डाइवोर्स साली को जीजा ने चोद कर संतुष्ट किया

ही दोस्तो, मैं हू रंजीत. मैं देल्ही का रहने वाला हू, और एक मंक में जॉब करता हू. मेरी उमर 29 साल है, और मैं शादी-शुदा हू. मेरी शादी 2 साल पहले हुई थी, और मेरी बीवी काफ़ी हॉट है. तो चलिए अब कहानी पर चलते है.

मैं और मेरी बीवी काफ़ी सेक्स करते है. लेकिन आप तो जानते ही है की सेक्स जितना मिले उतना कम होता है. मेरी एक साली है, जो 25 साल की है. लास्ट एअर उसकी शादी देल्ही के ही एक लड़के से हुई थी. कुछ महीनो बाद उनके झगड़े होने लगे, और बात डाइवोर्स तक पहुँच गयी.

प्राब्लम ये थी, की उसका पति इंपोटेंट था, और वो उसको सेक्षुयली सॅटिस्फाइ नही कर पाता था. उन्होने काफ़ी डॉक्टर्स को दिखाया, लेकिन बात नही बनी. फाइनली बेबी ना होने पर उनके झगड़े होने लगे, और दोनो ने डाइवोर्स फाइल कर दिया.
फिर उसने घर छोढ़ दिया, और हमारे साथ आके रहने लगी.

अब साली के बारे में जान लीजिए. मेरी साली गोरी-चित्ति है, और उसका फिगर 36″28″36″ है. वो दिखने में एक-दूं मस्त लगती है, और काफ़ी मॉडर्न भी है. उसको पति सही नही मिला, अगर मिला होता तो उसको दिन-रात छोड़ता रहता. उसका नाम रोहिणी है.

हमारे घर आने के बाद उसने भी जॉब जाय्न कर ली. अब आते-जाते मैं उसको देखने लगा. वो भी कम नही थी, और पूरी कमीनी थी. और वो जान-बूझ कर मुझे अपनी क्लीवेज और गांद के दर्शन करवाती थी. अब मेरा उसकी तरफ आकर्षण बढ़ने लगा था.

मैं रात को जब अपनी बीवी के साथ सेक्स करता था, तब मेरी आँखों के सामने रोहिणी का जिस्म आ जाता था. फिर मैने सोचा, की क्यू ना उसपे ट्राइ किया जाए. एक दिन मेरी बीवी घर पर नही थी, और रोहिणी को ऑफीस से छुट्टी थी.

रोहिणी किचन में थी, और उसने ग्रे कलर की लेगैंग्स और ब्लू त-शर्ट पहनी हुई थी. उसकी गांद पीछे से मस्त लग रही थी. फिर मैं उसके पास जाके किचन में खड़ा हो गया, और हम बाते करने लगे.

मैं बाते करते-करते उसकी क्लीवेज देख रहा था, और उसको भी इस चीज़ का पता था. तभी उसको उपर की शेल्फ से शुगर का बॉक्स उतारना था, और उसका हाथ वाहा पहुँच नही पा रहा था. 2-3 बार ट्राइ करने पर भी जब उसका हाथ नही पहुँचा, तो मैने उसकी कमर को पीछे से पकड़ लिया, और उपर उठा दिया.

अब मेरा लंड उसकी गांद से टच हो रहा था. क्या कमाल की नरम गांद थी उसकी. वो भी जान-बूझ कर टाइम ले रही थी, और अपनी गांद हिला कर मेरे लंड से रग़ाद रही थी. मुझे तो ऐसा लग रहा था, की मैं उसकी पतली कमर को वही मसल डू, लेकिन मैने खुद पर कंट्रोल किया.

जब मैने उसको नीचे उतरा, तो वो मेरी तरफ कामुक निगाहो दे देखने लगी. फिर मैं बाहर आ गया. मुझे लगा की आज इससे ज़्यादा कुछ नही होगा. लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंज़ूर था. 5 मिनिट बाद किचन से उसके चिल्लाने की आवाज़ आई.

