बीवी ने मारी पति की गॅंड

खेर मैने एक बार फिर उसको सॉरी बोला तो सिमरन बोली “मैने माफ़ कर दिया लेकिन आयेज से ऐसी ग़लती ना हो ये भी तो पक्का करना है के नही.”

ये सुन कर मैं चुप छाप सिमरन की जाँघो पर लेट गया. सिमरन ने पोज़ सेट कर लिया अब मेरी गांद एक दूं सही टारगेट पर थी. वो अपना हाथ उपर उठा कर जितनी मार्ज़ी ज़ोर से तपद मार सकती थी मेरी गांद पर.

फिर सिमरन ने अपनी एक तंग उठा कर मेरी तंग पर रख ली. अब मैं उसकी दोनो टॅंगो के बीच था. उसने अची तरह से मेरी टॅंगो को जाकड़ लिया था. वो ये इसलिए करती थी ता जो जब वो संदेल से गांद पर मारे और मैं दर्द से अपनी टॅंगो को इधर उधर ना मार दो.

खेर हमेशा की तरह उसने अपने हाथ से ही स्तर किया. सटाक सटाक सटाक करते तपद मेरी गांद पर पड़ने लगे. फेले तो वो एक एक कर के मार रही थी. एक रिघ्त पर और एक लेफ्ट पर. फिर वो 2-2 और फिर 4-5 एक साइड पर मार देती और 4-5 दूसरी साइड पर.

फेले तो हमेशा की तरह नॉर्मल ही था लेकिन ढेरे ढेरे गांद गरम होने लगी और दर्द होने लगा. लेकिन वो रुक नही रही थी और मेरे मूह से आईईईईईई सीईईईई आईईईईईई मम्मी प्लीज़ माफ़ कर दे. आयेज से ऐसा नही करूँगा प्लीज़ आज चोर दे.

लेकिन वो तपद मारते मारते बोली “तुम हमेशा ही ऐसा बोलते हो”. और फिर वो तपद मार्टी रही. सारी गांद और पीछे का वो हिस्सा यहा गांद और टॅंगो की शुरुवत होती है वो हिस्सा मार मार कर लाल कर दिया था. खास कर के वो पर जिसको हम सीट स्पॉट बोलते है. वो पार्ट यहा पर बॉडी का सारा वेट पड़ता है जब हम बेत्ते है.

मुझे मालूम था अगले 4-5 दिन बहुत हार्ड होंगे. खेर मेरी आँखो मैं अनसो आने लगे थे सिमरन का हाथ बहुत हार्ड था. एक तो घर के कामो की वजे से उपर से वो पोलीस वाली थी और रोज एक्सर्साइज़ भी करती थी.

खेर कुछ देर बाद मुझे हलचल महसूस हुई मुझे पता चल गया वो अब संदेल उठा रही है.

मैं अपने आप को टायर करने लगा के ज़ोर से ना चिल्लओ. मैं चाहता तो बहुत ईज़िली उसको रोक सकता था. लेकिन मुझे मूलम था मेरी ग़लती है और उसी की सज़ा है ये.

जब से सीमार्ण ने ऐसा करना शुरू किया था हमारी लाइफ ईज़ी हो गयी थी. एक भी लड़ाई झगड़ा नही हुआ था. फेले से और ज़्यादा हो था हमारा प्यार. खूब मस्ती करते थे हम अब. सिमरन वैसे को ग़लती नही करती थी बहुत समजदार थी और जब मैं उसको कंप्लेंट करता के मुझे तो तुम्हारी प्यारी सॉफ्ट गांद की पिटाई करने का मोका नही मिलता.

तो वो अपने आप ही चुदाई से फेले बोल देती “आप अपना शॉंक पूरा कर लो जी मेरी गांद पर तपद मार कर”

खेर संदेल से मारने से फेले उसने पिल्लो मेरी और किया और बोली “ये लो इस मैं मूह डब्बा लेना.”

और मैने अपना मूह पिल्लो मैं डब्बा लिया. अगले 10 मिनिट्स ऐसे गुज़रे जैसे एक साल हो. सिमरन ने बिना मुज पर तरस किए पूरी ताक़त लगा कर पिटाई की. मैं खुल्ल कर रोने लगा था. एक एक मीं मुश्किल हो रहा था. जब सिमरन ने देखा सारी गांद आचे से लाल हो गयी है तो उसने संदेल नीचे फेंक दी और मेरी गांद को चूम कर बोली “अब आयेज से ऐसा मॅट करना.”

और जैसे ही उसने अपनी तंग साइड पर की मैं अपनी गांद को मसलने लगा और उछलने लगा. गांद इतनी गरम हो गयी थी मानो रोटी सेक लाओ उस पर.

जब मैं तोड़ा शांत हुआ तो देखा हमेशा की तरह उसकी आँखो मैं अनसो थे. मैने उसको गले लगा लिया और बोला “अरे यार क्यू रो रही हो. मैने तुझे कुछ बोला क्या?”

सिमरन: तुम ऐसे कम क्यू करते हो के मुझे मजबूरी मैं तुम्हारी पिटाई करनी पड़ती है.

