प्यारे भांजो से गंद चुदाई स्टोरी

हेलो दोस्तो, आज जो स्टोरी मई आपको बताने जेया रहा हू, वो मेरे 2 भांजो की है. मैने अपने दो प्यारे भांजो की गांद मारी और दोनो को अपने लंड का दीवाना बनाया.

मई पहले आपको अपने बारे मे बता डू. मई 28 साल का हू. जिम फिट बॉडी है मेरी और लंबी हाइट है. मेरी बॉडी काफ़ी हेरी है. मेरा लंड ज़्यादा मोटा नही है, लेकिन 8 इंच लंबा है. मेरे 2 भानजे है और दोनो काफ़ी क्यूट लड़के है.

एक का नाम असद है और दूसरे का अरबाब. अरबाब तोड़ा हेल्ती है और उसकी गांद काफ़ी रौंद और बड़ी है. असद भी प्यारा सा है और काफ़ी स्लिम है. गांद टाइट है उसकी भी. दोनो बड़े क्यूट और सेक्सी लड़के है. गोरा-गोरा जिस्म है उनका और दोनो बहुत प्यार करते है मुझसे और मेरे काफ़ी क्लोज़ है.

वो दोनो काफ़ी शरीफ लड़के है और काफ़ी बचकाना दिमाग़ है दोनो का.
अब बात कुछ यू हुई, की मई हयदेराबाद आया था बिज़्नेस लॉंच करने के लिए. मेरी बेहन और उसकी फॅमिली वही रहते थे. अब जब तक मई अपनी कोई जगह ढूंढता, तब तक मैने बेहन के घर रहना मुनासिब समझा.

मेरी बेहन का घर छ्होटा था, इसलिए मुझे अपने दो प्यारे भांजो के साथ रूम शेर करना पड़ा. मुझे इसमे कोई मसला नही था और असद और अरबाब इस बारे मे मुझसे ज़्यादा खुश थे.

अब शुरू के कुछ दिन कुछ ऐसा ख़ास नही हुआ. नॉर्मल दिन थे हमारे. हर रात को हम तीनो एक ही बेड पे लेट के मूवीस देखते और रात देर तक बाते करते. एक रात हम एक रोमॅंटिक मोविए देख रहे थे और उसमे एक सेक्स सीन आया.

वैसे तो मई सेक्स सीन स्किप कर देता था, लेकिन अब वो दोनो बड़े हो गये थे, तो मुझे लगा, की दोनो को पता होगा सब कुछ. लेकिन मई ग़लत था और वो दोनो बिल्कुल मासूम थे. सेक्स सीन पहली बार देख कर, उन दोनो के अंदर के अरमान जाग गये.

मोविए ख़तम हुई और फिर हम लाइट ऑफ करके लेट गये. हम बाते कर रहे थे. फिर असद ने सेक्स सीन के बारे मे, थोड़ी हिम्मत जमा करके पूछा-

असद: मामू ये जो मोविए मे सीन था, ये लोग क्यू करते है?

मई: असद बेटा, ये लोग शादी के बाद करते है.

असद: मामू लेकिन क्यू करते है?

मई: बच्चे पैदा करने के लिए.

अरबाब: बच्चे ऐसे पैदा होते है क्या? हहा.

मई: हा तुम दोनो अब बड़े हो गये हो ( उनमे से एक 18 का था और दूसरा 19 का). तुम दोनो को पता होना चाहिए.

असद: लेकिन हमे तो किसी ने कुछ नही बताया.

मई: चलो मई तुम लोगो को बताता हू.

उसके बाद मैने दोनो को सेक्स के बारे मे बताया और सेक्स कैसे होता है, ये भी बताया. वो दोनो बड़े हैरान थे और उन्होने काफ़ी क्यूरियस शकले बनाई हुई थी. मई इन सब बातो से खुद हॉर्नी हो रहा था. मेरा लंड टाइट हो गया था.

मई दोनो भांजो के सवालो के जवाब दे रहा और हॉर्नी होता जेया रहा था. मेरा आहिस्ता-आहिस्ता चुदाई करने को मूड हो रहा था. लेकिन मई कहा से कोई छूट लाता. आख़िर फिर मेरी नज़र अपने प्यारे से भांजो पे पड़ी. असद के पिंक होन्ट देख के मेरी नीयत खराब होने लगी. मैने उसको बोला-

मई: क्या तुम लोग सही से सीखना चाहते हो?

अरबाब: हा मामू सिख़ाओ.

मई: लेकिन तुम दोनो किसी को कुछ बताना मत.

