गर्मी की छुट्टियां

हेलो देसी पीपल. मेरा नाम है रौनक मिश्रा. आप सभी मुझे प्यार से रॉनी भी बुला सकते है. ये मेरी पहली कहानी है. ई होप की आपको मेरी दोस्त की चुदाई की कहानी पसंद आए.

बात उन्न दीनो की है जब मैं जूनियर कॉलेज के एग्ज़ॅम दे कर छुट्टियों के लिए अपनी नानी के घर आया हुआ था. मैं पढ़ने लिखने में काफ़ी अछा था और हमेशा से ही इंट्रोवर्ट टाइप का लड़का था. तो मेरे स्कूल में कोई उतने आचे दोस्त भी नही थे और मुझे कभी उनकी ज़रूरत ही नही पढ़ी.

यून तो मैं 18+ हो चुका था लेकिन मैने कभी भी मास्टरबेशन नही किया था. मुझे अब तक ये सब चीज़ें अची नही लगती थी. हुमारे नानी के घर पहुचते ही हुमारे बोहुत से रिश्तेदार और पड़ोस के लोग वाहा हुंसे मिलने आए.

इसमे मेरे कुछ बचपन के दोस्त थे जिनका नाम है पिंटू, बबलू और रवि. उन्न तीनो को देख कर मैं काफ़ी खुश था. मेरी बहनो के भी दोस्त वाहा पर आए हुए थे. मुझे सबसे अची लतिका दीदी लगती थी. वो यूयेसेस समय कॉलेज के 3र्ड एअर में थी और इंजिनियरिंग कर रही थी.

वो बचपन से ही सब काम में अची थी और काफ़ी सुशील भी थी. बचपन में वो प्यार से मेरा गाल भी खींचा करती थी. अब मैं और मेरे तीनो दोस्त एक तरफ हो कर अपनी बातें करने लगे. सबसे मिलते मिलते बात करने में पता ही नही चला कब रात होगआई.

रात में मेरे दोस्तों बबलू के बड़े भैया राजेश के साथ उपेर छत पर सोते है. तो मैं भी क्यूँ ना उनके साथ वहीं सोज्ौऊ? तो इश्स बात पर मैने हन कर दी.

रात को राजेश भैया हम चारों से पहले सोगआय और हम चारों बात करने लगे. बात करते करते रवि ने मुझे ऐसा सवाल पूच दिया जिसका मैं जवाब नही देना चाहता था.

रवि: क्यूँ बे रौनक अब तक हिलना शुरू किया या नही?

मैं उससे कुछ ढंग से जवाब नही दे पाया और वो सब मेरी टाँग खीचाई करने लगे. बातों बातों में रवि ने कहा:

रवि: आबे रौनक बबलू से कुछ सीख यार. ये तो छूट छोड़ने का भी मज़ा ले चुका है और तूने हिलना भी शुरू नही किया अभी तक.

मैं: क्या बात कर रहा है? बबलू तूने इतनी जल्दी ये सब कर लिया?

बबलू: भाई और क्या, कब तक वेट करता? माल सेट किया है बजाना तो पड़ेगा ना.

पिंटू: सही बोला भाई.

फिर रवि और पिंटू के ज़ोर देने पर बबलू ने मुझे अपनी चुदाई की कहानी डीटेल में सुनाई. कैसे वो महीने में एक बार तो अपनी गर्लफ्रेंड को छोड़ ही लेता है. बबलू बोहुत डीटेल में बताने लगा.

वो उसकी चुचियों को पहले कपड़े के बाहर से ही दबा कर उसकी गफ़ को गरम करता है. फिर अंदर हाथ डाल कर ब्रा के उपेर से फिर ब्रा के अंदर हाथ दल देता है. और जैसे ही वो मदहोश हो जाती है वो एक हाथ उसकी पनटी के अंदर डाल देता है और दूसरे से उसके बूब्स दबाता है.

