पुरानी दोस्त ने मर्द बनाया

ही दोस्तो, मई देल्ही का रहने वाला एक आम सा लड़का हू. मेरी उमर 23 साल है और मेरी बॉडी आवरेज टाइप की है. ना तो मई ज़्यादा पतला हू और ना ही ज़्यादा मोटा. मेरी बॉडी आत्लेटिक टाइप की है.

मेरे पास एक अछा और तगड़ा लंड है. मैने कभी अपने लंड को मापा नही है, लेकिन जहा तक साइज़ की बात है तो मेरा लंड किसी भी लड़की या औरत की प्यासी छूट को संतुष्ट कर सकता है. इसलिए मुझे इसके बारे मे चिंता करने की थोड़ी सी भी ज़रूरत नही है.

ये कहानी मेरी पुरानी की दोस्त के बारे मे है, जिसने मुझे कभी भी दोस्त नही माना था. मई उसको हमेशा अपनी एक अची दोस्त मानता रहा, लेकिन उसने फिर किसी और से शादी करली. टाइम के साथ मई उस लड़की को भूल चुका था. लेकिन फिर एक दिन अचानक वो मेरे घर आई.

जब वो मुझसे मिली तो मई उसको पहचान भी नही पाया. मैने मा से पूछा की वो कों है? वो पहले से ही मा को सारी कहानी बता चुकी थी. फिर जब मा ने मुझे बताया तो मुझे उसके बारे मे याद आया.

फिर उसने मुझे बाकी की कहानी ब्टाई. उसने बताया की वो अपने पति के खिलाफ एक केस लड़ रही है और वो उससे तलाक़ चाहती है. शहर मे उसका कोई रिश्तेदार नही था, इसलिए वो मेरे पास अड्वाइज़ के लिए आई थी. मैने उसकी सारी बात सुनी और उसको समझदारी से काम लेने की अड्वाइज़ दी. मुझसे बात करके वो थोड़ी शांत हुई.

एक हफ्ते के बाद मई उसके घर गया. उसके साथ बात करके मुझे पता चला की उसको एक जॉब चाहिए थी. उस दिन उससे काफ़ी देर तक बाते होती रही. फिर हुँने फोन नंबर भी एक्सचेंज कर लिया और फोन पे भी बाते होने लगी.

मुझे ऐसा फील हो रहा था की उसको भी मेरे साथ बात करके अछा लग रहा था. एक मंत तक हम दोनो ऐसे ही लगातार बाते करते रहे. फिर ऐसे ही बाते करते-करते एक दिन बात किस करने तक पहुँच गयी.

मई अभी तक वर्जिन ही था. मैने उस वक़्त तक किसी को किस नही किया था और मुझे ये पता भी नही था की किस कैसे करते है. मैने उसको बताया की मुझे किस करना नही आता है.

वो बोली: इतने भी शरीफ मत बनो.

मई: सच मे, मेरी लाइफ मे आजत् अक कोई लड़की आई ही नही.

वो: कोई बात नही, मई तुम्हे किस करना सीखा दूँगी.

एक महीने के बाद मेरी मा और पापा का घूमने जाने का प्रोग्राम बना. मैने घर पे एक पार्टी रखी और अपनी दोस्त को भी उस पार्टी पे बुलाया. पार्टी ख़तम होने के बाद वो मेरा मज़ाक उड़ाने लगी.

वो( हेस्ट हुए): तुम भूत डरपोक हो और लड़कियो से बात करना तुम्हारे बस की बात नही है.

मुझे उसकी बातो पे गुस्सा आने लगा.

मई: मेरी शराफ़त को मेरी कमज़ोरी ना समझे.

वो फिर भी मेरा मज़ाक बनती रही.

जब मेरी मर्दानगी पे बात आई तो मैने उसको पकड़ के किस कर दिया. पहले तो वो हैरानी से मुझे देखने लगी और उसके बाद उसने भी मुझे गर्दन से पकड़ा और किस करने लगी. हम दोनो एक दूसरे के होंठो का रस्स पीने लगे.

मेरे साथ ये सब पहली बार हो रहा था; इसलिए मई अभी और आयेज नही बड़ना चाह रहा था. मैने बस उसको किस करके ही छोढ़ दिया. उस दिन के बाद वो काई दीनो तक मुझे चिढ़ाती रही.

उसकी तरफ से की जेया रही ये इन्सल्ट मुझसे सही नही जेया रही थी. मैने उसको फिर से मेरे घर आने का इन्विटेशन दिया और इत्तेफ़ाक़ से उस दिन भी मेरे घर पे कोई नही था.

हमने कुछ देर बाते की और उसके बाद मैने फिर से उसको किस करना शुरू कर दिया. वो भी शायद मुझसे यही चाहती थी इसलिए उसने भी मेरा पूरा साथ दिया. शायद इसलिए ही वो मुझे मज़ाक कर-कर के सेक्स के लिए उकसा रही थी. मई भी अब उसकी छूट को छोड़ देना चाहता था.

