फ्रेंड्स, मेरा नाम शुभम शर्मा है और मैं जयपुर का रहने वाला हूँ.
ये कहानी उस समय की है, जब मेरे सबसे ख़ास दोस्त हार्दिक का जन्मदिन आने वाला था.
हम दोनों इतने ख़ास दोस्त थे कि हम हर चीज़ को एक दूसरे में बांट लिया करते थे, चाहे वो कोई खाने की चीज हो या खेलने की या गाड़ी.
मैंने उसे उसके जन्मदिन पर एक अनमोल तोहफ़ा देने का विचार किया.
अब तक हम दोनों ने आपस में अपनी सारी चीजें बांटी थीं लेकिन मेरी एक चीज़ मैंने अभी तक उसे नहीं दी थी; वो मैंने उसके जन्मदिन पर उसे देने की ठान ली.
मैंने उसे जन्मदिन पर अपनी प्रेमिका शनाया को देने का प्लान बनाया. शनाया मुझसे इतना प्यार करती थी कि मेरी ख़ुशी के लिए वो सब कुछ कर सकती थी.
मैंने उससे इस बारे में बात की; उसे समझाया कि हम दोनों तीन साल से प्यार करते हैं और हर हफ़्ते चुदाई करते हैं. हार्दिक और हम दोनों अपनी हर चीज़ बांटते हैं, लेकिन अभी तक मैंने तुम्हें उसके साथ नहीं बांटा. मैं चाहता हूँ कि तुम उसके जन्मदिन पर उसके साथ चुदाई करो, मुझे ख़ुशी होगी.
पहले तो शनाया ने कुछ नहीं कहा.
अब मैंने उससे पूछा- यदि तुमको दिक्कत हो तो साफ़ बता देना क्योंकि मैं नहीं चाहता हूँ कि तुम जबरन मेरी बात को मानो. हां अगर तुम मेरी बात को मानोगी तो मैं भी तुम्हारी हर बात को मान लूंगा.
शनाया बोली- शुभम, मैं तुमसे बेहद प्यार करती हूँ. मेरे अंग का हरेक हिस्से पर तुम्हारा अधिकार है. मैं तुम्हारी किसी बात से मना नहीं करूंगी. मगर मैं एक बात जानना चाहती हूँ कि कल को हार्दिक ने मुझसे दुबारा सेक्स करने की इच्छा जाहिर की, तो तुम क्या करोगे?
मैंने बिंदास कह दिया- शनाया मैं तुमसे शादी करूंगा और उसी मंडप में मेरा दोस्त हार्दिक भी यदि ये चाहेगा कि शनाया हम दोनों की बीवी बन कर रहेगी तब भी मैं इंकार नहीं करूंगा. हां यदि तुम नहीं चाहोगी तो बात अलग है.
शनाया बोली- मतलब हार्दिक मुझे जब चाहेगा, तब मेरे साथ सेक्स कर सकेगा और इस बात से तुम्हें कोई ऐतराज नहीं होगा?
मैंने कहा- हां यही सच है. मगर तब भी तुम मेरी गुलाम नहीं हो … तुम चाहोगी कि तुम ऐसा अपने दिल से करना चाहती हो तब ही तुम अपनी सहमति देना, अन्यथा मेरी तरफ से किसी तरह की कोई जबरदस्ती नहीं है.
शनाया मेरी तरफ देख कर मुस्कुराने लगी.
मैंने कहा- क्यों मुस्कुरा रही हो?
वो मेरे गले से लग गई और बोली- आई लव यू बोथ … क्या दोस्ती है तुम दोनों की यार … मैं तो फ़िदा हो गई तुम्हारे ऊपर!
मैंने उसे चूमते हुए कहा- क्या हुआ शनाया … क्या अभी तक तुम मुझ पर फ़िदा नहीं थी?
वो हंस दी और हम दोनों ने उसी समय एक मस्त चुदाई का मजा लिया.
इस तरह से शनाया मेरे लिए हार्दिक से चुदने के लिए मान गई.
फिर तीन दिन बाद हार्दिक का जन्मदिन आया और रात को मैं उसके घर केक ले गया.
केक कटवाने के बाद मैंने उसे सरप्राइज़ देने की बात कही. वो मेरी तरफ देखने लगा.