वो उसकी छूट में उंगली डालने से पहले उसकी छूट को आचे से सहलाता है फिर धीरे धीरे अपना हाथ उसकी छूट पर रगड़ता है जिससे वो और बेचैन सी होजती है. फिर वो टॉप और ब्रा उतार देता है और उसके निपल्स को चूसने लगता है.

धीरे धीरे वो अपनी हाथ की एक उंगली को उसकी छूट की ओपनिंग पे रगड़ता है. फिर धीरे से जब छूट अची गीली होजती है तो वो अपनी यूयेसेस उंगली को उसकी छूट में घुसा देता है. फिर अंदर बाहर करने लगता है. साथ ही साथ वो उसके दोनो निपल्स को बरी बरी चूस्ता है और काट’ता भी है.

उसको और बेचैन कर के बबलू उसकी छूट में उंगली अंदर बाहर करने की रफ़्तार को भी बढ़ा देता है. उससे वो काफ़ी हॉर्नी होजती है. उसे ऐसा देख कर वो एक और उंगली उसकी छूट में डाल के तेज़ रफ़्तार से अंदर बाहर करने लगता है. और थोड़ी देर में उसकी छूट से पानी निकल जाता है.

पर बबलू छूट में उंगली करना बंद नही करता. वो और तेज़ी से उसके छूट में उंगली करने की कोशिश करता है लेकिन जीन्स पहने रहने कारण वो ऐसा कर नही पता है. बबलू उंगली करते हुए अपने दूसरे हाथ से उसके जीन्स के बटन और चैन को खोल देता है.

वो उसे पीठ के बाल लेता देता है और एक ही झटके में उसका जीन्स पनटी के साथ खोल देता है. और फिरसे तेज़ी से उसकी छूट में उंगली करने लगता है. उसकी गफ़ उसे रोकने की कोशिश करती है लेकिन पूरी तरह से नही. और थोड़ी देर में वो एक और बार झाड़ जाती है.

वो वही नीचे ज़मीन पे पड़े रहती है की उतने में ही बबलू नंगा हो कर उसके सामने खड़ा होजता है. वो अपने लंड को उसके मूह में डाल कर उसके मूह को छोड़ना शुरू करता है. फिर धीरे धीरे अपने रफ़्तार को बढ़ता है. इतने में उसकी गफ़ दुबारा से हॉर्नी होने लगती है.

बबलू खड़ा होता है और उसकी गफ़ को घुटनो के बाल बैठा देता है और आचे से अपने लंड को चुस्वता है. उसकी गफ़ बबलू के बॉल्स को भी चुस्ती और चट्टी है. लेकिन बबलू को असली मज़ा तब आता है जब उसकी गफ़ उसके लंड के स्किन को नीचे कर के उसके मूठ निकलने वाली छेड़ को चट्टी है.

उसकी गफ़ मूठ मरते हुई यूयेसेस छेड़ को चट्टी है. बबलू से और रहा नही जाता और वो अपना पूरा लंड उसके मूह में दल कर फिर से उसके मूह को छोड़ने लगता है. वो उसके मूह को इतने ज़ोर से छोड़ता है की उसका लंड उसकी हलाक तक जाने लगता है.

इससे उसकी गफ़ को सास लेने में तकलीफ़ होने लगती है. वो तोड़ा चटपटती भी है लेकिन बबलू उसके मूह को नही छ्चोड़ता. और तेज़ी से उसकी मूह की चुदाई करते हुए वो उसके मूह में ही झाड़ जाता है.

इश्स बात से नाराज़ होकर उसकी गफ़ उसका माल वही साइड पे थूक देती है और उठ खड़ी होकर वाहा से जाने लगती है. लेकिन अब बबलू के सर पर हवस सवार था. वो उसकी गफ़ के एक हाथ को खींच कर उसके बॉडी को अपनी तरफ ले आया. फिर पीठ के बाल दीवार से टीका कर उसके गले में पागलों की तरह किस करने लगा.