मैने काफ़ी देर तक उसको किस किया और फिर मैने उसके कपड़े उतारना शुरू कर दिया. पहले मैने उसके टॉप को उतारा और फिर उसका पाजामा भी उतार दिया.

वाइट कलर की ब्रा और पनटी मे वो काफ़ी सेक्सी लग रही थी. मैने उसकी ब्रा के उपर से उसकी चूचियो को दबाना शुरू कर दिया. वो भी यही चाहती थी मुझसे. जैसे ही मैने उसकी चूचिया दबाई, उसने सिसकिया भरनी शुरू कर दी. फिर मैने उसकी चूचियो को ज़ोर से मसला और वो कसमसाने लगी.

उसके बाद मैने उसकी ब्रा को खोल दिया. मैने पहले बार अपने सामने किसी लड़की की चूचियो को नंगा देखा था. मैने उसकी नरम और मुलायम चूचियो को अपने हाथो मे भर लिया और उन्हे प्यार से दबाके देखने लगा.

मेरे लंड मे जोश भरने लगा. अब मुझे सेक्स की गर्मी चाड़ने लगनी थी. क्यूकी इसके पहले मैने कभी सेक्स किया नही था तो मुझे ज़्यादा कुछ पता नही था. उत्तेजना मे ज़्यादा कुछ सोच भी नही पा रहा था मई.

कुछ देर तक मई उसकी चूचियो को दबाता रहा. वो मुझसे अपने निपल्स मसलवाने लगी. फिर उसने मेरे सिर को पकड़ के मेरे होंठो को अपने निपल्स से लगा दिया. मई भी उसके निपल्स को चूसने लगा.

मुझे उसके निपल्स चूसने मे बड़ा मज़ा आ रहा था. पॉर्न वीडियोस देखके मूठ तो काई बार मारी थी मैने, लेकिन असलीयत मे निपल्स चूसने का मज़ा कुछ और ही होता है.

मैने उसके निपल्स को ज़ोर-ज़ोर से काटना शुरू कर दिया. उसकी चूचियो को चूस-चूस के मैने उनको एक दूं कड़क कर दिया. फिर मैने उसको बेड पे लिटा दिया और उसकी पूरी बॉडी पे किस करने लगा.

अब मेरा मॅन भी कर रहा था की वो भी मेरे लंड को पकड़ ले. तभी उसने खुद ही कह दिया.

वो: अपने कपड़े नही उतारोगे क्या?

उसके कहते ही मैने अपनी त-शर्ट और जीन्स उतार दी और उसके सामने अंडरवेर मे खड़ा हो गया.

फिर मैने अपना अंडरवेर भी निकाल दिया और उसकी चूचियो पर टूट पड़ा. मुझे बूब्स चूसने मे सबसे ज़्यादा मज़ा आ रहा था. फिर वो मेरे लिप्स चूसने लगी.

वो नीचे से मेरे लंड को पकड़ने की कोशिश कर रही थी. मैने अपना लंड उसके हाथ मे दे दिया. वो मेरे लंड को सहलाने लगी और मेरी मूठ मारने लगी. लड़की के हाथो से मूठ मरवाके मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था.

मैने उसके होंठो को छोढ़ा और उसकी चूचियो पे किस करते हुए उसकी नाभि तक फुँचा और किस करने लगा. फिर मैने उसकी छूट की और अपना रुख़ कर लिया. मैने उसकी पनटी को निकाल दिया.

उसने छूट के आस-पास के बाल सॉफ किए हुए थे. मई उसकी छूट को बड़े ध्यान से देख रहा था. इससे पहले मैने अपनी ज़िंदगी मे छूट कभी नही देखी थी. मैने उसकी छूट के आस-पास चूमना शुरू कर दिया और वो आहें भरने लगी.

फिर मैने उसकी छूट पे मूह रखा और उसकी छूट चाटनी शुरू कर दी. मई उसकी छूट पे मूह लगाके उसको चूसने लगा. उसकी छूट का रस्स भूत ही मीठा था. मैने पहली बार छूट की खुश्बू को महसूस किया था और उसका स्वाद लिया था.

कुछ देर तक उसकी छूट को चूसने और चाटने के बाद मैने अपने लंड को उसकी छूट पे रख दिया. लंड को छूट पे रखने के बाद मैने जब उसको अंदर धकेला तो लंड फिसल गया.

मुझे चुदाई का बिल्कुल भी तजुर्बा नही था, उपर से उसकी छूट भी भूत टाइट थी. मैने फिर से लंड उसकी छूट मे डालने की कोशिश की लेकिन अंदर नही डाल पाया. दो-टीन बार ट्राइ करने पे ही मेरे लंड का सुपारा लाल हो गया. वो भी बार-बार उछाल रही थी.

मुझे लगा की ऐसे बात नही बनने वाली. मैने आयिल की बॉटल ली और अपने लंड पे भूत सारा आयिल लगा लिया और उसके छूट के द्वार पर भी काफ़ी सारा आयिल लगा दिया.