मैंने उससे कहा कि कल सुबह दस बजे तैयार रहना … और याद रहे घर में कोई नहीं होना चाहिए. तुम भी सुबह घर से बाहर रहोगे और घर की चाभी मुझे दे दोगे.
इस तरह से मैंने उससे भी उसके घर से बाहर जाने को कहा.
सुबह हुई.
मैंने शनाया को फ़ोन करके ठीक दस बजे उसके घर आने को कहा.
हार्दिक मेरे कहने पर बाहर गया हुआ था. मेरे पास घर की चाबी थी तो मैं शनाया को घर में ले गया और उससे दुल्हन बन कर तैयार रहने को कहा.
थोड़ी देर बाद मैंने हार्दिक को बुलाया. वह आकर सरप्राइज़ के बारे में पूछने लगा.
मैंने बताया- आज तेरे लिए चुदाई का इंतजाम है.
यह सुनकर वह खुश हो गया लेकिन वो आज किसे चोदेगा, उसे ये पता नहीं था.
उसने पूछा- किसको चुदवाने लाया है?
मैंने उसे अन्दर जाकर देखने को कहा.
वह अन्दर गया और शनाया को देखकर एकदम से हैरान हो गया.
शनाया ने उसे हैप्पी बर्थ-डे कहा.
वह थैंक्यू बोलकर वापस बाहर आया और मुझसे कहने लगा- मेरे साथ ये क्या मज़ाक़ कर रहा है बे?
मैंने उससे कहा- अच्छा, अगर तुझे ये मज़ाक़ लग रहा है, तो पांच मिनट रुक.
मैंने शनाया को फ़ोन करके कहा- हार्दिक को ये मज़ाक़ लग रहा है. तुम बेडरूम में जाओ और नंगी हो जाओ. शनाया बेडरूम में जाकर नंगी हो गई और बेड पर कम्बल ओढ़कर लेट गई.
उसने मुझे हार्दिक को भेजने का मैसेज कर दिया.
मैंने हार्दिक को सीधा बेडरूम में जाने को कहा. हार्दिक बेडरूम में पहुंचा तो देखा कि शनाया का टॉप, जींस, ब्रा-पैंटी सब टेबल पर पड़े थे और शनाया बेड पर कम्बल ओढ़ कर लेटी थी.
शनाया ने उससे कहा- अब विश्वास हुआ? और ना हुआ हो तो कम्बल हटा कर देखो.
हार्दिक ने धीरे धीरे उसका कम्बल खींच कर अलग कर दिया. थोड़ा कम्बल हटते ही उसे शनाया के मम्मे दिखने लगे. वो एकदम से उत्तेजित हो गया और उसने एक झटके पूरा कम्बल खींच दिया.
उसके सामने शनाया पूरी नंगी थी. वो शनाया को एकदम नंगी देखकर हैरान रह गया. वो शनाया के संगमरमर से बेदाग जिस्म पर से अपनी नज़रें ही नहीं हटा पाया. उसे शनाया की चिकनी चूत और मस्त भरे हुए दूध सामने दिख रहे थे. वो एकटक शनाया को देखता ही रह गया.
तभी शनाया ने एक कामुक अंगड़ाई ली और एक उंगली से उसे अपने करीब आने का इशारा किया.
अब हार्दिक से कंट्रोल नहीं हो सका और वो उसके पास जाकर उसे चूमने लगा. शनाया भी उसका साथ देने लगी. शनाया ने उसे अपनी बांहों में भर लिया और वो दोनों एक दूसरे को चूमने लगे.
तभी शनाया ने हार्दिक से भी नंगा होने को कहा. हार्दिक ने झट से अपने कपड़े उतार दिए और चड्डी में आ गया.
वो अपनी चड्डी उतारने ही वाला था कि शनाया ने उसे चड्डी उतारने से मना कर दिया.
अब शनाया बेड से उठ गई और उसने ख़ुद हार्दिक की चड्डी खींच दी.
चड्डी हटते ही उसके सामने हार्दिक का लंड पूरा तना हुआ लंड आ गया. वो हार्दिक का खड़ा लंड देख कर एक बार को तो हिल गई. क्योंकि मेरे लंड से मेरे दोस्त का लंड एक इंच बड़ा था और काफी मोटा भी था.