वो फिर से खुद को च्छुड़वाने की कोशिश करने लगी. मगर बबलू के किस्सस ने उससे कमज़ोर कर दिया और वो भी उसका साथ देने लगती है. जब बबलू को महसूस हुआ की उसकी गफ़ अब उससे और नाराज़ नही है तो धीरे से उसने लीप किस करना शुरू किया.

वो एक बार उपेर लिप्स को चूस्ता फिर लोवर लिप्स को. ऐसा करते करते दोनो काफ़ी पॅशनेट्ली किस करने लगे. फिर उसकी गफ़ ने बबलू के मूह में अपने टंग को दल कर सहलाने लगी. बबलू भी उसी तरह उसका साथ देने लगा. एक बार फिर वो दोनो गरम होने लगे.

बबलू ने धीरे से उसकी गफ़ के लोवर लीप को काट कर अपने दाँतों से खींच लिया. फिर धीरे धीरे किस करते हुए नीचे आने लगा. पहले उसके बूब्स को खूब देर दोनो हाथों से दबा दबा कर बारी बारी चूसा.

उसने फिर उसके बूब’स के बीच वाले हिस्से में एक लोवे बीते दे दी. फिर वो लेफ्ट बूब चाटने लगा और निपल्स को अपनी टंग से सहलाने लगा. धीरे से उसने लेफ्ट बूब के नीचले हिस्से में किस किया और वाहा भी एक लोवे बीते दे दिया.

इश्स दर्द से उसकी गफ़ अब भी सिसकियाँ ले ही रही थी. बबलू ने रिघ्त बूब के निपल्स को काट लिया जिससे उसकी गफ़ की थोड़ी तेज़ आवाज़ निकल गयी. तुरंत बबलू ने अपना रिघ्त हॅंड उसके मूह पर रख दिया और रिघ्त बूब के नीचले हिस्से पर भी एक लोवे बीते दे दिया.

वो दर्द से तड़पति रही लेकिन बबलू नही रुका. बबलू उसे और हॉर्नी करने के लिए और नीचे किस करने लगा. किस करते करते वो उसकी नेवेल तक पोुछ गया और उसे चाटने लगा. वो तेज़ सिसकियाँ लेने लगी.

फिर बबलू ने उसका रिघ्त टाँग उठा कर अपने शोल्डर पर रख दिया और सीधे उसकी छूट को सूंघने लगा. वो उसे और तड़पाना चाहता था और उसकी छूट के जस्ट उपेर किस करते हुए नीचे आया पर छूट पर किस नही किया.

वो उसकी उठी हुई रिघ्त टाँग को किस करते हुए उसके छूट की तरफ अपने होंठ बढ़ने लगा. उसकी गफ़ का हाल बोहुत बुरा होते जेया रहा था. उसकी छूट से ताप ताप एक एक बूँद पानी तपाक रहा था. उसने बबलू के सिर के बालों को खींचना शुरू किया.

उसके मूह से हल्की हल्की सिसकियाँ निकल रही थी और फिर बबलू उसकी छूट तक पहुच कर रुक गया. उसकी गफ़ उतेजना में बबलू के सिर को अपनी छूट के तरफ खींचने लगी.

बदले में बबलू ने अपनी पूरी टंग को बाहर निकल कर उसकी गीली छूट को सिर्फ़ एक बार चटा. यो उसकी गफ़ की ‘आ’ निकल गयी और उसने ज़ोर से बबलू का मूह उसकी छूट की तरफ खींच लिया. बबलू ने समय ना गावते हुए अपनी जीब से उसके छूट को धीरे धीरे चाटने लगा.

गफ़: एस, बेबी.

बबलू ने अपनी चाटने की रफ़्तार बधाई.

गफ़: बेबी, फास्ट, और तेज़, और तेज़ प्लीज़!

