एक शरीफ लड़का कैसे एक पक्का गॅंडू बना

ही दोस्तो, मेरा नाम अरबाब है. मेरी आगे 21 साल है. ये स्टोरी आज से 3 साल पुरानी है. मई आपको बता डू, की मई तोड़ा हेल्ती सा लड़का हू. मेरी गांद काफ़ी बड़ी है और मेरे बूब्स भी है थोड़े से. मेरा जिस्म बिल्कुल एक लड़की जैसा है और ना जिस्म पे बाल है, ना कुछ.

मई अपनी दीदी जैसा लगता था. हर कोई मुझे यही बोलता था, की मेरा जिस्म वग़ैरा सब कुछ दीदी जैसा है. लोंदे-बाज़ लड़के अक्सर मुझे घूरते थे और बहाने-बहाने से मुझे टच करते थे.

आज मई आपको बतौँगा, की मेरी लाइफ मे कैसे-कैसे सेक्स एक्सपीरियेन्सस रहे है. सबसे पहला एक्सपीरियेन्स मेरे पड़ोसी अंकल के साथ था. वो 40 की उमर के होंगे. बहुत ही फिट और लंबे थे वो और उनके जिस्म पे बाल ही बाल थे.

वो रेग्युलर जिम जाते थे, इसलिए बहुत ही अची बॉडी बनी थी उनकी. अब वो अकेले रहते थे और बचपन से मेरे साथ कुछ ज़्यादा ही फ्रेंड्ली होते थे. बातो-बातो मे वो मुझे टच करते थे. वो कभी मुझे हग करते थे और कभी गाल पे किस कर देते थे.

अंकल अक्सर मुझे अपने घर बुलाते थे. वो कभी इंटरनेट का मसला ठीक करने के लिए बुलाते थे और कभी कंप्यूटर वाइरस ठीक करने के लिए. अब मुझे भी अंकल की कंपनी अची लगती थी. वो हमेशा मेरा बहुत ख़याल रखते थे और गिफ्ट्स वग़ैरा लेके देते थे मुझे.

एक दिन मुझे अंकल ने बुला कर कहा, की उनका कंप्यूटर मसला कर रहा है. मई उनके घर गया चेक करने. अंकल ने मुझे बोला, की वो नहाने जेया रहे है और मई तब तक कंप्यूटर ठीक कर डू. मैने कंप्यूटर को चेक किया, लेकिन मुझे मसला नज़र नही आया.

अंकल ने डेस्कटॉप पे एक नया फोल्डर बना रखा था, जिसका नाम था “प्राइवेट”. अब अंकल आस-पास नही थे, तो मैने सोचा की वो फोल्डर चेक करू. मैने फोल्डर खोला, तो मेरी आँखें खुली की खुली रह गयी. फोल्डर मे लड़को की न्यूड पिक्स, गांद की पिक्स और लंड की पिक्स थी.

कुछ वीडियोस भी थी उस फोल्डर मे. अब मई ज़्यादा क्यूरियस हो रहा था. मैने इधर-उधर देखा और एक वीडियो चला दी, जिसमे एक लड़का दूसरे का लंड चूस रहा था. ये मेरी पहली पॉर्न वीडियो थी. मुझे सेक्स का तोड़ा बहुत पता था, लेकिन ये नही पता था, की लड़के भी आपस मे सेक्स कर सकते है.

फिर मैने जल्दी से वीडियो बंद की और इससे पहले की अंकल आ जाए, मई कंप्यूटर बंद करके जाने लगा. जब मई बातरूम की तरफ से गुज़रा, तो अंकल बातरूम का दरवाज़ा खोल कर नहा रहे थे. मैने अंदर झाँका, तो मुझे अंकल की बॉडी दिखी.

क्या फिट बॉडी थी उनकी. पता चल रहा था, की उन्होने बहुत मेहनत की है बॉडी पे. मुझे उनकी गांद दिख रही थी. फिर वो मूड गये, तो मुझे उनका लंड दिखा. उनका लंड टाइट था और काफ़ी लंबा था. तकरीबन 7-7.5 इंच का होगा उनका लंड.

अंकल ने शायद मुझे नोटीस कर लिया था, लेकिन जान-बूझ के अंजान बन रहे थे. फिर अंकल ने अपने लंड पे साबुन लगाया और मूठ मारने लगे. पता नही क्यू मई ये सब च्छूप कर देख रहा था. शायद पहली बार मई किसी मर्द को ऐसे देख रहा था, इसलिए.

फिर मैने 15 मिनिट तक अंकल को देखा और फिर उनके लंड से वाइट-वाइट माल उड़ता हुआ निकला. ये सारे सीन से पता नही क्यू, मेरे लंड मे भी हुलचल हो रही थी. खैर मई जल्द ही वाहा से भाग आया और पूरा दिन मई उस पॉर्न वीडियो और पिक्स के बारे मे सोच रहा था.

फिर अंकल का लंड भी बार-बार मेरे दिमाग़ मे आ रहा था. ये सोचने से मेरा अपना लंड भी टाइट हो रहा था. मुझे उस वक़्त कुछ समझ नही आ रहा था, की ये सब क्या हो रहा था.

