विधवा औरत के दो लौड़ों से एक साथ चुदने की सैक्सी कहानी

हाय दोस्तों, मै आपकी सोनल फिर से हाजिर हूं मेरी कहानी का दूसरा भाग लेकर। दोस्तों आप सभी ने मेरी पिछली कहानी “पति की मृत्यु बाद सेक्स का मजा ली”

पढ़ी होगी, अगर नहि पढ़ी है तो पहले मेरी पहली कहानी पढ़े, और जैसा कि मैने बताया यह मेरी कहानी का भाग 2 है। तो कहानी शुरु करने से पहले मै अपना परिचय दे देना चाहती हूं।

मै सोनल उम्र 37 साल। मै दिखने में बहुत ही सेक्सी हूं। मेरा जिस्म 36-34-38 है। मै 36c ब्रा पहनती हूं। मेरे पति एक साल पहले चल बसे, और मै अपनी 16 साल की बेटी साथ रहती हूं। और मै गवर्नमेंट जॉब करती हूं।

अब मै अपनी आज की कहानी पर आती हूं। पिछली कहानी मे आपने पढ़ा मैं कैसे पार्टी में गयी और उदित से चुदी। अब मैं और उदित अक्सर मिलते, और उदित मुझे गिफ्ट भी देता।

लेकिन अब उदित को विदेश पढ़ाई के लिए जाना था, और मैं बोली ‘सोनल चल टेंशन गयी’। लेकिन मैं गलत सोच रही थी। दूसरे दिन स्वामी डांगी जी का फोन आया और मुझे मिलने बुलाया, और मैं मिलने गयी।

स्वामी डांगी बोले: सोनल जानती है, तुझे यहां क्यूं बुलाया हूं?

तब मैं बोली: नहीं स्वामी जी।

फिर स्वामी डांगी बोले: अच्छा तो यह कुछ फोटो और वीडियो है, देख।

और मैने वो देखी तो दंग रह गयी। मेरी नंगी फोटो और वीडियो थी उसमे। उदित कही नहीं था, सिर्फ मैं ही थी।

तब मैं बोली: यह कैसे आयी आपके पास? उदित दिया?

तब स्वामी बोले: नहीं-नहीं, उदित नहीं दिया। तुम जिस फार्महाउस जाके करते थे जिसका उदित का दोस्त था, उसका पिता त्यागी मेरा भक्त है, और आश्रम का ट्रस्टी है। उसने रूम मैं कैमरे लगाए हुए है, जो उदित को भी पता नहीं है। और इसलिए मैने उदित को विदेश रवाना कर दिया।

यह सुन कर मैं बोली: तुम जो चाहोगे करुँगी, लेकिन यह बात और वीडियो किसी से भी शेयर नहीं करना। नहीं तो मेरी बदनामी होगी।

तब स्वामी डांगी बोले: आजा मेरी गोदी में बैठ।

और मैं स्वामी डांगी की गोदी में बैठ गयी।

फिर स्वामी त्यागी को फोन किए, और बोले: त्यागी आज पार्टी करे, नयी माल है?

तब त्यागी ने फोन पर कुछ कहा।

फिर डांगी बोला: ठीक है।

और डांगी मुजे बोला: रात में 9 बजे आ जाना, 8 बजे कार लेने आएगी। ‍‍‌

और बोले मस्त तैयार हो कर आना। बढ़िया साड़ी पहन कर।

फिर मैं अब शाम को तैयार हुई, और ठीक 8 बजे स्वामी की कार आयी। मैं कार मेन बैठ गयी, और फार्महाउस गयी जहां स्वामी डांगी और त्यागी थे।‌ त्यागी की उम्र 45 की होगी, और एक दम तगड़ा था। दोनों सोफ़े पर बैठे हुए थे।

मुझे देख कर वो दोनों बोले: आजा डार्लिंग।

मैने ब्लू कलर की साड़ी ओर ब्लाऊज पहना था।

त्यागी बोला: आजा मेरी गोदी में बैठ।

मैं त्यागी की गोदी में बैठी, और उसने मेरे दोनों पैर लंबे कर-कर के डांगी के गोदी में मेरी टांगे रख दी। अब त्यागी मुझे किस करने लगा ऊऊऊऊमम, और मुझे अपने सीने से लगा लिया। और डांगी मेरी साड़ी का पेटीकोट ऊपर करके मेरी टांगे चूम रहा था।