तब तक हार्दिक ने अपना लंड उसके होंठों से लगा दिया और उससे लंड चूसने को कहा.
शनाया पहले हाथ में लंड पकड़ कर हिलाने लगी और अपनी जीभ से टोपे को चाटने लगी. उसे भी हार्दिक का लंड बढ़िया लग रहा था और उसे लंड चूसने में कोई दिक्क्त भी नहीं थी.
शनाया मुझसे चुदने के पहले मेरा लंड जरूर चूसती है. मैं भी उसके साथ 69 का मजा लेता हूँ.
अब शनाया ने हार्दिक के लंड को अपने मुँह में ले लिया और उसे चूसने चाटने लगी.
उसके बाद टट्टों पर जीभ चलाने लगी. वो अपनी जीभ की नोक से मेरे दोस्त के लंड के गोटों को सहलाने लगी थी.
इससे हार्दिक को बड़ी सनसनी होने लगी थी. वो शनाया के बाल पकड़ कर अह आह करने लगा.
कुछ ही देर में हार्दिक ने अपना पूरा लंड शनाया के मुँह में डाल दिया और शनाया भी हार्दिक के लंड को मस्ती से चूसने लगी.
फिर वो हार्दिक के दोनों टट्टों को बारी बारी से अपने मुँह में ले कर चूसने लगी.
काफी देर तक लंड चूसने के बाद हार्दिक ने उसको उठाया और बेड पर लिटा दिया. शनाया बेहद कामुक हो गई थी. वो अपने पैर खोल कर और चूत पसार कर लेट गई.
हार्दिक भी उसके ऊपर चढ़ गया और उसके पूरे शरीर पर चूमने लगा. उसके होंठों को थोड़ी देर चूसने के बाद वो उसके मम्मों को चूसने लगा.
हार्दिक एक हाथ से एक दूध दबा रहा था और दूसरे थन को चूस रहा था. शनाया भी उसके सर को अपने मम्मे पर दबा कर उसे दूध पिला रही थी.
हार्दिक ने अब अपना हाथ शनाया की चूत पर रख दिया और वो चूत रगड़ने लगा. शनाया बहुत उत्तेजित हो गई थी.
हार्दिक धीरे धीरे उसे चूमते हुए नीचे आ गया और उसने शनाया की चिकनी चूत पर अपने होंठ रख दिए. अपनी चूत पर एक गैर मर्द की जीभ का अहसास पाते ही शनाया मचल उठी और अपने हाथ से उसने हार्दिक के सर को चूत पर दबा लिया.
हार्दिक भी अपनी जीभ से शनाया की चूत के ऊपर हौले हौले से चूमने लगा.
फिर वो अपनी जीभ को चूत पर सहलाते हुए अन्दर पेलने लगा. मेरी गर्लफ्रेंड की चूत खुल गई और हार्दिक की जीभ चूत के अन्दर चली गई.
शनाया ने एक जोर से आह निकाली और अपने दोनों हाथों से हार्दिक का सर अपनी चूत पर दबा लिया.
हार्दिक शनाया की चूत को चाटने लगा था. धीरे धीरे उसके जीभ चूत की गहराई में जाने लगी थी और शनाया की चूत हवा में उठ कर उसकी जीभ से चूस जाने का मजा ले रही थी.
चूत चूसने के बाद हार्दिक ने शनाया की टांगों को फैला दिया और अपने लंड को चूत में पेलने के लिए तैयार कर लिया.
हार्दिक ने धीरे से अपने लंड का टोपा शनाया की चूत पर रखा और रगड़ने लगा. शनाया आह आह करने लगी.
वो हार्दिक से बोली- अब नहीं रहा जा रहा … जल्दी से लंड डाल दे चूत में. हार्दिक ने लंड के टोपे को हल्का सा धक्का मारा तो लंड चूत में घुस गया.
मोटा सुपारा शनाया की चूत में गया तो शनाया की आह निकल गई, उसकी मुट्ठियां भिंच गईं. हार्दिक ने शनाया की परवाह न करते हुए अपना लंड चूत में डालना जारी रखा.
धीरे धीरे हार्दिक का पूरा लंड चूत में चला गया और हार्दिक धक्के मारने लगा. शनाया आह आह हार्दिक का नाम लेकर मज़े से चुदने लगी.
