भतीजी की चिकनी चूत

हेलो दोस्तो मई शाश्वत एक बार फिर आप सब का स्वागत करता हू मेरी एक न्यू स्टोरी पे. उमीद है आप सब इसे पसंद करेंगे. और प्ल्ज़ मुझे मैल लिख कर ज़रूर बताए की स्टोरी केसी लगी.

लेकिन स्टोरी सुरू करने से पहले मई आपको ये बीटीये डू की मेरा नामे शाश्वत है. मेरी आगे 22 है आंड मई एक हॅंडसम बंदा हू. मेरा लंड भी सभी औरतो आंड गर्ल्स को बहुत पसंद आता है. सो…

कोई भी गर्ल, भाभी, आंटी को सेक्स कॉल सेक्स छत या सेक्स या कोई भी हेल्प चाहिए हो तो मुझे मैल करे [email protected]

आंड किसी भी दोस्त, भाई को अपनी वाइफ को दूसरे लंड का मज़ा दिलाना हो तो कॉंटॅक्ट करे मैल पर. सारी बाते प्राइवेट रहेगी. प्राइवसी इस थे पॉलिसी.

तो आइए स्टोरी शुरू करते हैं..

ये स्टोरी मेरी नही है, बल्कि एक रीडर मे मुझे अपने रियल स्टोरी मुझसे शेर की थी. जिसे मई आपको उन्ही के वर्ड्स मे शेर करूगा. मैं कॅरक्टर का नामे है रतनेश जिनकी ये स्टोरी है.

तो बात पिछले साल नवेंबर की है. मेरे बड़े भैसाहब ने मुझे कॉल कर के अपने घर कुछ दिन रहने के लिए बुलाया क्यूकी वो कुछ दीनो के लिए काम से केरला जेया र्हे थे. मैं उन्हे हा बोल कर सिटी मे उनके घर पहुच गया. शाम मे वाहा पहुच कर सबसे अकचे से मिला और खाना खाया.

यहा मई आपको बीटीये डू की मेरे बड़े भाई की फॅमिली मे भाई भाभी और उनकी दो बेतिया है. भाभी का नाम प्रीति है उनकी आगे करीब 36 होगी और वो इश्स आगे मे भी काफ़ी फिट और हॉट माल लगती है. बड़ी बेटी का नाम वैदेही है और इसकी आगे तब 19 थी. वैदेही का यूयेसेस समय कॉलेज मे 1स्ट्रीट एअर था. छोटी बेटी विषिका की आगे 15 थी और अभी स्कूल मे पढ़ती थी.

तो उसी रात भैसाहब की ट्रेन थी तो उनका समान लेकर मैने उन्हे रेलवे स्टेशन छ्चोड़ दिया. फिर वापस घर आ कर सबसे बाते करने लगा. वैदेही इश्स टाइम टॉप और शॉर्ट्स मे थी जिसमे से उसकी गोरा जिस्म देख कर मेरा मॅन बहकने लगा था. वैदेही का फिगर बहुत लाजवाब था. उसके बॉडी मे कही भी एक्सट्रा फट नही था. साथ मे मई भाभी के जिस्म का भी मज़ा उठा रहा था.

भाभी भी मेरे साथ बात करते हुए मस्त स्माइल दे रही थी. मुझे भी भाभी की स्माइल का कारण पता था. असल मे भाभी और मेरा तका पहले भी भीड़ चुका था. जिसके बारे मे मई आप सभी को किसी और स्टोरी मे बतौँगा.

खैर यूयेसेस रात सफ़र करने के कारण मई तका हुआ था तो और कुछ तो ज़्यादा नही हुआ बस वैदेही और विषिका के जाने के बाद मेने प्रीति भाभी के रसीले होंठो को कस के चूमा और उन्हे बड़े बड़े चुचो का मर्दन कर दिया , और भाभी के लेगिंगस के अंदर हाथ डाल कर उनकी बालो से भारी छूट को रग़ाद के पूछा की भाभी कब कुटाई करवा रही हो अपनी इश्स लाडो की.

तो भाभी ने भी मेरे लोवर मे हाथ डाल कर मेरे लोड को सहला कर बोली कुटाई तो इसकी मई आज ही करवा लू पर तुम तक गये हो और वेसए भी 1 हफ्ते तो अब यही रहना है कल आराम से रात भर कुटाई कार्ओौनगी ड्यूवर जी.

फिर खैर यूयेसेस रात मई सो गया. अब भाई के घर मे नीचे दो रूम थे और उपर टीन रूम थे नीचे के एक रूम मे मई दूसरे मे भाभी सो र्ही थी. और उपर वैदेही और विषिका का रूम था.

