कर रहे थे और मेरी जीभ उनकी जीभ से टकरा रही थी.

अब उनके हाथ मेरे बूब्स पे थे, और वो मेरे बूब्स को दबा रहे थे.
फिर मई अपना हाथ उनके लॅंड के पास ले गयी और पंत के उपर से ही सहलाने लगी. एक-दूं कड़क था उनका लंड. राभि फोन की रिंग बाजी और हमारा मोमेंट टूट गया.

आलोक सिर ने फोन उठा कर बात की. वो वॉचमन का फोन था और उसने ऑफीस बंद करने के लिए फोन किया था. अब हम दोनो निराश हो गये
और जाने से पहले मैने उनको स्मूच किया. फिर मैने उनको उनके लिप्स पे लगे लिपस्टिक के निशान मिटाने के लिया बोला.

उन्होने वॉशरूम मे जाके निशान सॉफ कर दिए. और फिर हम ऑफीस से निकल गये. कंपनी के गाते के बाहर जेया कर मैने उनको बोला-

मई: हम कोई मोविए देखने चलते है.

और वो मान गये. उन्होने मोविए की टिकेट ली और हम थियेटर हॉल मे चले गये. हमारी सीट उपर सेकेंड रो मे थी और हमने उस रो की सारी टिकेट्स खरीद ली थी. फिर हम साइड वाली सीट पे जाके बैठ गये.

मोविए चालू हुई और अंधेरा हो गया.
मैने अपना हाथ उनके हाथो पर रख दिया. उन्होने मेरा हाथ पकड़ के अपने लंड के पास रख दिया और अपना हाथ मेरे पीछे से मेरे कंधे पे रख दिया. मई उनकी तरफ झुक गयी और मैने अपना सिर उनके कंधो पर रख लिया.

दूसरी तरफ मई उनके लंड को पकड़ रही थी. फिर वो अपने हाथो से मेरे बूब्स मसालने लग गये और उन्होने मेरे शर्ट के बटन खोल दिए. उसके बाद उन्होने मेरी ब्रा भी नीचे कर दी. अब मेरे बूब्स अपने दोनो हाथो से ज़ोर से दबा रहे थे.

मैने भी अब उनकी पंत खोल दी और उनका लंड बाहर निकाल कर पकड़ लिया. उनका लंड मेरे बाय्फ्रेंड से ज़्यादा मोटा और लंबा था. फिर मैने लंड को हिलाना चालू किया. उनका लंड अब और भी कड़क हो रहा था. अब वो मेरे बूब्स को और ज़ोर से दबा रहे थे.

फिर उन्होने अपना हाथ मेरी जाँघ पे रख दिया. मैने अपने पैर खोल दिए और उन्होने मेरी पंत खोल दी. फिर वो मेरी छूट को सहलाने लगे और मई सिसकारिया लेने लगी. उन्होने मेरी छूट मे उंगली डाली, तो मेरे मूह से आहह निकल गयी और मैने उनका लंड दबा दिया.

फिर वो बोले: ज़्यादा मत दबा.

वो मुझे अब दो उंगली से छोड़ रहे थे और मई भी उनका लंड ज़ोर से हिला रही थी. मई अब तक दो बार झाड़ चुकी थी.
अब इंटेरवेल होने वाला था, तो मैने उनका लंड हिलाने की स्पीड बढ़ा दी. उन्होने भी उंगली करने स्पीड बढ़ा दी थी.

फिर वो झाड़ गये और शांत हो गये. मैने अपने रुमाल से उनका लंड और मेरी छूट सॉफ की, और हमने अपने कपड़े ठीक कर लिए. अब मोविए और हमारा दोनो का इंटर्वल हो गया था.
उन्होने जब अपना फोन चेक किया, तो उनकी बीवी (मेरी सौतन) की मिस्ड कॉल आई हुई थी.

फिर उन्होने फोन लगा कर बात की, और उनको जाना पड़ा. उस वक़्त मेरे मॅन मे “हमारी अधूरी कहानी” सॉंग चल रहा था. फिर मई भी अपने घर चली गयी. मई उन्ही के बारे मे सोचती रही, और मैने अपनी फ्रेंड रिया को छत करके आज के कांड के बारे मे बताया. उसने मुझे कहा-

रिया: ई आम प्राउड ऑफ योउ बेबी!