कुछ देर बाद शनाया को बेहद मजा आने लगा था और वो हार्दिक को धक्के तेज करने को कहने लगी. हार्दिक भी ज़ोर ज़ोर से धक्के देने लगा.
दस मिनट बाद हार्दिक झड़ने वाला हो गया था तो हार्दिक ने शनाया से कहा.
शनाया ने भी कह दिया- हां आ जाओ मैं भी झड़ने वाली हूँ.
अगले कुछ ताबड़तोड़ धक्कों के दोनों एक साथ झड़ गए और अलग हो गए. थोड़ी देर बाद शनाया ने हार्दिक का लंड हिलाकर फिर से खड़ा कर दिया.
हार्दिक ने इस बार शनाया को घोड़ी बनाया और अपना लंड उसकी गांड पर रख दिया. शनाया को मालूम नहीं था कि इस बार हार्दिक उसकी गांड मारने वाला है.
जैसे ही हार्दिक ने गांड में लंड लगाया वैसे ही शनाया एक बात को चिहुंकी. मगर अगले ही पल हार्दिक ने झट से अपना लंड शनाया की गांड में डाल दिया. शनाया मोटे लंड से गांड मारे जाने को सहन नहीं कर पाई; वो तेज दर्द से चीख उठी, उसकी गांड में से थोड़ा सा खून भी आ गया.
हार्दिक शनाया की गांड में लंड आगे पीछे करने लगा. थोड़ी देर बाद शनाया को मज़ा आने लगा. फिर हार्दिक शनाया की गांड का गड्डा बनाने में लगा गया उसने मेरी गर्लफ्रेंड की गांड मार कर उसका दूसरा छेद भी चोद दिया.
गांड मारने के बाद हार्दिक ने शनाया की गांड में ही लंड झाड़ दिया. फिर आधा घंटा बाद हार्दिक ने तीसरा राउंड शुरू किया.
इस बार उसने शनाया को अपने लंड पर बैठा लिया. शनाया ने भी लंड चूत में फिट किया और उछल उछल कर लंड चूत में लेने लगी. वो अपनी चूचियां हवा में उछाल उछाल कर उफ़ उफ़ करके चुदने लगी थी.
कुछ समय तक ऐसे ही चुदने के बाद हार्दिक ने उसको नीचे बैठाया और लंड शनाया के मुँह में दे कर चुसवाने लगा.
शनाया भी समझ गई कि इस बार लंड का रस चूस कर निकालना है.
उसने मेरे दोस्त हार्दिक का लंड पूरी शिद्दत से चूसा और उसके लंड का रस अपने मुँह में ले लिया. शनाया हार्दिक का पानी पी गई.
दो घंटे की चुदाई के बाद शनाया हार्दिक के साथ थोड़ी देर नंगी सो गई और आराम करने के बाद दोनों कपड़े पहन कर रेडी हो गए.
शनाया हार्दिक को किस करके निकल आई. बाहर आकर वो मुझसे मिलकर सारी बातें बताने लगीं. हम दोनों ने कुछ देर बाद एक दूसरे के प्यार किया और अब शनाया अपने हॉस्टल चली गई.
हार्दिक ने मुझे फोन किया और घर में बुलाया.
वो मुझसे बोला- भाई बहुत अच्छा गिफ़्ट था.
मैंने भी उससे कहा- हम दोनों सब साझा करते हैं, अब जब भी तेरी इच्छा हो, तब शनाया को बुलाकर चोद लेना. मैं शनाया से कह दूँगा, वो तुझसे चुदने आ जाएगी.
फिर मेरे सामने ही हार्दिक ने शनाया को फ़ोन करके पूछा- चुदाई में मज़ा आया?
शनाया हंस कर बोली- हां.
हार्दिक- अब जब भी इच्छा हो, चुदने आ जाना.
उसके बाद अब हार्दिक और मैं बारी बारी से शनाया को एक ही बेड पर चोदने लगे हैं. उसकी गांड खुल गई है तो हॉट गर्लफ्रेंड की इच्छा पर कभी कभी हम दोनों दोस्त एक साथ भी उसे चोद लेते हैं.
आपको मेरी ये कहानी कैसी लगी, प्लीज़ मुझे मेल करे।