मैं उसको गले लगाए हुए ही उसकी गांद को मसल कर बोला “ओक आयेज से ध्यान रखूँगा चलो अब जल्दी से फिनिश करो फिर मुझे तुम्हारी छूट भी मारनी है. ये बोल कर मैने उसकी गांद मैं उंगली डाल दी तो वो भी उछाल गयी.

सिमरन हेस्ट हुए “अभी मज़ा चख़्ती हू तुम्हे.”

मैं भी हेस्ट हुए बेड पर पड़े स्टर्प ओं को खुद उसको फेंाने मैं मदद करने लगा. जब स्तरपों उसकी कमार पर आचे से टाइट कर के बाँध दिया. तो उस पर फिर अपने हाथ से 8 इंच वाला स्किन कलर का दीडलो भी आचे से अटॅच कर दिया.

सिमरन अब और ज़्यादा सेक्सी लग रही थी दीडलो बाँध कर. खेर मैं फिर बेड पर घोड़ी पोज़ में आ गया. सिमरन ने दीडलो पर कॉंडम डाल लिया और फिर उस पर तोड़ा तेल लगा दिया.

सिमरन: जानू गांद फिलाओ अपने हाथो से.

मैने खुद अपने हाथो से गांद फेला दी. अपने आप पर शरम भी आ रही थी के ऐसी ग़लती क्यू की अब खुद गांद खोलनी पद रही थी.

खेर उसने अपना दीडलो मेरी गांद के छेड़ पर लगाया और ढेरे से अंदर घुस्सा दिया. दर्द तो है रहा था लेकिन जब डॉटेड कॉंडम वाला दीडलो अंदर जा रहा था तो मज़ा भी आने लगा था.

जब उसने सारा दीडलो अंदर घुस्सा दिया तो उसकी जंघे मेरी गांद के साथ लग गयी. तो वो मेरी गांद से निकलती गर्मी को महसूस करने लगी. जो उसने थप्पड़ और अपनी संदेल से पेड़ा की थी.

कुछ देर ऐसे ही गर्मी महसूस करने के बाद उसने जोरदार चुदाई शुरू कर दी. अब तक वो पूरी एक्सपर्ट हो चुकी थी चुदाई मैं. सिर्फ़ छुड़वाना ही नही छोड़ना भी उसको बहुत आचे से आता था. खेर काफ़ी देर वो ऐसी ही पोज़िशन मैं मेरी गांद मार्टी रही.

एक बात और थी के वो जब अपनी छूट या लेग्स या गांद के हेर रिमूव करती तब वो मुझे भी बुला लिया करती थी. और साथ मैं मेरे भी रिमूव कर दिया करती थी. ये बात वो अक्सर बोलती “अगर आप का लंड छुपा लो और आप घोड़ी बने हुए हो. तो कोई बता नही सकता आप लड़की हो या लड़का इतनी चिकनी मोटी सॉफ्ट गांद है आप की.

खेर फिर सिमरन ने पोज़ चेंज कर लिया. और मुझे बेड पर लितटा दिया और मेरी टाँगे अपने कंधो पर रख कर चुदाई शुरू कर दी. बहुत ही मज़ा आ रहा था मुझे भी अब दर्द तो हो रहा था. लेकिन लंड पूरा खड़ा हो चुका था.

सिमरन को पसीना आ गया था उसका सारा बदन पसीने से बाहर गया था. जो ये बता रहा था के उसकी कितनी ताक़त लग रही है. खेर आख़िर मैं वो दीडलो गांद से निकल कर लास्ट मैं नीचे बेड पर लीट गयी और बोली “अब आप खुद अपनी गांद में लो उपर आ कर.

सिमरन वो सब पोज़ लगाया करती थी जिस जिस पोज़ में मैं उसकी चुदाई करता था. खेर ये पोज़ मैं गांद मारवाने में सब से ज़्यादा शर्म आती थी. खुद बीवी के उपर आ कर दीडलो पर बेतना और फिर उपर नीचे होना. उपर से इस पोज़ मैं जंघे दर्द करने लगती थी उछाल उछाल कर.

खेर जब सिमरन का दिल बाहर गया तो उसने दीडलो साइड पर फेंक दिया और बोली “आप की पनिशमेंट पूरी हुई. आयेज से ऐसी ग़लती मत करना.” और फिर हेस्ट हुए अपनी टाँगे मेरे कंधो पर रख दी. मैं फेले से ही बहुत एग्ज़ाइटेड था. ज़्यादा लंबी तो नही पर जितनी भी चुदाई की मज़ा बहुत आया.

काम होने के बाद मैने दीडलो से कॉंडम उतार के डस्टबिन मैं फेंक दिया और दीडलो को गरम पानी से वॉश कर के दरवेर मैं रख दिया. ये सब मुझे ही करना पड़ता था.

उस रात मैं अपने पेट के बाल ही सोया. जब भी रात को मेरी गांद बेड को टच होती मेरी नींद टूट जाती.

बाकी का फिर कभी.