अंजान लड़के ने भाई के सामने बहन की गांद फादी

ही दोस्तों, मैं राजेश अपनी कहानी का अगला पार्ट आप सब के सामने लेके आया हू. अगर आप लोगों ने पिछला पार्ट नही पढ़ा है, तो प्लीज़ पहले जाके उसको पढ़ ले. उमीद है आपको पिछला पार्ट पसंद आएगा.

पिछले पार्ट में आप सब ने पढ़ा था, की कैसे मेरे दोस्त अंकित ने मेरी बेहन काजल की चुदाई शुरू की. मेरी बेहन एक सस्ती रंडी की तरह मेरे दोस्त से चुड रही थी. मैने उनकी चुदाई की रेकॉर्डिंग लगा रखी थी. फिर उनकी चुदाई पूरी हुई, और मैने रेकॉर्डिंग बंद कर दी. अब आयेज बढ़ते है.

मेरी बेहन पेट के बाल नंगी लेती हुई थी, और अंकित मेरी बेहन के उपर लेता हुआ था. फिर वो मेरी बेहन के उपर से हटा, और उसकी साइड में आके लेट गया. दोनो हाँफ रहे थे. फिर मेरी बेहन बोली-

काजल: मज़ा आ गया यार.

अंकित: हा, बहुत मज़ा आया. बहुत सेक्सी है तू.

काजल: तेरे लंड में भी बहुत दूं है. तसल्ली करा दी तेरे लोड ने मेरी.

मैं देख रहा था, की मेरी बेहन कैसे उसके लंड की तारीफे कर रही थी. फिर वो बोली-

काजल: वैसे राहुल अब तक नही आया? इतना टाइम कहा लग दिया उसने.

राहुल! अब ये राहुल कों था जिसकी काजल बात कर रही थी. फिर अंकित बोला-

अंकित: पता नही यार, उसको तो बहुत पहले आ जाना चाहिए था. सोचा था साथ में तुझे छोड़ेंगे, लेकिन अकेले ही छोड़ना पद गया.

काजल: फिर क्या हुआ, पहले अकेले छोड़ा है, अब उसके साथ मिल कर छोड़ लेना. यहा कों सा पैसे देने पड़ते है. फ्री की छूट है. और तुम्हारी गर्लफ्रेंड की छूट है, जितनी चाहे मारो.

मुझे कुछ भी समझ नही आ रहा था, की वो लोग क्या बातें कर रहे थे. लेकिन एक बार ज़रूर समझ में आ रही थी, की उन्होने किसी तीसरे बंदे को भी बुला रखा था, जो अभी तक नही आया था. लेकिन राहुल नाम का वो बंदा को था, इसका मुझे अंदाज़ा नही था.

अगर अंकित को भी उसके बारे में पता था, तो उसने मुझे क्यूँ नही बताया था? क्या अंकित मेरे साथ भी कोई खेल-खेल रहा था? या अंकित और काजल मिले हुए थे, और उन दोनो ने मिल कर मेरा चूतिया काटा था? मेरे मॅन में ये सारे सवाल उठ रहे थे. लेकिन फिर मैने अपने दिमाग़ को शांत किया, और देखने लगा की आयेज क्या हो रहा था.

10 मिनिट वही बैठने के बाद वाहा किसी के आने की आवाज़ आई. मैने खड़े होके देखा तो कोई लड़का आया था. वो लोग उसको राहुल बुला रहे थे. जब उस लड़के ने मूह घुमाया, तो मैं हैरान रह गया. ये राहुल तो कॉलेज में हमारा सीनियर था. मैं सोचने लगा की वो स्टोरी में कब आ गया, और मेरी बेहन उससे कैसे पट्ट गयी.

मैं अभी सोच ही रहा था, की राहुल ने अपने कपड़े उतार दिए, और नंगा हो गया. उसका लंड खड़ा हुआ था, और कम से कम 9 इंच का था. फिर उसने ज़मीन पर बैठी मेरी बेहन के बाल पकड़े, और उसको खड़ा किया.

बेहन के खड़े होते ही उसने उसको बाहों में भरा, और अपने होंठ उसके होंठो से चिपका दिए. वो पागलों की तरह मेरी बेहन के होंठ चूसने लगा. होंठ चूस्टे हुए वो अपने हाथ मेरी बेहन के नंगे छूतदों पर ले गया, और उनको मसालने लग गया.

