रूमेट लड़के की गॅंड चोद दाली

मेरे प्यारे दोस्तो, आप सभी को प्यार भरा नमस्कार, मेरा नाम मोहित है. मैं बिहार के गोपालगंज से हूँ, मेरी उमर 24 साल है. मैं गुजरात मे एक कंपनी मे मेचीनाल एंगग. हूँ. मेरा रंग गेहुंआ है और मैं दिखने मे हॅंडसम भी हूँ.

ऐसा मुझे लड़किया कहती है, जिन्होने मुझे देखा है. मैं काफ़ी टाइम से सोच रा था की मैं अपनी एक कहानी आप सब के साथ शेर करूँ. पर मुझे कभी मोका न्ही मिला था. पर आज मुझे मोका मिल गया है.

मैं कहीं बार लड़कियो और भाभियो के साथ छुड़ा करी है, पर मैं आज अपनी लाइफ की पहली लड़के के साथ सेक्स की कहानी शेर करने जा रा हूँ. जो मेरे साथ आज से 2 साल पहले एक घंटा घाटी थी.

मेरी सेक्सी स्टोरी एक दम रियल है, जो की मेरे ही संग घटित होती है.

बात आज से 2 साल पहले की है, जब मैं कोलकाता मे शिफ्ट हुआ था और कंपनी के एक गुस्ते हाउस मे ही रहता था. उस टाइम मैं अपने रूम मे अकेला ही रहता था.

इसलिए मुझे व्हन अपनी गर्ल फ्रेंड से बात करने मे कोई दिक्कत न्ही होती थी. हम दोनो काफ़ी काफ़ी देर तक बातें करते करते सो जाते थे.

पर कुछ ही दीनो के बाद एक लड़का मेरे साथ उस रूम मे शिफ्ट हो गया, वो मेरा जूनियर था. उसने अभी हाल मे ही कंपनी को जाय्न किया था. उसका नाम अजय था, और दिखने मे बहोट ही स्मार्ट था.

वो अभी अभी एंगग. करके आया था इसलिए उसकी उमर 21-22 की थी. मुझे उससे मिल कर काफ़ी अछा ला, क्योकि वो काफ़ी मज़ाकाया अंदाज और मिलनसार का था. वेसए भी मैं अकेला र्हेता था, जो मुझे अछा न्ही लगता था.

मेरी अंदर एक अची बात है, की मेरे अंदर ईगो नाम की चीज़ न्ही है, मैं सबसे एक जेसा ही बिहेव करता हूँ. छाए वो मेरा सीनियर हो या मेरा जूनियर हो. इसलिए हम दोनो बहोट जल्दी ही एक दूसरे से गुलमिल गये.

पर मेरी परेशानी अब शुरू हुई, उस लड़के के होने के कारण मैं अपनी गिलर फ्रेंड से आचे से बात न्ही कर पा रा था. मुझे बार बार कॉरिडोर मे जा कर बात करनी पड़ती थी.

मैने एक बात नोटीस करी, की जब मैं रात को घंटो घंटो फोन पर बात करता था. और जब मैं वापिस आता था, वो तब तक सोता न्ही था. मेरी डेली लाइफ ये ही थी, की मैं सुबह कंपनी फिर रूम और रात भर गर्ल फ्रेंड से बात करना.

हम दोनो का अंजंपान और कंपनी मे सीनियर और जूनियर अब दोस्ती मे बदल चुकी थी. हम दोनो को करीब एक वीक साथ रहते हुए हो गया था. हम लोग रोज की तरह खाना खा कर अपने रूम मे आ गये, और मैं रोज की तरह अपनी गर्ल फ्रेंड के साथ बातें करने कॉरिडोर मे चला गया.

जब मैं वापिस आया तो वो अजय अभी भी सोया न्ही था. अगले दिन सनडे होने की वजह से ह्यूम भी नींद न्ही आ र्ही थी, तो हम दोनो आपस मे बातें करने लग गये.

अजय – सिर मैं सिवान का रहने वाला हूँ, और वेसए आपकी शादी हो गयइ है क्या?

मैं – न्ही यार अभी न्ही हुई.

अजय – तो सिर, आप इतनी रात तक किससे बात करते हो?

मैं – अपनी गर्ल फ्रेंड से.

अजय – इतनी देर तक?

मैं – हन.

अजय – सिर आप हो ही इतने आचे की आपको पाने के बाद कोई दूसरे के बारे मे सोचेगा भी न्ही.

मैं – ऐसी कोई बात न्ही है.

अजय – सिर, आपने उसके साथ सेक्स किया है?

मैं तो भाई एक टेक्निकल आदमी हूँ तो मुझे शरम किस बात की मैं बोला – हन.

अजय – कितनी बार?