और मैने उससे कुछ टिप्स ली, क्यूकी वो इस सब मे वेल एक्सपीरियेन्स्ड थी. फिर बाद मे, रात को मई आलोक को इमॅजिन करके उंगली करके सो गयी. फिर दूसरे दिन जब मई उनसे मिली, तो मुझे देख कर उनके चेहरे पर अलग ही स्माइल थी. तभी मैने उनको हग करके किस किया, पर हम ज़्यादा कुछ नही कर पाए.

हमे दो महीने किस से ही काम चलाना पड़ा. बाद मे उन्होने बताया, की दो हफ्ते बाद उनकी बीवी बच्चो के साथ माइके जाने वाली थी. और वो एक हफ्ते के लिए जाने वाली थी.

मई मॅन ही मॅन मे झूम उठी. फाइनली हमे मौका मिलने वाला था. अब मई बस उस पल का इंतेज़ार कर रही थी.
मैने रिया को फोन किया और सब बताया और तैयारी चालू कर दी.
मा से पर्मिशन लेके मई कुछ दिन रिया के घर चली गयी.

मैने रिया से मेच्यूर अंकल से कैसे चूड़ते है, और उनको क्या पसंद आता है, उसकी ट्रैनिंग लेली. फिर मैने वॅक्सिंग करवा कर अपनी बॉडी को चिकना करवा लिया. मैने छूट के हेर भी निकाल दिए.
फिर मैने रिया के साथ जाके ट्रॅन्स्परेंट ब्रा और पनटी, और हॉट कपड़े खरीद लिए.

आख़िर-कार वो घड़ी आ ही गयी, जब मेरी सौतन, यानी की आलोक की बीवी अपने माइके के लिए निकल गयी. और अगले दिन ऑफीस मे छुट्टी थी. अब आलोक सिर के साथ मेरा प्लान फिक्स हो गया था.
मैने अपनी मा को बोल दिया, की कुछ काम से ऑफीस जाना पड़ेगा.

अगले दिन मई अपनी न्यू ट्रॅन्स्परेंट ब्रा, पनटी और सलवार (मेरी सलवार आयेज से ज़्यादा खुल्ली थी) पहन कर तैयार हो गयी. फिर मई आलोक सिर के घर चली गयी. उनका बड़ा सा घर था. मैने डोरबेल बजाई और उन्होने दरवाज़ा खोला.

वो त-शर्ट और बॉक्सर्स मे थे. वो मेरे बूब्स को देख रहे थे और उनके बॉक्सर्स मे हुलचल हो रही थी. उनका लंड आयेज से सीधा हो रहा था.
फिर उन्होने मुझे घर मे बुलाया और घर दिखाया. काफ़ी शानदार घर था उनका.

फिर उन्होने मुझे अपने हाथ से बनी कॉफी पिलाई और हम उनके बेडरूम की तरफ निकल पड़े. बेडरूम मे जाते ही उनका काम चालू हो गया. उन्होने मुझे पीछे से पकड़ लिया और मेरे बूब्स दबाने लगे. अब उनका लंड मेरी गांद की गहराई को नाप रहा था.

उसके बाद उन्होने मेरी पनटी निकाल दी. अब मई उनके सामने पूरी नंगी खड़ी थी. वो घुटनो पे बैठ कर मेरी छूट को चाटने लगे और वो मेरी छूट को कुत्ते की तरह चाट रहे थे. मई भी उनके सिर को सहला रही थी.

वो पागलो की तरह मेरी छूट चाट रहे थे और मई सिसकारिया ले रही थी. मई कमर हिला कर उनसे अपनी छूट चटवा रही थी और ऑश ऑश की आवाज़े निकाल रही थी. मेरी छूट अब गीली हो गयी थी. अब वो उठे और मैने उनकी त-शर्ट निकाल दी.

फिर मई उनके बॉक्सर निकालने के लिए नीचे बैठ गयी, और बॉक्सर्स निकाल दिए. उन्होने अंदर कुछ नही पहना था. उनका लंड बहुत मोटा था, और उसकी लंबाई 9 इंच के करीब थी. मेरे बाय्फ्रेंड का भी इतना बड़ा नही था.

अब मई आलोक सिर के लंड को अपने हाथो मे लेकर उपर-नीचे करने लगी. उनका लंड और कड़क हो रहा था. उनका लंड हिलाते हुए मैने उनके लंड की गोटी को अपने मूह मे ले लिया और चूसने लगी. मुझे रिया ने बताया था, की अंकल लोगो को ये सब पसंद आता है. फिर मई उनके लंड पे अपनी जीभ फिरा कर चाटने लगी और उनका लंड मूह मे ले लिया.

