भाई बहन की सेक्सी कहानी – गंगबांग सेक्स स्टोरी

हेलो दोस्तो, मेरा नाम अरबाब है. मई 28 आगे का लड़का हू और तोड़ा हेल्ती हू. मेरा लंड 8.5 इंच का है. मेरी हाइट भी लंबी है और जिस्म हेरी है. ये कहानी मेरी सिस्टर की चुदाई के बारे मे है. इसमे मई बतौँगा, कैसे मैने अपने दोस्तो के साथ मिल कर उसका गंगबांग किया.

मेरी सिस्टर का नाम हीरा है. उस वक़्त हीरा की आगे 24 थी और वो दिखने मे बहुत सेक्सी थी. फिगर उसका 36″28″36″ था. क्या मस्त गोरे-गोरे बूब्स और मटकती गांद थी उसकी. उसको देखते ही मेरा खड़ा हो जाता था.

मई हमेशा से ही अपनी बेहन को छोड़ना चाहता था. मेरे और हीरा का रिलेशन्षिप काफ़ी फ्रॅंक था और वो मुझे सब कुछ बताती थी. हम काफ़ी नों-वेग जोक्स भी करते थे.

एक दिन मई गली मे अपने दोस्तो के साथ बैठा था. हम थोड़ी देर पहले अपने एक दोस्त की बेहन का गंगबांग करके आए थे. फिर हम बाहर सिगरेट पी रहे थे और तभी हमारे आयेज से मेरी बेहन एक लाल ड्रेस मे गुज़री.

हम चुदाई करके आए थे, लेकिन मेरी बेहन को देख कर फिरसे सबका लंड टाइट होने लगा. फिर एक दोस्त बोला-

दोस्त 1: यार हम अपने ग्रूप मे हर किसी की बेहन को छोड़ चुके है, बस तेरी ही रहती है.

दोस्त 2: हा यार, इसकी कब दिलवाएगा?

मई: पहले मुझे तो मिल जाए, फिर तुम लोगो को दील्वौनगा ना.

दोस्त 3: तो जल्दी कर ना कुछ. बहुत टाइट माल है. देखना कही हाथ से ना चला जाए.

घर आके मई बस यही सोच रहा था, की अपनी बेहन को कैसे छोड़ू. रात के 1 बजे मैने बेहन को मेसेज किया और हमने टेक्स्ट पे थोड़ी बाते की. हीरा बार-बार कह रही थी, की उसको ठंड बहुत लग रही थी. मैने ये मौका अछा समझा और उसके रूम मे चला गया.

मुझे देख कर वो शॉक हो गयी और मैने जब दरवाज़ा लॉक किया, तो वो दर्र गयी. लेकिन मैने कुछ नही किया और उसके साथ ब्लंकेट मे लेट गया. मैने उसको हग कर लिया और बोला-

मई: आओ मई तुम्हे ठंड से बचाता हू.

अब उसके टाइट-टाइट बूब्स मेरी चेस्ट से टच हो रहे थे. फिर वो गांद मेरी तरफ करके लेट गयी और मई उसको पीछे से हग कर रहा था . अब मेरा लंड उसकी गांद से टच हो रहा था.

हीरा: भाई कुछ फ़ायदा तो हुआ नही आपका. अभी भी ठंड लग रही है.

मई: अछा आ जाओ, कुछ देखते है हम, जिससे तुम गरम हो जाओगी.

वो मेरी बात समझी नही और मैने फोन पे पॉर्न लगा दिया.

हीरा: अर्रे ये क्या दिखा रहे हो गंदे? ये अपनी बेहन के साथ थोड़ी देखते है.

मई: आराम से बोलो, कोई सुन लेगा. तुम चुप करके देखो. इससे तुम गरम हो जाओगी.

हीरा: नही देखना मुझे ये, बंद करो इसको.

मई: अर्रे देखो ना, कुछ नही होता. इससे मज़ा आता है.

फिर वो पॉर्न आँखें फाड़ के देखने लगी. ऐसा नही था, की पहले उसने पॉर्न नही देखा था. थी तो वो भी हरामी, लेकिन कभी किसी और के साथ नही देखा था. खैर मैने भी ब्रदर-सिस्टर पॉर्न लगाया हुआ था.

अब वो भी हॉर्नी हो रही थी. मैने भी फ़ायदा उठा कर उसकी जाँघो पे हाथ सहलाने लगा. फिर मई आहिस्ता-आहिस्ता हाथ उसके बूब्स तक ले गया.

हीरा: भाई ये नही करो ना.

मई: चुप करके मज़े ले तू.

फिर मैने उसके बूब्स दबाने शुरू कर दिए और वो अपने लीप को बीते करने लगी. मज़ा उसको भी आ रहा था. मैने फिर उसका मूह पकड़ा और होंठो से होंठ मिला दिए. वो मुझे रोक नही पाई. मई किस्सिंग के पुर मज़े ले रहा था और वो भी.

आहिस्ता-आहिस्ता मैने अपना हाथ उसकी ट्राउज़र मे डाल दिया और छूट को सहलाने लगा. उसकी छूट गीली हो गयी थी. फिर मैने उसकी शर्ट उठा दी और बूब्स चूसने लगा.

हीरा: भाई प्लीज़, आ.. मॅट करो. ये ग़लत है.

मई: चुप कर, किसी को पता नही चलेगा.

मैने उसके बूब्स सक किए काफ़ी देर. फिर मैने उसकी ट्राउज़र उतार दी और छूट चाटने लगा. 2-3 मिनिट मे वो काँपने लगी और झड़ने लग गयी. मेरे से अब रहा ना गया. मैने अपना लंड निकाला और उसकी छूट पे सेट किया.