मैं – भाई मैने कभी काउंट न्ही किया, पर जब भी मोका मिलता है तो मैं उसे छ्चोड़ता न्ही हूँ.

और इसी तरह हुमारी बातें सेक्स टॉपिक पर आ गयइ.

मैं – अछा तुम्हारी कोई गर्ल फ्रेंड है क्या?

अजय – न्ही सिर.

मैं – क्यो झूट बोल रा है, कोई तो होगी.

अजय – सिर मुझे लड़कियो मे न्ही लड़को मे ज़्यादा इंटरेस्ट है.

मैने अपना सिर पकड़ लिया और मैं सोचने लगा, की साले ये केसे केसे लोगे होते है और मैं केसे आदमी के साथ फँस गया.

मेरे मान मे तब तक कोई उसके लिए कोई ग़लत भावना न्ही थी, और मैं आयेज कुछ न्ही बोला. इतने मे ही वो साँझ गया की मुझे ये सब पसंद न्ही है.

उसे लगा की मैं गुस्सा हो गया हूँ, और अब वो इश्स बात से दर रा था की किन मैं ये बात कंपनी मे ना बीटीये दूं तो मुझे डरते हुए बोला – क्या हुआ सिर?

मैं – कुछ न्ही.

अजय – फिर आप कुछ बोल क्यो न्ही र्हे?

मैं गुस्से मे बोला – आज के बाद तुम मुझसे बात मत करना.

वो इतना दर गया था, की अब वो मेरे पैर पकड़ कर मुझसे माफी माँगने लग गया.

अब मैं भी नॉर्मल हो गया था और मैं बोला – वेसए तूने अभी कितनो के साथ किया है?

अजय – मैने एक लड़के को अपने घर पर बुलाया था, मैने अभी उसका लंड ही चूसा था. तभी मेरे भाई ने मुझे देख लिया और मेरी चुदाई बीच मे ही रह गयइ. उसके बाद सिर मुझे कभी कोई मोका ही न्ही मिला.

ये बात करते हुए उसने मेरे लंड पर अपना हाथ र्ख दिया, मुझे अजीब सा लगा. मैं गुस्सा होने लग गया, क्योकि इससे पहले मैने किसी लड़के को किस तक न्ही किया था, तभी तक सिर्फ़ मैने लड़कियो को ही छोड़ा था.

फिर हम दोनो चुप छाप सो गये, हम दोनो कुछ दीनो तक चुप र्हे. पर फिर से वो अपनी बातों मे मुझे फसाने लग गया. अब मैं मान भी गया, क्योकि कॉलेज के दीनो मे ऐसे लोगो के बारे मे बहोट सुना हुआ था.

फिर हम दोनो पहले जेसे र्हेने लग गये, 31 डिसेंबर का दिन था और हम लोगो ने प्लान किया था की आज हम पार्टी करते है. हुमारे साथ कंपनी के हुमारे मॅनेजर भी आए हुए थे.

उनके साथ आज मैने कुछ ज़्यादा ही पी ली थी, और फिर वो बोले – यार आज तुमने कुछ ज़्यादा ही पी ली है, अब तुम आराम करो और अब हम चलते है.

फिर वो सब लोग चले गये, नशे की वजह से मुझे पता ही न्ही चला की कब मैं सो गया. पर कुछ टाइम बाद मुझे मेरे लंड पर कुछ गीलापन महसूस हुआ. मेरी नींद खुली तो मैने देखा की अजय मेरा लंड चूस रा है.

पर नशे मे होने की वजह से मैं कोई विरोध भी न्ही कर पा रा था. अब वो मस्ती मे मेरे लंड को मूह मे ले कर लोलीपोप की तरह चूस रा था, और वो मूह से तरह तरह की आवाज़ें निकल रा था.

पर मैं भी आख़िर कब तक बर्दाश करता, क्योकि मैं भी एक जवान लड़का हूँ. मेरी जवानी जाग गयइ थी, और अब मैं नींद से भी जाग गया था.

मैं – ये क्या कर र्हे हो यार?

अजय – सिर मैं आपसे अपनी गंद मरवाना चाहता हूँ, प्लीज़ आज मुझे माना मत कीजिए.

अब मुझे भी अछा लग रा था, वेसए मैने कभी सोचा न्ही था की मैं एक लड़का हो कर एक लड़के साथ सेक्स करूँगा.

अब वो मेरे गालो पर किस करने लग गया, फिर वो मेरी गर्दन से ले कर मेरे पूरे जिस्म पर किस्सिंग करने लग गया. उसके बाद वो मेरे होंठो को चूसने लग गया, पहले तो मुझे बहोट अजीब लग रा था.

पर बाद मे मुझे भी मज़ा आने लग गया, और मैं भी उसे किस करने लग गया. बाद मे हम फ़्रेकनच किस करने लग गये, वो मेरी जीब को चूसने लग गया और मैं उसकी जीब को चूस रा था.

