नौकरानी को बनाया अपनी रंडी गुलाम

ही फ्रेंड्स, मेरा नाम कुणाल है. मैं अपनी कहानी का अगला पार्ट लेके आप सब के सामने आ गया हू. पिछले पार्ट को आप सब ने बहुत प्यार दिया. उसके लिए मैं आप सब का दिल से शुक्रिया अदा करता हू. जिन लोगों ने पिछला पार्ट नही पढ़ा है, वो प्लीज़ जाके पहले वो पार्ट पढ़ ले.

पिछले पार्ट में आप सब ने पढ़ा था, की मैं अपनी फॅमिली के साथ फंक्षन पर गया था. हम घर की एक चाबी हमारी नौकरानी गीता को दे गये थे. जब हम फंक्षन के वेन्यू पर पहुँचे, तो पता चला की हम सिस्टर की मेडिसिन भूल गये थे.

फिर मुझे मेडिसिन लेने वापस आना पड़ा. घर आके मैने देखा की हमारी नौकरानी गीता एक लड़के के साथ मम्मी-डॅडी के बेड पर चुदाई कर रही थी. मैने उसकी चुदाई देखी, और उसकी वीडियो बना ली. अब आयेज बढ़ते है.

चुदाई पूरी होने के बाद वो दोनो कुछ देर के लिए लाते गये. फिर वो लड़का उठा, और अपने कपड़े पहन कर घर से बाहर चला गया. जब वो रूम से बाहर आने लगा, तो मैं जल्दी से च्छूप गया. फिर उसके जाने के बाद गीता रूम से बाहर आई, और बातरूम में नहाने चली गयी.

जब वो बातरूम में चली गयी, तो मैं भी धीमे पावं बातरूम के बाहर जाके खड़ा हो गया. क्यूंकी घर में कोई नही था, तो उसने बातरूम का दरवाज़ा बंद नही किया था. वो बड़े आराम से शवर ओं करके अपनी सेक्सी बॉडी पर साबुन लगा रही थी.

उसके नंगे शरीर पर बहता पानी मुझे उत्तेजित कर रहा था. मैने सोच लिया था, की अब मुझे उस पर हमला करना था. फिर मैने जल्दी से अपने कपड़े उतार दिए, और मैं पूरा नंगा हो गया. मेरा लंड एक-दूं तन्ना हुआ था, और गीता की चुदाई करने के लिए तैयार था.

फिर मैं आराम से बातरूम में चला गया. गीता का मूह दूसरी तरफ था, और उसके फेस पे तोड़ा साबुन लगा हुआ था. मैने आराम से जाके उसको पीछे से पकड़ लिया, और उसके साथ चिपक गया. क्या सॉफ्ट जिस्म था उसका, एक-दूं मखमल के जैसा. मेरा लंड उसकी गांद की दरार में टच हो रहा था. उसने समझा की उसका यार वापस आ गया था, तो वो बोली-

गीता: क्या बात है जानू, रहा नही जेया रहा मेरे बिना आज.

मैने उसकी बात का कोई जवाब नही दिया, और अपने हाथ उसके बूब्स पर रख कर उसके बूब्स दबाने लग गया. साथ में मैं उसकी गर्दन भी चूमने लग गया. वो भी शायद पहले से उत्तेजित थी, उसने अपना हाथ पीछे किया, और मेरा लंड पकड़ कर सहलाने लगी.

मैं उसके बूब्स दबाता गया, और उसकी गर्दन चाट-ता रहा. कुछ देर ऐसा ही चलता रहा. फिर मैं अपना एक हाथ उसकी चूत पर ले गया, और उसकी छूट के दाने को सहलाने लग गया. वो आ आ करने लगी, और अपनी गांद और पीछे की तरफ निकाल ली.

फिर वो घूमी, और सीधा घुटनो के बाल बैठ गयी. फिर उसने अपनी आँखें खोली, तो उसकी आँखों के सामने मेरा लंड था. मेरा लंड देख कर वो कुछ सोचने लगी, और बोली-

गीता: तुम्हारा लंड बड़ा…

अभी वो बोल ही रही थी, की उसने मेरी शकल देख ली. मेरी शकल देखते ही उसकी आँखें फटत गयी. वो बोली-

गीता: भैया आप.