हीरा: अर्रे नही, ये नही. मई वर्जिन हू.

मई: तो क्या हुआ? आज के बाद नही रहेगी तू.

हीरा: भाई रूको, नही. बाकी सब ठीक है, लेकिन ये नही.

मैने उसको किस्सिंग करनी शुरू कर दी और उसके हाथ पकड़ लिए. फिर मई छूट पे ज़ोर देता गया और लंड उसकी छूट मे घुसता गया. उसकी छूट बहुत टाइट थी. उसको दर्द भी हो रहा था और आँखों से आँसू भी निकल रहे थे. लेकिन मई नही रुका.

मैने अपना पूरा लंड उसकी छूट मे आहिस्ता-आहिस्ता घुसा दिया. थोड़ी देर लंड मैने वही रखा और उससे अड्जस्ट होने दिया. फिर मैने आहिस्ता-आहिस्ता आयेज-पीछे होने शुरू कर दिया. 15 मिनिट मैने आराम से छोड़ा उसको. फिर जब उसका दर्द ख़तम हुआ, तो मैने किस्सिंग रोक दी.

हीरा: बहनचोड़! ये तुमने क्या कर दिया? मई वर्जिन थी.

मई: मई आज पक्का बहनचोड़ बन गया हू ना. अब चुप-छाप मज़े ले.

मैने फिर हीरा को स्पीड छोड़ना शुरू कर दिया. मैने उसकी टांगे उठा दी और डुमदार झटके दे रहा था और उसके बूब्स भी सक कर रहा था. थोड़ी देर मे उसकी छूट फिरसे गीली हो गयी और वो वापस झाड़ गयी.

वो अपने आप को कंट्रोल नही कर पा रही थी, और मूह से ऊ आ कर रही थी. मैने उसको 40-50 मिनिट छोड़ा और फिर उसके मूह मे ज़बरदस्ती लंड घुसा दिया और उसको अपना माल पीला दिया.

हीरा: बहनचोड़! अब जेया, और आइन्दा नही करेंगे ये.

मई: अभी तो मई शुरू हुआ हू.

हीरा: हरामी छूट तो फाड़ दी है छोड़-छोड़ के. अब और नही, दर्द हो रहा है मुझे.

मई: तेरे पास दूसरा छेड़ भी तो है.

मैने जैसे ही ये बोला, तो उसकी आँखें बाहर आ गयी. फिर मैने उसको उल्टा कर दिया और उसको दबोच लिया. मैने उसकी गांद पे लंड रख और ज़ोर दिया. हैरत की बात ये है, की मेरा लंड अंदर आराम से चला गया. फिर मई बोला-

मई: रंडी ये तो बड़े आराम से चला गया है. पहले करवा चुकी है ना?

हीरा: ह्म.

मई: ह्म क्या, बोल ना किसके साथ किया है?

हीरा: टीचर के साथ. उसने एग्ज़ॅम मे फैल कर दिया था.

मई: वाह! तू तो पहले से ही रंडी है.
कल मई तेरा गंगबांग कार्ओौनगा.

हीरा: गंगबांग! क्या मतलब? नही प्लीज़, कोई और नही. तुम जितना मर्ज़ी करो.

मई: अपने दोस्तो से कार्ओौनगा. वो अपनी बहाने देते है, तो मेरा भी फ़र्ज़ बनता है ना.

हीरा: प्लीज़ भाई, ऐसा मॅट करना.

फिर मैने उसके मूह पे हाथ रखा और ज़ोर-ज़ोर से थप्पड़ मारने लगा. मई जंगली जानवर की तरह उसकी गांद छोड़ रहा था. थोड़ी देर मैने गांद मारी और फिर वापस उसकी छूट छोड़ी. मई थोड़ी-थोड़ी देर उसके दोनो होल्स को छोड़ रहा था.

घंटो तक मैने उसके दोनो होल्स, बल्कि तीनो होल्स का मज़ा लिया. जब तक हमारी चुदाई ख़तम हुई, तब तक सुबा के 5 बाज रहे थे. फिर मई अपने रूम मे जाके सो गया.

अगले दिन बेहन नाराज़ थी, तो मई उसको मनाने के लिए लंच पे ले गया. लंच के बाद मई उसको अपने अड्डे पे ले गया. वाहा मैने उसको रूम मे बिताया और 5 मिनिट का बोल कर निकल आया. फिर मेरे 3 दोस्त रूम मे घुसे और उसको पकड़ लिया.

मई जब 30 मिनिट बाद रूम मे गया, तो एक ने उसकी छूट मे लंड डाला हुआ था और दूसरे ने उसकी गांद मे. वो तीसरे का लंड चूस रही थी. फिर मई उसके पास गया और बोला-

मई: मज़ा आ रहा है?

हीरा: अया.. मज़ा तो आ रहा है. तुम भी तो आअहह.. आओ.

दोस्त 1: पक्की रंडी है ये तो.

मई: हा टीचर से छुड़वा चुकी है.

दोस्त 2: फिर भी इतनी टाइट है, मज़ा आ गया.

हम चार दोस्तो ने 2 घंटो तक उसके सारे होल्स का इस्तेमाल किया. वो हम टीन दोस्तो का पानी पी गयी. बस एक हरामी दोस्त से कंट्रोल नही हुआ और वो उसकी छूट मे झाड़ गया. खैर मैने उसको पिल्स दिला दी, ताकि वो प्रेग्नेंट ना हो.

हम चारो दोस्त बारी-बारी से एक-दूसरे की बहानो की चुदाई करते थे. एक बार मैने प्लान किया और एक साथ बहानो की चुदाई की थी. छोड़-छोड़ के हमने अपनी बहानो को रंडिया बना दिया था और फिर उनको पैसे लेके भी चुड़वाते थे.