यह किसिंग 15 मिनिट चली।‌ फिर त्यागी डांगी और मैने अपने-अपने कपड़े उतार दिए, और अब हम तीनों नंगे थे। वो दोनों खड़े थे, और मुझे घुटनों के बल बिठा दिया। फिर मैं दोनो का लंड चूसने लगी। डांगी का 7 इंच लम्बा, और 2.5 इंच मोटा था, और त्यागी का 7.5 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा होगा।

मैं पूरा मुंह में भी नहीं ले पा रही थी। तब दोनों अपने दोनों हाथ से मेरा सर दबा कर पूरा मुंह में देते। मेरी आँख से आंसू निकल गए, और दोनों ने मेरी मुंह की चुदाई लगभग 35 से 45 मिनिट की। उन्होंने अपना वीर्य मेरे मुंह में छोड़ दिया। यह इनका पहली बार छूटा।

फिर त्यागी सीधा बेड पर लेट गया, और मुझे बोला कि मैं अपनी चूत उसके मुंह पर रख दूं। मैंने ऐसा ही किया, और अपनी चूत त्यागी के मुंह पर रख दी। त्यागी मेरी चूत चाटने लगा, और डांगी पीछे से मेरी गांड चाट रहा था। और दोनों जोर-जोर से मेरी गांड पर थप्पड़ मार रहे थे।

लगभग 15 से 20 मिनिट मेरी चूत चाटने बाद, मैं झड़ गयी थी। मेरा पानी त्यागी ने टेस्ट किया, और मेरी चूत का पानी गांड मैं भी गया, और डांगी ने भी टेस्ट किया।

वो दोनों बोले: क्या नमकीन है रे।

अब डांगी सीधा लेट गया। मैंने पीठ का बल करते हुए अपनी गांड डांगी के लंड पर रख दी। डांगी मेरी गांड मारने लगा, और आगे से त्यागी ने मेरी चूत में अपना लंड डाला, और त्यागी चूत चोदने लगा।

चूत चोदते-चोदते त्यागी मुझे किस भी करता, और मेरे दुदू भी दबाता, काटता भी, और जब किस करता मेरी सांसे रुक जाती। लेकिन दोनों आगे पीछे से मुझे चोद रहे थे।

डांगी और त्यागी ने मेरी लगभग 45 मिनिट चूत और गांड चुदाई की। डांगी ने अपना वीर्य मेरी गांड में छोड़ा, और त्यागी ने मेरी चूत में। फिर दोनों ने अपने-अपने लंड फिर से मेरे मुंह मैं दिए, और मैं लंड चाटने लगी, और साफ़ किए। 5 से 7 मिनिट बाद फिर से दोनों का खड़ा हुआ।

त्यागी ने सिगरेट जलाई और डांगी ने चिल्लम जलाई। त्यागी अपनी सिगरेट मुझे पीने को दिया। मैंने भी दो कश लिए।

अब डांगी सीधे लेट गया, और मैंने अपनी चूत डांगी के लंड पर सेट की, और पीछे से त्यागी मेरी गांड में अपना लंड अंदर-बाहर करने लगा। वो जम-जम कर मेरी गांड पर थप्पड़ लगाने लगा, और अब दोनों जम कर मेरी चुदाई करने लगे। मैं भी मजा ले रही थी।

पूरे रूम में चुदाई की आवाज़ गूंज रही थी, और फिर डांगी ने अपना वीर्य मेरी चूत में छोड़ा और त्यागी ने मेरी गांड मे। ऐसे ही 2 से 4 राउंड किए।

फिर डांगी और त्यागी बोले: मस्त माल है तू। आज से तू हमारी रांड।

और डांगी बोला: आज से जब भी आश्रम में कुछ भी होगा, तूझे आना होगा।

फिर मैं बोली: मेरा क्या फायदा है इसमें?

तब दोनों बोले: तूझे चुदाई मिलेगी, और साथ में पैसा। तेरी हर ज़रूरत का ध्यान हम रखेंगे।

और त्यागी बोला: तेरा पति नहीं है तो क्या हुआ, मुझे अपना पति समझ मेरी रांड।

और मुझे कुछ पैसे दिए। फिर हम फार्महाउस से निकल गए।

दोस्तों अब मुझे लंड की कमी नहीं। दो लंड मिल चुके हैं।दोस्तों मेरी कहानी कैसी लगी मुझे ज़रूर बताए।