नासिक के भाई-बहन की मस्त चुदाई कहानी

ही फ्रेंड्स, मेरा नाम साहिल है. मैं नासिक, महाराष्ट्रा से हू. मेरी उमर 24 साल है, और अभी मैं अपनी मास्टर्स कंप्लीट कर रहा हू. लंड मेरा 8 इंच का है, और मैं दिखने में काफ़ी हॅंडसम हू.

मेरी फॅमिली एक रिच फॅमिली है. मेरे मम्मी-पापा दोनो मिल कर एक कंपनी चलते है, तो अक्सर वो घर से बाहर ही रहते है. इनके अलावा मेरी एक बेहन है, जो मुझसे एक साल छ्होटी है. वो भी कॉलेज कर रही है.

मेरी बेहन के बारे में आप सब को बता डू. मेरी बेहन का नाम सपना है, और उसको छोड़ने का हर लड़के का सपना है. एक नंबर की चुड़क्कड़ है मेरी बेहन, और उसको अपनी छूट में बड़े से बड़ा लंड लेने का शौंक है.

मेरी और मेरी बेहन की ईक्वेशन बड़ी सही है. हम दोनो एक-दूसरे के डिसिशन्स को सपोर्ट करते है, और पूरी प्राइवसी देते है एक-दूसरे को. जब मम्मी-पापा घर पर नही होते, तो वो अपने फ्रेंड्स को घर पर बुला कर एंजाय करती है, और मैं भी अपनी फ्रेंड्स को बुला कर एंजाय करता हू.

ना तो वो मेरी कंप्लेंट करती है, और ना ही मैं उसकी. लेकिन एक दिन कुछ ऐसा हुआ की मेरी बेहन मुझसे ही चुड गयी. तो चलिए बताता हू ये सब कैसे हुआ.

2 महीने पहले की बात है. मम्मी-पापा किसी दूसरे शहर गये थे किसी मीटिंग में, और वो 5 दिन नही आने वाले थे. ये बात हम दोनो के लिए खुश खबरी थी, क्यूंकी हम दोनो को उनके जाने के बाद पूरी आज़ादी थी.

फिर मैं अपनी गर्लफ्रेंड को बुलाने लगा, और वो अपने बाय्फ्रेंड को. हमने एक ही टाइम पर अपने गफ़-ब्फ को बुलाया था, तो मैं अपनी गर्लफ्रेंड के साथ उपर के कमरे में था, और सपना अपने बाय्फ्रेंड के साथ नीचे वाले रूम में थी.

मैं अपनी गर्लफ्रेंड को एक बार छोड़ चुका था, और हम अब बेड पर लेते हुए थे. मुझे प्यास लगी, तो मैने पानी का जुग पकड़ा. जब देखा तो वो खाली था. फिर मैं बेड से उठा, और नीचे पानी लेने के लिए गया.

जब मैं की तरफ जेया रहा था, तो मुझे सपना के रूम से आवाज़े आने लगी. मैने उसकी आवाज़े पहले भी सुनी थी, लेकिन मेरा कभी दिल नही किया उसको चूड़ते देखने का. लेकिन आज पता नही किया हुआ था, की मेरा दिल कर पड़ा अपनी बेहन की चुदाई देखने का.

फिर मैं उसके रूम की तरफ बढ़ा. दरवाज़ा खुला ही था, तो मुझे खुले दर्शन मिल गये. मैने देखा मेरी बेहन नंगी एक लड़के के नीचे लेती हुई थी, और वो लड़का मेरी बेहन को छोड़ रहा था.

मैने आपको अपनी बेहन की खूबसूरती के बारे में तो बताया ही नही. मेरी बेहन 5’7″ हाइट की एक हॉट लड़की है. रंग उसका गोरा है, और फिगर 34-27-36 है. अब आप खुद ही अंदाज़ा लगा लीजिए की वो कितनी माल होगी.

