अपने प्यार को उसके ब्फ के साथ मिल कर चोदने की कहानी

ही दोस्तों, मेरा नाम राज है, और मैं उप के फ़िरोज़बाद से हू. मेरी उमर 26 साल है, और मैं गवर्नमेंट जॉब पर हू. हाइट मेरी 5’9″ है, और लंड 6 इंच का है. मैने कोई ज़्यादा लड़कियाँ नही छोड़ी है. लेकिन जो छोड़ी है, उनमे से ही एक की कहानी मैं आप लोगों को बताने जेया रहा हू.

ये कहानी 5 साल पहले की है, जब मैं कॉलेज में पढ़ता था तब की. मेरी क्लास में काई लड़कियाँ पढ़ती थी. लेकिन मुझे सबसे अची सोनिया लगती थी. वो बहुत खूबसूरत थी, और बड़े प्यार से बात करती थी.

मैं अपनी क्लास में इंटेलिजेंट था, और सब लोग मेरी नोट बुक से सिलबस कॉपी करते थे. सोनिया भी पढ़ाई में ठीक थी, लेकिन उसको काई बार मेरी नोट बुक की ज़रूरत पद जाती थी.

जब भी वो मुझसे नोट बुक मांगती थी, तो मेरा दिल खुश हो जाता था. ऐसे ही मुझे उससे प्यार होने लग गया. उसके बारे में बता डू. सोनिया की हाइट 5’6″ थी, और उसका रंग गोरा था. फिगर उसका 34-27-34 होगा. क्लास के सब लड़के उस पर मरते थे, लेकिन वो सबसे ज़्यादा मुझसे ही बात करती थी.

अब मैने उसको प्रपोज़ करने का सोचा. मैं वेट कर रहा था, की मुझे कब मौका मिलेगा. फिर एक दिन मुझे मौका मिल ही गया. कॉलेज ऑफ हो गया था, और सब स्टूडेंट्स बाहर जेया रहे थे. सोनिया अपनी फ्रेंड्स के साथ जेया रही थी, और पीछे मैं अपने फ्रेंड्स के साथ था.

तभी सोनिया ने अपनी फ्रेंड्स से कहा की वो क्लास में कुछ भूल गयी थी. और ये बोल कर वो वापस क्लास की तरफ जाने लग गयी. मुझे लगा की यही सही मौका था उसको घेरने का, तो मैं भी उसके पीछे चल दिया. मैं उससे थोड़ी दूरी पर था.

फिर जब वो क्लास में एंटर हुई, उसके 20 सेकेंड्स बाद मैं क्लास के गाते पर पहुँचा. मैं बहुत खुश था ये सोच कर की आज मेरा काम बन जाएगा. फिर जैसे ही मैं रूम में जाने लगा, मेरे पावं वही जाम गये.

मैने देखा की सोनिया हमारी सीनियर क्लास के लड़के रोहन को किस कर रही थी. मुझे ये देख कर बहुत दुख हुआ. मुझे समझ नही आ रहा था की क्या करू. रोहन सोनिया को पागलों की तरह किस कर रहा था. सोनिया ने जीन्स और त-शर्ट पहनी हुई थी. वो उसके होंठ चूस रहा था, और उसकी गांद दबा रहा था.

वो भी पूरा मज़ा ले रही थी. मेरे सपनो का महल टूट चुका था. मेरी तरफ सोनिया की पीठ थी, और रोहन का फेस मेरी तरफ था. तभी अचानक रोहन ने सोनिया को किस करते हुए अपनी आँखें खोली. तभी उसकी नज़र सीधे मेरी तरफ पड़ी.

जैसे ही उसने मुझे देखा, मैं पीछे हो गया, और क्लास से बाहर आ गया. मेरा मॅन बहुत दुखी था. मैं फिर कॉलेज ग्राउंड में जाके बैठ गया कुछ देर, ताकि अपना मॅन शांत कर साकु. मुझे वाहा बैठे 20 मिनिट ही हुए थे, की रोहन मेरे पास आ गया. क्यूंकी मैं इंटेलिजेंट स्टूडेंट्स में से था, तो वो मुझे जानता था. मेरे पास आके वो बोला-

रोहन: हे राज, कैसा है?

