अंजलि भाभी को कारण ने चुद डाला

नमस्ते दोस्तो, उमिद है आपको मेरी “तारक मेहता का ऊलतः चश्मः” चुदाई कहानी का पिच्छला पार्ट पसंद आया होगा. अब आयेज..

अब अंजलि ने अपने घर पर कारण को बुला लिया था. फिर अंदर जाते ही कारण ने उसको पकड़ लिया, और अपने होंठो को उसके होंठो के साथ चिपका दिया.

अब कारण और अंजलि एक-दूसरे को किस करने लग गये थे. क्या मज़ा आ रहा था कारण को अंजलि से प्यार करने का. अंजलि भी कारण को बड़े मज़े से प्यार कर रही थी. वो कारण को अपने बच्चे का बाप बनाने के लिए तैयार थी.

अब वो दोनो पूरा मज़ा लेके एक-दूसरे के होंठ चूस रहे थे. फिर थोड़ी देर ऐसे ही अंजलि के होंठो का मज़ा लेने के बाद, कारण ने अपने होंठो को उसके होंठो से अलग कर लिया.

अंजलि भी कारण से डोर हो गयी, क्यूकी पहले उसको कारण को लड्डू खिलाना था. लड्डू खिलाने के बाद अंजलि को कोई चिंता नही थी. और फिर वो कारण के साथ कुछ भी कर सकती थी. कारण ने जब देखा, की अंजलि उससे अलग हो गयी, तो वो बोला-

कारण: क्या हो गया मेरी जान?

इस्पे अंजलि ने कहा: कुछ नही, मैने आपके लिए कुछ बनाया था. बस वही खिलाना है आपको.

तभी कारण ने एक-दूं से अंजलि को फिरसे पकड़ लिया और कहा-

कारण: ठीक है, जो खिलाना है खिला दो. लेकिन उसके साथ मुझे अपना दूध भी पीला देना.

अब अंजलि को पता था, की कारण मानेगा नही. फिर उसने सोचा, की क्या हो जाएगा. क्यूकी तारक भी आज बाद में आने वाला था, और वो कारण को पहले दूध पीला सकती थी.

ये सोच कर अंजलि ने अपने होंठो को कारण के होंठो से मिला दिया, और कारण के होंठो को चूसने लग गयी. कारण भी अंजलि के नमकीन होंठो को चूसने में मस्त हो गया था, और उन दोनो को बहुत मज़ा आ रहा था.

किस करते हुए कारण का हाथ अंजलि के बूब्स पर चला गया था. और बूब्स पर हाथ लगते ही अंजलि समझ गयी, की अब उसके बूब्स की बारी थी. वो भी बिल्कुल तैयार थी अपना दूध कारण को पिलाने के लिए

अब कारण ने अंजलि के होंठो को छोढ़ दिया, और उसके कुर्ते में हाथ डाल कर उसको उपर कर दिया. कारण अंजलि का कुर्ता निकालना चाहता था, लेकिन तभी अंजलि ने उसको माना कर दिया. उसने ऐसा इसलिए किया, क्यूकी उसको जल्दी से कारण को लड्डू खिलाना था.

कारण भी लड्डू खाने के लिए मान गया, लेकिन पहले उसको अंजलि के साथ तोड़ा प्यार करना था. फिर कारण ने अंजलि का कुर्ता उतार दिया. ब्लू रंग की ब्रा में अंजलि के गोरे-गोरे बूब्स क्या कमाल लग रहे थे. उसके बड़े-बड़े बूब्स ब्रा में बड़ी मुश्किल से फिट हो रहे थे.

कारण अंजलि के बूब्स देख कर खुश हो गया, और उसने जल्दी से उसके बूब्स को ब्रा में से बाहर निकाल लिया. फिर वो बच्चो की तरह अंजलि के बूब्स के साथ खेलने लग गया. अंजलि भी कारण के हरकटो के पुर मज़े ले रही थी.

फिर कारण ने अंजलि के बूब्स को पकड़ा, और निपल मूह में डालने लग गया. वो अंजलि के मोटे बूब्स के निपल्स को चूसने लग गया. कारण वो निपल चूसने में बहुत मज़ा आ रहा था, और अंजलि भी पूरा मज़ा ले रही थी.

