देवर ने भाभी को गरम करके चोदा

एक दिन भैया काम से बाहर गये थे, और मैं उनके रूम में गया.

मे: भाभी आपसे कुछ कहना है.

भाभी: हा बोलो.

मे: आप किसी से कहोगी तो नही?

भाभी: नही कहती.

मेरी गांद फटत रही थी, और फिर मैने उनसे बोला-

मे: मुझे आपके साथ सेक्स करना है.

वो चिल्लाने लगी: ये क्या बोल रहे हो तुम? जानते हो ये सब क्या होता है? कों करता है? मैं तुम्हारी भाभी हू.

मुझे पहले तो दर्र लगा. फिर मैने कहा-

मे: उस दिन रात को जब मैं आपकी छूट पर हाथ फेर रहा था, तो आपने कुछ क्यूँ नही कहा? आपको भी मज़ा आ रहा था ना? तो फिर सेक्स में क्या दिक्कत है?

भाभी चिल्लाने लगी: मैने इसलिए कुछ नही बोला, की शायद तुम अब कुछ नही करोगे. पर तुम आज सीधा…

और वो रुक गयी. पर मुझसे कंट्रोल नही हो रहा था, तो मैने उनसे कहा-

मे: सेक्स नही करना ठीक है. बस उपर से दबा लेने दो, और एक किस.

पहले तो उन्होने माना कर दिया, पर बाद में वो मान गयी. उनके हा करते ही मैं उनके उपर टूट पड़ा. मैने अपने होंठ उनके होंठो पर रख दिए, और चूसने लगा. पहले वो साथ नही दे रही थी, पर धीरे-धीरे वो भी मुझे किस करने लगी. साथ में मैं उनके बूब्स भी दबा रहा था. फिर इतना होने के बाद अब मुझसे रहा नही जेया रहा था. अब मुझे कैसे भी उन्हे छोड़ना था, तो मैने उनसे कहा-

मे: भाभी प्लीज़ मुझे आपका दूध पीना है.

वो भी मेरे किस और दबाने से थोड़ी गरम थी, तो वो मान गयी. फिर जैसे ही उन्होने अपना ब्लाउस उतरा मैने तुरंत उनकी ब्रा के हुक खोल दिए, और उनके बूब्स पर टूट पड़ा.

वो एक-दूं से बोली: आराम से, मैं कही नही जेया रही.

मैं उनके एक बूब को चूसने लगा, और एक को दबाने लगा. वो गरम होने लगी, और मुझे रोकने लगी-

भाभी: बस करो अब, इतना बहुत है.

पर मैं कहा मानने वाला था. मैने सदी सी शकल बना ली.

तो वो बोली: अब क्या हुआ? अब क्यूँ ऐसी शकल बना ली?

मैने कहा: मुझे आपको पूरी नंगी देखना है.

वो पहले तो माना करने लगी, पर मेरे तोड़ा रिक्वेस्ट करने पर मान गयी. फिर उन्होने अपना पेटिकोट उतार दिया, पर पनटी नही.

मैने कहा: इसे भी उतरो ना.

वो माना करने लगी, और मैं उन्हे किस करने लगा, और उनके बूब्स दबाने लगा. मेरा खड़ा लंड उनकी छूट पर टच होने लगा. फिर मैने एक हाथ से अपना लोवर और चड्डी उतार दिए. उन्हे पता नही चला, क्यूंकी मैं उन्हे किस कर रहा था.

अब मेरा लंड उनकी पनटी के उपर से ही उनकी छूट पर लगने लगा, और उनकी छूट पानी छ्चोढने लगी. फिर मैने जैसे ही किस बंद किया, वो शॉक हो गयी. उनके सामने मेरा खड़ा लंड था, जो करीब 6.5 इंच था. वो उसे देखने लगी.

फिर वो बोली: ये क्या है?

मैने कहा: लंड है.

वो बोली: इतना बड़ा? तुम्हारे भैया का तो बहुत छ्होटा है.

और उन्होने मेरे लंड को पकड़ लिया, और हिलने लगी. मुझे मज़ा आने लगा, और फिर मैने उनसे कहा-

मे: इसे मूह में लो.

वो माना करने लगी और कहने लगी: अब मैं जेया रही हू, मुझे अब कुछ नही करना.

पर मुझे पता था उन्हे सेक्स करना था. फिर जैसे ही वो मूडी, मैने उनको कस्स के पकड़ लिया, और लंड उनकी गांद से सत्ता दिया.