आयिल लगाकर मैने लंड फिरसे उसकी छूट पे सेट किया. मैने ज़ोर से झटका मारा तो लंड फिर से उपर की और उसके पेट पे फिसल गया. मैने लंड हाथ मे पकड़ा और उसकी छूट पे सेट करके अंदर घुसा दिया. वो चीखने लगी, लेकिन मैने उसके मूह को अपने मूह से बंद कर लिया.

धीरे-धीरे करके मैने पूरा लंड उसकी छूट मे उतार दिया और फिर उसके उपर लेट गया. कुछ देर वैसे ही रहने के बाद मैने उपर-नीचे होना शुरू किया. उसको भी अछा लगने लगा.

पहले तो मई धीरे-धीरे अपना लंड उसके अंदर -बाहर करता रहा, फिर मैने अपनी स्पीड बड़ाने की सोची. मई अब तेज़ी के साथ उसकी छूट मे धक्के लगाने लगा.

उसकी चुदाई मे मुझे भूत मज़ा आ रा था. उसकी छूट काफ़ी टाइट थी. मुझे लगा शायद उसके पति के साथ उसके सेक्स-संबंध आचे नही थे.

15 मिनिट्स तक मई उसको उसी पोज़ मे छोड़ता रहा. उसके बाद मैने उसको डॉगी स्टाइल मे आने को कहा. अब वो आराम से लंड अपनी छूट मे ले रही थी. मुझे भी चुदाई मे पूरा आनंद आ रहा था.

उसके बाद मैने उसकी छूट मे पीछे से धक्के लगाने शुरू कर दिए. उसके मूह को हाथ से बंद कर दिया और तेज़-तेज़ उसकी छूट को छोड़ने लगा. वो हा.. हा.. की आवाज़ करने लगी, मगर मुझे चुदाई का ऐसा चस्का चड़ा, की मैने उसकी छूट फाड़ ही डाली.

आधे घंटे तक उसकी छूट छोड़ने के बाद मेरा पूरा बदन पसीने से भीग गया था, और उसका हाल तो मुझसे भी बुरा था. उसके मूह से अब तेज़-तेज़ आवाज़े आ रही थी आ….. उम्म्म्म….. उउफ़फ्फ़…. हहाअईए…. जिनमे दर्द और आनंद का मिला-जुला सा रूप था.

क्यूकी मेरा घर बाहरी एरिया मे था तो किसी को कुछ पता चलने का कोई दर्र भी नही था. मैने जमकर उसकी छूट छोड़ी.

इतनी ज़बरदस्त चुदाई करने के बाद भी जब मई नही झाड़ा, तो मैने उसको सीधा कर लिया. मैने उसकी टाँगो को अपने कंधो पे रखा और अपना लंड फिरसे उसकी छूट मे डाल दिया.

अगले 10 मिनिट्स तक मैने फिरसे उसकी छूट को आचे से रगड़ा. वो बुरी तरह से ताकि हुई लग रही थी. मुझे नही पता था की एक औरत कितनी देर मे झड़ती है. लेकिन मुझे लग रहा था की सेक्स के दौरान वो 3-4 बार झाड़ चुकी है.

कुछ देर मे मई भी झड़ने वाला हो गया. मैने अपना वीरया उसकी छूट महि छोढ़ दिया और उसकी छूट मे वीरया छोढ़ने के बाद मई हांफता हुआ उसके उपर ही गिर गया. वो भी बेसूध हुई पड़ी थी.

उसके बाद वो उठी और कपड़े पहनने लगी. उससे ठीक ततः से चला नही जेया रहा था. फिर मैने उसको घर छोढ़ कर आया. उसको छोड़ने के बाद मुझे पता की मेरी टाइमिंग डेढ़ घंटे के करीब है.

उस दिन जब मैने उसकी चुदाई की थी, ऑडियो रेकॉर्डिंग भी कर ली थी. वो रेकॉर्डिंग तकरीबन 45 मिनिट्स की थी. अगर कोई लड़की उस ऑडियो रेकॉर्डिंग को सुन ले तो उसकी छूट से पानी अपने आप ही बाहर निकल जाएगा.

पहली चुदाई के बाद उस दिन मुझे भी थकान हो रही थी तो मई घर आते ही सो गया. उसके बाद मैने अपनी पुरानी की दोस्त की छूट काई बार छोड़ी. उसको होटेल मे ले जाके भी छोड़ा.

अब वो मेरे लंड से चूड़ने की आदि हो गयी है. उसके साथ मैने और क्या-क्या किया वो मई आपको फिर कभी बतौँगा. फिलहाल के लिए इस कहानी मे इतना ही.

आपको मेरी फर्स्ट टाइम सेक्स की कहानी पसंद आई के नही मुझे मैल करके ज़रूर बताना. आप मुझे नीचे दी गयी मैल ईद पे संपर्क कर सकते है और मुझे आपके मेसेजस का इंतेज़ार रहेगा.