स्टूडेंट की गस्ति बहन की चुदाई की कहानी

ही दोस्तों, मैं अर्जुन अपनी कहानी के अगले भाग के साथ आप सब के सामने हाज़िर हू. मेरी पिछली कहानी को पसंद करने के लिए आप सब का धन्यवाद. जिन लोगों ने पिछली कहानी नही पढ़ी है, वो प्लीज़ जाके पढ़ ले.

पिछले पार्ट में आप सब ने पढ़ा की उर्मिला और मेरी चुदाई की किसी ने फोटोस मुझे भेजी. और वो कोई और नही सौरव की बेहन थी. फिर उसने मुझे उसको छोड़ने को कहा, और वो भी उसके तरीके से. मैं मान गया, और हम होटेल चले गये. वाहा उसने मेरी गांद में चढ़ि घुसा दी. अब आयेज…

सपने मेरी गांद के च्छेद पर चढ़ि रगड़ने लगी, और मुझे लगा की यहा भी वो रग़ाद कर आयेज बढ़ जाएगी. लेकिन ऐसा नही हुआ. उसने चढ़ि मेरी गांद के च्छेद में घुसा दी. मुझे बहुत दर्द हुआ, और मेरे मूह से चीख निकल गयी.

मैं: आह, ये क्या कर रही हो? आह, निकालो इसको बाहर.

सपना: देखा, अब पता चला ना कैसा फील होता है, जब अंदर जाता है.

फिर उसने अपनी फ्रॉक उतार दी, और अब वो मेरे सामने ब्रा और पनटी में थी. वो इतनी सेक्सी बॉडी वाली लड़की थी, की उसकी देख कर कुछ पल के लिए मैं अपना सारा दर्द भूल गया.

फिर उसने मेरे बाल पकड़े, और मेरे मूह को अपनी क्लीवेज में डाल लिया. मैं कुत्तों की तरह उसकी क्लीवेज चूमने-चाटने लगा. वो चढ़ि अभी भी मेरी गांद में ही थी. एक तरफ वो मुझे अपनी क्लीवेज का मज़ा दे रही, और दूसरी तरफ उसने चढ़ि मेरे और अंदर घुसा दी.

जब मैं चीख मारने लगा, तो उसने मेरे मूह को अपनी क्लीवेज में ज़ोर से दबा दिया. वो मुझे पाईं आंड प्लेषर का मिला-जुला रूप दिखा रही थी. फिर उसने अपनी ब्रा खोल दी, और अब उसके सेक्सी बूब्स मेरे सामने लतर रहे थे. मेरा लंड पूरा सख़्त होके खड़ा था.

उसने तभी चढ़ि मेरी गांद में से निकली, और ज़ोर से मेरे लंड पर मारी. मेरी तो जान ही निकल गयी, और मेरा लंड उसी वक़्त सिकुड गया. तभी उसने अपना एक बूब मेरे मूह में डाल दिया, और मैं उसको चूसने लग गया.

उसके बूब का टेस्ट इतने कमाल का था, की मेरा लंड फिरसे खड़ा हो गया. लेकिन उसने फिरसे चढ़ि मार कर मेरा लंड बिता दिया. फिर उसने अपने होंठ मेरे होंठो से मिला दिए. मैं मज़े से उसके होंठ चूसने लगा. मुझे लगा इस बार भी वो लंड पर मारेगी. लेकिन उसने ऐसा नही किया. उसने चढ़ि मेरी गांद में घुसा दी.

वो बार-बार ऐसा कर रही थी. मैं सोच रहा था, की जब वो मेरे हाथ खोलेगी, तो मैं उसको बतौँगा की दर्द कैसे देते है. फिर उसने अपनी पनटी उतार दी और मुझे घूम कर अपनी गांद और छूट दिखाने लगी.

इतनी खूबसूरत थी उसकी गांद और छूट की मैं उनमे से निकला पेशाब और टट्टी भी खा लू. वो मेरे उपर 69 पोज़िशन में आई, और अपनी छूट मेरे मूह पर रख दी. मैं उसकी छूट को चूसने लगा, और वो मेरा लंड सहलाने लगी.