अब ये सब सोचते हुए कुछ महीने गुज़र गये. अक्सर अंकल बहाने-बहाने से मुझसे कंप्यूटर खुलवाते थे और मुझे अकेला छोढ़ जाते थे. मई भी उनका पॉर्न कलेक्षन च्छूप कर देखता था. आहिस्ता-आहिस्ता मुझे भी इस सब मे बहुत मज़ा आने लगा.

काफ़ी बार मेरा खुद का पानी निकल जाता था, ये सब सोचते-सोचते. मूठ अभी तक मैने ट्राइ नही की थी. फिर एक दिन ऐसा हुआ, की घर वालो को अचानक 2 हफ़्तो के लिए गाओं जाना पाड़ा. अब मई और दीदी घर पे अकेले रुक गये. दीदी को मौका चाहिए था और दीदी ने अपनी फ्रेंड्स के साथ प्लान बना लिया था. फिर वो भी चली गयी.

अब घर मे सिर्फ़ मई अकेला रह गया था. अंकल रात को आए हमे चेक करने, तो उन्होने देखा की रूम मे सिर्फ़ मई अकेला था. फिर अंकल ने बोला, की बाकी के दिन मई उनके साथ रह लू. मई भी उनकी इस बात पर राज़ी हो गया. फिर हमारा घर लॉक करके अंकल के घर गये हम.

वाहा हमने खाना वग़ैरा खाया, तोड़ा टीवी देखा और इतने मे सोने का वक़्त हो गया. अब मुझे अंकल के साथ एक ही बेड पे सोना था और मुझे अंदर ही अंदर अजीब सी फीलिंग हो रही थी. पता नही क्यू, मई बेड पे जाके लेता और अंकल बातरूम मे थे.

फिर अंकल सिर्फ़ टवल रॅप करके रूम मे आए. बाहर आके अंकल मेरे साथ बैठे और बाते करने लगे. अंकल ने बातो-बातो मे बोला-

अंकल: मई सोते वक़्त कपड़े नही पहनता हू. अगर तुम्हे कोई मसला नही है, तो क्या मई नंगा सो जौ?

अब ये सुन कर मई चुप रहा और शर्मा रहा था. अंकल समझ गये थे, की मेरी खामोशी मे मेरी हा थी और मेरे सामने अंकल ने अपना टवल खोल दिया. पता नही क्यू, मुझे अंकल का जिस्म देख कर अंदर-अंदर से खुशी हो रही थी.

अब मई और अंकल एक ही बेड पे लेते हुए थे. हम बाते कर रहे थे और आहिस्ता-आहिस्ता अंकल मेरे करीब हो रहे थे. अंकल ने मेरे सीने पे हाथ रखा और एक टाँग मेरे उपर रख दी. फिर अंकल मेरे साथ लड़कियो के बारे मे बात करने लग गये. अंकल ने मुझसे पूछा-

अंकल: गर्लफ्रेंड वग़ैरा है तेरी?

और मैने उन्हे सच-सच बताया, की मेरी कोई गर्लफ्रेंड नही थी. अंकल ने फिर मज़ाक मे बोला-

अंकल: फिर पक्का बाय्फ्रेंड होगा.

मई भी ये सुन कर मज़ाक मे हस्स दिया. अब अंकल मेरे जिस्म की तारीफ कर रहे थे, की कितना प्यारा जिस्म है मेरा और बहाने से इधर-उधर टच कर रहे थे. अंकल ने फिर मुझसे पूछा-

अंकल: मेरी बॉडी कैसी है?

मैने तो खूब तारीफ की उनकी बॉडी की. अंकल अब मेरे इतने क्लोज़ हो गये थे, की उनका टाइट लंड मेरी टाँग को चू रहा था. फिर उन्होने बोला-

अंकल: देखो तुमने मेरी पूरी बॉडी देख ली है. अब मेरा भी हक है ना तुम्हारी पूरी बॉडी देखने का?

मैने बोला: नही, मुझे शरम आती है.

तो अंकल ने मेरे गाल पे किस किया और बोले-

अंकल: कैसी शरम, हम दोनो मर्द ही तो है.

आख़िर मैने हा कर दी. फिर अंकल ने पहले मेरी शर्ट उतारी और फिर मेरी चड्डी को खींच दिया. अब मेरा लंड पूरा टाइट था. अंकल ने हस्स के बोला-

अंकल: लगता है तुम्हे भी मज़ा आ रहा है.

मई शरम से लाल हो चुका था. अंकल और मई अब हग करके लेते हुए थे. हमारा जिस्म टच हो रहा था और मई तो अंकल के साथ नज़रे ही नही मिला पा रहा था. अंकल ने फिर अचानक बोला-

अंकल: अछा वो वीडियोस कैसी लगी.

मई चौंक गया और बोला-

मई: कों सी वीडियो?

तो अंकल ने बोला: जो मेरे कंप्यूटर मे है, वो वीडियोस.

