रंडी भतीजी के थ्रीसम की सेक्सी कहानी

फिर चाचू ने किस करते हुए मेरी कमर तक आ कर मेरी छूट को उपर से किस किया और बोले-

चाचू: आकांक्षा जब तुझे लुक्कणोव में देखा था, उस समय तुम अची लगती थी. लेकिन अब तुम बॉम्ब हो गयी हो बंगलोरे जेया कर. क्या मैं तेरी पनटी उतार डू, और आचे से तुझे मसाज डू?.

मैने कुछ नही कहा, और चाचू ने मेरी छूट को फिरसे किस किया. फिर मेरी शॉर्ट आंड पनटी उतार दी, और मुझे नंगा कर दिया. नंगा करके मेरे पावं को चूमने लगे, और फिर मेरी छूट को चूमते हुए चाचू मेरी छूट को उपर से मसालने लगे. वो मेरी छूट को मसाज करने लगे.

मुझे मज़ा आ रहा था, और मसाज करते-करते वो मेरी चिकनी छूट को भी चूमते. फिर चाचू ने मेरी टॉप उतार कर साइड में रख दी, और मुझे पूरा नंगा करके मेरे दूधो को चूष ने लगे.

वो बोले: क्या मस्त दूध है तेरे आकांक्षा.

और फिर काफ़ी देर मेरे डूडू और मुझे चूमने और चूसने के बाद, मेरी छूट में अपना लंड डाल कर मुझे छोड़ा. काफ़ी देर छोड़ने के बाद एक-दूं से मेरे पास आ कर अपना लंड मेरे फेस के उपर हिलने लगे. मैने अपना मूह खोल कर अपने चाचू के लंड का स्वागत किया, और उनके गरम टेस्टी कम को अपने मूह में लेकर अपने चाचू को दिखा कर पी गयी.

चाहू को ये सब देख कर काफ़ी अछा लगा, और फिर वो मुझे छोड़ कर मेरी दूधो के उपर अपना सिर रख कर सो गये, और मैं भी सो गयी. अर्ली मॉर्निंग को मेरी अचानक आँखें खुली, और देखा चाचू मेरी छूट को चाट रहे थे. फिर जब मेरी आँखें खुली, तो मुझे देख कर बोले-

चाचू: कैसी है आकांक्षा?

मैने उन्हे स्माइल पास की, और चाचू मेरी पास आ गये. फिर वो अपना लंड मेरे मूह में डालने के लिए बोले और कहा-

चाचू: आकांक्षा इसे चूस.

मैने भी चाचू का लंड चूसना चालू कर दिया, और काफ़ी देर चूसने के बाद चाचू मेरे उपर आ गये, और मेरी छूट में अपना लंड डाला. फिर उन्होने मुझे किस किया, और मुझे छोड़ने लगे. 5 मिनिट छोड़ने के बाद जल्दी से उठा, और मेरे फेस पर अपना कम निकाल दिया. मैने अपनी फिंगर से चाचू के कम को उठाया, और उसे चूसने लगी.

चाचू बोले: रंडी हो गयी है तू पूरी.

मैने चाचू को बोला: तभी तो आपका कम पी रही हू. अगर रंडी ना होती, तो ये सब कैसी करती मैं?

चाचू को मेरा रंडी-पाना अछा लगा, और चाचू को मैने अपनी आप-बीती बताई.

फिर चाचू ने कहा: कोई नही, होता है ये सब. तुम ग़लत नही हो. जो किया अछा किया. आज की डटे में ये सब कामन बात है. वैसे भी तुम खूबसूरत हो, और अगर तुम कॉल गर्ल का काम करती हो, तो इसमे कुछ ग़लत नही.

मैं खुश थी की चाचू ने मेरा सपोर्ट किया. फिर मैने चाचू को बोला-

मैं: चाचू मैने यहा की नाइट लाइफ के बारे में काफ़ी सुना है. क्या आप मुझे यहा की नाइट लाइफ एंजाय कारवाओगे?