वो बोली: ये क्या कर रहे हो, मुझे जाने दो.

मैने कहा: जाने तो दूँगा, पहले मेरे लंड को तो शांत कर दो.

फिर मैने उन्हे बिता कर उनकी नाक बंद कर ली, और लंड उनके मूह में घुसा दिया और उनके बाल पकड़ के उनके मूह को छोड़ने लगा. वो घू घू की आवाज़े निकालने लगी. फिर मैं उनके मूह में ही झाड़ गया, और उनको मेरा पानी पीना पड़ा.

अब गुस्से में मुजसे बोली: ये क्या किया तुमने?

फिर मैने उन्हे तुरंत धक्का देके लिटा दिया, और उनकी पनटी को फाड़ के लंड सीधा एक झटके में उनकी छूट में घुसा दिया. वो एक-दूं से चिल्लाई-

भाभी: श मा मॅर गयी. छ्चोढो मुझे, बाहर निकालो.

और फिर मैं रुक गया. फिर मैने धीरे-धीरे शॉट लगाना शुरू कर दिया, और उन्हे मज़ा आने लगा. अब मैने धक्को की स्पीड बढ़ा दी, और 25 मिनिट बाद उनकी छूट में झाड़ गया.

फिर मैने उनसे पूछा: कैसा लगा?

तो वो गुस्से में बोली: ऐसे कों करता है? आराम से नही कर सकते थे?

मैने कहा: मज़ा आया की नही?

तो वो धीरे से बोली: हा आया.

मैने कहा: तो फिर क्यूँ ज्ञान दे रही हो? मज़ा लो ना बस.

तो वो बोली: फिर आ जाओ.

और मैं शुरू हो गया. मैं उन्हे किस करने लगा, और वो मेरा साथ दे रही थी पूरा. अब मैं उनके बूब्स दबा रहा था. फिर मैने उनके मूह में लंड दे दिया, और इस बार वो मज़े से चूस रही थी मेरा लंड.

मे: अब आज से तुम मेरी हो.

भाभी: हा मेरी जान तुम्हारी हू. अब छोड़ दो कस्स के.

मे: तो कुटिया बन जाओ.

और वो तुरंत बन गयी. फिर मैने अपना लंड पीछे से उनकी छूट में डाल दिया, और धक्के मारने लगा.

वो: और ज़ोर से छोड़ो, फाड़ दो मेरी छूट को, आहह आअहह.

मैं उन्हे ज़ोर से छोड़ रहा था, और उन्हे बुरी तरह पेल रहा था.

मैं बोल रहा था: अब मेरा लंड लेगी रोज़ तू.

और वो ह्म ह्म कर रही थी.

मे: अब देखो रंडी को, कैसे मज़े ले रही है. तब तो माना कर रही थी. आज से तू मेरी रंडी है, काजल रंडी.

वो: हा मैं तुम्हारी रंडी हू, छोड़ो मुझे, बना लो अपनी रखैल.

मे: हा मेरी काजल रंडी, अब तू मेरी रॅंड है. अब तुझे ऐसे ही रोज़ छोड़ूँगा और आज मैं तेरा मलिक हू. मैं जो कहूँगा तू वो करेगी.

वो: हा, मैं आपकी रंडी हू.

मे: अब मैं तुझे अपने दोस्तों से भी चुडवाया करूँगा, और तुझे एक बड़ी रंडी बनूंगा.

और ये कह कर उनकी गांद पर छानते मारने लगा. फिर 40 मिनिट छोड़ने के बाद मैने उसके मूह में लंड डाल दिया, और पूरा माल निकाल दिया.

मैने उसे बोला: पी इसे.

और दो-टीन छानते गाल पर जड़ दिए. वो उसे पी गयी, और फिर मैं नंगा ही सो गया और वो भी ऐसे ही सो गयी. सुबा मेरी जल्दी नींद खुल गयी, तो मैने उनकी छूट में उंगली करना शुरू कर दिया. इससे वो जाग गयी. फिर मैने उनकी छूट मारी, और तब तक सुबह हो गयी.

अब दिन में जब कोई नही होता, मैं उन्हे छोड़ देता हू. हमारी चुदाई ऐसे ही चल रही है.

तो दोस्तों ये थी मेरी और मेरी भाभी की कहानी. कैसी लगी आपको कहानी ज़रूर बताए कॉमेंट करके, और अपनी फीडबॅक भी दे. कहानी पढ़ने के लिए थॅंक्स.