अब मैं भी पूरी तरह जोश मे आ गया था, अब मैं भी उसका साथ देने लग गया था. उसे अब मैं एक लड़की की तरह मसलने लग गया था, वो बेकाबू होता जा रा था.

अजय – सिर अब मुझे और मत तड़पो और अपना मूसल जेसा लंड मेरी गंद मे डाल दो. मेरी जानी की आग लगी को आज आप भुजा दो.

मेरा लंड भी अब पूरी तरह से कड़क और टाइट हो गया था, जो की अब दर्द कर रा था.

मैं – चल अब हो जा त्यआर अपनी प्यास बुजाने के लिए.

मैने अपने लंड थूक लगया और उसको उल्टा लेटने को कह दिया. उसने ऐसा ही किया और फिर उसकी गंद के छेड़ पर मैने अपना लंड र्खा और हल्का सा ढाका मारा, पर मेरा लंड फिसल गया.

मैने पहली बार किसी लड़के की गंद देखी थी, वो एक दम टाइट और गुलाबी रंग की थी. जिसको देख कर मेरा क्या किसी का भी मान दोल स्कता था. लंड फिसलने की वजह से मुझे अब विश्वास हो गया था की इसकी गंद अभी तक कुवारि है.

अब मैने उसको सीधा लेआतया और उसकी दोनो टॅंगो को मैने अपने कंधे पर र्खा और्र अपना लंड उसकी गंद के छेड़ पर सेट कर दिया. फिर मैने एक ढाका मारा पर मेरा लंड फिर से फिसल गया.

पर अब मैने तोड़ा और ज़ोर से ढाका मारा, तो मेरे लंड का टोपा उसकी गंद के छेड़ मे चला गया. वो एक दम से छींख उठा, मैने उसे कस्स कर पकड़ा हुआ था.

क्योकि वो दर्द की वजह से उपेर हो रा था, पर मैने उसे होने न्ही दिया. अब वो दर्द की वजह से रोने लग गया.

अजय – आहह आ मैं मार जौंगा, मुझे बहोट दर्द हो रा है.

पर मैं चुदाई मे माहिर था, इसलिए मुझे उसके दर्द की कोई फिकर न्ही थी.

मैं – जानू तोड़ा सा सहन कर लो, उसके बाद सिर्फ़ और सिर्फ़ मज़ा ही मज़ा है.

मैं 5 मिनिट तक उसके उपेर लेता रा, और जब वो नॉर्मल हो गया तो मैने एक कस्स कर ढाका मारा. जिससे मेरा पूरा लंड उसके अंदर चला गया, अब वो और ज़ोर ज़ोर से रोने लग गया.

पर मैं उसकी इस हालत मे भी उसे किस रा था, फिर धीरे धीरे वो शांत होने लग गया. शायद अब उसका दर्द कम होने लग गया, फिर मैने अपना लंड अंदर बाहर करना शुरू कर दिया.

अब वो भी मज़े ले रा था, और अब वो बहोट ज़ोर ज़ोर से आहह आहें भर रा था.

अजय – आ आहह आ सिर और ज़ोर से आज आप मेरी गंद का भोसड़ा बना दो.

अब मैं और जल्दी जल्दी ढके मरने लग गया, अब वो भी अपनी गंद नीचे उठा उठा कर मेरा साथ दे रा था. काफ़ी देर तक गंद मरने के बाद मेरे लंड का सारा पानी उसकी गंद मे निकल गया.

मैं काफ़ी देर तक उसके उपेर निढाल हो कर लेआटा रा, हम दोनो काफ़ी देर तक ऐसे ही लेआतए र्हे. जब मैं सुबह उठा तो मैने देखा की पूरी बेडशीट खून से भारी हुई थी.

मुझे समझते देर न्ही लगी की ये खून अजय की कंवारी गंद का है. मैने उसको उठाया और बेडशीट को चांग कर दिया, फिर हम दोनो नहा धो कर नाश्ता करने चले गये.

उस टाइम अजय से ठीक से चला तक न्ही जा रा था, मैने मेडिकल स्टोर से उसे पाईं किलेर ला कर दी.

दोस्तो उस दिन मैने अपनी लाइफ की पहली गंद चुदाई करी थी, मुझे कसम से बहोट मज़ा आया था. उतना मज़ा मुझे आज तक किसी लड़की को छोड़ न्ही आया था.

फिर क्या था उसके साथ मैने पूरा एक साल मज़ा किया, और अब मैं गुजरात आ गया हूँ. इसलिए अब उसका और मेरा साथ छ्होत्त गया है, पर अभी भी मुझे उसकी और उसकी गंद की याद आती है.

दोस्तो आपको मेरी ये कहानी केसी लगी, प्लीज़ मुझे ज़रूर ब्ताना.