चाचू ने कहा: हा, अगर तुम रेडी हो तो बिल्कुल तुम्हे एंजाय कार्ओौनगा.

हम फिर तैयार हुए, और मैं इंटरव्यू के लिए गयी. फिर वाहा से फ्री हो कर हम लोगों ने लंच किया, और लंच करके हम लोग होटेल में आ गये. चाचू ने अपने ऑफीस से लीव ली हुई थी एक वीक की, और होटेल में आ कर चाचू ने मुझे फिरसे छोड़ा आचे से.

फिर हम दोनो सो गये, और फिर शाम को उठे, और तैयार हो कर हम दोनो एक क्लब में गये. वाहा पर ज़्यादातर कॉल गर्ल्स थी. कभी-कभी चाचू उन लड़कियों को उठाते थे. क्लब इंडिया के हिसाब से काफ़ी अछा था, और वाहा पर मोस्ट्ली रशिया, आंड ईरान, फिल्लीपीनेस की लड़कियाँ थी.

मैने अपनी लाइफ में इतना अछा क्लब नही देखा था. फिर चाचू ने मेरे लिए और अपने लिए ड्रिंक ऑर्डर की. ड्रिंक पीने के बाद मैं फ्लोर में आ कर डॅन्स करने लगी. चाचू टेबल पर बैठे थे, और वही पर मुझे एक ब्लॅक अमेरिकन मिला.

मैं उसके साथ डॅन्स करने लगी, और डॅन्स करने के बाद हम दोनो चाचू के पास आ गये. हम फिर एक साथ ड्रिंक पीने लगे.

दवीड ने चाचू से पूछा: इस शी इस युवर गर्ल?

देन चाचू साइड: शी इस मी बिच.

दवीड: ओह नाइस, शी इस ब्यूटिफुल.

चाचू: योउ वॉंट तो फक हेर वित मे?

दवीड साइड: एस, वाइ नोट.

मैं उनकी बात सुन रही थी. फिर चाचू ने मेरा सौदा किया 500 उस्ड में फुल नाइट थ्रीसम के लिए, और हम तीनो होटेल आ गये.

होटेल आते ही हम तीनो मिल कर डॅन्स करने लगे, बियर पीने लगे, और फिर नाचते-नाचते दवीड मुझे किस करने लगा. उसने मेरे कपड़े उतार कर मुझे नंगा किया, और खुद भी नंगा हो गया. चाचू साइड पर बैठ कर ड्रिंक करते हुए हमे देख रहे थे. दवीड मेरे चूचे मसालते हुए चाचू को टीज़ कर रहा था, और फिर चाचू भी हमारे पास आ गये.

अब वो भी मुझे किस करते और कभी दवीड करता, और फिर दोनो साथ में मिल कर मेरे डूडू चूसने लगे.

दवीड: ओह मान, शी इस सो सेक्सी. चाचू: तट’स वाइ ई टोल्ड योउ शी इस मी बिच.

और फिर वो दोनो नीचे बैठ गये, और दवीड मेरी गांद में अपना मूह डाल कर मेरी गांद का च्छेद चाटने और चूमने लगा. इधर चाचू मेरी छूट को चाट रहा था. कुछ देर दोनो ने मुझे आचे से छाता, और दोनो खड़े हो गये, और मुझे नीचे बिता दिया.

फिर दवीड ने अपना लोड्‍ा मेरे मूह में डाला. अब मैं उन दोनो के लंड को चूस्टी, और उनके टॅटू को भी चूस्टी हुई उनके लंड को रब कर रही थी अपने दोनो हाथो से. फिर चाचू ने मुझे अपनी गोद में उठा कर पलंग पर फेंक दिया. उसके बाद वो दोनो भी पलंग पर आ कर मेरी छूट और डूडू को चाटने और चूसने लगे.