मई उनके लंड को अपने मूह मे अंदर-बाहर करने लगी. उन्होने पीछे से मेरे हेर को समेत कर, मेरे सिर को पकड़ लिया और मेरे मूह मे अपने लंड को धक्का देने लगे. फिर वो मेरे मूह मे ही झाड़ गये और मैने उनका सारा स्पर्म पी लिया. उसके बाद मैने उनका लंड चाट के सॉफ कर दिया.

फिर उन्होने मुझे उठा लिया और बेड पे सुला दिया. उन्होने मेरे माथे पर किस किया और होंठो को चूम लिया.
धीरे-धीरे होंठो को चूमते हुए, वो नीचे की और जाने लगे.
और फिर मेरी छूट को चाटने लगे. उन्होने मेरी छूट मे अपनी उंगली भी डाल दी.

मई अब मोन करने लगी, क्यूकी वो अपनी उंगली मेरी छूट मे डाल कर मेरी छूट को छोड़ रहे थे. फिर उनकी स्पीड बढ़ गयी और अब वो जल्दी-जल्दी छोड़ रहे थे. अब मुझे दर्द हो रहा था. उसके बाद वो अपनी उंगली से मेरी छूट को छोड़ने के बाद, मेरी छूट को थोड़ी देर तक चाटने लगे, और अपनी जीभ से मुझे छोड़ने लगे.

मई मोन करते हुए झाड़ गयी और उन्होने मेरा पूरा रस्स पी लिया. मेरी छूट गीली हो चुकी थी. मई अपना हाथ उनके लंड के पास ले गयी. वो फिरसे कड़क हो गया था. उसके बाद आलोक सिर मेरे उपर आ गये और मुझे किस करते हुए मेरे बूब्स को दबाने लगे.

मई उनके चेहरे को चूम रही थी और उनके कान को काट रही थी. फिर उन्होने बोला-

आलोक सिर: दोनो टांगे फैला दो.

और मैने टांगे फैला दी. वो मेरी टाँगो के बीच मे से मेरे उपर आ गये. उसके बाद उन्होने अपना लंड मेरी छूट के पास रख दिया और अंदर डालने लगे. उन्होने झटका मारा और आधा लॅंड अंदर घुसा दिया. फिर उन्होने और एक झटका मारा और पूरा लंड मेरी छूट मे घुसा दिया.

अब मुझे दर्द होने लगा, और मैने उनको बताया. इसलिए वो थोड़ी देर ऐसे ही मुझे चूमने लगे. मैने इतना बड़ा लंड लिया नही था, इसलिए ऐसा हो रहा था. ये मेरा दूसरा लंड था.

फिर मई शांत हुई और उनको छोड़ने का इशारा किया. अब वो धीरे-धीरे मुझे छोड़ने लगे. मुझे अब अछा लग रहा था, तो अब वो स्पीड बढ़ा कर मुझे छोड़ रहे थे. मई और आलोक सिर हम दोनो लोग चुदाई कर रहे थे. मई सिसकारिया ले रही थी और वो भी सिसकारिया ले रहे थे.

अब मई उनके चेहरे को चूम रही थी. मई अपने हाथो से उनके सिर को और उनकी बॅक को सहला रही थी, और झटके महसूस कर रही थी. उनका लंड मेरी छूट मे तीर की तरह जेया रहा था और मुझे चरम-सुख का एहसास हो रहा था.

उनके झटको की आवाज़ पुर रूम मे गूँज रही थी. करीब 20 मिनिट से वो मुझे छोड़ रहे थे और मई टीन बार झाड़ चुकी थी. फिर उन्होने बोला, की वो भी झड़ने वाले थे. और ये कहते हुए, उन्होने झटको की रफ़्तार बढ़ा दी और वो मेरी छूट मे ही झाड़ गये. और मई भी चौथी बार झाड़ गयी.

उसके बाद हम दोनो शांत हो गये और मई उन्हे किस करने लगी. उस दिन उन्होने मूज़े 4 बार छोड़ा था. फिर मैने घर जाके रिया को सारी बात बताई और वो खुश हो गयी.

रिया मुझे बोली: बेबी मेरी जान, तुम ही मेरा रेकॉर्ड तोड़ॉगी.

उसको मुझपे ज़्यादा भरोसा जो था.

अभी के लिए बस इतना ही. अगर आपको कहानी अची लगी हो, तो कहानी को लीके और कॉमेंट ज़रूर करे.