मैं: ठीक हू ब्रो.

रोहन: ये सोनिया बड़ी मस्त लड़की है यार. अभी थोड़े ही दिन हुए उसको पटए को. साली बहुत तीखी है, और सेक्स की भूखी भी.

मुझे सोनिया के बारे में ऐसी बातें सुन कर बिल्कुल भी अछा नही लग रहा था. मेरा चेहरा उदास था. मेरी उदासी देख कर रोहन बोला-

रोहन: क्या हुआ भाई? उदास क्यूँ हो?

मैं: कुछ नही ब्रो.

रोहन: अर्रे बता ना.

फिर मैने उसको सोनिया के लिए अपने प्यार के बारे में बताया. पहले तो वो मेरी बात सुन कर हस्स पड़ा. फिर वो सीरीयस हो गया, और बोला-

रोहन: देख यार, मुझे नही पता था की तू उससे इतना प्यार करता है. अगर पता होता, तो मैं उस पर कभी हाथ नही डालता. लेकिन मेरे हाथ डालने या ना डालने से कोई फराक नही पड़ता. वो बहुत बड़ी चुड़क्कड़ है.

मैं: क्या बकवास कर रहे हो?

रोहन: अर्रे सच बोल रहा हू. वो पहले मेरी ही क्लास के एक लड़के से चुड चुकी है. उसको बस पैसे दिखाओ, और वो आपके साथ चल देती है.

मैं: ये क्या बोल रहे हो?

रोहन: सच बोल रहा हू. मैं तो खुद उसको छोड़ कर छ्चोढने वाला हू. मेरे लिए तो टाइम पास है. मैं तो कहता हू, तू भी छोड़ ले. मस्त माल है साली.

उसकी ये बात सुन कर मेरा भी दिल करने लगा. उसी पल में मेरा सोनिया के लिए प्यार हवस में बदल गया. फिर मैने उसको कहा-

मैं: लेकिन वो तो तेरे साथ सेट है ना. मुझसे क्यूँ चूड़ेगी?

रोहन: अर्रे चूड़ेगी, बस तू हा बोल.

मैं: चल ठीक है.

उसने तभी सोनिया को कॉल की, और उसको रूम में मिलने को कहा. वो भी रेडी हो गयी. फिर उसने सोनिया को होटेल और टाइम बता दिया. सोनिया ने बोला की वो घर पर झूठ बोल कर आ जाएगी. मीटिंग फिक्स करने के बाद रोहन बोला-

रोहन: चल तू भी वाहा पहुँच जाना. फिर लेंगे सोनिया को छोड़ने के मज़े हम दोनो.

मैं अभी भी डाउट में था, की सोनिया गर्लफ्रेंड तो रोहन की थी, तो मेरे साथ कैसे सेक्स करेगी. लेकिन फिर भी मैने उसकी बात में हामी भर दी.

फिर वो दिन आ गया, जब मुझे होटेल में जाना था. मैं पुर टाइम पर पहुँच गया, और रोहन और मैं रूम में चले गये. 15 मिनिट में सोनिया भी आ गयी. क्या बवाल लग रही थी वो. उसने ब्लॅक फ्रॉक पहनी हुई थी, जिसकी लेंग्थ उसके घुटनो से थोड़ी उपर थी.

दिल तो कर रहा था की उसकी स्कर्ट उठा डू, लेकिन मुझे उसको अपनी शकल नही दिखानी थी, इसलिए मैं अंदर से उसको देख रहा था. जब वो रूम में आई, तो रोहन ने उसको अपनी बाहों में भर लिया.

फिर वो दोनो लीप किस करने लग गये. रोहन ने उसको घुमा लिया, ताकि उसकी बॅक मेरी तरफ हो जाए. फिर वो अपने हाथ उसकी स्कर्ट के अंदर ले गया, और पनटी के उपर से उसकी गांद दबाने लग गया. उन दोनो को देख कर मेरा तो बुरा हाल हो गया था. मेरा लंड पंत फाड़ कर बाहर आने वाला हो गया था.

