दोस्त की मा को चोदा

हेलो फ्रेंड्स, ये मेरी कहानी हैं कैसे मेरी और मेरे फ्रेंड की मा की चुदाई हो गयी. ई आम स्टूदिंग इन कॉलेज, मेरे हाइट 5’8 हैं, मई दिखने मे भी ठीक हूँ आंड आवरेज फिट बॉडी.

सो नाउ लेट्स स्टार्ट स्टोरी..

तो मई जब कॉलेज मे अड्मिशन लिया तब वाहा सब कुछ नया था. बिकॉज़ मेरे सब पुराने दोस्त दूसरे कॉलेज मे अड्मिशन मिला था और मेरे को दूसरी कॉलेज मे. तो वाहा नयी कॉलेज नये फ्रेंड्स भी बन चुके थे.

अब मेरा एक फ्रेंड था जो मेरे घर के करीब रहता था, तो मई और मेरा दोस्त अब डेली साथ मई रहने लगे थे काफ़ी टाइम, कॉलेज से घर आके भी हम साथ मई रहते थे मीन्स गुमना, खाना, एट्सेटरा.

मेरे दोस्त का घर काफ़ी बड़ा था. उनके घर मई उनके मम्मी – डॅडी, एक छोटी बहें, अंकल आंटी, दादा दादी, और कज़िन्स थे. श मई आपको बता तू मेरे दोस्त की मों दिखने मई दिख थी पर उनकी गांद आंड बूब्स बड़े थे. उसे देख के किसी का भी मॅन बन सकता हैं चुदाई करने का.

तो मई उनके घर भी आना जाना हो गया था कभी कभी लाते नाइट तक उनके घर मई होता हूँ, और ख़भी ख़भी उनके घर पे ही सो जाता था मेरे दोस्त प्राइवेट बेडरूम था तो कोई प्राब्लम नही होती थी.

ऐसे ही कॉलेज के 2 एअर ख़तम हो गये थे और अब मेरे दोस्त की मों साथ भी आची पेचन हो गयी थी, और फ्रेंड की मों का नामे नीता आंटी था, तो नीता आंटी घर मई सलवार और कमीज़ पहती थी और काम करते समय वो चुऊनी भी नही डालती थी.

तो काफ़ी टाइम उनके बूब्स देख जाते थे मुझे और मुझे बूब्स और गांद ज़्यादा आकर्षित करती है. मेरी नज़र उनके बूब्स के उपर चली जाती. ऐसा बहूत भर चला और काई भार आंटी ने मुझे पकड़ भी लिया था. पर जॉइंट फॅमिली थी उनकी इसीलये शायद कुछ कहती नही थी.

अब मेरा मान उनके प्रति बिगड़ने लगा अब मई नीता आंटी को छोड़ना चाहता था और कई बार उनके बूब्स देखे और याद करके मूठ मार लिया करता था.

एक मई मेरे दोस्त के कमरे हम दोनो बेते थे और मेरा दोस्त कुछ काम से बाहर गया क्यूकी उसके अंकल का फोन आया था. उसने बोला तू बैठ मई 1 अवर मे वापस आता हूँ.

तो वो चला गया और नीता आंटी आई कमरे मई सॉफ सफाई करने और पोछा लगाने. फिर मई बेड पर था और वो फ्लोर पे पूछा लगा रही थी झुक के. उनके बूब्स आस यूष्यूयली देख रहे तो मेरे नज़र उनके बूब्स पर थी. तो नीता आंटी ने मुझे देख लिया पर मुझे पता नही चल की उन्होने मुझे देख लिया हैं. नीता ने मेरा नाम लिया और बुलाया तो जेसे उनके सामने देखा.

नीता आंटी – क्या देख रहे हो?

मैं – कुछ नही आंटी.

नीता आंटी – मुझे काया पागल संजा हैं की कुछ समाज नही आता, रूको आने दो तुंराहे दोस्त को सीकायत करती हूंन.