मैने जब उसकी आवाज़ सुनी, तो मैं भाग कर किचन में गया. उसके हाथ पर चाकू लग गया था. वो घबरा गयी थी, और उसकी फिंगर से खून निकल रहा था. फिर मैने जल्दी से उसकी फिंगर पकड़ी, और अपने मूह में डाल कर चूसने लगा.

वो कामुक निगाहो से मेरी तरफ देखने लगी, और सिसकिया भरने लगी. हम दोनो बिल्कुल करीब खड़े थे, और मोमेंट पूरा बन गया था. फिर 1 मिनिट बाद मैने उसकी उंगली मूह से बाहर निकाल दी, और वापस आने लगा.

लेकिन तभी उसने मेरे हाथ पकड़ लिया. जब मैने उसकी तरफ देखा, तो उसने मेरी उंगली अपने मूह में डाल ली, और चूसने लग गयी. अब वो चूड़ने के लिए तैयार थी. फिर मैने उसको अपनी तरफ खींचा, और बाहो में भर लिया.

मेरे हाथ उसकी सेक्सी कमर पर थे, और मेरी साँसे उसकी सांसो से टकरा रही थी. उसने अपनी आँखें बंद कर ली, और मैने अपने होंठ उसके होंठो से चिपका दिए. अब हम दोनो एक-दूसरे के होंठ चूस रहे थे, और हम दोनो को ही बहुत मज़ा आ रहा था.

हम 15 मिनिट ऐसे ही एक-दूसरे को चूस्टे रहे. इस बीच मैं उसकी गांद भी दबाता रहा. फिर हम अलग हुए, और वो बोली-

रोहिणी: जीजू फक मे प्लीज़. मैं बहुत तड़प रही हू. शादी करके भी मुझे कभी सुख नही मिला. प्लीज़ फक मे जीजू. मैं ये किसी को नही बतौँगी.

बस यही सुनना चाहता था मैं. फिर मैने दोबारा उसके होंठ चूसने शुरू कर दिए. मैने उसको अपनी बाहो में उठा लिया, और उसने मेरी कमर पर अपनी टांगे लपेट ली. मैं वैसे ही उसको उठा कर बेडरूम में ले आया. क्या सॉफ्ट गांद थी उसकी दोस्तो, एक-दूं कमाल की.

मैने रूम में आके उसको बेड पर पटक दिया, और उसकी त-शर्ट के उपर से उसके बूब्स दबाने लगा. उसने त-शर्ट उतार दी, और अब मैं उसकी क्लीवेज में मूह मारने लगा. उसका ब्रेस्ट एरिया बड़ा गरम था, और उसके बूब्स में से बड़ी अची खुश्बू आ रही थी.

फिर मैने उसकी ब्रा निकाल दी, और उसके मोटे-मोटे रसीले बूब्स उछाल कर बाहर आ गये. मैं कुत्ते की तरह उसके बूब्स पर झपट पड़ा, और उसके निपल्स चूसने लगा. वो मेरे सिर को अपने बूब्स दबा रही थी, और कामुक आहें भर रही थी. फिर वो बोली-

रोहिणी: खा जाओ इनको जीजू. ये कब से चूज़ जाने के लिए तड़प रहे है.

मैं ये सुन कर और उत्तेजित हो गया, और उसके बूब्स पर दाँत काटने लगा. मैने उसके बूब्स चूस-चूस कर लाल कर दिए. फिर मैं वापस उसके होंठो और गर्दन को चूमने लगा. मैं अपने एक हाथ उसकी जाँघो के बीच ले गया, और उसकी छूट को लेगैंग्स के उपर से मसालने लगा.

इससे वो और वाइल्ड हो गयी, और मेरी पीठ खरोचने लगी. फिर मैं उसकी कमर चूमता हुआ नीचे आया, और उसकी लेगैंग्स उतार दी. इतनी सेक्सी जांघे थी उसकी, की मैं क्या बतौ. उसकी जाँघो पर एक भी बाल नही था. मैने तो देखते ही उसकी जांघे चाटनी और काटनी शुरू कर दी.

फिर मैं पनटी के उपर से उसकी छूट चूमने लगा, और वो सिसकिया लेने लगी. मैने उसकी पनटी नीचे की, और उसकी छूट को चाटने लग गया. वो तो पागल हो रही थी, और उसकी छूट धड़ा-धड़ पानी छोढ़ रही थी.