असद और अरबाब दोनो ने प्रॉमिस किया, की वो किसी को कुछ नही बताएँगे.

मई: सबसे पहले रूम लॉक कर दो.

असद ने उठ कर दरवाज़े पे कुण्डी लगा दी. मैने ब्लंकेट हटाया और दोनो की नज़र मेरे ट्राउज़र मे बने टेंट पर पड़ी. फिर मैने अपनी ट्राउज़र नीचे करके अपने लंड को आज़ाद किया. मेरा लंड देखने के बाद मैने दोनो भांजो की आँखों मे चमक देखी.

मैने फिर अपने पुर कपड़े उतार दिए. मई दोनो के बीच मे नंगा लेता हुआ था और अपने टाइट लंड को हिला रहा था. वो दोनो मेरे टाइट लंड को गौर से देख रहे थे. फिर मैने उनसे पूछा-

मई: टच करोगे? आओ पाकड़ो, ये काटेगा नही.

अरबाब ने सबसे पहले हिम्मत करके लंड को टच किया. फिर अपने हाथ मे पकड़ा. उसके बाद असद ने भी मेरा लंड पकड़ लिया. मैने दोनो को समझाया की वो लंड हिलाए और दोनो मेरे लंड को हिला रहे थे. दोनो के नरम और मुलायम हाथ मेरे लंड पे थे. अफ.. क्या मज़ा था.

मई: किस करके देखो, कैसा टेस्ट है.

असद: मामू लेकिन ये गंदा होता है ना?

मई: अर्रे लोग प्यार मे करते है ये सब. और मई नहा कर आया हू. मैने सही से धोया है इसको.

असद: ठीक है, अगर आप बोलते हो तो.

फिर असद ने मेरे लंड पे पहली किस की और मेरा प्रेकुं उसके होंठो पे लग गया. असद अपनी ज़ुबान से वो चाट गया. अफ.. ये क्या नज़ारा था. असद को मेरा प्रेकुं काफ़ी मीठा और टेस्टी लगा. ये सुन कर फिर अरबाब ने भी लंड पर एक किस की. फिर मैने उनसे पूछा-

मई: लॉलिपोप सक किया है ना तुम दोनो ने?

अरबाब: जी मामू.

मई: अब दोनो ये सोच कर चूसो, की ये भी एक लॉलिपोप है .

असद: अरबाब पहले तुम करो.

अरबाब: नही पहले तुम.

मई: अर्रे मई चूज़ करता हू. असद तुम कार्लो पहले, कोई बात नही.

असद ने 2 मिनिट तक सोचा. फिर उसने अपने पूरा मूह खोला और मेरे लंड का टोपा अपने मूह मे ले लिया. अफ.. उसका गरम-गरम मूह मेरे लंड पे इतना अछा फील हो रहा था. असद ने जब मूह हटाया, तो अरबाब ने लंड चूसना शुरू कर दिया. असद ने फिर मेरे टटटे छाते.

अफ.. मई तो मज़े से पागल हो रहा था. और मेरा कम भी निकालने वाला था. मैने दोनो को हटाया और दोनो को बेड पर लेटने के लिए बोला. फिर मैने दोनो को मूह खोलने के लिए बोला. उसके बाद मैने लंड हिलाया और दोनो के मूह मे तोड़ा-तोड़ा कम निकाल दिया.

उन दोनो को कम का टेस्ट इतना पसंद आया, की दोनो मेरा माल पी गये. फिर हम सो गये. अगली रात को मैने फिरसे दोनो को अपना रस्स पिलाया. कुछ दिन तक ऐसी ही चलता रहा और फिर मैने उनको बोला-

मई: तुम दोनो बहुत अछा चूस्टे हो. बहुत मज़ा आया मुझे.

असद: मामू ये जो वाइट-वाइट कम निकलता है, ये बहुत टेस्टी होता है.

अरबाब: हा मामू, हमे भी बहुत मज़ा आता है.

मई: मेरा दिल तो चाह रहा है, की तुम दोनो की चुदाई भी करू.

अरबाब: लेकिन मामू, वो तो सिर्फ़ आप लड़कियो के साथ कर सकते हो ना?

मई: अर्रे लड़को, तुम दोनो के पास गांद तो है. उसमे डालने डेडॉ. चलो अब दोनो अपने कपड़े उतारो.