फिर उसने मेरा लंड अपने मूह में डाल लिया. आह! ये आवाज़ आई मेरे मूह से. इतनी गर्माहट थी उसके मूह में, की मेरा सारा दर्द चला गया. वो ज़ोर-ज़ोर से मेरा लंड चूसने लगी, और इधर मैं उसकी छूट को चूस रहा था.

मुझे लग रहा था, की अब नॉर्मल तरीके से सब होगा, और वो कोई टॉर्चर नही करेगी अब. लेकिन मेरा अंदाज़ा ग़लत था. लंड चूस्टे हुए वो मेरे टट्टो पर हाथ ले गयी, और उसने मेरे टट्टो को ज़ोर से दबा दिया. इससे मेरी चीख निकल गयी, और वो हासणे लग गयी.

मैने बोला: साली छिनाल ये क्या कर रही है?

सपना: असली सेक्स का मज़ा ले रही हू.

फिर सपना ने लंड फिरसे अपने मूह में डाल लिया. इस बार उसने अपनी गांद मेरे मूह पर दबा दी, ताकि मुझे साँस ना आए. और ऐसा ही हुआ भी. उसने गांद इतनी ज़ोर से मेरे फेस पर प्रेस करी, की मैं साँस लेने के लिए तड़प रहा था. जब मैं बेड पर ज़ोर-ज़ोर से हाथ पटकता, तब वो गांद पीछे करती.

अब वो चूड़ने के लिए पूरी तरह तैयार हो गयी थी, और उसने मेरे हाथ-पावं खोल दिए. हाथ पावं खोलते ही मैने ज़ोर से उसके मूह पर थप्पड़ मारा. वो हासणे लग गयी.

फिर मैने उसको बेड पर उल्टा लिटा दिया, और खुद उसके उपर आ गया. मैने अपना लंड उसकी छूट पर सेट किया, और ज़ोर धक्का मार कर पूरा लंड उसकी छूट में घुसा दिया. वो चीख पड़ी, और मुझे उसको दर्द देके मज़ा आया.

फिर मैने तेज़-तेज़ धक्के लगाने शुरू किए, ताकि उसको और दर्द हो. वो आ आ आ श श कर रही थी, और मुझे मज़ा आ रहा था. मैने अपने दोनो हाथ उसके सर पर रख लिए, और उसके सर को पिल्लो में दबा दिया. फिर मैं पीछे से उसकी चूत छोड़ता रहा.

मैं बार-बार उसके सर को ज़ोर से दबाता, ताकि उसको साँस ना आए. उसको भी इसमे मज़ा आ रहा था. मैने इतनी हॉर्नी लड़की नही देखी थी आज तक. फिर मैने उसकी चूत से लंड निकाला, और चूतड़ पकड़ कर उसको घोड़ी बनाया.

मैने लंड दोबारा चूत में डाला, और थप्पड़ मार-मार कर उसकी छूट छोड़ने लगा. उसके चूतड़ मैने लाल कर दिए थप्पड़ मार-मार कर. बीच-बीच में मैं उसकी पीठ और मूह पर भी थप्पड़ मार रहा था.

अब मेरा होने वाला था. जब मैने उससे पूछा की कहा निकालु, तो उसने मुझे उसके अंदर ही निकालने को कहा. मैने अपने धक्को की स्पीड बधाई, और अपना पूरा लंड उसकी छूट के अंदर ही खाली कर दिया. फिर हम दोनो साथ में लेट गये.

उस दिन के बाद से मैं रेग्युलर बेसिस पर उर्मिला और सपना को छोड़ने लगा. लेकिन उर्मिला को ये कभी पता नही चला की मैं सपना को छोड़ रहा था. और सौरव तो इस बात से बिल्कुल अंजन था, की मैं उसकी मा और बेहन को छोड़ रहा था.

तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी. अगर आपको कहानी पढ़ कर मज़ा आया हो, तो इसको लीके और कॉमेंट करे. और अपने फ्रेंड्स को भी शेर करे, ताकि वो भी मज़े ले पाए.