फिर उन्होने मुझे कुटिया पोज़ में किया, और चाचू ने मेरे आयेज आ कर मेरे मूह में लोड्‍ा डाला, और पीछे से दवीड मेरी गांद में अपनी फिंगर डाल कर मेरी गांद के च्छेद के साथ खेलने लगा.

फिर दवीड भी आ कर मेरे मूह में अपना लंड चाचू के साथ मिल कर डालने लगा, और मैं उन दोनो के लंड को एक साथ चूसने लगी. उसके बाद दवीड नीचे लेट गया, और चाचू ने मुझे उठाया, और दवीड के लंड के उपर बिता दिया.

मैने उसका लंड अपनी छूट में फिट किया, और उसका बड़ा सा लोड्‍ा मेरी छूट में घुस गया. फिर चाचू ने पीछे से अपना लंड मेरी गांद में डाल दिया. अब मेरी छूट और गांद की एक साथ चुदाई हो रही थी. मुझे मज़ा आ रहा था दो लंड को एक साथ ले कर.

कुछ देर उसी पोज़िशन में छोड़ने के बाद चाचू उठे, और मेरे मूह में अपना लंड डाल दिया, और दवीड मेरी गांद मारने लगा मुझे कुटिया बना कर. उसके बाद चाचू लेट गये, और मैं चाचू के लंड और टट्टो को चूसने लगी, और दवीड मेरी गांद मार रहा था.

फिर चाचू ने मुझे कहा: आकांक्षा मेरी गांद छातो.

मैने चाचू के लंड को अपने हाथो से लेकर उपर किया, और चाचू के टॅटू के नीचे अपनी जीभ से चाटने लगी. तभी दवीड उठा, और मुझे जल्दी से सीधा किया, और मेरे मूह में उसने अपना कम निकाल दिया.

उसके बाद चाचू ने मेरे उपर आ कर मेरी छूट में अपना लंड डाला, और मेरे फेस को चाटने लगे. उन्होने दवीड का कम अपने मूह में लिया, और मुझे स्मूच करने लगे. दवीड का कम मेरे मूह में डाल दिया, और फिर खुद उठा और अपना लोड्‍ा मेरे मूह में डाल दिया.

फिर मेरे मूह को छोड़ा 1 मिनिट, और उसके बाद चाचू का कम मेरे मूह में निकल गया पूरा. मुझे आचे से छोड़ने के बाद दोनो मेरे पास लेट गये. फिर कुछ देर के बाद दवीड बोला-

दवीड: बेब योउ अरे सो गुड. ई डिड्न’त एक्सपेक्ट तट इंडियन गर्ल्स अरे सो हॉट.

उसके बाद जब तक मैं वाहा थी, मेरी वो दोनो मिल कर गांद और छूट मारते और मुझे अपना कम पिलाते थे. फिर इंडिया आ गयी और चाचू से कुछ फोन पर बात होती. फिर कुछ टाइम के बाद मेरी पढ़ाई कंप्लीट हो गयी, और पापा मेरे लिए लड़का देखने लगे. लेकिन मैं माना कर देती थी, क्यूंकी मैं लुक्कणोव में नही रहना चाहती थी.

वाहा पापा की काफ़ी बंदिशे होती, और मेरे अंदर का रंडी-पन्न मुझे वाहा पर परेशन करने लगा. मैं लुक्कणोव में हमेशा सती-सावित्री बन कर रहती थी, ताकि किसी को कोई शक ना हो. फिर मैं बंगलोरे में जॉब ढूँढने लगी, और फाइनली मुझे जॉब मिल गयी.

फिर मैं वापस बंगलोरे आ गयी, और जॉब के साथ अपनी चुदाई वाली लाइफ को एंजाय करने लगी. कभी-कभी जावेद भी मुझे बुला लेता था, जब उसका मॅन होता. ये फिर आंटी मेरे लिए कस्टमर बता देती थी.

ई विश की आपको मेरी स्टोरी अची लगी. आप लोग मुझे मेरी एमाइल ईद के थ्रू याद कर सकते हो. टिल देन बाइ-बाइ. युवर आकांक्षा.