फिर वो दोनो जल्दी से नंगे हो गये. अफ.. क्या सेक्सी जिस्म था दोनो का. वो दोनो किसी लड़की से कम नही थे. उन दोनो के लंड खड़े थे और प्रेकुं लीक हो रहा था. ये देख कर मई बोला-

मई: वाह! तुम दोनो का क्या सेक्सी जिस्म है. अब तो मज़ा आएगा.

अरबाब की मोटी रसीली गांद और बूब्स को मैने सबसे पहले किस करना शुरू किया और उसके निपल्स चूस-चूस के लाल कर दिए. फिर मैने असद की स्मूद बॉडी के मज़े लिए. उसके बाद मई आयिल की बॉटल लाया और दोनो को डॉगी-स्टाइल पोज़िशन मे बिता दिया.

फिर मैने दोनो की गांद पे आयिल लगाया और खूब मालिश की. पहले मैने अरबाब के होल पे आयिल लगाया और आराम-आराम से एक उंगली डाली. फिर मैने वही असद के साथ किया. अरबाब बड़े आराम से मेरी उंगली अंदर ले गया और असद भी थोड़े से दर्द के साथ उंगली लेने लगा.

मई फिर दोनो की गांद मे फिंगरिंग करने लगा. दोनो चुड़क्कड़ रंडियो की तरह मोन कर रहे थे और मुझे बता रहे थे, की उन्हे कितना मज़ा आ रहा था.

आहिस्ता-आहिस्ता मैने 2 उंगलिया उनकी गांद मे घुसाई और फिर टीन उंगलिया घुसाई. करीब 40-45 मिनिट तक मैने दोनो के होल को फिंगरिंग करके तोड़ा लूस किया. अब टाइम था असल चीज़ का. अरबाब की रसीली गांद, मई सबसे पहले मारना चाहता था.

मैने लंड को आयिल लगाया और उसकी गांद पे सेट किया. आहिस्ता-आहिस्ता मैने अपना लंड अंदर डालना शुरू किया. मेरा लंड ज़्यादा मोटा नही था, लेकिन अरबाब को दर्द हो रहा था. मैने बड़े प्यार से लंड घुसाया और आहिस्ता-आहिस्ता लंड डालता गया.

अरबाब मेरा पूरा लंड गांद मे ले गया. फिर मैने हल्के-हल्के झटके देना शुरू किया. अरबाब का दर्द ख़तम हुआ और वो तो मज़े से पागल हो रहा था. उसके लंड से पानी बह रहा था. मैने 15 मिनिट उसकी चुदाई की और फिर उसके लंड से कम निकालने लगा.

अरबाब का इतना ज़्यादा कम निकल रहा था, जैसे वो पेशाब कर रहा हो .
अरबाब अब तक कर बेड पे लेट गया और मई अपना लंड अब असद की गांद की तरफ ले गया. मैने वैसे ही बड़े प्यार से लंड उसके टाइट से होल मे घुसना शुरू कर दिया.

असद को अरबाब से ज़्यादा दर्द महसूस हो रहा था. लेकिन उसने भी बर्दाश्त किया और आहिस्ता-आहिस्ता मेरा पूरा लंड अपनी गांद मे ले गया.

असद: मामू मुझे आपका लंड पेट तक फील हो रहा है.

मई: बेटा मज़े ले इसके. आज से ये सिर्फ़ तुम दोनो का है.

फिर मैने असद को छोड़ने की स्पीड तेज़ की. असद तो अरबाब से 2 कदम आयेज निकला. वो मुझे और तेज़ छोड़ने के लिए बोल रहा था और मैने भी उसकी ख्वाहिश पूरी की. 20 मिनिट मैने उसको तेज़-तेज़ छोड़ा और तब तक उसका पानी निकल गया.

मई भी फारिघ् होने वाला था. इसलिए मैने उसको 10 मिनिट और छोड़ा और असद की गांद मे ही अपना पूरा माल निकाल दिया. अब हम तीनो तक चुके थे. हमने जैसे-तैसे करके अपने आप को सॉफ किया और सो गये.

उस रात के बाद मैने कोई मौका नही छोढ़ा उन दोनो की गांद मारने का. और वो दोनो भी बड़े मज़े से मुझसे चुड़वाते थे. वो दोनो कुछ ही महीनो मे पक्के गान्डू बन गये थे और फिर मैने अपने दोस्तो के साथ उनका गंगबांग करवाया.

उसके बाद मैने अपनी बेहन को भी छोड़ा. वो दोनो स्टोरीस, मई आपको फिर किसी दिन बतौँगा. अगर आपको मेरी स्टोरी अची लगी, तो [email protected] पे एमाइल करके बताए.