तो वो उस लड़के से चुड रही थी. उसने अपनी टांगे उसकी कमर पर लपेट रखी थी. वो लड़का फुल स्पीड पर उसको छोड़ रहा था. लड़के की स्पीड देख कर लग रहा था, की वो बस झड़ने वाला था. 1 मिनिट तक वो पुर जोश के साथ धक्के लगता रहा. और फिर वो आहह आ करता हुआ उसके अंदर ही झाड़ गया. तभी मेरी बेहन बोली-

सपना: बेहन के लोड, हर बार तू मेरा होने से पहले ही झाड़ जाता है. अगर मुझे उंगली करके ही निकालना पड़ेगा, तो तुझे बुलाने का फ़ायदा क्या? तू खुद तो मज़ा ले लेता है, और मेरी छूट को माल से भर कर असंतुष्ट ही छ्चोढ़ देता है.

वो लड़का तोड़ा शर्मसार होके उसकी बात सुनता रहा. अब बेचारा करता भी क्या. इतनी माल लड़की को तो पत्ता लिया, लेकिन लंड उसकी छूट को गर्मी झेल नही पता. मेरा लंड भी सपना को नंगा देख कर खड़ा हुआ था. जब वो उसको गालियाँ दे रही थी, तो पता नही क्यूँ मैं बोल पड़ा-

मैं: मैं ट्राइ करू. कम से कम इससे तो बेटर ही करूँगा.

वो दोनो मेरी तरफ देखने लगे. फिर मैं आयेज बढ़ा, और मुझे देख कर सपना बोली-

सपना: भैया आप यहा क्या कर रहे हो?

मैं: आया तो मैं पानी लेने था. लेकिन तुम्हारी अधूरी चुदाई देख कर मुझसे रहा नही गया. तो मैने सोचा मैं हेल्प कर डू.

सपना: आप मेरे भाई हो. मैं आपके साथ ये सब कैसे कर सकती हू? आपको शरम आनी चाहिए मुझसे ऐसी बात करने में.

मैं: बहना शरम कैसी. तुम नंगी हो, तुम्हारी छूट गरम है, और इसको लंड की ज़रूरत है.

ये बोलते हुए मैने अपने कपड़े उतार दिए. अब मेरा बड़ा और मोटा लंड उसके सामने था. वो मेरे लंड को ऐसे देखने लगी, जैसे कोई भूखा खाने को देखता है. फिर मैं बोला-

मैं: और वो लंड मेरे पास है. इतना ज़्यादा सोचोगी, तो सोचती ही रह जाओगी. और कभी संतुष्ट नही हो पावगी.

अब सपना कुछ सोच रही थी. वो हा भी नही बोल पा रही थी, और ना भी नही. लेकिन मैने उसकी चुप्पी को हा में लिया, और बेर पर नंगी बैठी अपनी बेहन की टाँगो के पास गया. पास जाके मैने अपना हाथ उसकी जाँघ पर रखा, और उसको सहलाने लगा.

फिर मैने उसकी टांगे खोली, और उसकी जांघों को चूमने लगा. वो बस मुझे देखे जेया रही थी. फिर मैने उसकी ब्रेस्ट पर हाथ रख कर उसको पीछे की तरफ हल्का धक्का दिया, जिससे वो लेट गयी. अब मेरा रास्ता खुला था. उसका बाय्फ्रेंड ये सब देख रहा था.

मैने फिर अपना मूह उसकी छूट पर रखा, और उस पर हल्की-हल्की जीभ फिरने लग गया. वो भी हल्की-हल्की सिसकियाँ भरने लग गयी. धीरे-धीरे मैने अपनी स्पीड तेज़ की, और उसको छूट को ज़ोर-ज़ोर से चाटना और चूसना शुरू कर दिया. अब उसकी आहें और साँसे दोनो तेज़ हो रही थी.