मुझे मालूम था की ऐसी कोई नही बोलता आपमे फॅमिली जबकि मामला आपने आप सुलजता हो वो सिर्फ़ मुझे डरने की लिए बोल रही थी.

मैं – नही आंटी ऐसा कुछ मत करना ई आम सॉरी ऐसा दुबारा नही होगा.

नीता आंटी – इट्स ओहक कहके फिर से काम करने लगी.

पर मई कहा मानने वाला था मई फिर से उनके बूब्स देखने लगा.

आंटी ने फिर ने मुझे पकड़ लिया.

नीता आंटी – ऐसा किया हैं मेरे बूब्स मे की काब्से तुम देखी जेया रहे हो. (तोड़ा उँची आवाज़ में.)

मैं – सॉरी आंटी सॉरी.

नीता आंटी – तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड नही हैं की मुझे देखते हो.

मैं – नही आंटी एक गर्ल फ्रेंड थी पर ब्रेकप हो गया आभी सिर्फ़ फ्रेंड्स हैं.

नीता आंटी – फिर मेरे साइड आके बेती और बोली तुम मुझे देखतो हूँ तो मुझे भी आछा लगता हैं कयूकी मैं पिछले 7 – 8 साल से नही चूड़ी हूँ. तुम्हारे अंकल बिज़्नेस मे इतना बिज़ी हैं की हमारी चुदाई नही होती. उपर से जॉइंट फॅमिली मई कुछ बोल भी नही सकती उनके साथ ज़्यादा कुछ.

मैं – (लाइन क्लियर मारते हुए) आंटी अंकल भी ना बड़े मूर्ख हैं. इतनी अची पत्नी मिली है, इतने आची फिगर वाली और उनको कोई फिकर नही. मई होता तो कभी ऐसा नही करता, बहोट प्यार करता आंटी अगर मई आपका पति होता तो.

आंटी – बड़े बदमाश हो तुम.

मैं – आंटी सच बता रहा हूँ, आपका फिगर क्या मस्त हैं और मई देवाना हो गया हुआ आपका. आंटी ई लोवे योउ.. (उनके नज़दीक जाके उनके हाथ पकड़ के और उन्हे देखते देखते बोल दिया.)

आंटी भी एमोशनल हो गई और बोल दिया ई लोवे योउ तो.

फिर काया मैने आंटी के होंठ पे मेरे होंठ रख दिए और किस करने लगा. आंटी भी साथ दे रही थी 10 मीं किस किया और आंटी अलग हो गई और बोला की अभी नही.

मैं – क्यूँ आंटी क्या हुवा, कुछ ग़लत नही.

आंटी – ऐसा नही कोई आ जाएगा सब घर पे हैं.. और आंटी चली गयी जिस्म मे आग लगा के और आंटी भी जल रही थी.

ऐसे ही 2 वीक निकल गये और एक दिन आंटी ने मुझे बोला की कल सभा गाव जा रहे हैं. (आंटी और मेरा दोस्त नही जा रहे थे.)

मई हॅपी हुआ और आंटी को किस कर दिया और गांद दबी दी.

आंटी का शाम को मेसेज आया की कल तुम्हारा दोस्त उसके पुराने दोस्त के साथ बाहर जेया रहा हैं तो तुम सुबा उसके जाते ही आ जाना.

मैं खुशी से पागल हो गया और दूसरे दिन सुबा का इंतज़ार करने लगे.

फिर वो समाई आ गया, मई सुबे 10 बजे उनके घर पूच गया. आंटी ने दरवाजा खोला और मई अंदर चला गया और लिविंग रूम जाके बैठ गया. फिर आंटी मेरे लाइट पानी लाई और पीने के बाद आंटी का हाथ पकड़ की मेरी तरफ खिच लिया और वो मेरे उपर गिर गयी सोफे पर.

आंटी – शांति रखो पूरा दिन हैं आज.

आंटी ने रेग्युलर ड्रेस पहना था कुर्ता और पजईमा.