बबलू उसकी छूट को सहला सहला कर चट्टा रहा. उसने बीचे बीच में अपना पूरा टंग उसकी छूट में डाला. फिर धीरे से वो फिर उसकी गफ़ को फिंगरिंग करने लगा

लेकिन इश्स बार वो उसकी छूट को चाटते हुए फिंगरिंग कर रहा था. वही उसकी गफ़ का हाल बहाल होर हा था. वो फिर से झड़ने वाली थी. वो बबलू के सिर को उसकी छूट पे दबा कर मोन किए जेया रही थी.

गफ़: ओह, एस, बेबी. ई’म कमिंग, बेबी.

और वो झाड़ गयी और बबलू ने उसके छूट का सारा पानी पी लिया. और छत छत कर उसकी छूट को सॉफ करने लगा. उसे झाडे अभी 2 मिनिट भी नही हुआ था की बबलू उठ खड़ा हुआ.

उसने उसकी गफ़ के रिघ्त लेग को नीचे रखा और लेफ्ट पैर को उठा कर अपने रिघ्त हॅंड में पकड़ लिया. और ज़ोरदार झटके के साथ अपनी गफ़ की छूट में अपना लंड डाल दिया. जिससे उसकी गफ़ की हल्की सी चीख निकल गयी.

बबलू नही रुका और उसने धीरे धीरे अपने लंड को अंदर बाहर करना शुरू किया. थोड़ी ही देर में उसने अपनी स्पीड डबल कर दी. बबलू उसके मोन सुन्न कर काफ़ी हॉर्नी होगआया. वो रुका और उसकी गफ़ को अपनी गोध में उठा लिया और दीवार पर टीका कर उसकी गफ़ को फिर से छोड़ने लगा.

बबलू इश्स तरह उसे छोड़ता रहा जब तक उसकी छूट से पानी निकल कर ज़ामीन में नही गिरा. इश्स चुदाई से उसकी गफ़ काफ़ी तक गयी और फिर झाड़ गयी. थकान के वजह से उसकी मूह से अब आवाज़ भी नही निकल रही थी.

अब बबलू भी झड़ने वाला था. तो उसने उसकी गफ़ को नीचे ज़मीन पर लेटया और मिशनरी पोज़िशन में उसे छोड़ने लगा. जब वो झड़ने वाला था तो जल्दी उसने अपना लंड उसकी छूट से निकाला और अपना सारा माल उसके बूब्स पे गिरा दिया. और फिर वहीं उसके बाजू में लेट गया.

पिंटू: मैं अब भी कहता हूँ तुझे उसकी छूट के अंदर झाड़ जाना था.

बबलू: हन भोसदिके और तेर्को चाचा बना देता है ना?

पिंटू: हाहाहा. चलो भाई तुमलोग बात करो मैं आता हूँ.

मैं: तू कहाँ जारहा है?

रवि: जाने दे ये भोसदीवाला हिलाए बिना सो नही पता है. (सब हासणे लगे और पिंटू चला गया)

रवि: भाई बबलू ये कहानी मैं तेरे मूह से तीसरे बार सुन्न रहा हूँ. पर तूने कभी यूयेसेस लड़की का नाम नही बताया ना ही ये बताया वो तुझसे पति कैसे? और तो और तूने ये भी नही बताया की तूने ये चुदाई की कहा?

बबलू: आबे हम गेंटल्मन आदमी है बे. हुँने अपनी गफ़ को प्रॉमिस किए है की उसके बारे में कोई इन्फर्मेशन नही देंगे. ना हम हुमारी सीक्रेट प्लेस बताएँगे.

बबलू: वो तो तुम लोग बचपन के आचे दोस्त हो इसलिए सेक्स कैसे करते है वो बता दिया हूँ और कुछ नही बता सकता. तो चुप छाप सोजाओ.

रवि ने थोड़ी मिन्नत की लेकिन बबलू कुछ नही बताया. थोड़ी देर बाद पिंटू भी वापस आगेया और सोगया. धीरे धीरे सब सोगआय सिवाए मेरे.

अब मैं क्यूँ नही सोया? उसे मेरा क्या फयडा हुआ? वो जानने के लिए आपको इसका पार्ट 2 पढ़ना पड़ेगा.