मैने अमित अंकल को कहा की आप पंडित जी के साथ कल आ जाए. नेक्स्ट दे अमित अंकल और पंडित जी आ गये साथ में. रेखा आंटी (अमित अंकल की वाइफ) और उनकी बेटी शालु दीदी, जो की मेरे से 6 साल बड़ी थी (उनकी शादी हो गयी थी और एक बेटी थी 2 एअर की हमारी शादी के टाइम. दीदी प्रेग्नेंट थी तो नॉइदा में रह रही थी. उस टाइम उनका 2न्ड मंत चल रहा था) वो भी आए थे.
मैं रेखा आंटी से नज़रें नही मिला पा रहा था. रेखा आंटी के चेहरे पे गुस्सा दिख रहा था, क्यूंकी मों और दाद के जाने के बाद मैं अमित अंकल और रेखा आंटी के साथ ही रह हू. रेखा आंटी ने पंडित जी से पूछा की क्या इसका कोई दूसरा रास्ता था.
पंडित जी ने कहा: नही, क्यूंकी आराव ने एक बार निशा की माँग भर दी है. तो दोनो को विधि से शादी करनी होगी.
पंडित जी ने बताया: अगर दोनो शादी करना चाहते है तो जिस दिन मैने निशा की माँग भारी थी, ठीक उसी दिन मैं उसे शादी करू नेक्स्ट एअर.
मैने कहा: क्या मैं 2 साल के बाद नही कर सकता? क्यूंकी अभी मेरा कॉलेज है. एक बार कॉलेज ओवर हो जाएगा, फिर कर लेंगे.
इस पर पंडित जी ने कहा: हो सकता है, बुत 2 एअर से ज़्यादा लाते नही होना चाहिए.
फिर उन्होने कहा अभी मैं और निशा एंगेज्मेंट कर ले, और शादी बाद में होगी. सब ने ओक कहा. फिर पंडित जी ने कहा की 3 दिन बाद एंगेज्मेंट के लिए अछा महुरत था. हम रेडी हो गये. फिर पंडित जी ने कुछ समान की लिस्ट दी और कहा की एंगेज्मेंट तक सब रेडी रखना.
उसके बाद पंडित जी चले गये. हम सब बैठ के सोचने लगे आयेज का प्लान. तो अंकल ने कहा की वो नॉइदा में एक हॉल बुक कर लेंगे हम दोनो की एंगेज्मेंट के लिए. उन्होने कहा की इसके बारे में किसी को ना पता चले तो अछा होगा. वैसे मेरे मों दाद के बाद कोई नही था मेरा, अमित अंकल और उनकी फॅमिली छ्चोढ़ के. तो मुझे कोई टेन्षन नही थी.
निशा ने भी अपने रिश्तेदार से काफ़ी टाइम पहले ही सब ख़तम कर लिया था. फिर अमित अंकल और उनकी फॅमिली भी चली गयी. उन्होने कहा की वो सब कुछ अरेंज कर लेंगे. फिर हमे फोन करेंगे आने के लिए.
निशा: आराव तुम सच में रेडी हो ना इसके लिए?
मे: और कोई ऑप्षन भी नही है. मेरी ग़लती थी, आपकी लाइफ मैं खराब नही होने दूँगा.
निशा: थॅंक्स मेरे लिए इतना सोचने के लिए.
तभी रोहन को एक कॉल आया, वो बाहर चला गया.
मे: मेरी जान, मैं नही सोचूँगा तो कों सोचेगा?
निशा: सच बताना, ये सब तुमने किया ना?
मे: क्या सब?
निशा: यही, मेरी माँग में अपना खून भरना.
मे: नही मैने कुछ नही किया. ये सब अंजाने में हुआ, पर अछा हुआ हम दोनो एक हो गये, और किसी से कोई दर्र नही.
निशा: मुझे है दर्र.
मे: कैसा दर्र बेबी?
निशा: रोहन का, माना की उसने अभी इसे आक्सेप्ट कर लिया है. बुत उसके मॅन में आएगा ना की उसका दोस्त उसकी मों का पति है.
मे: देखो निशा बेबी, पहली बात, की जब रोहन हो हम दोनो के साथ तो पुरानी बात मत करना, उसे पता नही चलना चाहिए.
निशा: ओक, उसके सामने ये सब थोड़ी बोलूँगी.
मे (रोहन को देख लिया की वो हॉल के बाहर खड़ा था, और निशा को इशारा किया): देखो निशा, रोहन तुम्हारा बेटा है. उसने तुम्हारे खुशी के लिए ही ये सब किया. मैं जानता हू की उसे अछा नही लगेगा, पर उसने खुद हमे पर्मिशन दी है. अब वो मेरे दोस्त से बेटा बन जाएगा. अब उसे मुझे आस आ फादर आक्सेप्ट करना है या नही करना, ये उसकी मर्ज़ी होगी. बाकी जो मेरी ड्यूटी होगी, तुम्हे और रोहन को कोई प्राब्लम नही होने दूँगा. हमेशा तुम दोनो के साथ रहूँगा.
निशा: थॅंक्स इतना प्यार करने के लिए.
मे: इट’स मी ड्यूटी.