मई शरम से डूब रहा था, तो मैने अंकल को कोई जवाब नही दिया. अंकल ने मेरे गाल पे किस किया और किस करते-करते होंठो पे आ गये. अफ… मेरा पहला किस. अंकल ने देखा, की मई भी मज़े ले रहा था, तो अंकल ने मेरे होंठो की चूसना शुरू कर दिया.

अफ… मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. अंकल ने मेरी मोटी गांद को पकड़ा और दबाने लगे. फिर अंकल मेरी गांद पे थप्पड़ मारने लगे. उसके बाद अंकल ने 15 मिनिट तक मुझे किस किया. अब तो मेरे लंड से भी प्रेकुं लीक हो रहा था. फिर अंकल ने मुझे रोक कर पूछा-

अंकल: मज़ा आ रहा है ना?

मैने हिम्मत करके हा मे सिर हिला दिया. अंकल ने मेरा हाथ अपने लंड पे रख दिया और मुझे सहलाने को बोला. मैने बिल्कुल वैसा ही किया. फिर अंकल ने अपने लंड से तोड़ा प्रेकुं उंगली पे लगाया और मेरे होंठो पे रख दिया. पहले मुझे वो तोड़ा अजीब सा लगा. लेकिन जब मैने उसको टेस्ट किया, तो तोड़ा मीठा-खट्टा सा टेस्ट आया.

फिर अंकल ने पूछा: अछा लगा?

मैने हा मे सिर हिलाया. अंकल उठे और अपना लंड मेरे मूह के सामने ले आए और बोले-

अंकल: छातो इसको.

मई भी बहुत गरम हो चुका था और मैने ज़ुबान निकाली और टोपा छाता. मई अंकल का पूरा प्रेकुं चाट गया. क्या मज़ेदार टेस्ट था उसका. फिर अंकल ने मुझे बोला-

अंकल: अब इसको एक लॉलिपोप की तरह समझ के चूसो.

मैने लंड को हाथ मे पकड़ा और चूसने लगा. लंड बहुत बड़ा था अंकल का और मई बड़ी मुश्किल से उसको चूस पा रहा था. लेकिन मुझे मज़ा बहुत आ रहा था. फिर अंकल और मई 69 पोज़िशन मे आ गये और मैने चूसना कंटिन्यू रखा.

अंकल मेरी जाँघो पे किस कर रहे और काट रहे थे. वो मेरी गांद भी दबा रहे थे और थप्पड़ मार रहे थे. मई तो मज़े से पागल हो रहा था. अंकल ने गांद को फैलाया और मेरे होल को चाटने लगे. अफ.. मई तो पुर मज़े मे था.

फिर अंकल मेरी गांद के होल के अंदर ज़ुबान डालने लगे. मई तो सोच ही नही सकता था, की ऐसा मज़ा भी आ सकता है. मेरा होल गीला हो गया था. फिर अंकल ने एक उंगली मेरे होल मे घुसा दी. उंगली जाने से मई चीख पड़ा, लेकिन अंकल ने मुझे रिलॅक्स करने को बोला.

अंकल ने आहिस्ता-आहिस्ता उंगली अंदर-बाहर की. आहिस्ता-आहिस्ता मुझे मज़ा आ रहा था. मेरा होल तोड़ा लूस हुआ, तो अंकल ने दूसरी उंगली घुसा दी और फिर तीसरी उंगली घुसा दी. मई अंकल का तन्ना हुआ लंड चूस रहा था और अंकल मेरी गांद मे फिंगरिंग कर रहे थे.

फिर अंकल ने पोज़िशन चेंज की. उन्होने मुझे सीधा लिटाया और टांगे उठाई. उसके बाद उन्होने मेरे छेड़ मे वापस लंड डाल दिया और मुझे किस करने लगे. वो मेरी गांद भी मार रहे थे और मेरे होंठ भी चूस रहे थे. हम दोनो के जिस्म के बीच मे मेरा लंड भी रब हो रहा था.

मुझे इतना मज़ा आ रहा था, की क्या बतौ. अंकल ने किस तोड़ी और मेरे बूब्स चूसने लगे. मई भी मज़े मई “आ” “आ” की आवाज़े निकाल रहा था और अंकल को कह रहा था-

मई: स्पीड से छोड़ो अंकल आहह.. और स्पीड से करो.

और वो भी वैसा कर रहे थे. अब मुझसे कंट्रोल नही हुआ और मेरे लंड से पानी शूट करके निकला. मेरी पूरी चेस्ट और अंकल की चेस्ट भी चिप-छिपी हो चुकी थी. अंकल भी झड़ने वाले थे और वो मुझे ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने लगे और फिर अचानक गांद मे मुझे गरम-गरम पानी निकलता फील हुआ.

अंकल मेरे उपर ही लेते रहे और इस तरह से अंकल ने मेरी सील खोली. हम दोनो तक चुके थे और ऐसे ही हाल मे सो गये. उस रात के बाद अगले 9 दिन अंकल ने मेरी डेली गांद मारी. मई भी मज़े से चुड़वता था. फिर मेरे घर वाले वापस आ गये थे और मुझे वापस घर जाना पड़ा.

इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट मे पता चलेगा. अगर आपको मेरी स्टोरी अची लगी हो