फिर मई और आंटी बेडरूम चले गये किस करते करते और बेडरूम जाके ही आंटी बहूत आची तारा चूम रहा था. मई और आंटी दोनो जन्नत मई थे. आंटी भी काफ़ी टाइम के बाद सेक्स करने जेया रही थी तो वो भी बहोट एग्ज़ाइटेड थी.

जमके एक दूसरे को चूस रहे थी आंटी तो पूरी तारा पागल हो गई थी. फिर मेने आंटी का कुर्ता और पजईमा उतार दिया और आंटी नीचे आज ब्रा और पनटी नही पहनी थी, वो सेक्स के लिए पूरी टायर थी.

आंटी ने मेरा पंत और शर्ट निकल दिया और चड्डी भी पूरा नगा कर्जे मेरा लोड्‍ा हाथ मई लेके ज़ोर जोर्र से चूसने लगी. अब मुझे भी बहूत मज़ा आ रहा था.

नीता आंटी पूरे जोश मे थी और फिर मेरेको उनकी छूट चाटने को कहा. हम 69 पोज़िशन मे आ गये थे और ऐसी ही दोनो ने एक दूसरे का पानी निकल दिया. और आंटी मेरा फिर से खड़ा कर दिया और बोली अब छोड़ मेरे को इस छूट की तड़प को शांत कर्दे.

मई भी देर नही खि और आंटी को बेड लेटया और उनके पेर फेला दिया और लुंक सेट करके जोरदार ढाका दिया. तो आंटी चीक पड़ी अहह आअहह…

अभी तो आधा लंड ही गया था अंदर तो मेने दूसरा ढाका मारा तो मेरा पूरा लंड अंदर चला गया. और वो चेकने लगी अहह फाड़ दी मेरी छूट आआहह और मई धीरे धीरे जटके देने लगा.

और वो अया अया अया ऑश उउउइइ ऐसा करती रही. फिर मैने ज़ोर ज़ोर से झटके मारने लगा और आंटी भी साठे दे रही थी अपनी गांद उठा के. अब तो ज़ोर ज़ोर से आहह अहह अहह म्माआ उइज्झहह हुउऊउउ ह्म्‍म्म्म ह्म्‍म्म्म आअहह उईईईई ष्ह ..और पूरे रूम पच पच पच की आवाज़ आ रही थी जो और मदहोश कर है थी.

ऐसी ही 30 मीं चुदाई चली और आंटी झाड़ गयी और मई भी झाड़ गया. फिर मई आंटी के उपर लेट गया और उनके बूब्स को चूस्ता रहा आंटी बोली.. अभी से तक गये और चुदाई करनी हैं अभी तो स्टार्ट किया हैं.

मुझे अपना फीडबॅक देने के लिए कृपया कहानी को ‘लीके’ ज़रूर करे, ताकि कहानियों का ये डोर देसीकाहानी पर आपके लिए यूँ ही चलता रहे.

फिर आंटी ने मुझे किचन ले गयी दूध पिलाया और मई आंटी की चुदाई किचन के प्लॅटफॉर्म पे ही करदी.

उस दिन मेने आंटी को 5 – 6 बार छोड़ा और हार बार अलग अलग जाग पे. बातरूम मे, लिविंग रूम मे, किचन, बेडरूम, तीरसे मे और लास्ट चुदाई तो बहोट लंबी चली वित फोरप्ले, ओर आंटी अब बहोट खुश हैं.

उस दिन के बाद अभी ऐसा मोका नही मिला छोड़ने का. पर कभी कभी एक बार चुदाई हो जाती जल्दी जल्दी मे. एक दिन जल्दी जल्दी मे उसकी बेटी ने ह्यूम देख लिया. उसकी बेटी भी उसकी तरह हरभरा फिगर वाली हैं.

तो आयेज बतौँगा आंटी की मदद से केसी उनकी बेटी की चुदाई हो गयी.

तो दोस्तो कैसी लगी मेरी स्टोरी रिप्लाइ ज़रूर करना, मेरी मैल ईद है

किसी को छत करना होगा तो भी मैल करे.