अंजलि ह्म ह्म की सिसकिया भर रही थी. तभी अंजलि को फिरसे लड्डू की याद आ गयी, और उसी वक़्त उसने कारण को अपने से अलग कर दिया. फिर वो कारण को बोली-

अंजलि: पहले आप कुछ खा लो. क्या पता आपको कितनी मेहनत करनी पद जाए.

ये बोल कर अंजलि ने कारण को आँख मार दी. फिर कारण बोला-

कारण: हा ठीक है मेरी जान.

फिर अंजलि अपने लटकते हुए बूब्स के साथ ही अंदर रूम में चली गयी. कारण वही साइड पर बैठ गया, और अंजलि के वापस आने की वेट करने लगा. अंजलि ने प्लेट में कुछ लड्डू रखे, और बाहर आ गयी.

उस प्लेट में वो लड्डू भी था, जो अंजलि को बाबा ने दिया था. लड्डू देख कर कारण ने अंजलि से पूछा-

कारण: लड्डू! ये किस खुशी में है?

अंजलि बोली: आप मिले ना मुझे, उसी खुशी में है.

ये बोल कर अंजलि कारण को लड्डू देने लग गयी. कारण ने अंजलि के निपल को कस्स कर पकड़ लिया, और कहा-

कारण: पहले दूध तो पीने दो.

अंजलि बोली: दूध आप जितना मर्ज़ी पी लेना. लेकिन दूध तभी मिलेगा, जब आप ये सारे लड्डू खा लोगे.

ये सुन कर कारण ने कहा: सारे लड्डू खाने पड़ेंगे?

अंजलि ने कहा: जी हा, सारे लड्डू खाने पड़ेंगे.

कारण बोला: मैं इतने सारे लड्डू नही खा सकता.

तो अंजलि ने कहा: ठीक है, फिर आपको दूध भी नही मिलने वाला है.

कारण ने कहा: अछा? फिर वो लड्डू खाने ही पड़ेंगे. लेकिन मेरी भी एक शर्त है.

अंजलि ने कहा: बताओ आपकी क्या शर्त है?

कारण बोला: मैं ये सारे लड्डू तो खा लूँगा. लेकिन उसके बाद आपको भी मेरी इस आइस-क्रीम को चूसना पड़ेगा, लड्डू ख़तम होने के बाद. और मुझे आपको प्यार भी करना है.

अंजलि ने कहा: ठीक है जी, मैं आपकी आइस-क्रीम भी चूस लूँगी, और आप मुझे जितना दिल चाहे प्यार भी कर लेना.

कारण को पता नही था, की लड्डू में क्या था. फिर उसने जल्दी से अपना हाथ आयेज किया. लेकिन उसने वो लड्डू नही उठाया, जो बाबा ने उसको दिया था. उसने कोई और लड्डू उठा लिया.

ये देख कर अंजलि को बुरा लग गया. लेकिन वो कारण को बता भी नही सकती थी, की उसको कों सा लड्डू उठना था. फिर कारण ने एक लड्डू खा लिया. जब वो दूसरा लड्डू उठाने लगा, तो अंजलि ने उसके सामने वो लड्डू कर दिया, जो बाबा ने उसको दिया था.

लेकिन बाबा वाला लड्डू इस बार भी नही उठा. इस बार भी कारण ने दूसरा लड्डू उठा लिया. अब अंजलि को चिंता होने लग गयी. फिर कारण ने अंजलि को खड़ा किया, और खुद भी खड़ा हो गया. अब अंजलि जानती थी, की कारण उसके साथ क्या-क्या करने वाला था.

अंजलि के साथ क्या-क्या होने वाला है, वो सब आपको नेक्स्ट पार्ट में पता चलने वाला है. अंजलि क्या बोलेगी कारण को? और क्या कारण वो लड्डू खाएगा? ये सब जानने के लिए आपको नेकशय पार्ट आने तक वेट करनी पड़ेगी.

तो दोस्तो, आशा करता हू, की आपको कहानी पढ़ कर मज़ा आया होगा. अगर आपको कहानी अची लगी हो, तो मुझे अपनी फीडबॅक ज़रूर दीजिएगा.