फिर रोहन ने उसकी ड्रेस उतार दी, और अब वो सिर्फ़ ब्रा पनटी में थी. इतना बवाल सीन मैने इससे पहले सिर्फ़ पॉर्न वीडियोस में देखा था. मैने अपना लंड पंत से बाहर निकाल लिया था, और उसको हिला रहा था. तभी रोहन ने सोनिया को बोला-

रोहन: जान कुछ सस्पेनस आड करे?

सोनिया: कैसा सस्पेनस?

रोहन: मुझे तुम्हे ब्लाइंडफोल्ड करना है.

सोनिया: अर्रे नही बाबा, मुझे दर्र लगता है.

रोहन: क्यूँ मुझ पर भरोसा नही है.

सोनिया: नही ऐसी बात नही है.

इस तरह से रोहन ने उसको माना कर उसकी आँखों पर पट्टी बाँध दी. फिर उसने उसको बेड पर लिटा दिया, और उसकी थाइस चूमने लग गया. फिर उसने मुझे बाहर आने का इशारा किया.

मैं जल्दी से बाहर गया और रोहन उसके उपर से हॅट गया. फिर मैने सोनिया की जांघों को चूमना शुरू किया. क्या मज़ा आ रहा था, मैं शब्दो में बयान नही कर सकता. फिर मैने अपने सपनो की रानी की पनटी उतरी, जो काफ़ी गीली थी.

उसकी छूट बड़ी ही खूबसूरत और सॉफ थी. मैं देखते ही उसकी छूट पर अपनी जीभ फिरने लग गया. अब मैं ज़ोर-ज़ोर से उसकी छूट चूस रहा था. वो भी कामुक आहें भर रही थी. फिर मैं उपर गया, और उसकी कमर चाटने लगा.

उसके बाद मैने उसके सुंदर बूब्स को उसकी ब्रा से आज़ाद किया. इतने सेक्सी रस्स के प्याले देखते ही मैं उनको नोच कर खाने लगा. फिर फाइनली मैं उसके होंठ चूसने लगा. मेरा लंड अब उसकी छूट को टच कर रहा था. फिर रोहन ने मुझे इशारे से कहा की मैं उसको छोड़ना शुरू करू.

मैने एक मिनिट भी वेट नही की, और लंड उसकी छूट में डाल दिया. उसकी आ निकली, और मैं तो सीधा जन्नत में पहुँच गया.

फिर मैने धक्के देने शुरू किए. सच में बहुत मज़ा आ रहा था. मैं उसको किस करते हुए छोड़ रहा था. तभी रोहन ने मुझे नीचे आने का इशारा किया, और उसको उपर करने का. मैं उसको बाहों में लेके घूम गया, और अब वो मेरे उपर थी.

तभी रोहन ने अपने लंड को लूब्रिकॅंट से पूरा गीला किया. फिर वो उसके पीछे आया, और उसके चूतड़ खोलने लगा. इससे पहले की सोनिया कुछ समझ पाती, रोहन ने अपना लंड उसकी गांद में फ़ससा दिया. वो चीखें मारने लगी, और आँखों से पट्टी उतारने लगी.

तभी रोहन ने उसके सर पर हाथ रखा, और आयेज करके उसके मूह को मेरे मूह के साथ चिपका दिया. अब मेरी और उसकी किस्सिंग हो रही थी, और मैं उसकी छूट छोड़ रहा था. पीछे से रोहन उसकी गांद मार रहा था.

वो दर्द से तड़प रही थी, लेकिन अभी तक हमने उसको पट्टी हटाने नही दी थी. फिर जब वो नॉर्मल हुई, तो मैने उसकी पट्टी हटा दी. वो मुझे देख कर हैरान थी, लेकिन अब उसको चरम सुख मिल रहा था. तो वो वैसे ही चुड्ती रही.

आधा घंटा हमने उसको वैसे ही छोड़ा. फिर दोनो ने उसके अंदर ही पानी निकाल दिया. उसके बाद हम वैसे ही लेते रहे. उस दिन के बाद मैने सोनिया को काई बार छोड़ा. और इस तरह से मेरा प्यार चुदाई से हार गया.