बुआ के बूब्स देख कर भतीजा हुआ दीवाना

ही मेरा नाम साड (नामे चेंज्ड) है. और मैं कराची पाकिस्तान का रहने वाला हू. मैं इस वेबसाइट का रेग्युलर रीडर हू. वैसे मैं एक शर्मीला लड़का हू, और दिखने में ठीक-ताक हू.

मेरी उमर 24 साल है, और हाइट 5’10” है. और मेरी बॉडी स्ट्रॉंग बिल्ट है. मेरी फॅमिली में मम्मी, डॅडी, दादी, एक बड़ी बेहन, और एक छ्होटी बेहन है. मेरे फादर एक मेडिकल स्टोर चलाते है.

मेरे फादर की एक ही बेहन है, जिन्हे सब प्यार से बेबी फोपो कहते है. जो स्टोरी मैं आप सब के साथ शेर करने जेया रहा हू, वो आज से 1.5 साल पहले की है. ये स्टोरी मेरे और मेरी फोपो (बुआ) के बीच हुई थी, और ये मेरी एक रियल स्टोरी है.

मुझे शुरू से ही मेच्यूर वुमन अट्रॅक्ट करती है. मैं अक्सर इन्सेस्ट स्टोरी पढ़ता हू, पर कभी अपनी स्टोरी शेर करने की हिम्मत नही हुई. लेकिन आज मैं हिम्मत करके ये स्टोरी आप सब के साथ शेर कर रहा हू.

फोपो देखने में बिल्कुल एक पर्फेक्ट मिलफ है. गोरा दूध जैसा रंग है उसका. बड़े और एक-दूं काससे हुए बूब्स है उसके. गांद एक-दूं गोल है, और उभरी हुई है. ओवरॉल पूरा फिगर बहुत ज़बरदस्त है.

मेरी फोपो की उमर 39 साल है. वो एक प्राइवेट स्कूल में हेडमिस्ट्रेस है. उनकी शादी को हुए 12 साल हो चुके है. तकरीबन 2 साल पहले एक कार आक्सिडेंट में मेरे फोपा की डेत हो गयी थी.

उनका एक 9 साल का बेटा है, जो स्पेशल चाइल्ड है, और वो उसको बेपनाह प्यार करती है. वैसे फोपा जी काफ़ी पैसे वाले थे. जब फोपा जी की डेत हुई, तो फोपो हमारे घर रहने लगी. पर कुछ ही दिन बाद उन्हे अपनी जॉब दोबारा से जाय्न करनी थी.

यहा मैं आपको बताता चालू, की फोपो का घर हमारे घर से काफ़ी डोर है. हालाकी हम एक ही सिटी में रहते है, पर फोपो का घर एक न्यूली कन्स्ट्रक्टेड सोसाइटी में है, जो हमारे एरिया से 1 घंटे के ट्रॅवेल पर है.

मेरे ना चाहते हुए भी ये डिसाइड किया गया, की मैं फोपो के साथ उनके घर में रहूँगा. ताकि उनको सपोर्ट मिल सके. मैं इस फैंसले से खुश नही था, क्यूकी मेरी और फोपो की ज़्यादा बनती नही थी. वो हमेशा मेरे साथ स्ट्रिक्ट रहती थी. बुत घरवालो के प्रेशर में मुझे फोपो के साथ भेज दिया गया.

शुरू-शुरू में हमारे बीच बस काम की बाते होती थी. फिर आहिस्ते-आहिस्ते फोपो के बिहेवियर में नर्मी आने लगी. उसके बाद हमारी नॉर्मल बात-चीत होने लगी. अब हम रोज़ रात के खाने के बाद साथ बैठ कर टीवी देखते थे, और हस्सी मज़ाक करने लगे थे.

वो हमेशा घर में दुपट्टा उतार कर घूमती-फिरती थी. पर मैने कभी फोपो को ग़लत नज़र से नही देखा था. एक दिन दोपहर में जब मैं यूनिवर्सिटी से घर आया, तो मुझे घर में बड़ा सन्नाटा फील हुआ. मैं जब फोपो के रूम की तरफ गया, तो उनके रूम का दरवाज़ा तोड़ा सा खुला हुआ था.