मैं उसकी छूट में अपनी जीभ डाल कर उसको छोड़ रहा था. कुछ देर ऐसे ही मैने अपनी बेहन को तडपया. उसके बाद मैं चूमते हुए उपर जाने लगा. पहले मैने उसके पेट को छाता और चूमा. फिर उसकी नाभि में जीभ घुसा कर उसको चूसा. उसके बाद मैं उसके बूब्स पर आ गया. मस्त बूब्स है मेरी बेहन के, एक-दूं टाइट और गोल.

मैने अपने दोनो हाथो से उसके बूब्स पकड़े, और उनको मसला. फिर मैं उसके निपल्स चूसने लगा. क्या स्वाद था मेरी बेहन के बूब्स का. ऐसा नही था की मैने उससे पहले बूब्स चूज़ नही थे. लेकिन अपनी बेहन के बूब्स चूसने का एक अलग ही मज़ा है. उसकी फीलिंग ही बड़ी ज़बरदस्त होती है. फिर मैं उसकी गर्दन चूमने लगा, और फिर आ गया मैं उसके रसीले होंठो पर.

मैने अपने होंठ अपनी बेहन के होंठो से लगाए, और साथ ही हमारी वाइल्ड किस शुरू हो गयी. हम दोनो पागलों की तरह किस करने लगे, और बेड पर घूम-घूम कर कड्ड्ल करने लगे. मेरा लंड बार-बार मेरी बेहन की छूट पर लग रहा था, और मुझे अपने लंड पर उसकी छूट के बाल हल्के फील हो रहे थे.

फिर मैने अपना लंड अपनी बेहन की छूट पर टीकाया, और दबाव बना कर अंदर डालने लगा. वो काफ़ी बार चुड चुकी थी, लेकिन उसकी छूट काफ़ी टाइट थी. अब ये गयन जाने की वजह से था, या मेरा लंड बड़ा था, ये तो वो ही जाने. मैने धीरे-धीरे अपना पूरा लंड उसकी छूट में घुसा दिया, और वो सिसकियाँ भरने लगी.

फिर मैने अपने होंठ उसके होंठो के साथ मिलाए, और नीचे से धक्के देने शुरू किए. बहुत मज़ा आ रहा था. वाइल्ड किस करते हुए छूट छोड़ने का बहुत मज़ा आता है, और वो भी अगर आपकी बेहन की छूट हो तो मज़ा और भी बढ़ जाता है. सपना भी अपनी गांद उठा-उठा कर अपनी छूट छुड़वा रही थी.

कुछ देर अपनी बेहन को मैने उसी पोज़िशन में छोड़ा. फिर मैने अपना लंड बाहर निकाला, और उसको घोड़ी बनने को कहा. वो जल्दी से अपने घुटनो पर आई, और घोड़ी बन गयी. घोड़ी बन कर उसकी गांद और बड़ी हो गयी. क्या मस्त गांद थी उसकी. फिर मैने अपना लंड पीछे से उसकी छूट पर रखा, और पूरा लंड एक ही बार में अंदर डाल लिया.

उसको इससे काफ़ी दर्द हुआ, और मुझे मज़ा आया. फिर मैने तेज़-तेज़ धक्के लगाने शुरू किए. मेरे धक्को से ठप-ठप की आवाज़े आने लगी, और छूट के पानी से फॅक-फॅक की आवाज़े आने लगी.

मैने उसकी जांघें पकड़ के पुर ज़ोर के धक्के लगाए. वो आ ऑश अफ की आवाज़े कर रही थी. 20 मिनिट इसी पोज़िशन में छोड़ने के बाद मैने अपना लंड बाहर निकाला. वो मूडी, और उसने मेरा लंड अपने मूह में डाल लिया. फिर कुछ धक्को के बाद मैने उसके मूह को पानी से भर दिया.

सो इस तरह से मैने अपनी बेहन को सॅटिस्फाइ किया. अगर आपको कहानी पढ़ कर मज़ा आया हो, तो इसको लीके और कॉमेंट ज़रूर करे.