अगले दिन सुबह मई उठा तो भाभी ने हम सब को नाश्ता दिया और बोली ड्यूवर जी आप भी नहा कर तैयार हो जाओ और विषिका को उसके स्कूल ड्रॉप कर दो और मुझे मेरे ऑफीस. मैने पूछा और वैदेही कॉलेज नही जाएगी क्या तो वैदेही ने बोला चाचू मई मेरी फ्रेंड के साथ चली जौंगी आप टेन्षन मत लो.

मैने ओक बोला और भाभी से बोला की भाभी मई आप लोगो को छ्चोड़ कर ज़रा अपने दोस्त के यहा चला जौंगा और फिर साम को आपको पिक करके वापस घर अवँगा. तो मैने बिके निकली और विषिका और प्रीति भाभी को बिता कर दोनो को छ्चोड़ आया. भाभी ने मुझे घर की चाभी दे दी की वैदेही कॉलेज चली जाएगी घर लॉक कर के तो तुम अगर घर जाओ तो चाभी लिए रहो.

मैने भाभी को छ्चोड़ के जब अपने दोस्त को फोन लगाया तो पता चला की आज वो कही बाहर गया हुआ है. फिर मई वापस घर चला गया. मैं लॉक खोल कर अंदर पहुचा तो मुझे वैदेही के रूम से कुछ आवाज़े सुनाई दी.

मई जब उपर जेया कर वैदेही के रूम का गाते आराम से ज़रा सा खोल के देखा तो मई चौक गया. वैदेही पूरी नंगी बेड पे कुटिया बनी थी और वो लड़का पीछे से वैदेही की कमसिन छूट मे लंड डाले धक्के मार रहा था.

मई अपनी मासूम क्यूट सी भतीजी को इश्स तरह पूरी नंगी लंड लेते हुए और आहह आह…. करते देख कर पूरी तरह से गरम हो गया और अपना लंड पंत के उपर से सहलाने लगा.

वो लड़का मेरी भतीजी वैदेही के चुचे मसलते हुए मस्त उसकी चुदाई कर रहा था. फिर उसने वैदेही को सीधा लिटाया और वैदेही की लात हो चुके फेस को पकड़ के उसके सुर्ख लाल होंठो को किस करने लगा. और वैदेही के नाज़ुक हाथ अपने लंड पे रखवा दिया.

वैदेही भी उसका लंड हिलने लग गयी. उसके बाद वो लड़का बोला प्लीज़ बेबी आज प्ल्ज़ मेरा लंड मूह मे ले ले यार. इश्स पर वैदेही बोली नही ना बेबी मुझे ये गंदा लगता ही मई नही कर र्ही ये सब. और ज़ॅब मेने बोला था तुमसे मेरी पुसी लीक करने को तब तो तुमने माना कर दिया था.

फिर यूयेसेस लड़के ने मेरी भतीजी की टांगे चौड़ी कर के अपना लंड उसकी छूट मे डाल कर छोड़ने लगा और 2-4 धक्को के बाद ही उसने अपना लंड बाहर निकाला और अपने लंड का पानी वैदेही के पेट से ले कर बूब्स तक गिरा दिया.

तभी मैने झटके से डोर खोला और बोला क्या हो रा है ये सब यहा. मुझे देखते ही दोनो के होश उडद गये. वैदेही चिकी कछु आप यहा. और वो लड़का तुरंत वाहा से भागने लगा. पर मैने डोर बंद कर दिया. वैदेही भी ब्लंकेट से खुद को धक ली.

मैने बोला ये करती हो तुम भाभी के पीठ पीछे? और यूयेसेस लड़के को एक चमता लगा के बोला कों है ये सला. वैदेही वही रोने लगी और बोली चाचू सॉरी मुझसे बहुत बड़ी ग़लती हो गयी सॉरी आप प्ल्ज़ किसी को ये सब मत बताना.

वैदेही ने बताया ये उसका ब्फ सूरज है. सूरज भी मुझसे अंकल सॉरी बोल रा था और कह रा था आयेज से एसा कुछ नही होगा. मैने दोनो को कपड़े पहनने को बोला.

फिर मेने वैदेही से पूछा कब से चल रा है ये सब. उसने बताया 2 साल से हम गफ़ ब्फ है फिर मैने कुछ सोच कर उन्न दोनो से कुछ और सवाल पूछे और सूरज का नंबर ले लिया और बोला की अभी जाओ तुम बाद मे तुमको कुछ काम को बतौँगा. तो खैर फिर सूरज अपने घर चला गया.

तो दोस्तो इश्स पार्ट मे बस इतना ही नेक्स्ट पार्ट मे क्या हुआ केसे मैने वैदेही की ली ये जानने के लिए मुझे अपने विचार मेरे मैल पर लिख कर भेजिए ताकि मई नेक्स्ट पार्ट ला साकु.

मेरी मैल ईद है [email protected]

कोई भी मुझे मैल कर के सेक्स से रिलेटेड कोई भी बात पूछ सकता है.

बाइ.