फिर मैने हल्के से दरवाज़ा खोला, तो देखा की फोपो और उनका बेटा सोए हुए थे. फोपो एक साइड मूड कर सोई हुई थी, और उनकी कमीज़ और ब्रा उपर तक उठे हुए थी. उनके दोनो दूड्दू सॉफ नज़र आ रहे थे. उफ़फ्फ़.. मैं क्या बतौ दोस्तो, बड़े दूड्दू, और उनके बीच में बड़ा सा ब्राउन कलर का सर्कल. उस सर्कल के उपर 1-1 इंच के निपल थे.

ये नज़ारा देख कर मेरे जिस्म में तो जैसे उपर से नीचे तक करेंट दौड़ गया. दिल तो कर रहा था, की भाग के जौ, और निपल को मूह में लेके चूसना शुरू कर डू. पर मेरी हिम्मत नही हुई, और मैं अपने रूम में चला गया.

उस दिन मुझे पता चला, की उनका बेटा जो अब नॉर्मल है, वो 9 साल की उमर में भी उनके दूधो से खेलता था. मैने पहली बार रियल में किसी औरत के दूड्दू देखे थे, और वो भी ऐसे ज़बरदस्त की क्या बतौ. उस दिन मैने कम से कम 10 बार तो मूठ मारी होगी.

यहा मैं आपको बताता चालू, की मेरी एक गर्लफ्रेंड भी थी, जिससे मेरी एंगेज्मेंट हो चुकी थी. हम सेक्स टॉक तो करते थे. लेकिन मेरी हज़ार कोशिशो के बावजूद मेरी फिन्सी ने कभी मुझे अपना नंगा जिस्म नही दिखाया.

हम अक्सर डटे पे भी जाते थे, पर कभी उसने मुझे उसको टच करने नही दिया. वो हमेशा यही बोलती थी, की जो भी देखेंगे, और जो भी करेंगे, वो सब शादी के बाद ही करेंगे. मैं भी ये सुन कर चुप हो जाता था. मुझे लगता था, की कही वो ये ना सोचे की मैं तर्की हू. और मुझे उसके जिस्म की भूख थी.

तो हुआ कुछ यू, की उस दिन के बाद से बस मेरी यही कोशिश होती थी, के मुझे किसी तरह फोपो के दूड्दू या गांद दिख जाए. जब भी वो कभी झुक के काम करती थी, तो मैं उनकी क्लीवेज देखने की कोशिश करता था.

कुछ दिन तो ऐसे ही गुज़र गये. लेकिन मेरी तलब दिन-बा-दिन बढ़ने लग गयी. फिर एक दिन मैने डिसाइड किया, की किसी भी तरह फोपो को राज़ी करना होगा. अब मैं रोज़ाना फोपो के ज़्यादा से ज़्यादा करीब रहने की कोशिश करने लगा. मैं उनसे ज़्यादा फ्रेंड्ली होने लगा.

ये बात फोपो ने भी नोटीस की, और पूछी भी. पर मैने जवाब गोल कर गया. रोज़ मैं न्यू आइडियास सोचता था, की कैसे फोपो के अंदर की गर्मी बधाई जाए. एक दिन मुझे उनका फोन खुला हुआ मिला. मैने फोन उठाया, और उसको चेक करने लगा. मैं सोचता था, की कही से कोई उम्मेड की किरण मिल जाए.

जब मैं उनके ब्राउज़र की हिस्टरी में गया, तो वो पॉर्न साइट्स से भारी हुई थी. इसके अलावा उन्होने व्हातसपप पे बहुत सारे पॉर्न ग्रूप जाय्न किए हुए थे. ये देख कर मुझे बहुत खुशी हुई. मैने सोचा, की चलो मुझे ये तो मालूम चला, की फोपो को भी सेक्स की तलब थी.

उसके बाद मैने एक प्लान बनाया, जो मैं आपको नेक्स्ट पार्ट में बतौँगा.
आयेज कैसे मेरे और फोपो के बीच में सेक्स हुआ, और कैसे मैने फोपो को सेक्स के लिए राज़ी किया. ये सब पढ़िए मेरी कहानी के सेकेंड एपिसोड में.

ये सब मैं बतौँगा. लेकिन अगर आपको मेरी स्टोरी अची लगी हो, तो कॉमेंट कीजिए. मुझे मेच्यूर विमन के साथ सेक्स करने का एक्सपीरियेन्स है.