मुझे समझ में नही आ रहा था कुछ, लेकिन सीन देख कर मज़ा आ रहा था. उसको ये करते देख अंकित का लंड फिरसे खड़ा हो गया, और वो उन दोनो को देख कर अपना लंड सहलाने लग गया. इधर किस करते हुए राहुल का मोटा लंड काजल की छूट से टकरा रहा था. बेहन बहुत उत्तेजना से उसके किस्सस का रेस्पॉन्स दे रही थी.

फिर राहुल ने बेहन को घुटनो के बाल बिताया, और अपना लंड उसके होंठो पर रगड़ने लगा. बेहन ने अपना मूह खोल, और राहुल ने अपना लंड उसके मूह में डाल दिया. फिर राहुल ने उसके बाल पकड़े, और ज़ोर-ज़ोर से उसके मूह को छोड़ने लग गया. वो इतनी ज़ोर के धक्के मार रहा था, की बेहन का मूह लाल हो गया था.

बेहन की साँस रुक रही थी, लेकिन राहुल था की अपना पूरा लंड उसके गले तक ले-जान रहा था. तभी काजल ने राहुल को धक्का दिया, और उसका लंड बेहन के मूह से निकल गया. फिर वो खाँसते हुए बोली-

काजल: पागल हो गये हो? मेरी साँस रुक रही है.

राहुल ने बेहन के मूह पर थप्पड़ मारा, और बोला: तू हमारी रंडी है हरांज़ड़ी. जो हम चाहेंगे करेंगे.

ये बोल कर उसने लंड फिरसे बेहन के मूह में डाल दिया. फिर कुछ देर और उसका मूह छोड़ने के बाद राहुल ने बेहन को घोड़ी बनने को कहा. जैसे ही बेहन घोड़ी बनी, तो राहुल भी घुटनो पर आ गया. उसने अपना लंड हाथ में लिया, और बेहन की छूट पर रगड़ने लगा. बेहन आ आ करने लग गयी.

तभी राहुल ने बेहन की गांद के च्छेद पर थूका, और उसकी गांद के च्छेद में उंगली डाल दी. उंगली जाते ही बेहन चीखी, और बोली-

काजल: ये क्या कर रहे हो? पीछे क्यूँ डाल रहे हो?

राहुल: अर्रे तेरी गांद मारने ही तो आया हू मैं.

काजल: मुझे नही मर्वानी गांद.

राहुल: आज तो मुझे गांद छोड़नी है. तेरी गांद ने मटक-मटक के मुझे पागल कर रखा है. आबे ओये अंकित डाल इसके मूह में लंड, और मूह बंद कर साली रांड़ का.

तभी अंकित उसके सामने बैठा, और उसके माना करने के बावजूद अपना लंड उसके मूह में डाल दिया. इधर राहुल ने अपना लंड बेहन की गांद के च्छेद पर सेट किया. बेहन गांद हिलने लगी, लेकिन उसने गांद पकड़ कर ज़ोर का धक्का मारा, जिससे उसका आधा लंड बेहन की गांद में चला गया.

बेहन तड़पने लगी, और उसकी ह्म ह्म की आवाज़े निकालने लगी. राहुल बेरहम होने ज़ोर लगता गया, और अपना लंड बेहन की गांद में घुसता गया. कुछ 1-2 मिनिट में उसका पूरा लंड बेहन की गांद में चला गया. उसकी गांद से निकलता खून मैं सॉफ देख पा रहा था. फिर उसने बिना वेट किए ही तबाद-तोड़ गांद को छोड़ना शुरू कर दिया.

उसका लंड भी गांद के खून से लाल हो चुका था, लेकिन वो रुका नही. तकरीबन 3-4 मिनिट में बेहन की गांद पूरी खुल गयी, और अब उसको मज़ा आने लगा था. फिर अंकित ने बेहन का मूह छ्चोढ़ दिया, और वो आ आ करने लगी.

राहुल गांद पर थप्पड़ मार कर छोड़ने लगा, और 15 मिनिट छोड़ने के बाद बेहन की गांद में अपना माल भर दिया.

इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा. अगर आपको कहानी का मज़ा आ रहा हो, तो इसको फ्रेंड्स के साथ ज़रूर शेर करे.