और वो जल्दी से खड़ी हो गयी. उसने अपने हाथो से खुद को च्छूपाते हुए टवल लिया, और अपने बदन पर लपेटा. फिर वो बातरूम से भाग कर कमरे में चली गयी. मैं उसके पीछे चला गया. वो जल्दी से कपड़े पहनने लगी. लेकिन मैं अब भी नंगा ही था.

फिर वो बोली: भैया के क्या बदतमीज़ी है. आप ये क्या करने वाले थे मेरे साथ?

मैं: ज़्यादा मत बोलो. हमारे घर में रह कर, मेरे मम्मी-पापा के रूम में किसी के साथ सेक्स करती हो. और मैं बदतमीज़ हू.

ये सुन कर वो तोड़ा सहम गयी. फिर वो बोली-

गीता: मैने ऐसा कुछ नही किया है.

फिर मैं अपना मोबाइल लेके आया, और उसको वीडियो दिखाई. वीडियो देख कर उसकी बोलती बंद हो गयी. वो मुझसे भीख माँगने लग गयी, की मैं ये सब घर पे ना बतौ.

फिर मैने बोला: देख जैसे तू उस लड़के को मज़ा दे रही थी. अगर वैसे ही मुझे देगी, तो ये राज़-राज़ ही रहेगा. नही तो घर पे छ्चोढ़ पोलीस को भी बता दूँगा. फिर पोलीस वाले तुझे चोद-चोद कर सज़ा देंगे.

गीता: भैया आप ऐसा मत करो. मैं उससे शादी करने वाली हू.

मैं: करो शादी, मैने कहा माना किया. लेकिन बिस्तर मेरा भी गरम करो.

वो दुखी होके बोली: क्या करना होगा मुझे?

अपने कपड़े उतार, और आजा अपने घुटनो पर. वो धीरे-धीरे अपने कपड़े उतारने लगी. उसको नंगी होते देख मेरा लंड सख़्त होने लगा. फिर वो आँखों में आँसू लिए घुटनो पर बैठी.

मैने अपना लंड पकड़ा, और उसके मूह पर मारने लगा. फिर मैने अपना लंड उसके होंठो पर रगड़ना शुरू किया. वो लंड मूह में नही ले रही थी. लेकिन मैने उसके बाल पकड़ कर लंड उसके मूह में घुसा दिया, और उसका मूह छोड़ने लगा.

उसके मूह से थूक निकल रही थी, और आँखों से आँसू. कुछ सेकेंड्स बाद वो खुद ही ज़ोर-ज़ोर से मेरा लंड चूसने लग गयी. शायद उसको मज़ा आने लग गया था. ये देख कर मैं उसके बूब्स के निपल्स खींचने लगा, और उन पर थप्पड़ मारने लगा.

फिर मैने उसको खड़ा किया, और उसको किस करने लगा. वो भी किस में मेरा साथ दे रही थी. हम दोनो के बदन चिपके हुए थे, और एक-दूसरे की गर्मी को महसूस कर रहे थे. फिर मैने उसको बेड पर लिटाया, और उसकी छूट चाटने लगा.

उसकी छूट पहले से ही गीली थी, और मेरे चाटने से और गीली हो गयी. अब वो मुझे उसको छोड़ने के लिए कह रही थी. साली की छूट में बहुत गर्मी थी. फिर मैं उसके उपर आया, और लंड उसकी चूत पर सेट किया.

उसके बाद ज़ोर के धक्के से मैने लंड उसकी छूट में घुसा दिया. उसकी चीखें निकालने लगी. लेकिन मैने उसका मूह बंद कर दिया. फिर मैं तबाद-तोड़ धक्के देके उसकी छूट छोड़ने लगा. उसकी आँखों से निकल रहे आँसू उसके दर्द को बयान कर रहे थे. लेकिन मैं कहा रुकने वाला था.

2-3 मिनिट में वो अपनी गांद हिला-हिला कर छुड़वाने लगी. मैं समझ गया था की अब उसको मज़ा आ रहा था, तो मैने उसका मूह रिलीस कर दिया. अब वो मुझे ज़ोर से छोड़ने को बोलने लगी, और मैं उसके बूब्स चूस्टे हुए उसको ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने लगा.

आधा घंटा मैने उसको छोड़ा, और फिर उसके पेट पर अपना माल निकाल दिया. इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा. कहानी का मज़ा आया हो, तो इसको लीके और कॉमेंट ज़रूर करे.