फिर रोहन भी आ गया. हम तीनो ने प्लान किया की हमारे लिए शॉपिंग कल करेंगे. थोड़ी देर बात करने के बाद निशा हमारे लिए डिन्नर बनाने गयी. मैं और रोहन बात करने लगे. मैने रोहन से कहा की इसके बारे में किसी को मत बताना, और कॉलेज में नॉर्मल रहना.
डिन्नर के बाद हम तीनो अपने रूम में जाके सो गये. आज मैं बहुत खुश था, की अब निशा मेरी हो गयी थी. फिर नेक्स्ट दे उठा तो निशा उठ गयी थी. उसने मेरे लिए कॉफी बनाई. फिर हम दोनो ने साथ में कॉफी पी, और थोड़ी देर बात की.
निशा: एक बात बोलिए, यहा किसी को पता चल गया तो?
मे: देखो किसी को पता नही चलेगा. मैने रोहन को बोल दिया है कॉलेज में नोरमल रहे.
निशा: यहा मेरी कुछ फ्रेंड्स आती है.
मे: तुम उनके सामने नॉर्मल रहना. एक बार मेरा और रोहन का कॉलेज हो जाए, फिर हम यहा से बाहर चले जाएँगे.
निशा: ओक बेबी.
फिर रोहन उठा, हम तीनो ने रेडी होके ब्रेकफास्ट किया. उसके बाद मैं निशा को उसके काम से बॅंक ले गया. रास्ते में निशा ने आचे से पकड़ा था मुझे. हम दोनो ने हल्के मज़े लिए. फिर काम करके घर आ गये. शाम को शॉपिंग के लिए गये. निशा ने नॉर्मल सूट पहना था. बुत एक-दूं पटाखा लग रही थी. मैने कंट्रोल किया.
फिर उसके बाद हम तीनो एक शोरुम में गये. वाहा मैने पहले निशा के लिए ड्रेस सेलेक्ट की. रोहन ने भी आइडिया दिया. काफ़ी देर तक निशा को बहुत से ड्रेस दिखाए, बुत उसे कुछ पसंद नही आ रहा था. फाइनली रोहन ने एक ड्रेस सेलेक्ट की रेड कलर का गाउन. निशा वो देखते ही शर्मा गयी. बुत मैने भी कहा की वो अछा था.
हमने फिर वो ले लिया. फिर मैने और रोहन ने ड्रेस ली. उसके बाद हम एक मोविए देखने गये. फिर रेस्टोरेंट में डिन्नर करके घर आ गये. घर आके हम तीनो तक गये थे, तो सोने चले गये. मैने निशा से कहा आज मैं उसके साथ सौंगा. उसने माना कर दिया की शादी के बाद ही सब कुछ होगा.
मैने कहा: क्या यार, अब तो हम एक हो गये है ना. फिर क्या प्राब्लम?
तो उसने कहा: मैने इतने साल तक कुछ नही किया. अब करूँगी तो अपने पति के साथ ही.
मैने भी ज़्यादा फोर्स नही किया, और अपने रूम में आ गया, और मूठ मार के सो गया. नेक्स्ट दे लाते से उठा. निशा ने मुझे जगाया और कॉफी दी. फिर मैं रेडी होके ब्रेकफास्ट करने आया. रोहन काम से बाहर गया था. मैने सोचा आज निशा से बात करूँगा की कम से कम वो मुझे अपने साथ सोने दे.
मे: निशा बेबी, आज से मैं तुम्हारे साथ सौंगा.
निशा: क्या बोल रहे हो. शादी से पहले तुम्हे कुछ नही मिलेगा.
मे: मैने सिर्फ़ सोने के लिए कहा, ये नही कहा की कुछ करूँगा.
निशा: अछा तुम कंट्रोल कर लोगे?
मे: हा कर लूँगा. बस तुम्हारे पास रहूँगा.
निशा: नही शादी से पहले ये ग़लत है.
मे: तुम इतना सब में मानती हो. फिर भी अपने होने वाले पति को नाम से बुलाती हो. आप की जगह तुम बोलती हो, तब ग़लत नही होता?
निशा: ठीक है जी, आज से ऐसा नही होगा, जैसा आप बोलॉगे वैसा ही होगा.
मे: फिर मेरी बात मानो.
निशा: ओक, बुत एंगेज्मेंट के बाद.
मे: ओक बेबी (फिर मैने निशा को किस कर लिया).
निशा: ये क्या था?
मे: इतना तो चलता है, ये तो रोहन के सामने भी दूँगा.
निशा: नो, उसके सामने नही.
मे: चुप रहो, तुम मेरी पत्नी हो.
निशा: ओक जी.
हमारी बातें चल रही थी की अमित अंकल का कॉल आया की उन्होने सब तैयारी कर ली थी. हमारे लिए एक गाड़ी भी भेज दी थी, ताकि आज शाम को ही हम आ जाए. मैने निशा को सब बताया और रोहन को भी बोला जल्दी घर आके सब रेडी कर ले.
शाम को जाने के लिए हम रेडी हुए. मैने निशा को कहा की वो ब्लू सारी वित स्लीव्ले ब्लाउस पहने. क्या सेक्सी लग रही थी निशा.
सो फ्रेंड्स आज के लिए इतना ही. आगे के पार्ट्स में बतौँगा की कैसे मेरी और निशा की सगाई हुई, फिर शादी, और उसके बाद हनिमून. तब तक के लिए गुड बाइ.