उसकी छूट बिल्कुल टाइट थी, और चूड़ी भी नही थी. फिर मैने उससे पूछा-

मैं: तुमने ज़रा भी सेक्स नही किया.

रोहिणी: कहा किया जीजू. वो तो पूरा नल्ला था. वो तो बस उंगली ही कर सकता था, और कुछ नही.

मैं: फिर तो तुम्हारी दीदी के बाद तुम्हारी सील भी मैं ही तोड़ूँगा.

रोहिणी: जल्दी तोडो जीजू, अब बर्दाश्त नही होता.

फिर मैने अपने कपड़े उतारे और मेरा लंड फंफनता हुआ उसके सामने आ गया. मेरा 7 इंच का लंड देख कर उसके मूह में पानी आ गया. उसने मुझे पूछा-

रोहिणी: जीजू मैं चूसू आपका लंड?

मैं: बाद में चूसना, पहले सील तो तोड़ डू तुम्हारी.

फिर मैने लंड उसकी चूत पर सेट किया, और एक ज़ोर का झटका मारा.

रोहिणी: आह..

और मेरा आधा लंड उसकी चूत में चला गया. फिर अगले 2-3 झटको में मेरा पूरा लंड रोहिणी की चूत में चला गया.

रोहिणी: फाड़ दो आज मेरी चूत को जीजू. मेरी सारी तड़प मिटा दो.

फिर मैं आयेज-पीछे होके धक्के देने लगा, और रोहिणी को छोड़ने लगा. मुझे इतना मज़ा आ रहा था, की मैं स्पीड बढ़ता जेया रहा था. पूरा बेड आवाज़े कर रहा था, और रोहिणी मज़े से पागल हो रही थी.

उसके बूब्स और गर्दन पर मेरे काटने के निशान पद गये थे. फिर वो आहह आ करते हुए झाड़ गयी, लेकिन मैं नही रुका. अगले 10 मिनिट में वो फिरसे झाड़ गयी, लेकिन मैं फिर भी नही रुका. अब उसकी एनर्जी कम हो गयी थी, लेकिन मैं धक्के मारे जेया रहा था.

फिर मैने अपना लंड उसके मूह में डाला, और उसका मूह छोड़ने लगा. उसकी बड़ी मुश्किल से साँस आ रही थी, और उसका मूह लाल हो गया था. जब उसकी साँस रुकती, तो वो मेरी जांघे ठप-थापा कर इशारा कर देती.

फिर 10 मिनिट मूह छोड़ने के बाद मैने उसका मूह अपने माल से भर दिया. मैने अपना लंड बाहर तब निकाला, जब मेरा सारा माल वो निगल गयी. फिर हम वही लेट गये.

15 मिनिट बाद मेरा लंड फिरसे खड़ा हो गया. अब मैं रोहिणी की गांद सहलाने लगा. जब मैने उसकी गांद के छेड़ को छाता, तो वो बोली-

रोहिणी: यहा नही जीजू, यहा बहुत दर्द होगा.

मैं: अब मैने तेरी चूड़ने की इक्चा पूरी की है. तो तू भी मेरी गांद मारने की इक्चा पूरी कर. तेरी दीदी तो गांद मारने नही देती.

ये बोल कर मैं उसके उपर चढ़ गया, और मैं अपना लंड गांद पर सेट करके ज़ोर के धक्के मारे. दोस्तो छूट से ज़्यादा गांद छोड़ने में मज़ा आता है. जब लड़की चिल्लती है, तो मज़ा और बढ़ जाता है.

फिर ताबाद-तोड़ तरीके से छोड़ कर मैने रोहिणी की गांद फाड़ दी. आज मैने उसकी दोनो सील्ज़ तोड़ दी थी. अब रोहिणी मेरी रंडी बंद गयी थी, और मैं जब चाहे उसको छोड़ता था.

फिर उसका डाइवोर्स फाइनल हो गया, और लास्ट मंत उसकी दूसरी शादी भी हो गयी. उसके बाद मुझे रोहिणी को छोड़ने का चान्स नही मिला, और अब मुझे मेरी बीवी ही मज़ा देती है.